सिक्किम बालाजी मंदिर में भक्तों को दिए जाने वाले ‘प्रसादम’ के खिलाफ कथित तौर पर उत्पाद मामले में तिरुमला सागौन देवस्थानम यानी टीटीडी बोर्ड ने ईस्ट पुलिस स्टेशन से आधिकारिक तौर पर फॉर्म जमा कर दिया है।
इससे पहले सरकार ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया था, जो इस उत्पाद के मामले की जांच करेगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकारी (एफएसएसएआई) ने एक कंपनी के नाम पर सूचना जारी की है। आरोप है कि त्रिमाला मंदिर का प्रसाद बनाने के लिए जिस घी का उपयोग किया गया, उसके 4 टुकड़ों में कोयले की चरबी पाई गई।
पीएम मोदी का कांग्रेस पर प्रहार, कहा-हरियाणा को बेटों-दामादों के नाम कर दिया..
न्यायालय में सर्वोच्च न्यायालय में हो चुकी है इंवेस्टीगेशन फाइल
सुप्रीम कोर्ट में बालाजी मंदिर के प्रसाद में उत्पाद के मामले में जिल्द के अवशेष निकाले गए हैं। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने की थी ये खोजी मूर्तियां. सुब्रमण्यम स्वामी ने सीएम चंद्रबाबू नायडू के द्वारा दिए गए उत्पाद के आयात की जांच करने की मांग की थी।
भगवान मंदिर के ‘लड्डू’ में बीफ चर्बी का इस्तेमाल सामने आया, असदुद्दीन ओवैसी का पहला बयान- तिरुपति लड्डू विवाद पर ओवेसी
FSSAI ने ऑनलाइन गैजेट से पूछा ये सवाल
एफएसएसएआई ने खाद्य एवं खाद्य सुरक्षा मानक (खाद्य उत्पाद मानक और खाद्य योजक) ग्रुप को नोटिस देकर पूछा है कि 2011 के उद्यम के उल्लंघन के लिए उसे केंद्रीय लाइसेंस क्यों नहीं दिया गया? सेंट्रल फैक्ट्री में घी के उपकरणों के विश्लेषण से पता चला कि यह मानक का मानक नहीं है।
टीटीडी की घी खरीद समिति ने टीटीडी को गुजरात के और स्थित एनडीडीबी काल्फ लैब में जांच के लिए सभी दस्तावेजों को अंकित किया है। एफएसएसएआई ने पाया कि घी के मानक पर खरा नहीं उतरा।
आतिशी सरकार का बड़ा फैसला, दिल्ली में फिर लौटेगा ऑड-ईवन फॉर्मूला
मंदिर का प्रबंधन करने वाले बोर्ड ने खुलासा किया था कि उपभोक्ताओं के लिए भेजे गए अनुरोधों की जांच में घटिया किस्म के घी और चरबी के उत्पादों का पता चला है। लोधी में पशु चर्बी के उत्पाद का दावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने किया था. इस मुद्दे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार पर आरोप लगाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने इस पर ध्यान भटकाने की राजनीति और मनगढ़ंत कहानी बताई थी।