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  • Bakawan Narmadeshwar Shivling: अयोध्या के राम मंदिर में विराजमान होंगे मध्य प्रदेश के बकावां में तैयार हुए शिवलिंग

    श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र अयोध्या के महासचिव चंपत राय का मां अहिल्या नागरिक अभिनंदन समारोह समिति ने सोमवार को रवींद्र नाट्यगृह में साधुजन और विभिन्न समाजों के प्रमुखों की उपस्थिति में नागरिक अभिनदंन किया गया। फोटो- प्रफुल्ल चौरसिया आशु

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Bakawan Narmadeshwar Shivling)। नर्मदा तट पर बसे खरगोन जिले के ग्राम बकावां के हर घर में नर्मदा से निकले पत्थरों को तराश कर शिवलिंग बनाए जाते हैं। यहां बना शिवलिंग अयोध्या के नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में स्थापित होगा।

    इसके लिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय रविवार को बकावां पहुंचे थे। यहां उन्होंने कुछ शिवलिंग देखे हैं। इसका जिक्र उन्होंने सोमवार को इंदौर में आयोजित मां अहिल्या नागरिक अभिनंदन समिति समारोह में कही।

    चंपत राय का किया स्वागत

    रवींद्र नाट्यगृह में समारोह में बड़ी संख्या में साधु-संतों के साथ हिंदू संगठनों के पदाधिकारी मौजूद थे। राधे राधे बाबा, अन्ना महाराज, अमृत राम महाराज, प्रवीणानंद महाराज, स्वामी सत्यानंद महाराज के साथ अन्य संतों व समाजजन ने मिलकर चंपत राय का पुष्पमाला पहनाकर अभिनंदन किया गया।

    उन्होंने कहा कि रामलला जन्मभूमि अयोध्या में शिव मंदिर बनाया जाना है। इसके लिए शिवलिंग लेने आए थे। मंदिर की 70 एकड़ जमीन में से सिर्फ 20 एकड़ जमीन पर ही निर्माण किया जा रहा है।

    वहां 18 मंदिर बनाएंगे। सूर्य, भगवती, गणपति, शंकर, अन्नपूर्णा, हनुमान की मूर्तियों को परकोटे में स्थापित किया जाएगा। शेषनाग, महर्षि वाल्मीकि, विश्वामित्र, महर्षि अगस्त, निषादराज, शबरी, अहिल्या देवी, जटायु, तआदि के मंदिर बनाए जाने हैं।

    मंदिर में एक साथ दो लाख लोगों की व्यवस्था रहेगी

    चंपत राय ने बताया कि पूरा मंदिर पत्थरों से बनाया जा रहा है। मंदिर की सुरक्षा के लिए भूतल में 14 मीटर मोटी कृत्रिम चट्टान बनाई है। पत्थरों को जोड़ने के लिए तांबे का उपयोग किया गया है। मंदिर बनने के बाद यहां यात्री सुविधा केंद्र को 10 हजार लोगों के लिहाज से तैयार किया जा रहा है। एक समय में दो लाख लोग मंदिर परिसर में आ सकेंगे। इससे सड़क पर किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी।

  • इंदौर में सिर्फ एक ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर के भरोसे लाखों वाहन, छोटे से काम के लिए लग रहा पूरा दिन

    HighLights

    इंदौर शहर से 24 किलोमीटर दूर नेमावर रोड पर है सेंटर। मालिक परेशान, सेंटर जाने पर पूरा दिन बर्बाद हो रहा है। कुछ लोगों को मजबूरी में दूसरे जिलों में जाना पड़ा रहा।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Indore Vehicle Fitness Center)। परिवहन विभाग ने जुलाई से इंदौर में वाहनों के फिटनेस का काम ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर के जिम्मे कर दिया। इसके बाद नायता मुंडला परिवहन कार्यालय में यह कार्य पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।

    एक साथ शहर के लाखों वाहनों को सिर्फ एक सेंटर के भरोसे कर दिया गया। इस वजह से यहां फिटनेस के लिए पूरा दिन लग रहा है। इस वजह से अधिकांश वाहन चालक अन्य जिलों में वाहनों की फिटनेस जांच करवा रहे हैं।

    इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास है सेंटर

    नायता मुंडला स्थित परिवहन कार्यालय में होने वाले वाहनों के फिटनेस का पूरा कार्य नेमावर रोड स्थित वेदांती व्हीकल फिटनेस स्टेशन पर हस्तांतरित कर दिया गया। इंडेक्स मेडिकल कॉलेज के पास यह सेंटर होने से वाहन चालकों को इतनी लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है।

    यहां वेदांती व्हीकल फिटनेस (एसपीवी) द्वारा ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) के माध्यम से वाहनों के फिटनेस का कार्य किया जा रहा है। 10 लाख से अधिक कमर्शियल वाहनों को एक सेंटर के भरोसे होने से वाहन मालिक परेशान हैं।

    ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती का कहना है कि सभी वाहनों को एक साथ ऑटोमेटेड सेंटर पर स्थानांतरित कर दिया गया। जैसे-जैसे सेंटर पर सुविधाएं बढ़ती जाती, वाहनों को ट्रांसफर कर सकते थे। छोटे वाहनों को इतनी दूर भेजना सही नहीं है।

    सिस्टम करता है वाहन की जांच

    ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन में वाहनों की फिटनेस मैन्युअली के बजाय ऑटोमेटेड सिस्टम से होती है। इसमें एक ट्रैक से वाहनों को गुजारा जाता है। ट्रैक पर चलने के दौरान वाहन के बाहरी हिस्सों से लेकर आंतरिक पुर्जों तक का परीक्षण सिस्टम खुद करता है। किसी प्रकार की कमी सामने आने पर वाहन को अनफिट घोषित कर दिया जाता है। इससे फिट वाहन ही सड़कों पर चल सकेंगे।

  • देवास में 200 किसानों को बिना बताए उनकी भूमि पर घोषित कर दी स्कीम

    देवास में किसान है इस स्कीम से परेशान। प्रतीकात्मक तस्वीर

    HighLights

    देवास विकास प्राधिकरण ने किया है ये कारनामा।अखबार में छपी सूचना तो किसानों को पता चला।जमीन की खरीद-फरोख्त पर लगाई गई है रोक।

    दीपक विश्वकर्मा, नईदुनिया देवास(Dewas News)। देवास विकास प्राधिकरण ने अजीब कारनामा किया है। बिना सूचना दिए करीब 200 किसानों की जमीन पर आवासीय व कमर्शियल स्कीम घोषित कर दी। बात यहीं नहीं रुकी बल्कि प्राधिकरण ने पिछले माह बोर्ड बैठक में योजना का प्रस्ताव सामने रखा और इसके कुछ ही दिनों में नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम की धारा 50 की उपधारा 1 के तहत राजपत्र में प्रकाशन भी हो गया।

    ऐसा होने से अब इस क्षेत्र के करीब 104 हेक्टेयर जमीन की खरीद-फरोख्त नहीं हो सकेगी। किसानों को अब जाकर इसकी भनक लगी है, तो वे हैरान हैं। बिना सहमति के अपनी जमीन जाती देख किसानों ने प्राधिकरण का पुरजोर विरोध शुरू कर दिया।

    किसानों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी

    प्राधिकरण की योजना है कि पहले किसानों की जमीन लैंड पुलिंग के तहत ली जाए, लेकिन यदि वे नहीं मानेंगे तो फिर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। प्राधिकरण की बोर्ड बैठक कलेक्टर एवं अध्यक्ष देवास विकास प्राधिकरण ऋषव गुप्ता की अध्यक्षता में बीते माह हुई थी।

    इसमें तय हुआ कि देवास के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र शंकरगढ़ तथा देवास सीनियर (रियासतकाल से पटवारी हल्के का नाम) की भूमि पर इंदौर-भोपाल बायपास के समानांतर एक सेक्टर रोड तथा मुख्य मार्ग क्रमांक-1 का निर्माण किया जाए।

    जमीन खरीद-फरोख्त पर रोक लगो का निर्णय

    इसके लिए करीब 104 हेक्टेयर भूमि पर जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने का निर्णय हुआ। यहां नई योजना की भी स्वीकृति प्रदान की गई, जिसमें 24 मीटर सेक्टर रोड, 30 मीटर मुख्य मार्ग क्रमांक-1 तथा 18 मीटर चौड़े एक रोड का प्रविधान किया गया।

