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  • Budget for MP: इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए मप्र को केंद्रीय बजट से मिलेंगे 10 हजार 500 करोड़ रुपए

    वित्तीय वर्ष 2024-25 में मध्य प्रदेश को अधोसंरचना विकास के लिए बजट।

    HighLights

    उज्जैन में महाकाल रोप वे के लिए बजट से मिल रहा 50 करोड़ रुपएइस वर्ष के लिए सेतु बंधन योजना में 750 करोड़ रुपये की स्वीकृतियां पीएम स्वनिधि योजना में एक लाख रुपये की जा सकती है ऋण राशि

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : अधोसंरचना विकास के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में मध्य प्रदेश को 10,500 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है। इसमें 9,750 करोड़ रुपये राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लिए मिलेंगे। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने अधोसंरचना विकास को प्राथमिकता में रखा है। इसके लिए 11.11 लाख करोड़ रुपये का प्रविधान किया है।

    मल्टी माडल लॉजिस्टिक पार्क के लिए 60 करोड़

    राज्यों को अधोसंरचना निर्माण के लिए डेढ़ लाख करोड़ रुपये के दीर्घावधि ब्याज मुक्त ऋण का प्रविधान किया है। वर्ष 2029 में होने वाले सिंहस्थ के लिए मोहन सरकार ने तैयारी प्रारंभ कर दी हैं।

    श्रद्धालुओं के लिए आवागमन की सुविधा को देखते उज्जैन महाकाल रोप वे बनाया जा रहा है। इसके लिए बजट में 50 करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। इसी तरह पीथमपुर में विकसित किए जा रहे मल्टी मॉडल लाजिस्टिक पार्क के लिए 60 करोड़ रुपये रखे गए हैं।

    प्रदेश को मिलेंगे 750 करोड़ रुपये

    केंद्रीय सड़क निधि के अंतर्गत सेतु बंधन योजना में फ्लाई ओवर समेत अन्य परियोजनाओं की तीन हजार करोड़ रुपये की स्वीकृतियों के लिए 750 करोड़ रुपये इस वित्तीय वर्ष में दिए जाएंगे।

    इसी तरह भारतमाला, पर्वतमाला, एक्सप्रेस वे समेत राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ी विभिन्न परियोजनाओं के लिए नौ हजार 750 करोड़ रुपये का अनुमानित प्रविधान किया है। सड़कों के संधारण के लिए ढाई सौ करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

    केंद्रीय बजट के प्रविधानों को ध्यान में रखकर काम करें: डा. मोहन

    मुख्यमंत्री मोहन यादव ने केंद्रीय बजट के परिप्रेक्ष्य में मंगलवार को बुलाई प्रदेश के बजट की समीक्षा बैठक में अधिकारियों को कई निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में अधोसंरचना, पंचायत एवं ग्रामीण विकास सहित अन्य क्षेत्रों में विशेष जोर दिया गया है।

    इसके प्रविधान को ध्यान में रखकर काम करें। इसका पूरा लाभ उठाया जाए। भोपाल और इंदौर में मेट्रोपालिटन सिटी के विकास कार्य किए जा रहे हैं। खर्चों में कटौती एवं आय बढ़ाने के लिए प्रयास करें।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य, पानी, उद्योग, शिक्षा के क्षेत्र में भी कोई कमी नहीं छोड़ें। प्राकृतिक और जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए। जल संसाधन विभाग के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा राशि केंद्र सरकार से प्राप्त करने की कोशिश करें। पूंजीगत व्यय को बढ़ाने और राजस्व व्यय को कम किया जाए। सभी मंत्री अपने विभागों की समीक्षा करें।

    पीएम स्वनिधि योजना में एक लाख रुपये की जा सकती है ऋण राशि

    प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में अब एक लाख रुपये तक बैंक से ऋण दिलाया जा सकता है। सरकार अपनी गारंटी पर अभी पथ विक्रेताओं को तीन चरणों में 50 हजार रुपये तक ऋण दिलवाती है। जो ऋण राशि समय पर लौटा देते हैं, उन्हें एक लाख रुपये तक राशि दिलवाए जाने का सुझाव मिला है। मुख्यमंत्री डा.मोहन यादव ने योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि रोजगार के विस्तार के लिए एक लाख रुपये तक ऋण दिलाने पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा।

