गुजरात के भरूच में समुद्र में एक विशाल लिंग पाया गया है। यह वैलाइवल लगभग एक ओवल का बताया जा रहा है। असल में, समुद्र में मछुआरे मछली पकड़ने के लिए आए थे। इस बीच उनके जाल में यह लिंग फंस गया। भीषण संकट के बाद मछुआरे लिंग को समुद्र किनारे लेकर आया, तो वो हैरान रह गया। अब इसे देखने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल का स्मारक कर दिया गया है।
मामला गुजरात, जंबूसर तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव का है। यहां 10 मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने के बर्तन उतरे थे। इसके लिए उन्हें ही जल फेंकना पसंद है, उन्हें कुछ भारी सा महसूस हुआ। उन्होंने सोचा कि शायद कोई बड़ी मछली फंस गई है। फ़्रैशियल ने जाल खींचना शुरू कर दिया, जो काफी भारी हो गया था। किसी प्रकार जब वे जाल से बाहर निकलते हैं, तो उन्हें पहले कुछ भारी पत्थर जैसा लग जाता है। जब पूरा जाल निकला तो उसकी इनसाइड लिंगिंग थी। ये शिवलिंग क्रिस्टल का बताया जा रहा है।
अभी तक की जांच में यह बात सामने आई है कि पिछले दिनों आए हाईटाइड के कारण पानी की सतह के ऊपर से पानी निकला था। यह व्यापारी के जाल में आसानी से फंस गया। इसके साथ ही स्थानीय लोगों का कहना है कि लिंग पर शेषनाग के चिन्ह भी मिलते हैं। स्थानीय धार्मिक संगठन अब इसे कावी गांव के आसपास ही जगह स्थापित करने के बारे में सोच रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि यह शिलालेख क्रिस्टल का बना है, हालाँकि कुछ भी स्पष्ट नहीं है। फिलहाल इसकी जांच चल रही है।