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  • छिंदवाड़ा में शेख नफीस के घर चला बुलडोजर, दुष्कर्म मामले में है सलाखों के पीछे

    मुख्यमंत्री के निर्देश पर बुलडोजर कार्रवाई।

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    जेल में बंद आरोपित के घर पर चला बुलडोजर दुष्कर्म आरोप में सजा काट रहा है शेख नफीशशासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया था घर

    नईदुनिया प्रतिनिधि, छिंदवाड़ा। दुष्कर्म के आरोप में सजा काट रहे शेख नफीस के घर पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। चांद उपतहसील के लालगाव में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर बनाए गए घर को प्रशासन ने बुलडोजर से जमीदोज कर दिया। मामला हिन्दू लड़की के साथ घटित लव जिहाद से भी जुड़ा हुआ है। पिछले वर्ष शिवरात्रि के दिन शिव जी की झांकी रोकी गई थी, जिसके बाद वहां हजारों लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद यह कार्रवाई की गई।

    लव जिहाद का मामला

    दरअसल मामला छिंदवाड़ा जिले के चांद उपतहसील अंतर्गत आने वाले ग्राम लालगाव का है। कुश समय पहले हिन्दू लड़की के साथ लव जिहाद का मामला सामने आया था। आरोप मेघदोन का रहने वाला शेख नफीस पर है, दुष्कर्म के आरोप में वह जेल में है। प्रशासन का दावा है शेख नफीस ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर घर का निर्माण किया था। जिसके चलते उसके घर पर ये कार्रवाई की गई और बुलडोजर चलाकर घर जमीदोज कर दिया गया।

    मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एक्शन

    भाजपा नेता संदीप रघुवंशी ने बताया कि मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद जिला प्रशासन द्वारा आज ही बुलडोजर एक्शन छिंदवाड़ा में देखने को मिला। हालांकि घटना कुछ समय पुरानी है और दुष्कर्म का आरोपित जेल की सलाखों के पीछे है। प्रशासन का मानना है कि आरोपित द्वारा उक्त मकान शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर बनाया गया था, जिसे आज तोड़ा जा रहा है।

  • Digital Arrest का ‘खतरनाक’ खेल… युवक से ठगे 22 लाख रुपए, नकदी नहीं थे तो पर्सनल लोन लेकर दिए, आप भी रहें अलर्ट

    साइबर ठग ने नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बनकर 22 लाख रुपये ठग लिए।

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    नारकोटिक्स अधिकारी बनकर 22 लाख रुपये ठगे। पीड़ित से पर्सनल लोन लेकर पैसे ट्रांसफर कराए। पीड़ित को नकली पुलिस अधिकारी से संपर्क कराया।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, सागर। खुद को नारकोटिक्स विभाग का अधिकारी बताकर साइबर ठग ने गोपालगंज थाना क्षेत्र के तिली वार्ड निवासी निजी कंपनी के प्रोग्रामर को डिजिटल अरेस्ट करके 22 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित के पास नकद नहीं थे तो उसने लोन लेकर ठग के बताए बैंक खाते में रुपये डलवा दिए।

    ठगी होने के बाद थाने में शिकायत

    खुद के साथ ठगी होने की जानकारी लगने के बाद पीड़ित ने गोपालगंज थाने में इसकी शिकायत की। पुलिस ने अपराध कायम कर विवेचना शुरू कर दी है। हालांकि यह पूरा मामला शेयर बाजार से जुड़ा बताया जा रहा है। 24 वर्षीय सार्थक परांजपे ने पुलिस को बताया कि वह इंफोसिस में स्पेशलिस्ट प्रोग्रामर है।

    19 अगस्त को दोपहर करीब ढाई बजे उसके मोबाइल नंबर पर फोन आया। कॉल करने वाले ने बताया कि हम फेडएक्स से बोल रहे हैं। आपके मोबाइल नंबर व आधार से एक कोरियर किया गया है, जिसमें नियम विरुद्ध अवैध सामग्री पाए जाने पर उसे जब्त कर लिया गया है और FIR दर्ज कर ली गई है। आरोपी ने युवक को FIR नंबर भी बताया।

    नारकोटिक्स में FIR का खौफ, डर गया खौफ

    आरोपी ने बताया कि यह FIR नारकोटिक्स डिपार्टमेंट मुंबई में की गई है। मामला कायम होने की बात सुनकर सार्थक डर गया। उसने स्वयं को निर्दोष बताया। इसके बाद आरोनी ने सार्थक को स्काइप एप पर नकली साइबर क्राइम विभाग के अधिकारी से संपर्क कराया और वहां से बताया गया कि उसका आधार कार्ड मनी लांड्रिंग में फंस गया है।

