Tag: topnews

  • MP के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के 70 हजार पद खाली, अतिशेष के बाद अतिथियों की भर्ती

    मध्यप्रदेश में टीचर्स को लेकर बड़ी खबर।

    HighLights

    1275 स्कूल बिना शिक्षक, 6,858 स्कूल एक शिक्षक पर निर्भर।शहरी क्षेत्रों में 28,815 अतिशेष शिक्षक, ग्रामीण स्कूलों में कमी।1.22 लाख स्कूलों में 1.10 करोड़ छात्र, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुश्किल।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश में शिक्षकों की कमी से सरकारी स्कूलों में शिक्षा का हाल-बेहाल है। स्कूलों में करीब 70 हजार पद खाली हैं। 1275 स्कूल ऐसे हैं, जहां शिक्षक ही नहीं हैं। 6,858 स्कूल ऐसे हैं, जो केवल एक शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। ये ही बच्चों को सभी विषय पढ़ाते हैं। ऐसे में यहां किस गुणवत्ता की शिक्षा दी जा रही होगी, इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

    प्रदेश के सरकारी स्कूलों में हर साल शिक्षकों को यहां से वहां किया जाता है। अतिशेष शिक्षकों की सूची बनाकर उन्हें उन स्कूलों में भेजने का दावा होता है, जहां शिक्षक नहीं हैं। स्थिति यह है कि कुछ जिलों के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी है, तो शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में 28,815 अतिशेष शिक्षक हैं।

    शिक्षकों की कमी के चलते राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षण कार्य संभव ही नहीं हो पा रहा है। यह खुलासा शिक्षा पोर्टल पर अपलोड आंकड़ों से हुआ है। 5 साल में 30 हजार शिक्षकों की भर्ती हुई है, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं हैं। ऐसे में प्रदेश के छात्रों को क्वालिटी की शिक्षा मिलना मुश्किल है। प्रदेश में 1 लाख 22 हजार स्कूलों में 1 करोड़ 10 लाख छात्र पढ़ रहे हैं।

    बड़े शहरों के स्कूलों में भी नहीं है शिक्षक

    प्रदेश के बड़े शहरों के स्कूल भी शिक्षक विहीन हैं। भोपाल के 7, ग्वालियर के 18, इंदौर के 16 और जबलपुर के 15 स्कूल शामिल हैं। भोपाल के 43 स्कूलों में एक शिक्षक पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं में पढ़ा रहे हैं।

    प्रदेश के सरकारी स्कूलों में ये हैं कमियां

    शिक्षक विहीन स्कूलों की संख्या 1275 एक शिक्षक के भरोसे स्कूलों की संख्या 6858 अतिशेष शिक्षकों की संख्या 28,815 स्कूलों में शौचालय बदहाल 11,000 स्कूलों में बिजली व्यवस्था नहीं 36,000 स्कूलों में खेल मैदान नहीं 32,000 स्कूलों में बाउंड्रीवाल नहीं 1500

    इन 10 जिलों के स्कूल शिक्षक विहीन

    सिंगरौली- 111 रीवा- 84 शिवपुरी- 76 छतरपुर- 56 विदिशा- 56 सतना- 52 सागर- 43 सीहोर- 40 खंडवा- 40 दमोह- 37

    इन 10 जिलों के स्कूल में एक शिक्षक

    शिवपुरी- 420 सतना- 413 रीवा- 409 विदिशा- 351 सिंगरौली- 281 देवास- 273 सागर- 271 राजगढ़- 244 मंदसौर- 213 छतरपुर- 202

    अतिशेष शहरी क्षेत्रों में भोपाल सबसे अधिक है। शहर में 1036 अतिशेष शिक्षक हैं। उसके बाद ग्वालियर- 1038, इंदौर- 1131, सागर- 1145, सतना- 1094, जबलपुर- 700, भिंड- 929, बालाघाट- 925, देवास- 801, रीवा- 965, राजगढ़- 948 और भिंड- 929 का नाम आता है।

    शिक्षकों की स्थिति

    प्राथमिक शिक्षकों की संख्या-1.40 लाख, प्राथमिक शिक्षकों के खाली पद- 20 हजार, माध्यमिक शिक्षकों की संख्या -61 हजार, माध्यमिक शिक्षकों के खाली पद-50 हजार

    अतिथि शिक्षकों को मिलेगा मौका

    डॉ संजय गोयल, सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग ने कहा कि जिन जिलों के स्कूल शिक्षक विहीन या एक शिक्षक हैं, वहां पर अतिशेष शिक्षकों को भेजा जाएगा। उसके बाद खाली पदों पर अतिथि शिक्षकों को रखा जाएगा।

  • Conjunctivitis Alert: कंजक्टिवाइटिस से हो रहा कॉर्निया अल्सर, लापरवाही बरती तो जा सकती है आंखों की रोशनी

