पेरिस ओलंपिक 2024: पदक विजेता के साथ ही दिग्गज गोलकीपर श्रीजेश ने लिया संन्यास, दोस्त खिलाड़ियों ने दी कुछ इस तरह की चर्चा, देखें वीडियो

पीआर श्रीजेश रिटायरमेंट: भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने के साथ ही हॉकी को अलविदा कह दिया। भारत ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में स्पेन को 2-1 से हराया जिसमें श्रीजेश ने एक बार फिर अहम योगदान दिया। ब्रॉन्ज मेडल के विजेता के बाद भारतीय हॉकी ने श्रीजेश के सम्मान में झुककर सलाम किया।

मुझे आँसू आ गए

हम आपको हमेशा याद रखेंगे श्रीजेश आपने खुद को भारतीय और विश्व हॉकी इतिहास के दिग्गजों में से एक के रूप में दर्ज कर लिया है। नतमस्तक हो जाओ pic.twitter.com/YcjKLj88Hq

– अज्ञात व्यक्ति (@anjaanmanushya) 8 अगस्त, 2024

साल 2006 में भारतीय हॉकी टीम की गोलकीपर की जिम्मेदारी में जेसन वाले श्रीजेश ने अपने पूरे करियर में 300 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और लगातार 2 ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल अपनी टीम को जिताने में अहम भूमिका निभाई।

पेरिस ओलिंपिक से पहले की थी संन्यासी की घोषणा

आपको बता दें कि श्रीजेश ने पेरिस ओलिंपिक में सबसे पहले घोषणा की थी कि यह प्रतियोगिता भारत के लिए उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। वहीं आज अपने आखिरी इंटरनेशनल मैच से पहले सोशल मीडिया पर एक दिल को छूने वाला नोट शेयर किया, जिसमें उन्होंने लिखा- ”अब जबकि मैं आखरी बार पोस्ट के बीच खड़ा हो रहा हूं तब मेरा दिल आभार और गर्व से फूलकर कुप्पा हो रह रहा है. सपने में खोए रहने वाले एक युवा लड़के से भारत के सम्मान की रक्षा करने वाले व्यक्ति तक की यह यात्रा अंतिम से कम नहीं है।”

उन्होंने कहा, ”आज मैं भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेल रहा हूं। मेरा हर बचाव, हर नाव, दर्शकों का किनारा हमेशा मेरे दिल में गूंजते रहेंगे। मेरे साथ रहने के लिए, मुझ पर विश्वास करने के लिए, मेरे साथ बने रहने के लिए। ये अंत नहीं है, ये यादों की शुरुआत है। हमेशा के लिए ड्रीम के संरक्षक। जय हिंद।”

श्रीजेश का हॉकी इतिहास

केरल के एर्नाकुलम में जन्मे पीआर श्रीजेश ने 2006 में साउथ एशियन गेम्स में भारत के लिए डेब्यू किया था और तब से ही वह भारतीय गोल पोस्ट की मजबूत दीवार बने थे। श्रीजेश ने अपने पूरे करियर में 300 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले और 2 बार एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक के साथ भारतीय टीम को जीत दिलाई। श्रीजेश ने भारत के लिए 4 ओलंपिक गेम्स (लैंडन 2012, रियो 2016, टोक्यो 2020 और पेरिस 2024) खेले जिसमें 2 बार ब्रॉन्ज का नाम शामिल है।

लगातार 2 साल FIH बेस्ट गोलकीपर ऑफ द ईयर रहे श्रीजेश को 2021 में मेजर ध्यानचंद का किरदार रत्न शौक़ीन से नवाजा गया था। इसके अलावा वह 3 बार भारत के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर ऑफ द ईयर का खिताब अपने नाम कर चुके हैं। पद्मश्री और अर्जुन बॉली श्रीजेश के संत के बाद भारतीय हॉकी टीम एक शानदार गोलकीपर की कमी के कारण कई साल तक खिलेगी क्योंकि इस दिग्गज गोलकीपर के स्तर तक किसी भी अन्य खिलाड़ी के लिए खेलना काफी मुश्किल होगा।

पीआर श्रीजेश की उपलब्धियां वर्ष 2020-21, 2021-22हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर अवार्ड फॉर ऑफ द ईयर2014, 2021, 2023मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार2021पद्म श्री पुरस्कार2017अर्जुन पुरस्कार2015हॉकी इंडिया बलबीर सिंह सीनियर अवार्ड फॉर ऑफ द ईयर (पुरुष)2015

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