    युवक को स्काइप एप पर उपस्थित व्यक्ति ने नकली पुलिस आईडी दिखाकर कहा कि इसमें तुम्हारी आईडी लगी है, इसी से ऑर्डर किया गया है। साइबर ठगों ने सार्थक को वीडियो चालू रखने एवं माइक चालू रखने को कहा और अपनी नकली पुलिस आईडी दिखाई।

    उन्होंने कहा कि इस आरोप से बचना है तो बैंक से 20 लाख रुपये का लोन लेकर बारी-बारी से अलग-अलग खाते में भेजो। सार्थक डर गया था। उसने अपने ICICI बैंक के खाता पर पर्सनल लोन लिया और अपने बैंक खाते से दीपक केसरी नाम के व्यक्ति के बैंक खाते पर दो लाख रुपये और अल्फाटेक सिस्टम के खाता नंबर में 10 लाख रुपये, पांच लाख रुपये एवं दो-दो लाख रुपये अलग-अलग आइडी से ट्रांसफर किया।

    इस तरह 22 लाख रुपये ट्रांसफर करने के बाद सार्थक को अपना IP ट्रैक होने का संदेह हुआ। इसके बाद उसने 1930 पर फोन लगाकर पैसे की ठगी को लेकर शिकायत दर्ज कराई। अपने बैंक में फोन लगाकर शिकायत की, तब बैंक वालों ने सार्थक का ICICI बैंक के खाता नंबर को फ्रिज कर दिया। गुरुवार देर रात पुलिस ने सार्थक से मिली शिकायत के बाद उस नंबर के खाता और फोन धारक पर बीएनएस की धारा 316 (2), 318 (4) के तहत मामला कायम कर विवेचना शुरू कर दी है।

  • Heritage Train: 13 दिन में सात हजार लोगों ने लिया पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन का आनंद

    पातालपानी-कालाकुंड हेरिटेज ट्रेन। फाइल फोटो

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    25 दिसंबर 2018 को शुरू हुई थी हेरिटेज ट्रेन। बीच में कोरोना की वजह से नहीं चलाई गई थी। इस बार ट्रेन में लगाना पड़ गए हैं एक्सट्रा कोच।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Heritage Train)। मध्य प्रदेश की पहली हेरिटेज ट्रैक पातालपानी से कालाकुंड के लिए पर्यटकों को उत्साह जबर्दस्त है। 20 जुलाई को शुरू हुई हेरिटेज ट्रेन में 18 अगस्त तक पर्यटकों ने वादियों का आनंद लिया है। स्थिति यह है कि सभी दिन ट्रेन में लंबी वेटिंग चल रही है।

    वेटिंग क्लीयर नहीं होने के कारण कई पर्यटकों को अपना प्लान बदलना पड़ रहा है। रेलवे वेटिंग कम करने के लिए अतिरिक्त कोच भी लगा रहा है। अभी तक रेलवे को इस हेरिटेज ट्रेन से 13 दिन में सात लाख रुपये से अधिक का राजस्व मिल चुका है।

    कोरोना के दौरान इस ट्रेन को बंद कर दिया गया था

    मध्य प्रदेश की इस पहली हेरिटेज ट्रेन का संचालन 25 दिसंबर 2018 को शुरू हुआ था। कोरोना काल के चलते अप्रैल 2020 में इस ट्रेन का संचालन बंद कर दिया गया था। 2022 में दोबारा इस ट्रेन का संचालन शुरू किया गया। इस सीजन में 20 जुलाई से दोबारा शुरू किया गया है।

    रिजर्वेशन की सुविधा मिलने के बाद इस ट्रेन में लंबी वेंटिंग चल रही है। रतलाम मंडल के अनुसार 20 जुलाई से 18 अगस्त तक इस ट्रेन में 7115 से अधिक पर्यटक सफर कर चुके हैं। इससे रेलवे को 7 लाख 77 हजार रुपये से अधिक का राजस्व मिला है।

    मंडल पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया कि ट्रेन की वेटिंग कम करने के लिए नान एसी का एक्ट्रा कोच भी लगाया जाता है। फिलहाल ट्रेन का संचालन सप्ताह में शुक्रवार, शनिवार और रविवार को किया जा रहा है। ट्रेन में आगामी तीन सप्ताह तक वेटिंग चल रही है।