    HighLights

    अकेले भोपाल में ही हर दिन 100 नए मरीज आ रहे सामने कंजक्टिवाइटिस अब कॉर्निया अल्सर का भी रूप ले रहा है यहां जानिए कॉर्निया अल्सर के कारण और लक्षण के बारे में

    नईदुनिया, भोपाल (Conjunctivitis Alert)। आंखों के संक्रमण कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पैर पसारना शुरू कर दिया है। यहां के अस्पतालों में हर दिन 80 से 100 नए मरीज सामने आ रहे हैं।

    डॉक्टरों का कहना है कि कंजक्टिवाइटिस अब पहले की तुलना में बदल गया है। अब खुजली और एलर्जी इसका सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में इसको लेकर लापरवाही बरतना खतरनाक हो सकता है। इसके असर से अब दृष्टिहानि के साथ रेटिना पर निशान भी बन रहे हैं।

    कंजक्टिवाइटिस अब कॉर्निया अल्सर का भी रूप ले रहा है, जिससे दृष्टि जाने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में इस तरह के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टरी सलाह लें। खुद से उपचार करना या उपचार न कराना काफी गंभीर हो सकता है।

    हवा से भी फैलने लगा कंजक्टिवाइटिस

    विशेषज्ञों का कहना है कि कंजक्टिवाइटिस पहले सामान्य समस्या थी। अब यह खुजली और एलर्जी के कारण हो रहा है। इसमें आखों में ज्यादा पानी आता है तो कभी-कभी सिर्फ खुजली ही होती है। बदलते मौसम के कारण इस समय वायरल और एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस दोनों तेजी से फैल रहा है। अभी हवा में ऐसे कण भी आ गए हैं, जो एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस फैला रहे हैं।

    कंजक्टिवाइटिस के मरीज 20 प्रतिशत बढ़े

    कंजक्टिवाइटिस का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। अभी वायरल कंजक्टिवाइटिस के मरीज 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। ऐसा भी देखने में आ रहा है कि आज अगर कोई व्यक्ति उपचार कराने आता है तो कल उसी के परिवार के चार अन्य सदस्य भी इलाज कराने पहुंच जाते हैं। – डॉ. निशा मिश्रा, नेत्र रोग विशेषज्ञ, जेपी अस्पताल, भोपाल

    Corneal Ulcer Symptoms: कॉर्निया अल्सर के लक्षण

    लाल या खून से भरी आंख आंखों से पानी आना आंखों में तेज दर्द मवाद या अन्य प्रकार का स्राव दृष्टि में कमी आंख के सामने सफेद धब्बा बनना पलकें या आंखों के आस-पास की त्वचा सूज जाती है या लाल हो जाती है सिरदर्द

    Corneal Ulcer Reason: कॉर्निया अल्सर के कारण

    संक्रमण पुरानी चोट सूरज की रोशनी में ज्यादा देर तक रहना खराब प्रतिरक्षा प्रणाली कॉन्टेक्ट लेंस का अनुचित इस्तेमाल बिना डॉक्टरी परामर्श के दवा खाना स्टेरॉयड आई ड्राप का अनुचित इस्तेमाल पौधों की सामग्री से आंख में चोट लगना बेल्स पाल्सी या अन्य पलक संबंधी विकार

  • इंटरनेट मीडिया पर महिला मित्र ने ब्लाक किया, गुस्से में लगा दी आठ गाड़ियों में आग

    कारो में आग लगाने वाला आरोपित संजय किरार।

    HighLights

    आरोपित करता था युवती से एकतरफा प्रेमदोस्त की कार को लेकर धोखे सेसीसीटीवी फुटेज से हुई आरोपित की पहचान

    नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। सिटी सेंटर स्थित राजकमल अपार्टमेंट की पार्किंग में खड़ी आठ गाड़ियों की आगजनी का राजफाश हो गया है। आग गुढ़ी-गुढ़ा का नाका क्षेत्र में रहने वाले संजय किरार ने लगाई थी। वह राजकमल अपार्टमेंट में रहने वाली युवती से एकतरफा प्रेम करता था।

    इंटरनेट मीडिया पर भी लगातार उसे मैसेज कर रहा था। जब युवती ने ब्लाक किया तो गुस्से में उसकी गाड़ी में आग लगाने राजकमल अपार्टमेंट पहुंचा। यहां एक गाड़ी में आग लगाने के चक्कर में आसपास खड़ी गाड़ियां भी जल गई।

    8 सितंबर की रात राजकमल अपार्टमेंट की पार्किंग में खड़ी आठ गाड़ियों में आग लग गई थी। यहां रहने वाले लोगों की शिकायत पर यूनिवर्सिटी थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज की थी। यूनिवर्सिटी थाना प्रभारी उपेंद्र छारी ने बताया कि आगजनी की घटना के बाद सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले। इसमें एक युवक आग लगाता दिखा। वह कार से यहां आया था। कार के नंबर के आधार पर पुलिस कार मालिक तक पहुंची तो उसने बताया कि उसका दोस्त संजय किरार उसकी कार धोखे से ले गया था। शराब पी रहे थे, इसी दौरान गुपचुप कार लेकर भाग गया।

