पीएम मोदी ब्रुनेई यात्रा: दो देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रुनेई की अपनी ‘उत्पादक यात्रा’ पूरी की और सिंगापुर के लिए रवाना हो गए। अपनी ब्रुनेई यात्रा समाप्त होने पर प्रधानमंत्री ने एक्स से कहा कि उनकी यात्रा ने भारत और ब्रुनेई के बीच मजबूत संबंधों के एक नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने यात्रा के दौरान ब्रुनेई के लोगों और सरकार के आतिथ्य और स्नेह के लिए आभार भी व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “ब्रुनेई दारुस्सलाम की मेरी यात्रा लाभदायक रही। इससे भारत-ब्रुनेई संबंधों के एक नए युग की शुरुआत हुई है। हमारी मित्रता इस ग्रह को बेहतर बनाने में योगदान देगी। मैं ब्रुनेई के लोगों और सरकार के आतिथ्य और स्नेह के लिए उनका आभारी हूं।”
ब्रुनेई दारुस्सलाम की मेरी यात्रा बहुत उपयोगी रही। यह भारत-ब्रुनेई संबंधों के एक नए युग की शुरुआत है। हमारी दोस्ती एक बेहतर ग्रह के निर्माण में योगदान देगी। मैं ब्रुनेई के लोगों और सरकार के प्रति उनके आतिथ्य और स्नेह के लिए आभारी हूँ। pic.twitter.com/Wm3pilBAlL – नरेंद्र मोदी (@narendramodi) 4 सितंबर, 2024
प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर जाएंगे
दो देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के लिए रवाना हुए। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “प्रधानमंत्री @नरेंद्र मोदी ने ब्रुनेई की एक उत्पादक यात्रा पूरी की, जिससे एक मूल्यवान साझेदार के साथ संबंध मजबूत हुए। अगला पड़ाव सिंगापुर है।”
प्रधानमंत्री @नरेन्द्र मोदी ने ब्रुनेई की अपनी उत्पादक यात्रा का समापन किया, तथा एक मूल्यवान साझेदार के साथ संबंधों को मजबूत किया।
अगला पड़ाव सिंगापुर pic.twitter.com/gTRbsqlLsz
– रणधीर जयसवाल (@MEAIndia) 4 सितंबर, 2024 पीएम मोदी ब्रुनेई यात्रा
भारत और ब्रुनेई के बीच संबंधों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से उनके आधिकारिक निवास इस्ताना नूरुल ईमान में मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से द्विपक्षीय बैठकें कीं। बैठकों में नई दिल्ली की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के प्रति प्रतिबद्धता को मजबूत करने और इंडो-पैसिफिक के अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।
दो देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री मोदी आज दिन में सिंगापुर जाएंगे। ब्रुनेई पहुंचने पर बोल्किया और उनके परिवार के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। वह सुल्तान बोल्किया द्वारा आयोजित आधिकारिक लंच में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी मुलाकात का ब्यौरा साझा किया। उन्होंने कहा, “महामहिम सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमारी बातचीत व्यापक मुद्दों पर हुई और इसमें हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीके शामिल थे। हम व्यापार संबंधों, वाणिज्यिक संबंधों और लोगों के बीच आपसी आदान-प्रदान को और बढ़ाने जा रहे हैं।”
महामहिम सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया से मिलकर बहुत खुशी हुई। हमारी बातचीत व्यापक मुद्दों पर हुई और इसमें हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीके शामिल थे। हम व्यापार संबंधों, वाणिज्यिक संबंधों और लोगों के बीच आदान-प्रदान को और बढ़ाने जा रहे हैं। pic.twitter.com/CGsi3oVAT7 — नरेंद्र मोदी (@narendramodi) 4 सितंबर, 2024
मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी बंदर सेरी बेगावान हवाई अड्डे पर पहुंचे, जो ब्रुनेई दारुस्सलाम की उनकी दो दिवसीय यात्रा का आरंभ था।
प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई यात्रा क्यों महत्वपूर्ण है?
प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई यात्रा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है।
आगमन पर उनका औपचारिक स्वागत किया गया तथा ब्रुनेई के क्राउन प्रिंस एवं प्रधानमंत्री कार्यालय में वरिष्ठ मंत्री प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
ब्रुनेई में भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया
ब्रुनेई पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री मोदी का उनके होटल में भारतीय समुदाय के सदस्यों द्वारा उत्साहपूर्ण स्वागत किया गया। उन्होंने उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद का भी दौरा किया, जो इस क्षेत्र की एक प्रसिद्ध इमारत है जिसका नाम ब्रुनेई के 28वें सुल्तान के नाम पर रखा गया है, जो वर्तमान सुल्तान बोल्किया के पिता भी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रुनेई में भारतीय उच्चायोग के नए चांसरी का उद्घाटन किया, जिसका भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी से स्वागत किया। बंदर सेरी बेगावान में अमेरिकी दूतावास से सटे जालान डूटा डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में स्थित इस नए केंद्र की प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच मजबूत संबंधों के प्रतीक के रूप में सराहना की।
उन्होंने ब्रुनेई में भारतीय समुदाय की भी सराहना की तथा दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु के रूप में उनकी भूमिका को स्वीकार किया, जिससे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे।
यह यात्रा रक्षा, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, क्षमता निर्माण, संस्कृति और लोगों के बीच जीवंत आदान-प्रदान सहित कई क्षेत्रों में सहयोग के नए अवसरों की खोज पर केंद्रित है।