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  • मुरारी चाय वाला… 25,000 रुपए जमा कर खरीदी मोपेड, घर तक लाने में खर्च किए 50 हजार

    मुरारी कुशवाह शिवपुरी के तारकेश्वरी कॉलोनी का निवासी है। (फोटो- नईदुनिया)

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    क्रेन से लटका कर, डीजे, ढोल, नगाड़े के साथ लाया डीजे के साथ दो डांसर भी आगे-आग नाच रही थीं पुलिस ने डीजे जब्त किया, तो भी नहीं रुका जश्न

    नईदुनिया, शिवपुरी। शिवपुरी की तारकेश्वरी कॉलोनी में रहने वाले चाय दुकान संचाकल मुरारी कुशवाह ने अपने बेटे के लिए मोपेड खरीदी। मोपेड खरीदने के लिए उसने 25 हजार रुपये एजेंसी पर जमा कर फाइनेंस करवाई। खास बात यह रही कि मोपेड को घर तक ले जाने के लिए उसने 50 हजार रुपये का खर्च कर दिए।

    मुरारी मोपेड को घर तक ले जाने के लिए एक क्रेन बुलवाई। इसके अलावा डीजे, ढोले और दो डांसर भी बुलवाईं। मोपेड को क्रेन पर लटका कर घर तक ले जाया गया। इस दौरान रास्ते पर ढोल और डीजे के साथ डांसर नाचती हुई घर तक पहुंचीं।

    डीजे जब्त किया, फिर भी जारी रहा जश्न

    मुरारी जब मोपेड को लेकर पोहरी चौराहे से चला तो एसपी कोठी के सामने से गुजरते समय डीजे का साउंड बहुत अधिक होने के कारण पुलिस ने डीजे को जब्त कर लिया। इसके बावजूद भी मुरारी का जश्न नहीं थमा।

    वह ढोल और डांसरों के साथ मोपेड को अपने घर तक ले गया। बताया जा रहा है कि करीब दशक भर पहले मुरारी कुशवाह ने दस हजार रुपये का मोबाइल खरीदा था। इस मोबाइल को उसने दुकान से घर तक ले जाने के लिए 15 हजार रुपये खर्च कर लिए थे।

    शिवपुरी: उधार नहीं देने पर चाय वाले को मारा, तोड़ दीं कुर्सियां

    शिवपुरी के एक अन्य घटनाक्रम में देहात थानांतर्गत नीलगर चौराहे पर तीन युवकों ने एक चाय वाले की मारपीट कर दी। दुकान संचालक का कहना है कि आरोपितों ने इस घटना को महज इसलिए अंजाम दिया, क्योंकि चाय बनाने वाले युवक ने उन्हें सामान उधार देने से मना कर दिया था।

    जानकारी के अनुसार नीलगर चौराहे पर स्थित पंडरपुरी चाय पर 12 अक्टूबर 2024 की रात 10:30 बजे विवेक पुत्र दिनेश जाटव उम्र 20 साल चाय बना रहा था। इसी दौरान दुकान पर नीलगर चौराहा निवासी सौरभ पुत्र कमल परिहार, उसका भाई सोनू पुत्र कमल परिहार व अटरूनी निवासी उनका मामा आया।

    उक्त लोगों ने विवेक जाटव से चाय के अलावा गुटखा आदि उधार मांगा। जब विवेक जाटव ने उधार सामान देने से मना कर दिया तो तीनों ने दुकान में घुस कर उसकी मारपीट कर दी। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है।

    इतना ही नहीं आरोपितों ने दुकान में रखी कुर्सियां भी तोड़ डालीं दुकान संचालक रोहित मिश्रा का कहना है कि आरोपित ने पूर्व में भी दुकान से सामान उधार लिया था। जब उधारी के पैसे मांगे तो उन्होंने विवेक की उस समय भी मारपीट कर दी थी, परंतु सौरभ परिहार की स्वजनों के कहने पर उन्होंने मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी।

  • Fraud in Private School: 8वीं तक की मान्यता… लेकिन क्लास लग रही 10वीं तक, एक ही कमरे में चल रही तीन कक्षाएं