    संजय के घर पुलिस पहुंची और उसे पकड़ा तो कहानी खुल गई। संजय ने बताया कि यहां एक युवती रहती है। इंटरनेट मीडिया पर उसकी दोस्त है। उससे चैटिंग होती थी। वह उससे एकतरफा प्रेम करने लगा। युवती ने इससे इंकार कर दिया। जब युवती ने इंकार किया तो वह बार-बार मैसेज करने लगा। इस पर युवती ने उसे ब्लाक कर दिया। उस दिन वह गुस्से में युवती की स्कूटी जलाने के लिए आया था। स्कूटी पर माचिश की तीली फेंकी, तभी कार आसपास खड़ी गाड़ियों तक पहुंच गई।

  • दतिया में किले की दीवार ढहने से 5 लोगों की मौत, अब भी मलबे में फंसे हैं दो लोग

    दतिया किला व दतिया किले की ढही हुई दीवार।

    HighLights

    रात तीन बजे के करीब ढही किले की दीवार। रेस्क्यू टीम कर रही निकालने का कोशिश। पुलिस व प्रशासन के अफसर मौके पर मौजूद।

    नईदुनिया प्रतिनिधि. दतिया। अंचल में हो लगातार हो रही बारिश से राजगढ़ किले की दीवार ढह गई। दीवार ढहने से 9 लोग दब गए। आसपास के लोगों ने 2 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। अभी तक दीवार के नीचे से पांच लोगों के शव निकाल लिए गए हैं। सभी एक ही परिवार के हैं। दो की तलाश की जा रही है।

    जिन लोगों की मौत हुई है उनमें निरंजन वंशकार, ममता पत्नी निरंजन, राधा पुत्री निरंजन, सूरज पुत्र निरंजन, शिवम पुत्र निरंजन एक ही परिवार के लोग शामिल हैं। हादसे में घायलों में मुन्ना पुत्र खित्ते वंशकार व उसका बेटा आकाश शामिल हैं।

    तेज आवाज आई थी

    लोगों ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 3 बजे बहुत तेज आवाज आई। बाहर निकले तो देखा तो किले की दीवार गिर गई है। हमने दो लोगों को तत्काल बाहर निकला और पुलिस व प्रशासन को सूचना दी। मौके पर कलेक्टर संदीप मकीन, एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा, कोतवाली टीआई धीरेंद्र मिश्रा और एसडीईआरएफ की टीम पहुंच गई और रेस्क्यू ऑपरेशन करना शुरू कर दिया।

    मौके पर मौजूद लोगों ने रेस्क्यू की गति धीमी होने का आरोप लगाकर सुबह करीब 8 बजे हंगामा कर दिया। उनका कहना था कि मलबा हटाने में लापरवाही बरती जा रही है। सुबह 4 बजे से मलबा हटाया रहा है, लेकिन रेस्क्यू टीम एक भी आदमी को बाहर नहीं निकाल पाई है।

    मलबे की चपेट में निरंजन बंशकार ​​​​​और उसकी बहन का परिवार आया है। अंदेशा जताया जा रहा है कि बीते 30 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते किले की दीवार कमजोर हो गई थी।

    अन्य जगहों पर भी ढहे घर

    लगातार तेज बारिश के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक मकान ढह गए। इस दौरान इंदरगढ़ के वार्ड क्रमांक 10 में करीब बारह कच्चे मकान गिर जाने से वहां के परिवारों को तहसीलदार शिल्पा सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्कूलों में शिफ्ट कराया। इन परिवारों में स्कूलों में ही रात गुजारी। ग्राम छेंकुरी में भी बिजली गिरने से नरेश बघेल पुत्र जगराम बघेल का मकान ढह गया। जिससे वहां पास ही रखा ट्रैक्टर, बाइक और मकान में रखा खाने पीने का सामान नष्ट हो गया। गनीमत रही कि परिवार के लोग बाल बाल बच गए। वहीं ग्राम पैंता में लक्ष्मीनारायण पुत्र हल्के दांगी का मकान की छत ढह गई। जिससे घर के बर्तन, अनाज आदि दब गए। बारिश से निर्मल केवट पैंता, चेतराम अहिरवार निवासी बीकर एवं राजू सेन सड़वारा के भी कच्चे मकान ढह गए।

  • इंदौर के महू छावनी इलाके में सनसनीखेज वारदात, ट्रेनी सैन्य अधिकारी को बंधक बनाया, साथी युवती से गैंगरेप