    केंद्र सरकार कर चुकी है पुरस्कृत

    प्रदेश में पीएम स्वनिधि योजना अंतर्गत अब तक 12 लाख 34 हजार 707 को तीन वर्ष में 21 करोड़ रुपये की राशि बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराई जा चुकी है। इस पर ब्याज अनुदान भी सरकार ही देती है। योजना के क्रियान्वयन को लेकर प्रदेश को केंद्र सरकार पुरस्कृत भी कर चुकी है।

    प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी में 9. 9 लाख आवास बनाने के लक्ष्य के विरुद्ध 7.89 लाख आवास बनाकर मध्य प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है। एक लाख 60 हजार आवास इस वर्ष के अंत तक पूर्ण किए जा रहे हैं। बैठक में बताया गया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में 72 हजार 965 किलोमीटर सड़कें बन गई है। अमृत सरोवर बनाने के कार्य में मध्य प्रदेश देश में द्वितीय स्थान पर है।

  • Weather of MP: मध्य प्रदेश में बना मौसम प्रणाली सक्रिय, अगले 3 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट

    मप्र में बंगाल की खाड़ी से बड़ी मात्रा में नमी आ रही है।

    HighLights

    छग से मध्य प्रदेश पहुंचा कम दबाव का क्षेत्र, जारी रहेगी अच्छी वर्षा नरसिंहपुर, सिवनी में चार-चार इंच तो जबलपुर में ढाई इंच गिरा पानीप्रदेश में सोमवार को 10 से अधिक शहरों में तापमान 30 डिग्री के नीचे

    नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल : ओडिशा के ऊपर स्थित कम दबाव का क्षेत्र तेज चाल चलते हुए 24 घंटे के भीतर छत्तीसगढ़ पार करते हुए मध्य प्रदेश में प्रवेश कर चुका है। अभी भी कम दबाव के क्षेत्र के रूप में विद्यमान यह मौसम प्रणाली पूर्वी मध्यप्रदेश के ऊपर स्थित है, वहीं मानसून द्रोणिका भी प्रदेश से गुजर रही है।

    कम दबाव के क्षेत्र द्रोणिका के असर से बंगाल की खाड़ी से बड़ी मात्रा में नमी आ रही है। इसके असर से प्रदेश के कई हिस्से विशेष तौर पर पूर्वी और दक्षिणी हिस्से जमकर भीग रहे हैं। प्रदेश में सोमवार सुबह जबलपुर और नरसिंहपुर में भारी वर्षा दर्ज हुई तो सोमवार दिन में सिवनी में भारी वर्षा हुई।

    प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र

    मौसम विज्ञानियों ने पूर्वी मध्यप्रदेश में सागर, जबलपुर, शहडोल, नर्मदापुरम और भोपाल संभाग के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है, वहीं प्रदेश के अन्य हिस्सों में मध्यम वर्षा होगी। मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र वापसी कर सकता है या इसी जगह पर कमजोर पड़ सकता है।

    लेकिन इस प्रक्रिया के दौरान 24 से 48 घंटे तक प्रदेश में बड़ी मात्रा में नमी आती रहेगी। इधर, मानसून द्रोणिका सागर, मंडला से होती हुई कम दबाव के क्षेत्र से गुजरकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है, जिससे अगले दो दिन तक अच्छी वर्षा का दौर जारी रहेगा।

    कहां-कितनी वर्षा

    बादलों और वर्षा के दौर के बीच रविवार सुबह 8.30 बजे से सोमवार सुबह 8.30 बजे के बीच जबलपुर में 119.6 मिमी, नरसिंहपुर में 106 मिमी, सिवनी में 71.4 मिमी, भोपाल में 49 मिमी, नर्मदापुरम में 27.4 मिमी, मलाजखंड में 22.4 मिमी, उज्जैन में 23 मिमी, खंडवा में 14 मिमी, इंदौर में 13.8, रायसेन में 13 मिमी और रतलाम में 12 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

    वर्षा का सिलसिला सोमवार दिन में भी जारी रहा। सुबह 8.30 से शाम 5.30 के बीच सबसे अधिक 106.2 मिमी वर्षा सिवनी में दर्ज की गई, जबकि मलाजखंड में 22, मंडला और भोपाल में 18-18 मिमी तो सागर में 12 मिमी वर्षा दर्ज हुई।

    अच्छी बारिश से गिरा दिन का तापमान

    प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार जारी वर्षा के दौर एवं बादलों के लगातार छाए रहने के बीच दिन के तापमान में कमी आई है। प्रदेश में सोमवार को 10 से अधिक शहरों में तापमान 30 डिग्री के नीचे आ गया है।