    एक क्लास में बैठे मिले 72 बच्चे।

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    पोहरी के निजी स्कूलों में नियमों के विपरीत संचालन हो रहा। दसवीं तक की कक्षाएं आठवीं की मान्यता में चल रही हैं।सरकारी स्कूलों के शिक्षक निजी स्कूलों का संचालन कर रहे।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, शिवपुरी। जिले में मान्यता नियमों के विपरीत अशासकीय स्कूलों का संचालन किस कदर हो रहा है इसकी नजीर पोहरी में एसडीएम के निर्देश के बाद हरकत में आए शिक्षा विभाग के अधिकारियों के निरीक्षण में सामने आया है। पेाहरी बीईओ अवधेश सिंह तोमर और उनकी टीम ने पेाहरी के अशासकीय स्कूलों का निरीक्षण पिछले कुछ दिनों में किया तो हालात यह मिले कि चार से पांच कमरों में दसवीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही थीं।

    मान्यता आठवीं तक की थी, लेकिन मौके पर नवीं, दसवीं कक्षा के बच्चे भी पढ़ते मिले। कक्षों में घरेलू सामान और फावड़े, गेंती रखे थेतो शौचालय में सायकल। अधिकांश स्टाफ भी मान्यता नियमों के विपरीत अप्रशिक्षित मिला, जिन पर डीएड, बीएड जैसी डिग्री तक नहीं हैं।

    सबसे बड़ी हैरानी इस बात की है कि दो स्कूलों का संचालक अप्रत्यक्ष रूप से सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों द्वारा किए जाने की बात भी जांच टीम के सामने आई है। टीम ने प्रतिवेदन में भी इस तथ्य को उजागर किया है। इतने बड़े पैमाने पर नियम विरूद्ध संचालित इन स्कूलों और इनके संचालकों पर अब तक जिला स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

    कहां क्या मिली स्थिति

    स्थान-स्मार्ट किड्स पब्लिक स्कूल

    हालात – नईदुनिया को हासिल प्रतिवेदन पर गौर करें तो इस स्कूल में एलकेजी से आठवीं तक की मान्यता होने की जानकारी प्रधानाध्यापिका कल्पना धाकड़ ने दी जबकि मौके पर नवीं व दसवीं के छात्र अध्यन करते पाए गए। कुछ छात्र अशासकीय स्मार्ट किड्स स्कूल की गणवेश में भी थे। दोनों कक्षाओं के छात्र दसवीं की पुस्तक पढ़ते मिले। पूछने पर बताया कि उन्हें सीधे दसवीं की तैयारी कराई जाती है।

    प्रधानाध्यापिका ने टीम को बताया कि नवीं और दसवीं के छात्र अन्य विद्यालय से अटैचमेंट कर पढ़ाते हैं और फार्म दूसरे स्कूल से भरवाते हैं। स्टाफ रजिस्टर में अंकित पांच शिक्षकों के नाम के आगे बीए व डीएड लिखा था लेकिन उनके प्रमाण पत्र विद्यालय पर नहीं मिले। इसके अलावा विद्यालय की मान्यता, रजिस्ट्रेशन आदि दस्तावेज भी मौके पर उपलब्ध नहीं कराए गए।

    स्थान-गुरूदेव मिशन स्कूल पोहरी

    हालात – यहां एक से आठ तक की कक्षाएं संचालित पाई गईं। कक्षों में संख्या के मान से अधिक छात्रों को बैठा कर अध्यापन कराया जा रहा था। कमरों में घुटन जैसी स्थिति मिली। बरामदे में दो जगह आठवीं व सातवीं के छात्रों को बैठा कर अध्यापन कराया जा रहा था। यहां पढ़ाने वाले शिक्षक शिक्षिकाएं भी अप्रशिक्षित मिले। मान्यता के विपरीत नवीं व दसवीं कक्षा संचालित की जा रही है। इसकी पुष्टि अध्यापन कार्य करा रहे शिक्षक रामेश्वर कुशवाह ने अपने कथनों में की।

    विद्यालय के प्राचार्य अनुपस्थित होने का हवाला देकर कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया। टीम ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि उक्त स्कूल का संचालन सीएम राइज पोहरी में पदस्थ उच्च माध्यमिक शिक्षक राजेंद्र धाकड़ द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से किया जाता है। बीईओ ने अपने प्रतिवेदन में भी इसका उल्लेख किया है।

