राष्ट्रीय गणित दिवस: श्रीनिवास रामानुजन ने देखा था कल का गणित, जानिए 22 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय गणित दिवस…

हर साल 22 दिसंबर को पूरा देश नेशनल मैथमेटिक्स डे (राष्ट्रीय गणित दिवस) मनाता है। क्योंकि वर्ष 1887 में इसी तिथि को महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन (श्रीनिवास रामानुजन) का जन्म हुआ था। वर्ष 2012 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भारत के गणित जीनियस (गणित प्रतिभा) रामानुजन के सम्मान में 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस (राष्ट्रीय गणित दिवस) के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी।

भारत के महान गणितज्ञ, गणित के जादूगर और जीनियस श्रीनिवास रामानुजन के जीवन पर आधारित फिल्म ‘रामानुजन’ बनी। इस फिल्म को ज्ञान राजशेखरन ने लिखा और निर्देशित किया था, तमिल और अंग्रेजी समुद्र में बैक टू बैक की शूटिंग की थी। रामानुजन को 2013 में सर्वश्रेष्ठ फिल्म के लिए तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार मिला, हालांकि फिल्म एक साल बाद रिलीज हुई थी। यह फिल्म 11 जुलाई 2014 को भारत और यूनाइटेड किंगडम में दुनिया भर में रिलीज हुई थी। और पढ़ें – अगहन के गुरुवार : 15 खूबसूरत अल्पना रंगोली डिजाइन से करें मां लक्ष्मी का स्वागत…

इसे तमिल और अंग्रेजी भाषा में एक साथ रिलीज किया गया था। लेकिन आज इसका हिंदी रूपान्तरण सोशल मीडिया पर हर प्लेटफ़ॉर्म पर देखा जा सकता है। 2015 में द मैन हू न्यू इनफिनिटी फिल्म रिलीज हुई थी, जिसमें श्रीनिवास रामानुजन की भूमिका में ब्रिटिश-भारतीय अभिनेता देव पाटिल नजर आए थे।

श्रीनिवास रामानुजन के महत्वपूर्ण कार्य और मृत्यु

रामानुजन का जन्म 1887 तमिलनाडु में हुआ। 12 साल की कम उम्र में ही त्रिकोणमिति में महारथ हासिल कर ली और कई योजनाएं विकसित की गईं। और पढ़ें- ऑलिव कलर के स्विमसूट में मोनालिसा ने शेयर की फोटो, 41 साल की उम्र में आईं नजर रामानुजन को गणित सिद्धांतों पर काम करने के कारण ‘लैंडन मैथ्स सोसायटी’ में चुना गया। बचपन से ही अद्भुत प्रतिभावान थे. गणित के 3,884 अध्याय और अपने जीवन भर में गणित के 3,884 अध्यायों का संकलन। इनमें से अधिकतर प्रमुख सही सिद्धों के बारे में बताया गया है। रामानुजन का निधन 33 साल की उम्र में ही टीबी की बीमारी के कारण हुआ। लेकिन इतनी कम उम्र में भी वे अपने मजदूरों से देश-विदेश तक लोहा मनवा चुके थे।