    विस्टाडोम कोच है आकर्षण का केंद्र

    हेरिटेज ट्रेन के पर्यटकों के सफर को बेहतर और आरामदायक बनाने के लिए एसी विस्टाडोम लगाए हैं। इन कोच में बड़े साइज के विंडो ग्लास, ट्रेलिंग विंडो, स्नैक्स टेबल और साइड पेंट्री है। पर्यटकों की सुविधा के लिए कोच में स्वच्छ टायलेट का निर्माण भी किया गया है।

    कोच की बाहरी भाग को आकर्षक पीवीसी शीट से डेकोरेट किया गया है। यह ट्रेन हर दिन पातालपानी से सुबह 11.05 बजे रवाना होती है और प्राकृतिक नजारों का दीदार कराते हुए दोपहर 1.25 बजे पर कालाकुंड पहुंचती है।

  • सरकारी छात्रावास में नवाचार… शानदार सुविधाओं के बीच इठलाती हैं आदिवासी बेटियां

    कस्तूरबा आदिवासी बालिका छात्रावास में इस तरह रहने के लिए कमरों को सुंदर बनाया।

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    मप्र के धार जिले के सुसारी में सरकारी छात्रावास का मामला।छात्रावास में हुए नवाचार निजी छात्रावासों को भी दे रहे मात।बालिकाओं की सुरक्षा का ध्यान, प्रतिदिन लगती है स्मार्ट क्लास।

    शैलेंद्र लड्ढा, सुसारी (धार)। भारत जब स्वतंत्र हुआ, तब महात्मा गांधी ने जैसा देश बनाने का संकल्प देखा था, उसमें यह भी शामिल था कि बेटियां पढ़ें और आगे बढ़ें। मप्र के धार जिले के सुसारी में लगता है बापू का यह सपना सच हो रहा है। यहां सरकारी छात्रावास में ऐसी शानदार सुविधाएं और माहौल मिल रहा है कि आदिवासी बेटियां इन सुविधाओं को पाकर इठलाती हैं और यह सब देखकर गांधीजी की अर्धांगिनी कस्तूरबा जहां होंगी, वहां प्रसन्न होकर मुस्कुराती होंगी।

    कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास में अलग माहौल

    दरअसल, सरकारी छात्रावासों में अव्यवस्थाओं की खबरें आती रहती हैं, लेकिन धार जिले के निसरपुर ब्लाॅक के कस्तूरबा गांधी बालिका छात्रावास सुसारी में कुछ अलग ही किया गया है। सहकार और जनसहयोग से कक्षा नौ से 12 तक निवास करने वाली 100 आदिवासी बालिकाओं के लिए निजी छात्रावास से भी अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाकर नवाचार का संदेश दिया गया। अगर देखें तो प्रदेश के अधिकांश इलाकों में संचालित होने वाले शासकीय छात्रावासों की बदहाल स्थिति नजर आती है, परंतु इस छात्रावास में रहने वाली बालिकाओं को स्वस्थ, स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण दिया जा रहा है।

    राजस्थानी मांडना और पिछोरा पेंटिंग

    छात्रावास परिसर दो मंजिला है और 25 कमरे हैं। प्रत्येक कमरे में चार बालिकाएं रहती हैं। एक माह पहले यहां पर पहले चरण में 12 कमरों की दीवारों पर राजस्थानी मांडना और पिछोरा पेंटिंग के साथ खिड़कियां और आलमारियों पर सुंदर परदे लगाए। साथ ही पूरे परिसर में कारपेट और पेंटिग का कार्य किया गया है।

    सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे

    परिसर में बालिकाओं की सुरक्षा के लिए आठ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। गेट पर परिसर से बाहर अध्ययन करने के लिए चार्ट बना हुआ है। बालिकाओं को आत्मसुरक्षा के लिए कराटे, जूडो के साथ योगा क्लास का संचालन होता है। स्मार्ट कोचिंग क्लास में प्रतिदिन अलग-अलग विषय पर उच्च शिक्षित शिक्षकों द्वारा क्लास ली जाती है। परिसर में एक लाइब्रेरी जनसहयोग से बनाई गई है। निजी चिकित्सक भी हर माह स्वास्थ्य परीक्षण करते हैं। बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई, पेंटिंग, वेस्ट से बेस्ट और परंपरागत आदिवासी वेशभूषा किस तरह बनाई जाती है, उनकी भी समय-समय पर ट्रेनिग करवाई जाती है। इसके पीछे यह मकसद कि अगर पढ़ाई के बाद बालिका नौकरी ना कर पाए तो वह इस तरह के कार्य कर खुद आत्मनिर्भर बन जाए।