    स्थान-लू सेंट पब्लिक स्कूल

    हालात-स्कूल को आठवीं तक की मान्यता प्राप्त है, जबकि विद्यालय में कक्षा नौ व दस के छात्र अध्यन करते पाए गए। यह सारे छात्र एक ही कमरे में अध्यन करते मिले। प्रधानाध्यापक नेपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि हम नवीं व दसवीं के छात्रों को बतौर ट्यूशन पढ़ाते हैं। स्टाफ पंजी में दस शिक्षक-शिक्षिकाओं के नाम व हस्ताक्षर मिले, लेकिन किसी के भी नाम पोर्टल पर दर्ज नहीं थे। इसके अलावा अंजली धाकड़ व देवकीनंदन धाकड़ को छोड़कर सारे शिक्षक अप्रशिक्षित थे।

    एसडीएम साह के द्वारा समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के क्रम में हमने पिछले दिनों कई निजी स्कूलों का निरीक्षण किया था, जिनमें से कुछ स्कूलों में मान्यता के विपरीत नवीं व दसवीं कक्षा संचालित मिलीं। स्टाफ भी अप्रशिक्षित था और भी कई खामियां मिली हैं। कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन वरिष्ठ कार्यालय को भेज दिया है। – अवधेश सिंह तोमर, बीईओ, पोहरी

  • Shivpuri News: छत और दीवारों से चू रहा पानी, जर्जर स्थिति में विद्यालय खौफ के साए में विद्यार्थी और शिक्षक

    फर्स पर भरा पानी, क्लास में खड़े बच्चे

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    खिरिया प्राथमिक विद्यालय में बदतर हालात है30 साल पुरानी स्कूल की इमारत की छत हैबारिश की बूंदे गिरने का दौर लगातार जारी रहता है

    नईदुनिया प्रतिनिधि शिवपुरी। बदरवास विकासखंड अंतर्गत कई शासकीय प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय जर्जर स्थिति में हैं। बारिश के दिनों में इन स्कूलों की दीवारों और छत से पानी चू रहा है। ऐसे में यह स्कूल कभी भी हादसे का कारण बन सकते हैं। शिक्षा विभाग के जिम्मेदार इन स्कूलों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

    यही कारण है कि स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों सहित वहां अध्यनरत छात्र खौफ के साए में हैं। इसी क्रम में सोमवार को खिरिया प्राथमिक विद्यालय का नया मामला सामने आया है। यहां 30 साल पुरानी स्कूल की इमारत की छत पर दीवार से पानी चू रहा है।

    स्कूल भवन की इमारत काफी जर्जर हो चुकी है। हालात यह हैं कि स्कूल के तीनों कमरों में से बारिश का पानी टपक कर रहा। न तो शिक्षकों को बैठने के लिए जगह है और न ही बच्चों के बैठने के लिए। ऐसे में शिक्षकों को इस बात का भय सता रहा है कि बारिश के दौरान कहीं कोई हादसा घटित न हो जाए। शिक्षकों के अनुसार वह सागर में हुए हादसे के बाद और अधिक दहशत में आ गए हैं।

    बच्चों को कहना बैठाएं

    स्कूल में प्रधानाध्यापक आनंद पाल यादव, सविता चिढ़ार व रवि गोस्वामी, तीन शिक्षक पदस्थ हैं। तीनों का कहना है कि बारिश के कारण स्कूल में पानी टपक रहा है। ऑफिस की कुर्सियां, क्लास रूम सभी जगह पानी भरा हुआ है। ऐसे में यह समझ नहीं आ रहा है कि बच्चों को कहा बैठाएं और खुद कहां बैठें। उनके अनुसार बारिश के कारण छत पर पानी भर जाने के कारण बारिश बंद होने के बाद भी स्कूल के कक्षों में घंटों तक बारिश की बूंदे गिरने का दौर लगातार जारी रहता है क्योंकि पूरी छत चू रही है।

    बीआरसीसी को लिख कर दर्ज कराई शिकायत

    शिक्षकों के अनुसार स्कूल की इमारत की खराब स्थिति की शिकायत वह लोग बीआरसीसी अंगद सिंह तोमर को मौखिक और लिखित रूप में दर्ज करा चुके हैं, परंतु आज तक इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। शिक्षकों ने वरिष्ठ अधिकारियों से स्कूल की इमारत को सही करवाने की गुहार लगाई है ताकि वह खौफ से बाहर निकलकर भयमुक्त वातावरण में बच्चों को अध्ययन कार्य करा सकें।