    महू छावनी में हुई लूट, मारपीट और दुष्‍कर्म की वारदात।

    HighLights

    प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी को बंधक बनाकर 10 लाख मांगे। साथी युवती से सामूहिक दुष्कर्म के बाद हुए फरार। दो युवतियों के साथ पार्टी कर रहे थे ट्रेनी सैन्य अफसर।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। महिला मित्रों के साथ पार्टी कर रहे दो ट्रेनी लेफ्टिनेंट कर्नल के साथ सनसनीखेज वारदात सामने आई है। सशस्त्र बदमाशों ने ट्रेनी सैन्य अफसरों को बेरहमी से पीटा और उनके साथ की एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर फरार हो गए। वारदात में लूटपाट के इरादे से पहुंचे बदमाशों का हाथ सामने आया है। दो आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

    यह है पूरा घटनाक्रम

    आईजी (ग्रामीण) अनुराग के मुताबिक, घटना मंगलवार रात करीब ढाई बजे की है। मूलत: उत्तर प्रदेश के निवासी दो प्रशिक्षु सैन्य अधिकारी(कैप्टन) मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित महू आर्मी कॉलेज में प्रशिक्षण लेने के लिए आए हुए हैं। मंगलवार रात दोनों अफसरों ने किराये पर कार मंगवाई और दो महिला मित्रों के साथ जाम गेट की ओर घूमने चले गए।

    कार छोटी जाम के समीप फायरिंग रेंज में खड़ी की और आपस में बातचीत करने लगे। इसी दौरान अचानक पिस्टल, चाकू और डंडे लेकर आए आठ बदमाशों ने कार को चारों तरफ से घेर लिया। सैन्य अफसरों और युवतियों के साथ मारपीट कर रुपये, पर्स लूट लिए।

    जब तक 10 लाख नहीं लाओगे, नहीं छोड़ेंगे

    बदमाशों ने एक अफसर व एक युवती को बंधक बना लिया और बाकी एक युवती व अफसर को यह कहकर रुपये लेने के लिए भेज दिया कि जब तक 10 लाख रुपये नहीं लाआगे, इन्हें नहीं छोड़ा जाएगा। घबराया अफसर यूनिट पहुंचा और कमांडिंग अफसर को घटना बताई। सैन्य अफसरों ने तुरंत डायल-100 को सूचना दी और पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। उनकी गाड़ियां देखकर बदमाश मौके से फरार हो गए। बदमाशों ने युवती और 23 वर्षीय लेफ्टिनेंट कर्नल को अलग-अलग रखा था।

    ट्रेनी अफसर के लौटने में देरी होने पर सामूहिक दुष्कर्म करने लगे बदमाश

    डीआईजी (ग्रामीण) निमिष अग्रवाल के मुताबिक, 23 वर्षीय ट्रेनी लेफ्टिनेंट कर्नल की शिकायत पर डकैती, मारपीट, फिरौती और सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कर लिया गया है। बदमाशों के गिरफ्त से छुड़ाए गए सैन्य अफसर ने पुलिस को बताया कि बदमाश बार-बार रुपयों की मांग कर रहे थे।

    साथी अफसर के लौटने में देरी होने पर बदमाश युवती को दूर ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। वह उसके रोने की आवाज सुन रहा था। बदमाशों से छोड़ने की गुहार लगाई तो उसके साथ मारपीट की गई।

    पुलिस की गाड़ी देखकर भागे

    पुलिस की गाड़ियां आते देखकर आरोपितों ने युवती को छोड़ा। डीआईजी के मुताबिक, युवती इंदौर की रहने वाली है। घटना से सदमे में है। वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस ने ट्रेनी अफसर के कथन के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा लगाई है। आरोपितों की तलाश में लगातार दबिशें दे रहे हैं। पकड़े गए दो बदमाशों में से एक बदमाश का आपराधिक रिकार्ड भी है।

  • पुलिस कस्टडी में हिंसा या मौत पर SP भी होंगे जिम्मेदार, 24 घंटे कांस्टेबल करेगा कैदी की निगरानी

    पुलिस अभिरक्षा में कैदी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश।

    HighLights

    एसपी भी होंगे पुलिस अभिरक्षा में हिंसा के जिम्मेदार एएसआई और सीसीटीवी से 24 घंटे होगी निगरानी बीमार या घायल बंदियों को भेजा जाएगा अस्पताल

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : प्रदेश में पुलिस अभिरक्षा में होने वाली हिंसा के लिए संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक को भी जिम्मेदार माना जाएगा। साथ ही हवालात में बंद कैदी की निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखने के लिए सहायक उपनिरीक्षक (एएसआइ) स्तर के पुलिसकर्मी की 24 घंटे ड्यूटी लगाई जाएगी।

    यह निर्देश पुलिस मुख्यालय के एडीजी (सीआइडी) पवन श्रीवास्तव ने भी जोनल महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षकों को दिए हैं। कैदी की सुरक्षा के लिए पूरे समय एक आरक्षक या प्रधान आरक्षक की ड्यूटी लगाई जाएगी।