    खाना हमेशा गर्म मिलता है

    बालिकाओं का खाना हमेशा गर्म मिले, इसके लिए छात्रावास में बिजली से गर्म पानी कर उसकी भाप से भोजन गर्म रहता है। कभी-कभी आदिवासी परंपरा अनुसार देसी चूल्हे और खापरी पर बने भोजन के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। मेस में डायनिग टेबल पर भोजन की व्यवस्था के साथ पीने के लिए आरओ पानी की व्यवस्था की गई।

    जनसहयोग के साथ अपने वेतन से 10 फीसद राशि का उपयोग

    सभी कार्य में स्कूल के सहपाठी भी सहयोग कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर भी जनसहयोग से अभी तक एक लाख की राशि एकत्रित की और मैं अपने वेतन में से 10 फीसद राशि का उपयोग इस कार्य में करती हूं। इसके पीछे मेरा यह उद्देश्य है कि अगर आप का रहने का वातावरण अच्छा हो तो पढ़ाई में दिक्कत नहीं आती है।- राधा डोडवा, आश्रम अधीक्षक

  • मुरैना में रेस लगा रहे दो दोस्तों की बाइक सामने आ रही बाइक से भिड़ीं, तीन की मौत

    दुर्घटना इतनी भीषण थी, कि तीन बाइकों पर सवार पांच लोग घायल हो गए। इनमें से तीन की मौत हो गई। – सांकेतिक चित्र।

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    देवगढ़ थाना क्षेत्र के तोर गांव के पास हुई यह घटना। सड़क दुर्घटना में दो अन्य सवार भी घायल हो गए।सूनी सड़क देखकर लगाई थी रेस, हो गया हादसा।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। बाइकों से रेस लड़ा रहे दो दोस्तों की बाइक सामने से आ रही मोटरसाइकल से टकरा गईं। भिड़ंत इतनी भीषण थी, कि तीनों बाइकों पर सवार पांच लोग घायल हो गए, इनमें से तीन ने उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना मंगलवार की दोपहर देवगढ़ थाना क्षेत्र के तोर गांव के पास हुई है।

    जानकारी के अनुसार तोर गांव निवासी 17 वर्षीय भानू उर्फ सचिन पुत्र रूपेंद्र सिंह सिकरवार और 19 वर्षीय श्यामू उर्फ छोटू पुत्र दुष्यंत शर्मा मंगलवार की दोपहर 3 बजे देवगढ़ नहर रोड, ताजपुर पुलिया बस स्टैंड पर अपने रिश्तेदारों को छोड़ने आए थे।

    ताजपुर पुलिया पर रिश्तेदारों को छोड़ने के बाद दोनों अपनी-अपनी बाइक से गांव लौट रहे थे। बताया जाता है कि इसी दौरान सूनी सड़क देखकर दोनों ने रेस लगाना शुरू कर दिया था। दोनों की बाइक की रफ्तार इतनी अधिक थी, कि तोर गांव के पास ही सामने से आ रही बाइक को देख संतुलन बिगड़ गया। बताया गया है, कि सामने से तिलौआ गांव निवासी सोनू पुत्र पूरन कुशवाह उम्र 21 साल अपने दो स्वजन के साथ चिन्नौनी की तरफ जा रहा था। श्यामू और भानू की तेज रफ्तार बाइक एक-एक से सोनू की बाइक से टकराती गईं। हादसे में तीनों बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।

    तीन लोगों की गई जान

    हादसे में घायल हुए पांच लोगों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां सचिन ने दम तोड़ दिया। गंभीर हालत में श्यामू शर्मा व सोनू कुशवाह को ग्वालियर रेफर किया गया। ग्वालियर पहुंचने से पहले ही इन दोनों ने भी दम तोड़ दिया। दो अन्य घायलों का उपचार चल रहा है।

    स्‍वजनों ने बताई यह बात

    दूसरी तरफ मृतक के स्वजन का कहना है, कि बाइकों को कोई अज्ञात वाहन टक्कर मार गया है। स्वजन घटना स्थल ताजपुर पुलिया के पास बताते रहे, वहीं पुलिस के अनुसार यह हादसा तोर गांव से 300 से 400 मीटर दूर गांव की सड़क पर ही हुआ है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

