मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने के बीच, इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने बताया कि गुरुवार देर रात लेबनान से इजरायली क्षेत्र में दर्जनों रॉकेट दागे गए, जैसा कि सीएनएन ने बताया।
आईडीएफ ने कहा कि बमबारी से केवल पांच रॉकेट ही इजरायली क्षेत्र में पहुंचे, जिससे किसी प्रकार की क्षति या चोट की सूचना नहीं मिली।
समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से टाइम्स ऑफ इजरायल के अनुसार, हिजबुल्लाह ने पश्चिमी गैलिली पर रॉकेट हमले की जिम्मेदारी ली है, जो बेरूत में समूह के सैन्य प्रमुख की मौत के बाद 48 घंटे से अधिक समय में उसका पहला हमला है।
एक बयान में हिजबुल्लाह ने दावा किया कि उसने लेबनान के चामा गांव पर दिन में हुए इजरायली हमले के जवाब में उत्तरी सीमावर्ती समुदाय मेत्ज़ुबा पर दर्जनों रॉकेट दागे।
चामा में हुए हमले में कथित तौर पर चार सीरियाई मारे गए तथा कई लेबनानी नागरिक घायल हो गए।
टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, जवाबी कार्रवाई में इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान के याटर में हिजबुल्लाह के रॉकेट लांचर को निशाना बनाया, जिसका इस्तेमाल आज शाम पश्चिमी गैलिली में रॉकेट दागने के लिए किया गया था।
एएनआई के अनुसार, आईडीएफ ने खुलासा किया कि आज शाम को हुए हमले में दागे गए कई रॉकेटों को हवाई सुरक्षा बलों ने रोक दिया, जबकि अन्य रॉकेट खुले क्षेत्रों में गिरे।
इजरायल द्वारा शीर्ष हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के बाद क्षेत्र में तनाव बढ़ गया है। इजरायल का दावा है कि यह गोलान हाइट्स में हुए हमले का बदला था जिसमें 12 बच्चे मारे गए थे।
बुधवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि देश ने हाल के दिनों में अपने दुश्मनों को “कठोर प्रहार” किया है। उनकी यह टिप्पणी हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयाह और हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र की हत्या के तुरंत बाद आई है।