    इस योजना में 231 रकबे आ रहे हैं, जिनमें कुछ शासकीय के अलावा श्री विट्ठल मंदिर, जिम्नेश्वर महादेव और श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के नाम की जमीन भी शामिल है। इस आशय के राजपत्र का प्रकाशन बीते दिनों 30 अगस्त को राजपत्र में कर दिया गया।

    अखबार में छपी सूचना तो पता चला

    किसानों को इस योजना की भनक तक नहीं लगी। उन्हें तब पता चला जब तीन सितंबर को एक स्थानीय अखबार में योजना की घोषणा की सूचना प्रकाशित हुई। यह सूचना भी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से किसानों को मिली।

    इसके बाद वे परेशान हो गए। इसके अंत में प्रकाशित किया गया है कि कोई भी व्यक्ति इस सूचना के राजपत्र में प्रकाशन की दिनांक से स्कीम में शामिल किए गए क्षेत्र के भीतर किसी प्रकार की भूमि का उपयोग या भवन में परिवर्तन या कोई भी विकास, संचालक नगर तथा ग्राम निवेश की अनुमति के नहीं करेगा।

    इस सूचना से किसान आगबबूला हो गए और कलेक्टर कार्यालय जाकर प्राधिकरण के सीईओ अभिषेक शर्मा को शिकायत की। जानकारी के अनुसार प्राधिकरण किसानों से 
लैंड पुलिंग की तरह भूमि लेने के मूड में है। इसके तहत किसानों को उनकी भूमि की आधी भूमि विकसित करके दी जाएगी।

    किसानों के दोव-आपत्ति लिए जाएंगे

    अभी स्कीम के आशय की घोषणा की है। किसानों के दावे-आपत्ति विधिवत लिए जाएंगे। दावा-आपत्ति निराकरण समिति आपत्तियों पर सुनवाई कर निराकरण करेगी। – अभिषेक शर्मा, सीईओ, देवास विकास प्राधिकरण

  • Swine Flu in Indore: मैक्सिको से इंदौर पहुंचा स्वाइन फ्लू का वायरस, ले ली डीएवीवी डेटा साइंस एचओडी की जान

    डॉ. विजय बाबू गुप्ता जिनकी स्वाइन फ्लू से मौत हो गई।

    HighLights

    कॉलेज के कार्यक्रम में मैक्सिको से आए प्रोफेसर से मिलने के बाद से थे बीमार।तबीयत बिगड़ने के कारण पिछले तीन दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।उन्हें सर्दी, खांसी के साथ तेज बुखार था, जांच में वो स्वाइन फ्लू पॉजिटिव मिले।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Swine Flu in Indore)। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के स्कूल ऑफ डेटा साइंस के एचओडी डॉ. विजय बाबू गुप्ता की शनिवार को स्वाइन फ्लू से मौत हो गई। यह इस वर्ष स्वाइन फ्लू से होने वाली पहली मौत है। उनका करीब सात दिनों से निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। उनके साथ पत्नी और बेटी भी संक्रमित थीं, जिन्हें दो दिन पहले ही डिस्चार्ज कर दिया गया।

    अभी वह आइसोलेट हैं। बता दें कि 23-24 अगस्त को विश्वविद्यालय में हुई दो दिवसीय बिजनेस इंटेलिजेंस, कम्प्यूटेशनल गणित और डेटा एनालिटिक्स पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में मैक्सिको से आए प्रोफेसर से हुई मुलाकात के बाद से ही वह बीमार थे।

    मैक्सिको से आए प्रोफेसर से ही स्वाइन फ्लू का वायरस फैलने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि वह करीब तीन दिनों तक उनके साथ ही पूरे समय रहे थे। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को स्वाइन फ्लू के साथ ही स्लीप एपनिया और हाइपरटेंशन सहित अन्य बीमारियां भी थीं। उनका अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में उपचार चल रहा था।