    सोमवार को बैतूल में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस, सिवनी में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन का सबसे कम तापमान पचमढ़ी में 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

  • इंदौर में वारदात, भानजी से दुष्कर्म करता था मौसा… पुलिस को बताने जा रही थी, तो पत्थर से कुचलकर मार दिया

    मौसा युवती को पुलिस के पास ना जाने का कहते हुए रोकने गया, जब वह नहीं रुकी तो उसे मारने की ठान ली। प्रतीकात्मक फोटो

    HighLights

    शनिवार रात 12:30 बजे मौसा के घर से गुस्से में निकली थी युवती।सुबह बाणगंगा इलाके में खाली मैदान में मिली थी युवती की लाश।युवती मौसा के पास रहती थी, उसके मां-बाप गुजरात में रहते हैं।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Indore Crime News)। इंदौर शहर में बाणगंगा थाना क्षेत्र में रविवार को युवती का शव मिला था। उसकी पत्थर से कुचलकर हत्या की गई थी। पुलिस ने युवती के सगे मौसा और पड़ोसियों को हिरासत में लिया था।

    जांच में पता चला कि मौसा उसके साथ दुष्कर्म करता था। विवाद के बाद वह पुलिस को बताने जा रही थी। उसे रोकने के लिए मौसा ने युवती पर पत्थर से हमला कर उसे मार दिया।

    मौसा के साथ रहती थी युवती

    डीसीपी जोन-3 पंकज पांडेय के मुताबिक, युवती की उम्र 24 साल है। माता-पिता वडोदरा (गुजरात) में रहते हैं। युवती सुखलिया (रेलवे क्रासिंग के पास) एक मल्टी में रहने वाले मौसा के साथ रहती थी। मौसा मिस्त्री है। रविवार सुबह खाली मैदान में अर्धनग्न अवस्था में युवती का शव मिला।

    उसकी पत्थर से कुचलकर हत्या हुई थी। डीसीपी के मुताबिक, युवती नशा करती थी। रहवासियों ने बताया कि रात को विवाद हुआ था।

    पड़ोसी ने भी किया दुष्कर्म

    शनिवार रात करीब 12:30 बजे गुस्से में घर से चली गई थी। पुलिस ने शक के आधार पर मौसा को हिरासत में लिया। पुलिस ने आठ साल की बच्ची से पूछताछ की तो उसने बताया कि रात को विवाद हुआ था। युवती पुलिस को बताने का बोल रही थी। इसके बाद पुलिस ने मौसा से सख्ती से पूछताछ की।

    पड़ोसी द्वारा दुष्कर्म करने की बात भी सामने आ रही है। पुलिस ने उसे भी हिरासत में लिया है।इस बात की आशंका जताई जा रही है कि युवती की नशे की लत की वजह से मौसा ने अपना शिकार बनाया। इसी का फायदा उसके पड़ोसी ने भी उठाया और युवती के साथ दुष्कर्म किया।

  • मप्र सरकार स्थानीय उत्पाद के निर्यात और MSME सेक्टर पर करेगी फोकस, प्रदेश के बाहर भी होगा रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव

    जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का हुआ आयोजन।

    HighLights

    स्थानीय उत्पाद के निर्यात और MSME सेक्टर पर काम करेगी सरकार महाकोशल के बाद ग्वालियर और रीवा में होगी रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेवतमिलनाडु के कोयंबटूर में 25 जुलाई को इंडस्ट्री कान्क्लेव करेगी सरकार

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल : मध्य प्रदेश सरकार अब स्थानीय उत्पादों के निर्यात पर जोर देगी, इसके लिए एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) और सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) सेक्टर में काम को बढ़ाया जाएगा। निर्यात पर अलग-अलग श्रेणी में सब्सिडी भी दी जाएगी।

    सरकार ने माना है कि पहले की अपेक्षा मध्य प्रदेश से निर्यात घटा है। इससे छोटे उद्योग भी प्रभावित हुए है। ऐसे में अब राज्य सरकार छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और प्रोत्साहन राशि भी बढ़ाने पर विचार कर रही है। इसकी शुरुआत उज्जैन और जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के माध्यम से की गई है।

    औद्योगिक क्षेत्र में पिछड़े इलाकों में निवेश पर जोर

    सरकार औद्योगिक क्षेत्र में पिछड़े ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित कर यहां निवेश लाने पर जोर दे रही है। इसके बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं। रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव एक ऐसी शुरुआत है जो मध्य प्रदेश को देश में अलग स्थान प्रदान करेगी। उज्जैन से इसकी शुरुआत हुई जो महाकोशल में पहुंची।