  • Morena News: टोंगा तालाब टूटने के बाद जुड़ा नहीं, गांवों में भी बाढ़ के बाद जनजीवन हुआ नारकीय

    घरों के सामने खाली जगह में भरा तालाब का पानी

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    खेतों व खाली जगहों पर अभी भी जलभरावगांवों की सड़के बनी है दलदल बारिश के कारण प्रशासन मेडिकल कैंप लगाने पर कर रहा अभी विचार

    नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना-सबलगढ़। टोंगा पंचायत का 140 साल पुराना तालाब फूटा तो लाखों लीटर पानी भरभरा कर आधा दर्जन गांवों में घुस गया। जिसकी वजह से यहां बाढ़ के हालात बन गए। एक तालाब के फूटे हुए एक सप्ताह का समय बीत गया है, लेकिन इन गांवों में जलभराव की स्थिति अभी भी बनी हुई है।

    जिसकी वजह से बाढ़ की वजह से अब यहां कई तरह की समस्याएं ग्रामीणों व सबलगढ़ शहर के कुछ हिस्सों में बनने लगी है। सड़कें दलदली हो गई है और खाली जगहों में आकर पानी जमा हो गया है। जिसकी वजह से बीमारियां फैलने का खतरा बन गया है। बाढ़ के बाद दी जाने वाली राहत व स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अभी तक काम चालू नहीं हो सका है।

    उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पूर्व सोमवार की शाम को टोंगा का पुराना तालाब अचानक फूट गया। जिससे लाखों लीटर पानी तेजी के साथ बाहर निकाला और आधा दर्जन गांवों सहित सबलगढ़ की गौड कालोनी व अन्य इलाकों में पहुंच गया। तालाब से तेजी से पानी निकला तो इसे डायवर्ट करने के लिए प्रशासन ने बुद्धपुरा के पास नहर की दीवार को तोड़कर पानी को मोड़ा।

    जिससे घरों में पानी भरने से तो बच गया, लेेकिन टोंगा, बद्धपुरा, रानीपुरा, देवपुर माफी सहित अन्य गांवों में आकर भर गया। कई इलाकों में तो तीन से चार फीट पानी आकर भर गया। जिससे गांवों में बाढ़ के हालात बन गए। पानी डायवर्ट होने के बाद धीरे-धीरे निकला, लेकिन गांवों से पूरी तरह से बाहर नहीं निकल सका। जिसकी वजह से एक सप्ताह बाद भी गांवों में बाढ़ के बाद बनने वाले हालात बने हुए हैं।

    गांवों में कई इलाकों में जलभराव है, सबलगढ़ की गौड कालोनी, पेट्रोल पंप इलाका क्षेत्र में पानी अभी भी भरा हुआ है, लेकिन बाढ़ के बाद जो राहत इलाकों को पहुंचाई जानी चाहिए थी, वह कहीं नहीं पहुंचाई गई। कीचड़ व दलदल की वजह से निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं जलभराव होने से बीमारियां फैलने का खतरा भी यहां बढ़ा हुआ है। इसके बावजूद कहीं कोई विशेष राहत कार्य नहीं कराया गया है। जिससे लोग नारकीय स्थिति में रहने को मजबूर हो रहे हैं।

    हैंडपंप व बोरों से आ रहा है गंदा पानी

    गांवों में तालाब फूटने से गांवों में पानी आकर भरा तो इसकी वजह से कई तरह की परेशानियां खड़ी हो गई। खाली प्लाट व खेतों में घरों के आस पास पानी भरा हुआ है। दूसरा जो हैंडपंप, बोर है जिनसे पानी की सप्लाई होती है, उनमें भी गंदा पानी पहुंच रहा है। जिसका उपयोग ग्रामीण व सबलगढ़ से जुड़े क्षेत्र के लोग कर रहे है। जिसकी वजह से बीमारियां फैलने का भी खतरा बना हुआ है।

    ऐसे में कुतघान के रहवासी राजेश गौड़ ने बताया कि प्रशासन कई बार यहां राहत के कार्य करने के लिए कहा गया है, लेकिन इलाकों से अभी भी जल निकासी नहीं हो सकी है। लोगों के लिए यह खतरा बनता जा रहा है। बोरों में गंदा पानी आ रहा है। रामपुरा के प्राण सिंह का कहना है कि नाले के आस पास के खेतों की फसलें बर्वाद हो गई हैं। टोंगा के जगमोहन मीणा का कहना है कि पानी की वजह से फसलों को नुकसान हुआ है, बदबू आ रही है। गांवों में भी स्थिति खराब है।