    तीन दिन तक रहे वेंटिलेटर पर

    स्वजन ने बताया कि शनिवार को डॉ. गुप्ता को सर्दी, खांसी के साथ तेज बुखार था। इसके चलते उन्हें सुयश अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जांच में वह स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए थे। तबीयत बिगड़ने के कारण पिछले तीन दिनों से उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। वह पत्नी और दो बेटियों के साथ रहते थे।

    इस साल इंदौर में मिले कुल 13 मरीज

    हमें अस्पताल से अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है। जनवरी से अब तक इंदौर में कुल 13 पाजिटिव मामले पाए गए हैं और अभी तीन मरीज एक्टिव हैं, जिनका उपचार चल रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक अगर किसी को सर्दी और तेज बुखार जैसी शिकायतें हों तो उन्हें तुरंत इलाज लेना चाहिए। स्वाइन फ्लू को एच1एन1 इन्फ्लुएंजा वायरस के रूप में भी जाना जाता है। स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए नियमित रूप से फ्लू का टीका लगवाना चाहिए। – डॉ. अंशुल मिश्रा, जिला महामारी विज्ञानी

    स्वाइन फ्लू के लक्षण

    बुखार और ठंड लगना। खांसी और गले में खराश। नाक बहना या बंद होना। सिर और मांसपेशियों में दर्द। थकान और कमजोरी। उल्टी-दस्त लगना।

    स्वाइन फ्लू के कारण

    संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से यह वायरस फैलता है। संक्रमित सतहों को छूना और फिर मुंह, नाक या आंखों को छूना। भीड़-भाड़ वाले स्थानों में रहना, जहां वायरस का फैलाव हो।

    चिंता : इसी माह डीएवीवी आएंगी राष्ट्रपति

    इसी माह 17 और 18 सितंबर को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु भी विश्वविद्यालय में आयोजित होने वाले दीक्षा समारोह में शामिल होने के लिए आ रही हैं। चिंता की बात यह है कि प्रोफेसर भी इसी कैंपस में रहते थे। ऐसे में अब प्रशासन को और भी अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है, क्योंकि इस कार्यक्रम में भी बड़ी संख्या में भीड़ एकत्रित होगी।

  • Ratlam: अवैध वसूली के लिए किडनैप करने वाले 6 आरोपी गिरफ्तारी, गैंगस्‍टर सुधाकर राव मराठा की तलाश

    स्टेशन रोड थाने से कोर्ट ले जाते समय हंसते हुए आरोपित मनोज वर्मा व नटवर उर्फ पाटिल। पुलिस जवान के साथ आरोपित चंदू शिवानी व सन्नी शिवानी।

    HighLights

    लेनदेन के मामले में बालाजी होटल के संचालक का अपहरण कर धमकाने का मामला पुलिस ने देर रात दी दबिश, पकड़े गए आरोपितों में सीए, प्राॅपर्टी ब्रोकर भी शामिल। पुलिस का कहना है कि गैंगस्‍टर सुधाकर को भी जल्‍द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, रतलाम। अवैध वसूली के लिए अपहरण व धमकाने के मामले में शहर के रसूखदारों सहित गैंगस्टर के खिलाफ पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। सात में से छह आरोपितों को पुलिस ने शुक्रवार-शनिवार रात ही गिरफ्तार कर लिया, जबकि गैंगस्टर सुधाकर राव मराठा की तलाश की जा रही है।

    एसपी राहुल कुमार लोढा ने मीडिया को बताया कि होटल बालाजी व मिडवे ट्रीट के संचालक फरियादी जितेंद्र राठौड़ निवासी न्यू रोड ने छह सितंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उन्होंने वर्ष 2014 में आरोपित चंदू शिवाना निवासी शास्त्रीनगर से हुंडी ब्याज पर रुपये उधार लिए थे।

    उसके बदले 2019 तक दो करोड़ रुपये ब्याज सहित चंदू शिवानी को वापस कर चुके है। इसके बाद भी उसने डरा धमकाकर कोरे स्टाम्प पर हस्ताक्षर करवाकर 1.67 करोड़ रुपये की नगत लेनदेन की लिखापढ़ी से 6.96 करोड़ रुपये में होटल बालाजी खरीदने का फर्जी स्टाम्प तैयार कर लिया था। यह मामला सिविल न्यायालय में चल रहा है।