    पुलिस अभिरक्षा में हिंसा

    बता दें कि पुलिस अभिरक्षा में हिंसा और मौत को लेकर मानव अधिकार आयोग भी समय-समय अनुशंसाएं करता रहा है। इस आधार पर पहले भी व्यवस्थाओं में सुधार किया गया है, पर अब निगरानी और सुदृढ़ की जाएगी।

    एक जुलाई से प्रभावी भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 37 के अंतर्गत सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि पुलिस अभिरक्षा में कैदी की सुरक्षा के लिए सहायक उप निरीक्षक या उससे ऊपर के अधिकारी को अभिहित अधिकारी नामित करे।

    हवालात की निगरानी वाले सीसीटीवी कैमरे पूरे कक्ष को कवर करें। बंदियों की सुरक्षा की दृष्टि से सीएसपी और एसडीओपी से लेकर पुलिस अधीक्षक स्तर तक के अधिकारी को नियमित थानों का भ्रमण करने के लिए कहा गया है।

    थानों के हवालात के लिए पर्याप्त बल

    निर्देश में कहा गया है कि थानों के हवालात के लिए पर्याप्त बल उपलब्ध कराया जाए। किसी थाने में बल नहीं है तो वहां हवालात में बंदी को नहीं रखा जाए। उसकी जगह पास के दूसरे थाने में रखा जाए। बीमार, नशा किया हुआ और घायल व्यक्ति को थाने के हवालात की जगह तुरंत अस्पताल भेजा जाए।

  • तीन माह के गर्भ में ही पता चल जाएगा शिशु को सिकल सेल एनीमिया तो नहीं, मप्र के तीन मेडिकल कॉलेजों में विशेष जांच शुरू करने की तैयारी

    गर्भवती महिला की होगी जांच (प्रतीकात्मक चित्र)

    HighLights

    एक एनजीओ के माध्यम से कुछ जिलों में सुविधा शुरू।इसको लेकर एम्स से भी अनुबंध करने की तैयारी है। सरकार चला रही सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन कार्यक्रम।

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक देश को सिकल सेल एनीमिया से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में प्रदेश में जांच और उपचार की सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित संतान का जन्म न हो, इसलिए गर्भ में ही रक्त परीक्षण किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने इसके लिए मेडिकल कॉलेजों से प्रस्ताव मांगे हैं। अभी तक इंदौर, जबलपुर और रीवा के सरकारी मेडिकल कॉलेज ने प्रस्ताव दिया है।

    एम्स भोपाल से भी इसके लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की ओर से अनुबंध करने की तैयारी है। इस जांच में गर्भावस्था के पहले तीन माह में शिशु के रक्त के सैंपल निकालकर जांच की जाती है। जांच के बाद अगर शिशु बीमारी से प्रभावित मिलता है तो गर्भ समापन कराया जाएगा। अभी एक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से कुछ जिलों में यह सुविधा कुछ मामलों में शुरू की गई है।

    यह बीमारी मुख्य रूप से मध्य प्रदेश सहित देशभर में ज्यादातर आदिवासियों में पाई जाती है। इसमें खून बनाने वाली लाल रक्त कोशिकाओं का आकार बदल जाता है, जिससे रोगी के शरीर में रक्त नहीं बनने से इसकी कमी हो जाती है। रक्त कम होने से उसे दूसरी बीमारियों भी घेरने लगती हैं। इसके उन्मूलन के लिए प्रदेश में पीड़ितों या वाहकों का आपस में विवाह रोका जा रहा है। इसके लिए जेनेटिक कार्ड बनाया गया है। जेनेटिक काउंसलिंग भी की जा रही है।

    युवक-युवती के जेनेटिक कार्ड के मिलान से यह पता चल जाता है कि विवाह करना उचित है या नहीं। प्रदेश में वर्ष 2018 में दो जिलों में सामान्य लोगों का रक्त परीक्षण कर बीमारी की पहचान की शुरुआत की गई थी। अभी तक 63 लाख लोगों की जांच हो चुकी है, जिसमें 21 हजार रोगी और एक लाख 34 हजार वाहक मिले हैं। प्रदेश की अग्रणी भूमिका होने के कारण ही प्रधानमंत्री ने इस बीमारी के उन्मूलन की शुरुआत मप्र से की थी।

  • ‘कोलंबस ने नहीं हमारे पूर्वजों ने खोजा था अमेरिका’…, एमपी के शिक्षा मंत्री बोले-हमें गलत इतिहास पढ़ाया गया – America was discovered by our ancestors, not Columbus…, MP’s Education Minister said

