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  • Shining MP Conclave: शाइनिंग एमपी कॉन्क्लेव में 80 स्टार्टअप और 50 निवेशक लेंगे भाग, 23 और 24 अगस्त को होगा दूसरा चरण

    HighLights

    स्टार्टअप्स के लिए शाइनिंग एमपी कॉन्क्लेव का आयोजन होने जा रहा हैकॉन्क्लेव का दूसरा संस्करण 23 और 24 अगस्त को ग्वालियर में होगा निवेशकों को इस क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों से अवगत कराया जा सके

    नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से ठीक पहले ग्वालियर में स्टार्टअप्स के लिए शाइनिंग एमपी कॉन्क्लेव का आयोजन होने जा रहा है। जय पैलेस में 23 और 24 अगस्त को होने वाले इस दो दिवसीय आयोजन में प्रदेश के 80 स्टार्टअप्स और 50 निवेशक भाग ले रहे हैं।

    2023 में प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया द्वारा फ्लूइड वेंचर्स के सहयोग से शुरू किया गया यह महत्वाकांक्षी आयोजन मध्य प्रदेश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया जा रहा है, जिससे स्टार्टअप और निवेशकों को इस क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों से अवगत कराया जा सके।

    इस तरह स्टार्टअप्स लेंगे भाग

    कॉन्क्लेव के आयोजन के पीछे सरकार और स्टार्टअप के इकोसिस्टम के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करना भी प्रमुख उद्देश्य है। कान्क्लेव के दूसरे संस्करण में 80 स्टार्टअप्स और 50 निवेशक भाग लेंगे। इस दो दिवसीय कार्यक्रम में 4 मुख्य भाषण, 6 पैनल चर्चाएं और 15 स्टार्टअप्स द्वारा 15 निवेश पिच शामिल होंगी।

    आयोजकों के अनुसार, शाइनिंग एमपी कॉन्क्लेव एक ऐसा मंच बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां स्टार्टअप्स, निवेशक, और नीति निर्माता बेहतर नीतियों को विकसित करने और मध्य प्रदेश में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए सार्थक चर्चाओं में शामिल हो सकें।

    युवाओं को मिलेगा नया मौका

    यह कार्यक्रम स्टार्टअप्स और निवेशकों द्वारा सामना की गई चुनौतियों की पहचान और उनका समाधान, सहयोग को बढ़ावा देने और क्षेत्र में नवाचार को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित होगा। पिछले साल के आयोजन में 40 निवेशकों और 50 स्टार्टअप्स की भागीदारी के साथ बड़ी सफलता हासिल की थी।

    इस वर्ष, बढ़ी हुई भागीदारी और समृद्ध सामग्री के साथ, कान्क्लेव का उद्देश्य मध्य प्रदेश में स्टार्टअप परिदृश्य पर और भी अधिक प्रभाव डालना है। क्या है शाइनिंग एमपी कान्क्लेव शाइनिंग एमपी कान्क्लेव स्टार्टअप्स, निवेशकों और नीति निर्माताओं के लिए एक ऐसा मंच प्रदान करता है, जहां वे जुड़ सकें, सहयोग कर सकें और मध्य प्रदेश के बेहतर भविष्य के लिए अभिनव समाधान बना सकें।

  • MP में प्रमुख मार्गों पर बेसहारा मवेशियों को रोकने के होंगे प्रबंध, एसीसएस गृह की अध्यक्षता में बनी समिति

    सड़कों पर विचरते निराश्रित मवेशी (प्रतीकात्मक चित्र)

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    पांच सदस्यीय समिति में संबंधित विभागों के सचिव शामिल।गोवंश को सड़क पर आने से रोकने चलाया जाएगा अभियान। मवेशियों के नियंत्रण हेतु मिले सुझावों को भी करेंगे शामिल।