    26 अगस्त को वह घर के बाहर खड़े थे। इस दौरान आरोपित मनोज वर्मा व उसका साथी पाटिल ने आकर कहा कि तुझे बास सुधाकर राव मराठा ने सुनील दुबे के घर बुलाया है। मना करने पर जबरन घसीटकर मेरी ही कार में बैठाकर सुनील दुबे के घर ले गए।

    वहां आरोपित गैगस्टर सुधाकर मराठा, सुनील दुबे, सीए रवि डफरिया व प्रापर्टी ब्रोकर चंदू शिवानी का पुत्र सन्नी शिवानी बैठे थे। सुधाकर ने गाली-गलौच कर कहा कि चंदू शिवानी, रवि डफरिया व सन्नी शिवानी से जो केस चल रहा है उसे वापस ले लेना और सेटलमेंट के 25 लाख रुपये भिजवा देना। नहीं तो जान से खत्म कर दूंगा।

    15-20 दिन की मोहलत देता हूं, रकम का इंतजाम कर लेना। इसके बाद सुनील दूबे ने लगातार फोन कर रूपये मांगे। स्टेशन रोड थाने पर आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 127 (2), 119 (1), 140 (3), 296, 351 (2), 3 (5) में प्रकरण दर्ज किया गया।

    छह आरोपितों को जेल भेजा

    एसपी ने बताया कि आरोपित प्रापर्टी ब्रोकर चंदू शिवानी, सन्नी शिवानी, सीए रवि डफरिया, सुनील दुबे, मनोज वर्मा, नटवर उर्फ पाटिल को गिरफ्तार कर लिया। सुधाकर को भी शीघ गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    आरोपितों को गिरफ्तार करने में थाना प्रभारी दिनेश भोजक, एसआई प्रेमसिंह हटिला, एएसआई शिव नामदेव, प्रधान आरक्षक योगेंद्रसिंह जादौन, महेंद्र फतरोड, हेमंत परमार, मनीष यादव, सीमा यादव आदि शामिल थे।

    उधर, पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों को रविवार को न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।

  • Pension eKYC: ई-केवाईसी अपडेट होते ही एरियर के साथ मिलेगी पेंशन

    शहडोल में हर साल 6 करोड़ रुपये पेंशन भुगतान होता है।

    HighLights

    सामाजिक न्याय विभाग का चल रहा है सत्यापन अपात्र, एकाधिक लाभ लेने वालों की रुकेगी पेंशन पात्र हितग्राहियों को एरियर के साथ पेंशन मिलेगी

    नईदुनिया प्रतिनिधि, शहडोल: जिले में 12 तरह की श्रेणियों पर मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हितग्राहियों की ई-केवाईसी अपडेट हुई तो हजारों लोगों की पेशन रुक गई है। इसके बाद पेंशन नहीं मिलने की शिकायतों पर विराम लगाने के लिए आदेश हुआ है। अब केवाईसी अपडेट हाेने पर यदि हितग्राही पात्र होगा तो एरियर के साथ पेंशन दी जाएगी। यानी जितने महीने से पेंशन रुकी है,उसका एक साथ भुगतान होगा।

    उम्र में अंतर आने से रुकी पेंशन

    जिले में 87 हजार 634 लाेंगों को पेंशन मिल रही है, जिसमें वृद्ध, दिव्यांग, विधवा, पति त्यागता सहित सभी श्रेणी के लोग शामिल हैं। इनमें 2255 लोगों की पेंशन रोकी गई है। समग्र के साथ आधार लिंक करने साथ ई-केवाईसी अपडेट करने पर कई लोगों की उम्र में अंतर आने से पेंशन रुकी है, तो कई लोग ऐसे हैं, जो पात्र नहीं है और पेंशन ले रहे थे।

    लगातार की जा रही ई-केवाईसी

    सामाजिक न्याय विभाग की उपसंचालक प्रज्ञा मरावी ने बताया कि किसी पात्र हितग्राही की पेंशन बंद नहीं की गई है, लेकिन शासन के निर्देश है कि हर हितग्राही की केवाईसी अपडेट करनी है। केवाईसी अपडेट नहीं होने पर पेंशन रुक रही है। हम लगातार ई-केवाईसी करा रहे हैं। अब उसी को पेंशन मिलेगी जिनकी ई-केवाईसी अपडेट होगी।

