राम परिसर में सिर्फ भवन राम का मुख्य मंदिर ही नहीं, बल्कि कई मंदिर, चिन्ह, स्मारक और भवन मंदिरों के लिए बेहद ही खास होने वाली हैं। ऐसे में कई लोग ये सर्च कर रहे हैं कि मंदिर में और क्या-क्या चीजें देख सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं कि अयोध्या राम मंदिर परिसर में क्या-क्या चीजें देखी जा सकती हैं। राम मंदिर परिसर में आप महर्षि वाल्मिकी जी के भी दर्शन कर सकते हैं। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मंदिर परिसर के अनुसार महर्षि वाल्मिकी जी का मंदिर भी बनाया जा रहा है। बता दें कि, पौराणिक कथा के अनुसार महर्षि वाल्मिकी की ओर से ही रामायण की कहानी लिखी गई थी, जिसे कई लोग वाल्मिकी रामायण के नाम से भी जानते हैं।
महर्षि का मंदिर
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मंदिर परिसर के अनुसार महर्षि पंडित जी का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है, जिसे भक्त देख और दर्शन कर सकते हैं। इसी तरह मंदिर परिसर में महर्षि विश्वामित्र और महर्षि अगस्त्य जी का भी मंदिर अन्वेषण किया जा सकता है।
हनुमान जी का मंदिर
यह तो हम सभी जानते हैं कि हनुमान जी राम के परम भक्त थे। ऐसे में राम मंदिर में समर्पित मंदिर का निर्माण होना लाज़मी है। तीर्थ क्षेत्र के अनुसार दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर रहेगा। ऐसे में आपको भी हनुमान मंदिर के बारे में जरूर जानना चाहिए।
निषादराज का मंदिर
राम मंदिर परिसर में भगवान राम के सेवक निषाद का भी मंदिर बन रहा है। बता दें कि पौराणिक कथा के अनुसार, वो व्यक्ति थे, जो भगवान राम, सीता और लक्ष्मण को वनवास काल के दौरान गंगा पार सागर में ले गए थे। निषादराज गुह के नाम से भी जानते हैं कई लोग.
माता शबरी का मंदिर
तीर्थ के अनुसार मंदिर परिसर में माता शबरी का भी मंदिर तैयार हो रहा है। रामायण कथा के अनुसार माता सीता को श्रीराम और लक्ष्मण शबरी की कुटिया में खोजा गया था। माता शबरी ने दोनों को भोजन कराया था। राम मंदिर परिसर में आप जटायु प्रतिमा भी देख सकते हैं।
देवी अहिल्या का मंदिर
तीर्थ क्षेत्र के अनुसार मंदिर परिसर में देवी अहिल्या का मंदिर भी तैयार हो रहा है। राम मंदिर परिसर में भगवान शिव का भी मंदिर बनाया गया है। ट्रस्ट के अनुसार मंदिर में एक नहीं बल्कि चार शिव मंदिरों का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा मंदिर परिसर में सूर्यदेव, मां भगवती और गणेश जी का भी मंदिर बनाया जा रहा है।
मंदिर में 5 मंडप होंगे
तीर्थ क्षेत्र के अनुसार मंदिर परिसर में 5 मंडप होंगे, जिन्हें आप देख सकते हैं। इनका नाम- नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, मंडप मंडप और कीर्तन मंडप है।