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  • मैं लड़का हूं, मेरी कोई नहीं सुनेगा… 6 पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर दी जान

    युवक ने सुसाइड नोट में किया प्रताड़ना का जिक्र।

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    युवक ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कीपुलिस को मिला छह पन्नों का सुसाइड नोट प्रेमिका और भाइयों पर लगाए गंभीर आरोप

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: 23 साल के ऋतिक बछाने ने बुधवार को ट्रेन के आगे जान दे दी। ऋतिक का एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसने प्रेमिका और उसके भाइयों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुसाइड नोट में लिखा कि मैं लड़का हूं। मेरी कोई नहीं सुनेगा। इसलिए मैं अपनी जान दे रहा हूं।

    कॉलेज छोड़ा और सैंडविच खिलाए

    अन्नपूर्णा थाना पुलिस के मुताबिक ऋतिक का एक वर्ष से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों घर से भाग कर शादी करना चाहते थे। उसने सुसाइड नोट में लिखा कि प्रेमिका का भाई शुभम और निखिल परेशान कर रहे थे। मैंने उसका खुद से ज्यादा ध्यान रखा। कॉलेज छोड़ा और सैंडविच खिलाए। उसको काफी चीजें खरीद कर दीं। वह मुझे ब्लैकमेल कर रही थी। उसका भाई तो 15 गुंडों को लेकर आया था।

    रितिक का छह पन्‍नों का सुसाइड नोट

    “मेरा नाम रितिक बछाने है, मेरी मौत का जिम्मेदार मेरी गर्लफ्रेंड और उसके दोनों भाई हैं। लड़की से मेरा एक साल से चक्कर चल रहा था, इस बात की जानकारी घरवालों को लग गई थी, वह घर से भागकर आई थी, मुझसे शादी करना चाहती थी, लेकिन कोई कागजात नहीं लाई थी जिससे मैं उससे शादी कर सकूं। मैनें उसके साथ कुछ भी गलत काम नहीं किया है।”

    रोज सैंडविच खिलाता था

    “मैं उसे रोज सैंडविच खिलाता था और रोज कॉलेज छोड़ता था। मैंने उसे मेरी जान से बढ़कर उसे माना, उसका ध्यान रखा,कभी भी उसे किसी चीज की कमी नहीं होने दी। उसने जो मांगा मैंने उसे लाकर दिया, साड़ी, मेकअप, लिपिस्टिक, जूते चप्पल, सूट, कपड़े मैंने लाकर दिए। लेकिन उसने मुझे बहुत ब्लैकमेल किया। मैंने उसे कभी डराया नहीं, न ही कभी परेशान किया।”

    भाई देता है धमकी

    “उसका भाई रोज रात को 10 बजे आता है और घरवालों को डराता है। खुद की बहन को नहीं समझाता। मेरा पुलिस से निवेदन है कि उसके भाई पर कड़ी कार्रवाई करे और मुझे न्या मिले। क्यों कि मैं लड़का हूं, मेरी बात कोई नहीं मानेगा, इसलिे मरने जा रहा हूं। मेरे घरवालों को उससे सुरक्षा दी जाए।”

    मम्मा तू टेंशन मत करना

    “मम्मा तू टेंशन मत करना, मेरे पास कोई और रास्ता नहीं था। मैंने मोबाइल में वीडियो बना दिया है, लड़की ने मेरे को बुलाया था मैने उसकी रिकॉर्डिंग विक्की के फोन पर भेज दी। अब मैं चलता हूं और तू अच्छी रहना। पापा को हिम्मत देना, इनको सजा दिलाने में। by By”

    पुलिस से कार्रवाई की मांग

    पुलिस को घर से डायरी मिली है जिसके छह पन्नों में पूरी कहानी लिखी है। उसने अन्नपूर्णा टीआई से स्वजन को सुरक्षा मुहैया करवाने की गुहार भी लगाई है। मामा के बेटे लोकेश के मुताबिक ऋतिक लोडिंग रिक्शा चलाता था। वह इकलौता बेटा था, एक बहन है। उसकी शादी नहीं हुई है।

  • “पापा मैं अच्छा आदमी नहीं बन पाया…”, ऑनलाइन गेम से कर्ज में डूबे युवक ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में बताई वजह

    कमरे में मामा के लड़के के साथ रहता था छात्र।

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    बीए फाइनल इयर के छात्र ने की आत्महत्या सुसाइड नोट में पैसे बर्बाद करने का जिक्रऑनलाइन गेम खलने का लग गई थी लत

    नवदुनिया प्रतिनिधि, सागर: गोपालगंज थाना क्षेत्र एक छात्र ने ऑनलाइन गेम से हुए कर्ज के चलते परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। छात्र ने फांसी लगाने के पहले एक सुसाइट नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने ऑनलाइन गेम में घर वालों से पढ़ाई के लिए लिए गए पैसे बर्बाद करने का जिक्र किया है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।

    मामा के बेटे के साथ किराए के कमरे में रहता था

    पन्ना के रैपुरा का 20 वर्षीय लोकेंद्र विवि में बीए अंतिम वर्ष का छात्र था और वह रमझिरिया में किराए से रहता था। लोकेंद्र के साथ उसके मामा का लड़का पुष्पेंद्र भी रहता था। रविवार को लोकेंद्र हमेशा की तरह रात में खाना पीना खाकर सो गया। सुबह लोकेंद्र के मामा का लड़का पुष्पेंद्र सो कर उठा तो लोकेंद्र बिस्तर पर नहीं था।

    तौलिए से बनाया फांसी का फंदा

    पुष्पेंद्र ने सोचा कि लोकेंद्र चाय पीने बाहर गया होगा। यह सोचकर वह शौचालय चला गया, इसके बाद वह कमरे के बाजू में बने किचन में गया तो वहां पर पंखा टांगने वाले कुंदे में सफेद तौलिया के फंदे में लोकेंद्र को लटके देखा। पुष्पेंद्र ने तुरंत इसकी सूचना मकान मालिका को दी।

    इसके बाद मकान मालिक ने मोहल्ले के अन्य लोगों को बताया और पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर घटना स्थल का मुआयना किया। शव का पंचनामा बनाकर शव को फंदे से उतारा और पीएम के लिए जिला अस्पताल भेजा। सूचना के बाद रैपुरा से मृतक के परिवार वाले भी सागर आ गए, जहां पीएम के बाद शव को वह अपने गांव ले गए।

    सुसाइट नोट मिला

    मृतक के पास एक सुसाइट नोट भी मिला, जिसमें पुष्पेंद्र ने लिखा कि, घर वाले उसे माफ कर दें। पिछले दो साल में उसने पढ़ाई के नाम पर उनका बहुत पैसा बर्बाद किया। पढ़ाई के लिए सागर आने के बाद उसे इंटरनेट पर गेम खेलने की लत लग गई, जिसमें वह बहुत पैसा हार चुका है।

    सुसाइट नोट में उसने अपने पिता और चाचा से कहा है कि वह अच्छा आदमी नहीं बन पाया और यहां आकर गलत आदत में पड़ गया, जिसके कारण मैं यह कदम उठा रहा हूं।

    इकलौता बेटा

    लोकेंद्र के पिता किसान हैं। माता-पिता का लाेकेंद्र इकलौता लड़का था। उसकी एक बहन भी है, जो गांव में ही रहती है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।