    अपात्र भी ले रहे थे पेंशन

    मरावी ने बताया कि केवाईसी में कई ऐसे लोग भी पकड़ में आ रहे हैं, जिनकी उम्र 60 साल से कम है और वे पेंशन ले रहे हैं। इसी तरह कई लोग ऐसे भी हैं जो पात्र ही नहीं है और गलत तरीके से जानकारी देकर लाभ ले रहे थे। इस पर छन्ना लगाने के लिए यह पहल हो रही है। जाे पात्र होंगे उन्हें एरियर के साथ पेंशन की राशि भुगतान करने के निर्देश शासन से मिले हैं।

    एक से अधिक योजना का ले रहे लाभ

    उपसंचालक मरावी ने बताया कि शासन ने सभी तरह की सामाजिक सुरक्षा पेंशन के एक पोर्टल बना दिया है और इसी पोर्टल पर ईकेवाइसी अपडेट हो रही है। इसमें वे लोग भी पकड़ में आ रहे है जो एक अधिक योजना का लाभ ले रहे, जबकी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिए शासन ने एक गाइड लाइन तय किया है।

    उसी गाइड लाइन पर काम हो रहा है, जिसके कारण कुछ लोगों की पेंशन रुकी है। सभी का सत्यापन हो रहा है और यदि वे पात्र होंगे तो उन्हें पेंशन मिलने लगेगी। जिले में हर साल छह करोड़ रुपये के आसपास सामाजिक सुरक्षा पेंशन का भुगतान किया जा रहा है।

  • उज्जैन में दुष्कर्म का वीडियो वायरल करने वाले की तलाश, प्रियंका वाड्रा के पोस्ट से गरमाई राजनीति

    उज्जैन में फुटपाथ पर महिला से दुष्कर्म का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ था वायरल। प्रतीकात्तम तस्वीर

    HighLights

    प्रियंका वाड्रा ने लिखा- पवित्र भूमि पर मानवता शर्मसार हुई। पूर्व सीएम कमल नाथ ने लिखा- प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप। वीडियो बनाने वाला नागदा की बस से उज्जैन में उतरा था।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। उज्जैन के कोयला फाटक क्षेत्र में एक महिला के साथ फुटपाथ पर दुष्कर्म के मामले में राजनीति गरमाई हुई है। शुक्रवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। प्रियंका ने लिखा कि पवित्र भूमि पर ऐसी घटना से मानवता कलंकित हुई है। वहीं कमल नाथ ने कानून व्यवस्था ठप होने की बात लिखी।

    इधर पुलिस घटना का वीडियो बनाकर वायरल करने वाले की तलाश में जुटी है। बता दें कि मेघनगर झाबुआ में रहने वाली 45 वर्षीय महिला उज्जैन में आकर रह रही थी। महिला को झांसा देकर लोकेश पुत्र ओंकारलाल निवासी राजीव नगर ने पहले शराब पिलाई और फिर दुष्कर्म किया था।

    दुष्कर्म के आरोपित की वीडियो से हुई थी पहचान

    किसी व्यक्ति ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। मामले में पुलिस ने बुधवार को वीडियो के आधार पर आरोपित लोकेश की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया।

    पुलिस अब दुष्कर्म का वीडियो बनाने वाले की तलाश में जुटी है। एएसपी नीतेश भार्गव ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मोबाइल से वीडियो बनाया उसने दुष्कर्म करने वाले व्यक्ति को रोका क्यों नहीं, इसके अलावा उसने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया।

    वीडियो बनाने वाला नागदा से आई बस से उतरा था

    जांच में सामने आया है कि वीडियो बनाने वाला व्यक्ति नागदा से आई बस से कोयला फाटक पर उतरा था। पुलिस उसकी पहचान करने में जुटी। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।