    अभी भी नहीं जुड़ी तालाब की पाल, पानी का निरंतर बहाव

    टोंगा तालाब की पाल करीब 18 फीट तक टूट गई थी, जिसे अभी तक ठीक नहीं किया गया है, हालात जस के तस बने हुए है, वहीं तालाब से इस टूटी पाल से निरंतर पानी का बहाव हो रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने से तालाब में आया पानी इस पाल के जरिए बह रहा है, लेकिन इसकी दिशा को नहर की तरफ मोड़ा गया है, वहीं इससे जुड़े कनेक्टिंग नाले की तरफ मोड़ा गया है, लेकिन यह नाला लगभग 100 फीट चौड़ा था, लेकिन ग्रामीणों ने अतिक्रमण कर इसे महज 15 फीट का छोड़ा है।

    जिसकी वजह से बरसात का पानी भी निकलने में दिक्कत हो रही है। दूसरी तरफ जो फसलों का नुकसान हुआ, उसका भी सर्वे नहीं हो सका है। प्रशासन हालांकि फसलों को नुकसान नहीं मान रहा है, क्यों कि तालाब व नाले के आस पास के खेतों में पानी भरा था, जिसे निकाला गया है।

    नाले को जोड़ने के लिए एस्टीमेट बनवाकर भेज दिया गया है, इसके पास होते ही इसे जलसंसाधन विभाग जोड़गा। इलाकों में जलभराव की स्थिति व किसी भी तरह की बीमारी फैलने को लेकर डॉक्टरों की टीम से बात हो गई है, ग्रामीणों के हेल्थ चेकअप के लिए कैंप लगाया जाएगा। – वीरेंद्र कटारे, एसडीएम सबलगढ़।

  • Weather of MP: प्रदेश में अगले 48 घंटों में मानसून सुपर एक्टिव, 6 संभागों में भारी बारिश अलर्ट

    बंगाल की खाड़ी में चक्रवात सक्रिय।

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    कुछ क्षेत्रों में 34 डिग्री से ऊपर रहा तापमान शिवपुरी, मंडला, रीवा, सतना में हुई बारिश 21-22 अगस्त को भारी बारिश का अनुमान

    नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल: मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को मौसम के दो विपरीत रंग देखने को मिले। उज्जैन, नर्मदापुरम और नरसिंहपुर जैसे जिलों में तापमान 34 डिग्री से ऊपर रहा तो भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत कई जिलों में धूप खिली रही। इसके विपरीत नर्मदापुरम, शिवपुरी, मंडला, रीवा, सतना, और सिवनी जैसे क्षेत्रों में वर्षा हुई।

    21 और 22 अगस्त को भारी बारिश

    मौसम विभाग के विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मंगलवार से वर्षा का एक मजबूत सिस्टम सक्रिय होने की संभावना है, जिससे 21 और 22 अगस्त को पूरे प्रदेश में भारी वर्षा हो सकती है। इसका कारण बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवात है, जो कम दबाव के क्षेत्र के रूप में आगे बढ़ रहा है।

    अगले कुछ दिनों में बारिश का अलर्ट

    मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में अब तक इस मानसून सीजन की 76 प्रतिशत से अधिक यानी 28.5 इंच वर्षा हो चुकी है। मानसून ट्रफ बीकानेर से सीधी होते हुए इस सिस्टम से मर्ज हो रही है, जिससे राज्य में बारिश का दौर फिर से लौटेगा। इस स्थिति के चलते प्रदेश के लोगों को अगले कुछ दिनों में भारी वर्षा का सामना करना पड़ सकता है।

  • Cyber Fraud: फटाफट लोन देने वाले गिरोह ने ठगा, अश्लील फोटो Viral करने की धमकी दे कर किया ब्लैकमेल

    HighLights

    ऑनलाइन एप से लोगों को लोन देने के नाम पर झांसे में लेते थे आरोपितलोन न चुकाने पर पीड़ित की अश्लील फोटो प्रसारित करने की देते थे धमकीपुलिस ने एक शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए गिरोह को दबोचा

    इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मल्हारगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक के साथ भी धोखाधड़ी की घटना हुई है। साइबर सेल को मामले की शिकायत हुई है।

    एडीसीपी के मुताबिक तन्मय सोनवानिया के पास मार्च माह में इंस्टाग्राम पर एक लिंक आई थी। इसके बाद कॉल आया और कहा कि दो हजार रुपये का पर्सनल लोन स्वीकृत हो चुका है।

