नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफेंस रिसर्च एंड रिसर्च ऑर्गेनिज्म (डीआरडीओ) के लिए मिशन दिव्यास्त्र को बधाई दी है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मिशन दिव्यस्त्र अग्नि-5 के लिए हमारे डीआरडीओ को गर्व है। मल्टीपल इंडिपेंडेंटली पैकेज री-एंट्री बेस (एमआईआरवी) तकनीक से विकसित अग्नि-5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण हुआ।
पीएम मोदी का डीआरडीओ के लिए लिखा बधाई संदेश देखें –
मिशन दिव्यास्त्र के लिए हमारे डीआरडीओ वैज्ञानिकों पर गर्व है, मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल री-एंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) तकनीक के साथ स्वदेशी रूप से विकसित अग्नि -5 मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण।
– नरेंद्र मोदी (@narendermodi) 11 मार्च, 2024
अग्नि-5 मिसाइल परमाणु दागने में सक्षम है
आपको बता दें कि अग्नि-5 मिसाइल परमाणु दागने में सक्षम है। इस मिसाइल के बारे में वैज्ञानिक एम. नटराजन ने 2007 में पहली बार योजना बनाई थी। जिसके बाद 2008 में DRDO ने अग्नि-5 पर काम शुरू किया था. डीआरडीओ के रिसर्च सेंटर बिल्डिंग (आरसीआई), एडवांस्ड सिस्टम लैबोरेटरी (एएसएल), और डिफेंस रिसर्च एंड रिसर्च सेंटर बिल्डिंग (डीआरडीएल) ने मिलकर इसे तैयार किया है।
अग्नि-5 मिसाइल (अग्नि-V) को लॉन्च करने के लिए मोबाइल लॉन्चर का उपयोग किया जाता है। इसे ट्रक पर लोड करके किसी भी स्थान पर डाउनलोड किया जा सकता है। अग्नि-5 मिसाइल (अग्नि-V ICBM) का पहला सफल परीक्षण 19 अप्रैल 2012 को हुआ था। उसके बाद 15 सितंबर 2013, 31 जनवरी 2015, 26 दिसंबर 2016, 18 जनवरी 2018, 3 जून 2018 और 10 दिसंबर 2018 को सफल परीक्षण किया गया। अग्नि-5 मिसाइल के सात सफल परीक्षण हो चुके हैं। 2022 में भी भारत की सबसे मशहूर फिल्म 'मिसाइलों' का सफल परीक्षण किया गया। टैब एबिस्ट को 5500 किमी दूर की उड़ान का उद्घाटन किया गया था। इन मिसाइलों में अलग-अलग मानकों की जांच की गई है। जिसमें पता चला कि यह मिसाइल दुश्मनों को तबाह करने के लिए बेहतरीन हथियार है।
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