    कांग्रेस मध्य प्रदेश को कर रही बदनाम

    भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मप्र में डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार है। यहां कानून अपना काम करता है। प्रदेश में कोई भी घटना होती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई होती है। उज्जैन की घटना में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। कांग्रेस हर किसी प्रकार के मुद्दे पर घड़ियाली आंसू बहाती है। प्रदेश को बदनाम किया जा रहा है।

    पूरा देश सन्न

    दुष्कर्म के मामले में अब राष्ट्रीय स्तर पर राजनीति गर्माने लगी है। शुक्रवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इंटरनेट मीडिया पर की पोस्ट में लिखा है कि उज्जैन, मध्य प्रदेश में दिनदहाड़े फुटपाथ पर महिला के साथ दुष्कर्म की घटना अत्यंत भयावह है।

    आज पूरा देश सन्न है कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी इस मामले में कहा है कि पूरे मप्र में महिलाओं के साथ ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। प्रदेश की कानून व्यवस्था ठप हो चुकी है।

  • उज्जैन: किसने बनाया रेप का वीडियो, पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी

    उज्‍जैन में 45 वर्षीय महिला से दुष्‍कर्म का बनाया गया था वीडियो। – सांकेतिक चित्र।

    HighLights

    प्रियंका गांधी ने पोस्ट में लिखा- उज्जैन की पवित्र भूमि पर ऐसी घटना से मानवता कलंकित। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी प्रतिक्रिया दी। कहा- मध्‍य प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप। भाजपा ने किया कांग्रेस पर पलटवार, कहा-किसी भी घटना पर तुरंत होती है कार्रवाई।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। शहर में कोयला फाटक क्षेत्र में महिला से फुटपाथ पर दिन-दहाड़े दुष्कर्म के मामले में राजनीति गरमा गई है। शुक्रवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मध्य प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा।

    प्रियंका ने लिखा कि पवित्र भूमि पर ऐसी घटना से मानवता कलंकित हुई है, वहीं कमलनाथ ने कानून व्यवस्था ठप होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में कोई भी घटना होती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई होती है।

    उज्जैन की घटना में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह प्रदेश को बदनाम करने का काम कर रही है। वहीं, अब पुलिस घटना का वीडियो बनाकर बहुप्रसारित करने वाले की तलाश में जुटी है।

    हालांकि महिला से दुष्कर्म का अरोपित पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि कि किसी व्यक्ति ने दुष्कर्म का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामले में पुलिस ने बुधवार को वीडियो के आधार पर आरोपित लोकेश की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया।

    वीडियो बनाने वाला नागदा से आई बस से उतरा था

    उज्जैन के एएसपी नीतेश भार्गव ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मोबाइल से वीडियो बनाया, उसने दुष्कर्म करने वाले को रोकने और पुलिस को सूचना देने के बजाय वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि वीडियो बनाने वाला व्यक्ति नागदा से आई बस से कोयला फाटक पर उतरा था। पुलिस उसकी पहचान करने में जुटी है। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

  • महाकाल के आंगन में भक्त देख सकेंगे, 1000 साल पहले कैसा था मंदिर… जमीन से मिले पुरावशेषों को दिया जा रहा रूप

    राजेश वर्मा, नईदुनिया, उज्जैन(Ujjain News)। महाकाल के आंगन में भूगर्भ से निकले मंदिर के पुरावशेषों को पुरातत्व के विद्वानों की देखरेख में शिव मंदिर का रूप दिया जा रहा है। भक्त एक बार फिर देख सकेंगे कि 1000 साल पहले यह शिव मंदिर कैसा दिखाई देता था। महाकाल मंदिर समिति का कहना है कि यह मंदिर 36 फीट ऊंचा बनाया जाएगा। इसके पुनर्निर्माण में छह माह का समय लग सकता है।

    करीब दो साल पहले यहां नवनिर्माण के लिए की जा रही खोदाई में शिव मंदिर का आधार भाग प्राप्त हुआ था। इसके साथ ही मंदिर के भग्न अवशेष तथा शिवलिंग आदि प्राचीन मूर्तियां भी मिली थीं। मंदिर समिति ने पुरासंपदा प्राप्त होने की जानकारी मध्य प्रदेश पुरातत्व विभाग को दी थी। इसके बाद भोपाल से पुरातत्व के जानकारों का दल उज्जैन पहुंचा और पुरावशेषों की पड़ताल की।