    मध्‍य प्रदेश के उच्‍च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार।

    HighLights

    भोपाल में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में बोले परमार मप्र के उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा साक्ष्य के रूप में मौजूद है रिकार्ड भाषण में उनहोंने वास्‍कोडिगामा के भारत आने का वाकया सुनाया।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि अभी तक विद्यार्थियों को गलत इतिहास पढ़ाया जा रहा है कि कोलंबस ने अमेरिका की खोज की थी, जबकि अमेरिका की खोज हमारे पूर्वजों ने की थी। इसका रिकार्ड आज भी मौजूद है। ऐसे ही भारत की खोज वास्कोडिगामा ने नहीं की थी। यह बात परमार ने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय(बीयू) के दीक्षा समारोह के दौरान कही।

    वास्‍कोडिगामा ऐसे आया था भारत

    उन्होंने वास्कोडिगामा के भारत आने की घटना बताते हुए कहा कि हमारे देश का एक नाविक चंदन व्यापार करने अफ्रीका के जंजीबार गया था। वहां के बंदरगाह पर वास्कोडिगामा ने अपने दुभाषिये के माध्यम से उससे कहा कि मुझे भारत देखना है। चंदन ने कहा कि मैं जाने वाला हूं मेरे जहाज के पीछे-पीछे अपना जहाज लेकर आ जाएं। असल में भारत की खोज चंदन नामक व्यापारी ने की थी। वास्कोडिगामा ने खुद लिखा है कि व्यापारी चंदन का जहाज उसके जहाज के आगे-आगे चल रहा था।

    ऑनलाइन मार्कशीट और डिग्री देने वाला देश का पहला विवि बना बीयू

    बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बन गया है, जो विद्यार्थियों को ऑनलाइन अंकसूची और डिग्री प्रदान करेगा। कुशाभाऊ ठाकरे कंवेंशन सेंटर में मंगलवार को आयोजित दीक्षा समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने डिजिटल मार्कशीट और डिग्री वितरण प्रणाली का शुभारंभ किया। इस दौरान छात्रा तनु गुलाटी को डिग्री और अनुपमा कुजूर को पीएचडी की उपाधि डिजिटल स्वरूप में प्रदान की गई। दीक्षा समारोह में राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष डिजिटल मार्कशीट एवं डिग्री प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि दीक्षा समारोह विद्यार्थियों के अध्ययन-अध्यापन से दीक्षित होने के बाद संसार से जुड़ने का महत्वपूर्ण पड़ाव है। इस दौरान कुल 28 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक और 94 को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई।

  • Transfer in MP: मध्‍य प्रदेश में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 29 आईएएस और राज्य प्रशासनिक सेवा के 20 अधिकारियों के तबादले

    मध्‍य प्रदेश शासन ने शासन स्तर से लेकर जिलों तक के अधिकारी बदल दिये हैं।

    HighLights

    संदीप केरकेट्टा सीएम उपसचिव, सचिन सिन्हा को राजस्व मंडल के अध्यक्ष का प्रभार। नई व्‍यवस्‍था के अनुसार अब सामान्य प्रशासन कार्मिक का जिम्मा भी संभालेंगे सेलवेंद्रन। आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति सिबी चक्रवर्ती को सचिव परिवहन का अतिरिक्त प्रभार है।

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश सरकार ने सोमवार को 29 आईएएस और 20 राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के तबादले कर दिए। राजस्व मंडल के प्रशासकीय सदस्य सचिन सिन्हा को अध्यक्ष पद का अतिरिक्त प्रभार दिया है। वहीं, पहले से सचिव कृषि और महानिरीक्षक पंजीयन एवं अधीक्षक मुद्रांक के साथ आयुक्त मंडी बोर्ड की जिम्मेदारी निभा रहे एम सेलवेंद्रन को सामान्य प्रशासन कार्मिक का प्रभार भी दे दिया है।

    आयुक्त खाद्य नागरिक आपूर्ति सिबी चक्रवर्ती अब परिवहन विभाग के सचिव होंगे। अपर आयुक्त वाणिज्यिक कर रजनी सिंह पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर का अतिरिक्त प्रभार देखेंगे।

    मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बालाघाट डीएस रणदा और सागर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीसी शर्मा की सेवाएं पंचायत एवं ग्रामीण विभाग को लौटाई गई हैं।

