नई दिल्ली देश में एफएम रेडियो के विस्तार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सेंट्रल म्यूजिक ने 234 स्थानों पर 730 एफएम रेडियो चैनलों के लिए आरोही (बढ़ती हुई बोली) ई-नीलामी का आयोजन करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में रविवार को हुई केंद्रीय परिषद की बैठक में इस कार्य के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। केंद्रीय सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बैठक के बाद एक पत्रकार सम्मेलन में बताया कि यह निजी निजी रेडियो के तीसरे चरण की नीति के तहत किया गया है। इस चरण में 784.87 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की कीमत सबसे ज्यादा ई-नीलामी के संचालन का प्रस्ताव है।
उन्होंने बताया कि इससे पहले चरण में, देश भर में कई शहरों में फ़ाउल रेडियो चैनल स्थापित किए गए थे, लेकिन अब इसका विस्तार और भी व्यापक स्तर पर किया जाएगा। इस योजना के तहत, छोटे और मध्यम आकार के शहरों में एफएम रेडियो चैनलों की पहुंच को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे इन क्षेत्रों में सूचना और मनोरंजन का प्रसार और अधिक प्रभावशाली हो सके। ई-नीलामी प्रक्रिया को स्थापित करने और सुनिश्चित करने के लिए चुना गया है, ताकि पर्याप्त मात्रा में आसानी से भाग ले सके।
सकल राजस्व के लिए वार्षिक लाइसेंस शुल्क को 4 प्रतिशत की छूट के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई। यह 234 नए शहरों और बाजारों में लागू होगा। इससे अलग समुद्री विशेष रूप से मातृभाषाओं में स्थानीय कार्यक्रम बनाने को प्रोत्साहन मिलता है। इस व्यवस्था के तहत उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 32 शहर और उसके बाद आंध्र प्रदेश में 22 शहर/कस्बों में नए एफएम रेडियो चैनल खुलेंगे। मध्य प्रदेश में 20, राजस्थान में 19, बिहार में 18 और जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग के लिए तीन चैनल खोले गए हैं।
बताया जा रहा है कि इस योजना से न केवल मीडिया और इंटरटेनमेंट उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि इससे स्थानीय समुद्र और उद्योगों को भी बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, नए एफएम रेडियो चैनलों के माध्यम से रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।