    आरोपितों ने मनीमेंट एप इंस्टॉल करवा ली

    तन्मय ने दो हजार रुपये सात दिन में चुका दिए। आरोपित बगैर बताए लोन देते गए और तन्मय चुकाता गया। आखिर में वीएम लोन एप इंस्टॉल करवा दी। तन्मय से अलग अलग तरीकों से डेढ़ लाख रुपये ले लिए। आरोपितों ने 15 दिन पुन: कॉल किया और कहा छह लोन और बकाया है।

    तीन लाख रुपये की मांग की गई। तन्मय द्वारा इनकार करने पर उसके अश्लील फोटो बहुप्रसारित करने की धमकी दी। एडीसीपी के मुताबिक तन्मय से पेटीएम के माध्यम से रुपये लेते थे और किराना दुकान व अन्य जगहों पर ट्रांसफर करवाया गया था।

  • मुख्यमंत्री मोहन यादव पहुंचे खाचरौद के निजानंद धाम, संत सच्चिदानंद महाराज की पुण्य तिथि पर कार्यक्रमों में हुए शामिल

    निजानंद धाम में श्रद्धासुमनअर्पित करते सीएम मोहन यादव।

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    निजानंद धाम से दो दशक से जुड़े हैं मोहन यादव। मुख्‍यमंत्री बनने से पहले भी लगातार आते रहे हैं। सच्चिदानंद गुरु भक्त मंडल के भंडारे में प्रसादी ग्रहण की।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, खाचरौद। रक्षाबंधन पर मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार को निजानंद धाम पहुंचे और अपने धर्मगुरु संत श्री सच्चिदानंद जी महाराज की द्वितीय पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। सच्चिदानंद गुरु भक्त मंडल द्वारा आयोजित भंडारे में शामिल होकर प्रसादी ग्रहण की।

    मुख्यमंत्री बनने के बाद यादव का निजानंद धाम पहुंचने का यह दूसरा दौरा कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री बनने के पहले भी वह लगभग दो दशक से निजानंद धाम से जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री नगर में केवल 90 मिनट ही रुकेंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनके स्वागत के लिए जगह-जगह वंदन द्वार सजाए गए।

    तैयारियों को लेकर एसडीएम नेहा साहू एवं एसडीओपी पुष्पा प्रजापति ने दलबल के साथ हेलीपेड एवं निजानंद धाम कार्यक्रम स्थल का रविवार को निरीक्षण किया। एसडीओपी प्रजापति ने बताया कि मुख्यमंत्री यादव सोमवार सुबह 10 बजे हेलीकाप्टर से महाविद्यालय के सामने स्थित मटरफली मंडी खुले क्षेत्र में बनाए गए हेलीपेड पर पहुंचे।

    आज खाचरौद, उज्जैन में निजानंद धाम में दर्शन-पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

    भगवान महादेव की कृपा मेरी सभी बहनों पर बनी रहे, यही मंगल कामना है।#DrMohanYadav#CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/kxzGoPVO07

    — Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 19, 2024

    मुख्यमंत्री के लिए निजानंद धाम कार्यक्रम स्थल पहुंचने के लिए दो मार्ग तय किए गए थे, जिसमें प्रथम मार्ग नगर के अंदर नागदा रोड से सुनहरिया बाग, उज्जैन दरवाजा होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। दूसरा मार्ग नागदा रोड से बड़नगर बायपास होते हुए आश्रम पहुंचे।

    मुख्यमंत्री ने यहां पर ब्रह्मलीन अवधूत स्वामी निजानंद महाराज के शिष्य स्वामी सच्चिदानंद महाराज की द्वितीय पुण्यतिथि पर पूजन कर महाराज श्री का आशीर्वाद लिया। रक्षाबंधन पर नगर आगमन पर मुख्यमंत्री यादव को भाजपा महिला मोर्चा इकाई द्वारा रक्षा सूत्र भी बांधा गया।

    रक्षाबंधन के त्योहार की सभी प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं…

    रक्षाबंधन का त्योहार सबसे बड़ा है, हमारी हर संस्कृति, सभ्यता और युग में इसका अलग उदाहरण है।

    पूरे प्रदेश में सावन के महीने के प्रारंभ से ही रक्षाबंधन का उत्सव धूमधाम से मनाया गया, नारी सशक्तिकरण की दिशा में सरकार… pic.twitter.com/Sw34j5zrqG

    — Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 19, 2024

    LIVE: नागदा, जिला उज्जैन में लाड़ली बहनों के लिए आयोजित “रक्षाबंधन और श्रावण उत्सव” कार्यक्रम #लाड़ली_बहना https://t.co/nIY4WSYOtJ

    — Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 19, 2024

  • रक्षाबंधन के दिन कहीं आप भी तो नहीं खा रहे हैं सूजी वाला कलाकंद और बेसन की जगह मैदा वाला लड्डू

    बीमार होने से अच्छा है कि पहले मिठाई की गुणवत्ता जांच लें। – सांकेतिक चित्र।

    HighLights

    रक्षाबंधन पर सस्ती मिठाइयों में है मिलावट की आशंका। खाद्य सुरक्षा प्रशासन टीम का चल रहा छापेमारी अभियान।टीम द्वारा कई मिठाइयों के सैंपल दुकानों से लिए जा रहे हैं।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्‍वालियर। त्योहार पर मिठाइयों को देख मुंह में पानी आना लाजिमी है। यही वजह है कि मिठाई की बिक्री सामान्य दिनों की तुलना में कई गुना बढ़ जाती है। चिता की बात ये है कि मिलावटखोर आपकी सेहत से खिलवाड़ कर सकते हैं। ज्यादा मुनाफे के फेर में कई जगह मिलावटी सामान की बिक्री की आशंका है। रक्षाबंधन के दिन कहीं आप भी तो नहीं सूजी वाला कलाकंद, बेसन की जगह मैदा वाला लड्डू या रंग डालकर पाम आयल से तैयार हो रही मिठाई तो नहीं खा रहे हैं?

    रक्षाबंधन पर मिठाई खाएं तो जरा संभलकर। बीमार होने से अच्छा है कि पहले मिठाई की गुणवत्ता जांच लें और ऐसी दुकान से मिठाई और अन्य खाद्य पदार्थ खरीदे जो भरोसे की हो। मिठाइयां सावधानी बरतते हुए ही खरीदें। ऐसा न हो कि सेहत ही खराब हो जाए। हालांकि आपको इन मिठाइयों से खाने से बचाने के लिए खाद्य सुरक्षा प्रशासन ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी अभियान शुरू कर रखा है। जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई मिलावटी स्वीट्स की रोकथाम को लेकर हो रही है। खासकर गुलाब जामुन, सफेद रसगुल्ले, बेसन, बर्फी, मिल्क केक, घेवर, लड्डू और छेना रसगुल्ला सहित कई मिठाइयों के सैंपल दुकानों से लिए जा रहे हैं।

    न्यायालय द्वारा गठित समिति के निर्देश पर चल रही कार्रवाई

    न्यायालय द्वारा गठित समिति सदस्यों के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम एक अगस्त से खाद्य कारोबारियों के यहां निरीक्षण कर सैंपलिंग की कार्रवाई कर रही है। इसके बावजूद मिलावटखोर मिलावटी मावे की मिठाई तैयार कर सस्ते दामों पर बेच रहे हैं। मावे से बनी मिठाई 300 रुपये में बिक रही है। इधर विभाग सैंपलिंग कर जांच के लिए नमूने राज्य स्तरीय लैब भेज रहा है जिनकी रिपोर्ट त्योहार बाद आएगी जब तक लोग मिठाई खा चुके होंगे।

    त्योहार को देखते हुए खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम को सैंपलिंग के लिए भेजा रहा है। टीम प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर सैंपल ले रही हैं। इसके साथ ही बाहर से आने वाला मावा व पनीर भी पकड़ा गया है।- डाॅ.आरके राजौरिया, सीएमएचओ

    भिंड में धधक रहीं मावे की भट्टियां

    इन दिनों भिंड जिले के देहात में मावा बनाने वाली भट्टियां खूब धधक रही हैं। यहां तमाम जगह मिलावटी मावा तैयार हो रहा है। यहां तैयार मावा जिले में ही नहीं खपेगा, बल्कि आसपास भी भेजा जाएगा। भिंड से तैयार होकर आए मावे को हाल में खाद्य सुरक्षा प्रशासन के अधिकारी पकड़ चुके हैं। जाहिर है कि मावा आ रहा है। ज्यादातर मामलों में मिलावटखोरों पर बड़ी कार्रवाई नहीं हो पाती। हालांकि, इस बार ऐसी ही निर्माण इकाइयों पर छापेमारी करने के निर्देश दिए गए हैं, जहां मिलावट की सबसे ज्यादा आशंका हो।