    आक्रांताओं ने मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया था

    जांच में पाया गया कि शिव मंदिर करीब एक हजार साल पुराना है, उस समय आक्रांताओं ने इसे क्षतिग्रस्त कर दिया था। विभाग ने प्राचीन शिल्पकला के संरक्षण के लिए उसी स्थान पर मंदिर के पुनर्निर्माण का निर्णय लिया।

    करीब छह माह पहले नवनिर्माण के लिए बिखरे पड़े अवशेषों का मिलान कर नंबरिंग की गई थी। अब नंबरों के अनुसार पत्थरों को जोड़ा जा रहा है। पुरातत्व अधिकारी डॉ. रमेश यादव ने बताया भूगर्भ से निकले मंदिर के अवशेषों को जोड़ने का काम शुरू हो गया है। कहीं कोई पत्थर की कमी लगती है, तो प्रदेश के अन्य जिलों से इसी प्रकार का पत्थर मंगवाया जा रहा है। सामग्री के प्रबंध में समय लग रहा है, वर्षा का मौसम होने से भी काम की गति धीमी है।

    इसी तरह पुरावशेषों से खड़ा हुआ बटेश्वर मंदिर समूह

    पुरातत्व विभाग के अनुसार आठवीं से 10वीं शताब्दी के बीच गुर्जर-प्रतिहार राजवंश के शासनकाल में 200 मंदिरों का एक समूह बनाया गया था, मुरैना जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित इस जगह को बटेश्वर मंदिर समूह के रूप में पहचाना जाता है।

    पुरातत्व विभाग के अनुसार भूकंप या बाढ़ जैसी किसी आपदा से 13वीं शताब्दी में यह मंदिर नष्ट हो गए। इसका पुरावशेष मौजूद था। बटेश्वर को 1920 में संरक्षित स्थलों की सूची में शामिल किया गया, लेकिन इसके संरक्षण का काम साल 2005 में पुरातत्व विभाग के तत्कालीन अधीक्षक केके मोहम्मद ने शुरू किया और भग्नावस्था में पड़े पत्थरों को चुन-चुन कर उनसे 60 मंदिरों को उनके पुराने स्वरूप में खड़ा किया गया।

    बजट के अभाव में करीब 14 साल पहले जीर्णोद्धार का काम बंद हो गया। ढाई साल पहले इंफोसिस फाउंडेशन की सुधा मूर्ति ने आर्थिक मदद दी, जिससे बटेश्वर का सबसे बड़ा मंदिर, विष्णु मठ मंदिर फिर पुराने स्वरूप में बनकर तैयार हो गया है।

  • पश्चिम बंगाल के सड़क हादसे में चार जवानों की मौत, MP के प्रदीप पटेल भी शामिल

    जवानों की सड़क हादसे में मौत।

    एएनआई, पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल के पेडोंग से पाक्योंग जिले में सिल्क रूट पर जुलुक जा रहे भारतीय सेना के चार जवानों की एक सड़क हादसे में मौत हो गई। मृतकों में मध्य प्रदेश के ड्राइवर प्रदीप पटेल भी शामिल हैं।

    पश्चिम बंगाल के बिनागुड़ी यूनिट के थे

    Four Indian Army personnel died in a road accident today commuting from Pedong in West Bengal to Zuluk along Silk Route in Pakyong District. The deceased include driver Pradeep Patel from Madhya Pradesh, craftsman W. Peter from Manipur, Naik Gursev Singh from Haryana and Subedar… pic.twitter.com/kdcytILLkN

    — ANI (@ANI) September 5, 2024

    मध्य प्रदेश के प्रदीप पटेल, मणिपुर के शिल्पकार डब्लू पीटर, हरियाणा के नायक गुरसेव सिंह और तमिलनाडु के सूबेदार के थंगापंडी शामिल हैं। भारतीय सेना के अधिकारियों का कहना है कि ड्राइवर समेत सभी मृतक सैन्यकर्मी पश्चिम बंगाल के बिनागुड़ी की एक यूनिट के थे।

    खबर अपडेट की जा रही है…