सोनी-ज़ी विलय: कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (सीएमई), जिसे पहले सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जाना जाता था, ने 22 जनवरी को ज़ी एंटरटेनमेंट लिमिटेड के साथ अपने प्रस्टाविट विलय की समाप्ति की घोषणा की है। सोनी ने जी एंटरटेनमेंट इंटरनैशनल इंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) को एक नोटिस जारी किया है, जिसमें ZEEL और CME के विलय को 22 दिसंबर, 2021 को रद्द करने की जानकारी दी गई है।
यह डील 21 दिसंबर 2023 तक पूरी होनी थी. एग्रीमेंट के अनुसार तीन बार सर्वे लिया जा सकता है। ज़ी ने इसके बाद प्रॉमिस की मांग की थी। इसके बाद खबर आई कि सोनी विलय की तारीख को और बढ़ाने की तैयारी हो गई है। मुख्य प्लांट नई कंपनी में लीड कौन करेगा, इस मुद्दे पर फंसा था। अगर यह विलय होता है तो ज़ी और सोनी करीब 10 अरब डॉलर की वैल्यूएशन वाली एक विशाल मीडिया कंपनी में धमाका करते हैं, जिसके पास विलासिता और एमेज़ॉन ग्लोबल दिग्गजों की टक्कर जैसी ताकतें होती हैं।
मूल नहीं हो पाया मर्जर
रिपोर्ट के अनुसार, यह मर्जर अपनी लामातार डेट तक पूरा नहीं हो पाया क्योंकि विलय से जुड़ा हुआ पूरा पूरा नहीं हुआ था। एक महीने की छूट ख़तम होने के बाद सोनी ने जी को छुट्टी ख़तम करने के लिए नोटिस भेजा है। नेशनल कंपनी लॉ एप्लेट ट्रिब्यूनल की मुंबई बेंच ने पिछले साल अगस्त में विलय के लिए मंजूरी दे दी थी।
दूसरा सबसे बड़ा विलय होता है
अगर यह मर्जर हुआ तो स्टार एंड डिज़्नी इंडिया के मर्जर के बाद जी और सोनी का दूसरा सबसे बड़ा मर्जर हुआ। जी और सोनी के मूर्ति ऐप एक बैनर के नारे आ जाते हैं। एंटरटेनमेंट से लेकर रिव्यूपोर्ट्स और मूवी के चैनलों की बड़ी खासियत एक कंपनी का हाथ होता है।
क्या थी सोनी की डील
पीयूष गोयल सेबी की जांच का सामना कर रहे हैं। उन पर लगी पाबंदियों के कारण सोनी ग्रुप उनके नेतृत्व से सहमत नहीं था। लेकिन जी इंटरनेशनल ने इसी बात पर सबसे ज्यादा जोर दे रहा था कि साल 2021 में जब मर्जर एक्स्ट्रेट पर सहमति बनी थी तब गोयनका के लिए नई यूनिट के नेतृत्व की बात कही गई थी.
सेबी का क्या है मामला
सेबी ने पीयूनित गोयनका को लाहौर के मिथ्या मामले के बाद इब्राहिम के पद से मना कर दिया था। जिसके बाद से ही सोनी ग्रुप कॉन्स्टेंट जज इस को आधार बनाकर अपनी शर्त मनवा रही है। इस मामले में भले ही सेबी से अब गोयनका को राहत भी मिल गई, लेकिन दोनों समोहों के बीच सहमति नहीं बनी।