    किसे कहां किया पदस्थ अधिकारी- वर्तमान और नई पदस्थापना

    अमित तोमर- प्रबंध संचालक पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर अपर सचिव कार्मिक सरिता बाला ओम प्रजापति- अपर सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण- संचालक जल एवं भूमि प्रबंधन संस्थान जमुना भिड़े-अपर आयुक्त राजस्व इंदौर- उप सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण सिद्धार्थ जैन-अपर आयुक्त नगर निगम इंदौर- अपर कलेक्टर भोपाल राजेश कुमार जैन- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मंदसौर रोहित सिसोनिया- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरदा- अपर आयुक्त नगर निगम इंदौर कुमार सत्यम- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मंदसौर- अपर कलेक्टर ग्वालियर अभिषेक चौधरी- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आलीराजपुर-मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धार ज्योति शर्मा- पदस्थापना के लिए प्रतीक्षारत- अपर कलेक्टर इंदौर संदीप केरकेट्टा- उपसचिव गृह- उपसचिव मुख्यमंत्री नागार्जुन बी गौड़ा- अपर कलेक्टर हरदा- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत खंडवा हिमांशु जैन- अनुविभागीय अधिकारी लखनादौन- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शिवपुरी अभिषेक सराफ- अनुविभागीय अधिकारी सेंधवा- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बालाघाट अनिल कुमार राठौर अनुविभागी अधिकारी पेटलावद मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डिंडौरी अंशुमन राज- अनुविभागीय अधिकारी नरसिंहगढ़- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीधी प्रखर सिंह- अनुविभागीय अधिकारी राजनगर- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत आलीराजपुर विवेक केवी- अनुविभागीय अधिकारी बैहर- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सागर अग्रिम कुमार- अनुविभागीय अधिकारी कसरावद- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत छिंदवाड़ा आर अंजली- अनुविभागीय अधिकारी राघोगढ़- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शहडोल अर्थ जैन- अनुविभागीय अधिकारी उज्जैन- अनुविभागीय अधिकारी जोबट अनीशा श्रीवास्तव- सहायक कलेक्टर नर्मदापुरम- अनुविभागीय अधिकारी पिपरिया ऐश्वर्या वर्मा- सहायक कलेक्टर बैतूल- अनुविभागीय अधिकारी शहपुरा रविकुमार सिहाग- सहायक कलेक्टर मंडला- अनुविभागीय अधिकारी लखनादौन आशीष- सहायक कलेक्टर सिवनी- अनुविभागीय अधिकारी सेंधवा कार्तिकेय जायसवाल- सहायक कलेक्टर छतरपुर- अपर सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास विशाल धाकड़- सहायक कलेक्टर धार- अवर सचिव वन सोनाली देव- सहायक कलेक्टर रीवा- अनुविभागीय अधिकारी बिछिया अर्पित गुप्ता- सहायक कलेक्टर सीहोर- अनुविभागीय अधिकारी बैहर तनुश्री मीणा- सहायक कलेक्टर छिंदवाड़ा- अनुविभागीय अधिकारी पेटलावद

    राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की नई पदस्थापना

    जयेंद्र कुमार विजयवत- नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण इंदौर- उप सचिव सामान्य प्रशासन सविता झानिया- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धार- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत हरदा सपना अनुराग जैन- कार्यकारी संचालक औद्योगिक केंद्र विकास निगम इंदौर- अपर कलेक्टर बुरहानपुर सपना लोवंशी- अपर कलेक्टर इंदौर- उपायुक्त इंदौर संभाग शैलेंद्र सिंह सोलंकी- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत खंडवा-अपर संचालक नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण इंदौर निमिषा जायसवाल- उपसचिव सामान्य प्रशासन- उपायुक्त राहत आयुक्त कार्यालय भोपाल रिंकेश कुमार वैश्य- मुख्य महाप्रबंधक पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर- क्षेत्रीय प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम इंदौर प्रकाश सिंह चौहान- उपसचिव माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल – मुख्य महाप्रबंधक पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर विमलेश सिंह पेंड्रो- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डिंडौरी- उपयुक्त भू अभिलेख सागर उमराव सिंह मरावी- मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत शिवपुरी- उप सचिव मुख्य सचिव कार्यालय श्यामेंद्र जायसवाल- अपर आयुक्त नगर निगम इंदौर- उपायुक्त भू अभिलेख इंदौर सुमन लता माहौर- उपायुक्त राहत आयुक्त कार्यालय भोपाल- अवर सचिव कार्मिक सामान्य प्रशासन विभाग अरुण कुमार सिंह- उप सचिव सामान्य प्रशासन- उप सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग प्रकाश नायक- संयुक्त कलेक्टर रायसेन- अपर कलेक्टर भोपाल संतोष कुमार तिवारी- डिप्टी कलेक्टर नर्मदापुरम – डिप्टी कलेक्टर दतिया नीरज खरे- संयुक्त कलेक्टर सतना- संयुक्त कलेक्टर इंदौर सत्यनारायण दर्रे- संयुक्त कलेक्टर झाबुआ- संयुक्त कलेक्टर खरगोन अनुराग सिंह- संयुक्त कलेक्टर डिंडौरी- संयुक्त कलेक्टर जबलपुर संदीप शिवा- संयुक्त कलेक्टर देवास- मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्मार्ट सिटी उज्जैन के साथ अपर आयुक्त नगर निगम उज्जैन भास्कर गाचले- प्रभारी डिप्टी कलेक्टर खरगोन- प्रभारी डिप्टी कलेक्टर झाबुआ