    ग्वालियर और रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव

    अगली श्रंखला में अब मध्य प्रदेश के ग्वालियर में सितंबर में और अक्टूबर में रीवा में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। प्रदेश के बाहर तमिलनाडु के कोयंबटूर में 25 जुलाई को, कर्नाटक के बेंग्लुरु में अगस्त में, दिल्ली में सितंबर और इंदौर में सितंबर में ही इंडस्ट्री कान्क्लेव प्रस्तावित है।

    ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारियां

    रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के बाद सात और आठ फरवरी 2025 को ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के आयोजन की तैयारियां शुरू हो जाएंगी। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मध्य प्रदेश की नई निर्यात नीति की घोषणा होगी और निवेश बढ़ाने के लिए नए निवेशकों के साथ नई उद्योग नीति में किए गए प्रविधानों को सांझा किया जाएगा।

    आज जबलपुर में आयोजित “Regional Industry Conclave 2024” में प्रदेश में 265 इकाइयों को 340 एकड़ भूमि हेतु आशय पत्र प्रदान कर बधाई व शुभकामनाएं दीं।

    उज्जैन, इंदौर, भोपाल एवं जबलपुर के साथ ही अन्य क्षेत्रों में निवेश की कुल राशि ₹1,876 करोड़ है एवं इससे 12900 से अधिक रोजगार का सृजन… pic.twitter.com/BnllRrrNEb

    — Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 20, 2024

    प्रदेश में निर्यात का दोगुना रखा रक्ष्य

    सभी जिलों में निर्यात सुविधा प्रकोष्ठ बन गए हैं। इससे छोटे और मझौले स्तर के उत्पादकों में निर्यात के प्रति जागरूकता आई है। मध्य प्रदेश व्यापार संगठन परिषद और निर्यात प्रकोष्ठों ने मिलकर कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं जिससे निवेश की संभावनाओं का आंकलन करने में सरकार को मदद मिली।

    नीमच, हरदा, अशोकनगर, नरसिंहपुर, शहडोल, बालाघाट, बैतूल और धार में जिला निर्यात संवर्धन कार्यक्रम आयोजित किए गए। मध्य प्रदेश, भारत के कुल व्यापारिक निर्यात में योगदान बढ़ाने की दिशा में प्रयासरत हैं।

    कई प्रोडक्ट का निर्यात

    वित्तीय वर्ष 2023-24 में दवा उत्पाद, कपास, परमाणु रिएक्टर, बायलर, मशीन, कपड़ा, जैविक रसायन, एल्युमिनियम, धातु, अनाज, विद्युत मशीनरी उपकरण, प्लास्टिक जैसे प्रोडक्ट का निर्यात हुआ है। सबसे ज्यादा दवा उत्पादों का निर्यात हुआ। इनका निर्यात मूल्य 13,158 करोड़ रुपये है। अगले तीन सालों में मध्य प्रदेश का निर्यात दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मेक इन इंडिया कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है, इसके अंतर्गत डिफेंस सेक्टर पर विशेष फोकस किया गया है। मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव की मंशानुसार प्रदेश में उद्योगों की श्रृंखला स्थापित करने की इस सोच से प्रदेश में औद्योगीकरण को बढ़ावा मिलेगा। एमएसएमई सेक्टर का अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान है। प्रदेश के 16 जिलों में भी नई उद्योग इकाई लगाने की योजना प्रस्तावित है।

    चेतन्य काश्यप, मंत्री एमएसएमई मप्र

  • MP News: राज्यसेवा के 110 पदों के लिए 3328 और वनसेवा के 14 पदों के लिए 328 अभ्यर्थी चयनित, परीक्षा के परिणाम घोषित

    HighLights

    राज्यसेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित वनसेवा के 14 पदों के लिए 328 अभ्यर्थी चयनित लाख 83 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) ने शनिवार शाम राज्यसेवा और वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 का परिणाम घोषित कर दिया। राज्यसेवा के 110 पदों के लिए 3328 और वनसेवा के 14 पदों के लिए 328 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है।

    23 जून को आयोग ने इंदौर, भोपाल, सतना, ग्वालियर, जबलपुर, सागर सहित प्रदेशभर के जिलों में 461 केंद्रों पर राज्यसेवा प्रारंभिक परीक्षा करवाई थी, जिसमें 1 लाख 83 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे।

