चंडीगढ़। दिल्ली के किसानों के लिए पंजाब के किसानों की हरियाणा की सीमा पर पुलिस से हुई महंगाई में किसान शुभकरण सिंह की मौत हो गई थी। मौत के आठ दिन बाद बुधवार को कई शैतानों वाले खुलासे हुए। इसे भी पढ़ें: महाशिवरात्रि 2024: महाशिवरात्रि के दिन इन तीन पेड़ों की पूजा, श्रृंगार की सजावट, जानें क्या है इनका महत्व?
एक मीडिया हाउस ने एक इंटरव्यू में कहा कि शुभकन की मौत बंदूक से लगी चोट के कारण हुई। खोपड़ी के सबसे पिछले हिस्से पर चोट का निशान मिला, जबकि उसके शरीर के किसी अन्य हिस्से पर चोट का निशान नहीं था। मूर्ति से पहले की गई सिटी स्कैन में उसके सिर में भी छेद पाया गया। दार्शनिकों ने पैलेस पुलिस को दोबारा दी गई रिपोर्ट की रिपोर्ट दी है।
शुभकरण सिंह का हुआ अंतिम संस्कार
शव के बाद शुभकरण सिंह का गुरुवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। मूर्ति से पहले उद्यमी किसानों और उनके परिवार की मांग थी कि शुभकरण की मौत के लिए जिम्मेदार पुलिस की हत्या के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और मृतक को “शहीद” का दर्जा दिया जाए।