    तबादलों में यह खास

    संदीप शिवा द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्मार्ट सिटी, उज्जैन का कार्यभार ग्रहण करने पर आशीष कुमार पाठक, राप्रसे (आर आर 2007) आयुक्त, नगर पालिक निगम, उज्जैन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्मार्ट सिटी, उज्जैन (अतिरिक्त प्रभार) केवल मुख्य कार्यपालन अधिकारी, स्मार्ट सिटी, उज्जैन के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे। अभिषेक गेहलोत, राप्रसे (आर आर 2012), मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशासन), मध्यप्रदेश भवन विकास निगम, भोपाल को अपने वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ-साथ अस्थाई रूप से आगामी आदेश पर्यन्त मुख्य महाप्रबंधक, मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम, भोपाल का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा जाता है। अखिलेश कुमार जैन, राप्रसे (आर आर 2008), अपर कलेक्टर, जिला गुना को अपने वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ-साथ अस्थाई रूप से आगामी आदेश पर्यन्त सक्षम प्राधिकारी, गैल (इंडिया) लिमिटेड, विजयपुर, जिला गुना का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा जाता है। उपरोक्तानुसार जैन द्वारा सक्षम प्राधिकारी, गैल (इंडिया) लिमिटेड, विजयपुर, जिला गुना का कार्यभार ग्रहण करने पर विवेक कुमार रघुवंशी, राप्रसे (आर आर 2008), सक्षम प्राधिकारी, गैल (इंडिया) लिमिटेड, विजयपुर, जिला गुना के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे।

  • Indore Dahod Railway Line Project : मार्च में इंदौर और धार के बीच दौड़ेगी ट्रेन, रतलाम मंडल ने तय की डेड लाइन

    गुनावद-धार के बीच चल रहा अर्थवर्क का काम।

    HighLights

    रतलाम मंडल ने मार्च 2025 तक इंदौर-धार के बीच ट्रेन संचालन का लक्ष्य रखा है। धार-अमझेरा और अमझेरा-सरदारपुर सेक्शन में बारिश के बाद शुरू होगा काम। रेल अफसरों के अनुसार इस प्रोजेक्ट से आदिवासी अंचल में तेजी से विकास होगा।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर-दाहोद नई रेल लाइन प्रोजेक्ट को शुरू हुए एक दशक हो चुका है। इस दशक में 205 किमी लंबे रेल लाइन प्राेजेक्ट दो वर्ष पहले तक काम काफी धीमी गति से चल रहा था। मगर, बीते एक वर्ष में पूरे प्रोजेक्ट को अलग-अलग सेक्शन में बांट काम को गति दी गई है।

    वर्तमान में इंदौर-टिही और दाहोद-कतवारा के बीच ट्रैक पूरी तरह से तैयार हो चुका है। टिही-धार(नौगांव) के बीच तेजी से रेल लाइन बिछाई जा रही है। वहीं अब धार-अमझेरा, अमझेरा-सरदारपुर और सरदारपुर-झाबुआ के बीच बारिश के बाद काम शुरू हो जाएगा।

    मार्च 2025 की रखी समय सीमा

    कुल मिलाकर रतलाम मंडल ने मार्च 2025 तक इंदौर-धार के बीच ट्रेन संचालन का लक्ष्य रखा है। इस प्रोजेक्ट का एक बड़ा हिस्सा आदिवासी अंचल को रेल सेवाओं से जोड़ेगा। आवागमन के लिए बेहतर विकल्प मिलेगा। रेल लाइन शुरू होने से इस क्षेत्र का विकास भी तेजी से होगा।

    साल 2008 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट का काम साल 2013 में शुरू हुआ था। वर्तमान में इंदौर-टिही रेलखंड में मालगाड़ियों का संचालन किया जा रहा है। दाहोद से कतवारा तक काम पूरा हो चुका है। टिही-धार(46 किमी) रेलखंड पर ट्रैक बिछाने काम किया जा रहा है।

    आदिवासी अंचल में तेज होगा विकास

    प्रोजेक्ट में सोगार, गुनावद, नौगांव, झाबुआ, पिटोल में नई रेलवे स्टेशन भवन, प्लेटफॉर्म आदि का निर्माण शुरू कर दिया है। रेल अफसरों के अनुसार इस प्रोजेक्ट से आदिवासी अंचल में तेजी से विकास होगा। लक्ष्य अनुसार मार्च 2025 तक इंदौर-धार सेक्शन में ट्रेन संचालन करना है।

    इसके साथ पूरे प्रोजेक्ट को 2026 तक पूरा करना है। इसलिए टिही-धार के साथ ही अब बारिश के बाद धार-अमझेरा (20 किमी) और अमझेरा-सरदारपुर (20 किमी) सेक्शन का काम शुरू कर दिया जाएगा।

    दिसंबर तक सरदारपुर-झाबुआ (60 किमी) सेक्शन में भी काम शुरू हो जाएगा। कतवारा से झाबुआ के बीच भी पटरी बिछाने का काम चल रहा है।