    अकेले इंदौर जिले में 83 केंद्रों पर 26730 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी

    शुक्रवार को फाइनल आंसरशीट आई थी और अगले ही दिन शनिवार को आयोग ने रिजल्ट घोषित कर दिया, जिसमें मुख्य भाग में 2275 और प्रावधिक भाग में 553 अभ्यर्थियों को रखा है। जबकि वनसेवा प्रारंभिक परीक्षा में 328 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिसमें 14 पदों के लिए मुख्य भाग में 284 और प्रावधिक भाग में 44 अभ्यर्थी शामिल हैं।

    आयोग अब जल्द ही राज्यसेवा मुख्य परीक्षा की तारीख तय कर सकती है।राज्य सेवा परीक्षा का कटआफअनारक्षित- 160, अनुसूचित जाति- 148, अनुसूचित जनजाति- 140, अन्य पिछड़ा वर्ग- 156, आर्थिक पिछड़ा वर्ग- 154वनसेवा परीक्षा का कटआफअनारक्षित- 336, अनुसूचित जाति- 312, अनुसूचित जनजाति- 296, अन्य पिछड़ा वर्ग- 330, आर्थिक पिछड़ा वर्ग- 332

  • मध्य प्रदेश के जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव से औद्योगिक निवेश की गति बढ़ेगी, होंगे करोड़ों रुपये के करार

    रीजनल इंडस्ट्रीज कान्क्लेव का दीप जलाकर शुभारंभ करते मुख्‍यमंत्री।

    HighLights

    रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में रक्षा, कृषि व खाद्य प्रसंस्करण, वस्त्र व पर्यटन क्षेत्र पर जोर। मप्र की निवेश क्षमता से रूबरू होंगे 3500 से अधिक निवेशक, समतापूर्ण विकास को बढ़ावा।देश-विदेश के उद्योगपति व नामी कंपनियों के सीईओ-निदेशक रखेंगे एमपी में निवेश के प्रस्ताव।

    नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur Industry Conclave) । महाकौशल अंचल में औद्योगिक विकास की गति बढ़ाने शनिवार को जबलपुर रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का दीप जलाकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शुभारंभ किया। आयोजन में देश के प्रमुख औद्योगिक घरानों और नामी कंपनियों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। ब्रिटेन, ताइवान सहित पांच देशों से आ रहे प्रतिनिधि भी कान्क्लेव में मौजूद हैं। कान्क्लेव में जबलपुर और आसपास के क्षेत्र में औद्योगिक निवेश को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर करने से करोड़ों रुपये के औद्योगिक करार की संभावना है।

    श्रमिकों और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे

    मध्य प्रदेश के जबलपुर में आपका स्‍वागत है…देखें इसके दिल में क्‍या है#MadhyaPradesh #Jabalpur #RegionalIndustryConclave #Naidunia pic.twitter.com/4PRxJQ9DLE

    — NaiDunia (@Nai_Dunia) July 20, 2024

    महाकौशल अंचल खनिज और वन संपदा से समृद्ध है। कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों के लिए अनुकूल है। रक्षा उत्पाद के निर्माण में प्रगतिशील है। वस्त्र एवं पर्यटन उद्योग को लेकर भी अंचल में अपार संभावनाएं है। इन समस्त क्षेत्रों में निवेश से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। बड़े निवेशकों के आगमन से समूचे महाकौशल में समृद्धि के द्वार खुलेंगे।

    श्रमिकों और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर। अंचल का आर्थिक विकास। प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक-विकसित क्षेत्र के रूप में नगर और अंचल नई पहचान। मुख्यमंत्री 60 से अधिक इकाईयों का वर्चुअली उद्घाटन कर उद्योगपतियों से चर्चा भी। प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित उद्योग जगत की 3500 से अधिक प्रमुख हस्तियां शामिल।

    नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 80 करोड़ रुपये की लागत से नवनिर्मित नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक और सूचना केंद्र का उद्घाटन के साथ क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का भी शुभारंभ किया। सम्मेलन में प्रमुख उद्योगपतियों, विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधियों और प्रमुख विदेशी प्रतिनिधियों सहित उद्योग जगत की 3500 से अधिक प्रमुख हस्तियां शामिल हुईं। रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में शामिल होने वाली हस्तियों में बैद्यनाथ समूह, आईटीसी, वोल्वो आयशर, बेस्ट कार्प, एसआरएफ एवं दावत समूह जैसे प्रमुख औद्योगिक समूह भाग ले रहे।