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश के प्रमुख मार्गों में बेसहारा मवेशियों को आने से रोकने के प्रबंध किए जाएंगे। प्रदेश भर में 15 दिन तक विशेष अभियान चलाकर मवेशी नियंत्रण की कार्रवाई की जाएगी। राज्य शासन ने इसके लिए आवारा मवेशी समिति का गठन किया है। समिति के अध्यक्ष अपर मुख्य सचिव गृह होंगे। समिति में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग और प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी विभाग को सदस्य बनाया गया है। प्रमुख सचिव नगरीय आवास एवं विकास समिति के सदस्य सचिव रहेंगे। इस विशेष अभियान अंतर्गत मवेशियों के नियंत्रण हेतु प्राप्त सुझावों को भी शामिल किया जाएगा।

    कलेक्टरों को दिए थे निर्देश

    गौरतलब है कि इसके पूर्व राज्य शासन के पशुपालन व डेयरी विभाग द्वारा सभी जिलों के कलेक्टरों को प्रमुख मार्गों पर आवारा मवेशियों के नियंत्रण हेतु उपाय करने के निर्देश जारी किए गए थे। इसके लिए प्रत्येक जिले को 05-05 लाख रुपये अनुदान देने की भी बात कही गई थी।

    पशुपालकों पर कसी जाएगी नकेल

    दरअसल, प्रमुख मार्गों में बेसहारा मवेशियों के घूमने या बैठने से कई जगह सड़क दुर्घटनाएं जुलाई-अगस्त में हो चुकी हैं। पशुपालक बारिश के दिनों में मवेशियों को खुले में छोड़ देते हैं जिससे यह समस्या हो रही है। इस समिति के सुझावों के आधार पर इस समस्या का स्थायी हल निकाला जाएगा। ऐसे पशुपालकों पर कड़ी कार्रवाई भी शुरू हो सकती है।

  • BJP नेता को गोली मारने के आरोपित रिटायर्ड फौजी पर जेल में हुआ हमला, बैरक में आकर नुकीली चीज से किया हमला

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    सेवानिवृत्त फौजी के गाल पर आई चोट जेल भैरवगढ़ में जानलेवा हमला हुआ हैहमला करने वाले को अंडा सेल में किया बंद

    नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। कालोनाइजर व भाजपा नेता प्रकाश यादव को गोली मारने के आरोपित सेवानिवृत्त फौजी पर केंद्रीय जेल भैरवगढ़ में जानलेवा हमला हुआ है। हत्या के मामले में वर्ष 2021 से जेल में बंद एक आरोपित ने नुकीली चीज से वार किया है। जेल अधीक्षक ने हमला करने के आरोपित को अंडा सेल में बंद कर उसके खिलाफ जेल अपराध दर्ज किया गया है।

    बता दें कि हामूखेड़ी निवासी प्रॉपर्टी कारोबारी व भाजपा नेता प्रकाश यादव का करीब एक माह पूर्व पड़ोस में रहने वाले सेवानिवृत्त फौजी सुरेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया से बच्चों के खेलने को लेकर विवाद हो गया था। पारिवारिक विवाद बढ़ा और यादव और भदौरिया आमने सामने हो गए थे।

    भदौरिया ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से यादव को गोली मार दी थी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। आरोप है कि यादव समर्थकों ने भदौरिया के घर में घुसकर उसके स्वजन से मारपीट की थी। इसमें उसकी मां भी घायल हो गई थी।

    सात को गिरफ्तार किया

    पुलिस ने हत्या का प्रयास का केस दर्ज कर भदौरिया सहित सात को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद से ही भदौरिया केंद्रीय जेल भैरवगढ़ के खंड ब में बैरक नंबर छह में बंद था। दूसरे पक्ष पर भी कायमी की गई थी। गुरुवार दोपहर भदौरिया अपनी बैरक में खाना खा रहा था।

    उसी दौरान हत्या के मामले में 20 नवंबर 2021 से जेल में बंद अमन उर्फ गांजा पुत्र ओमप्रकाश निवासी प्रकाश नगर भी बैरक में पहुंच गया था। यहां उसने किसी नुकीली चीज से भदौरिया पर हमला कर दिया। इससे जेल में हड़कंप मच गया।

    हमले को लेकर प्रकरण दर्ज

    जेल अधीक्षक मनोज साहू ने बताया कि अमन हत्या व हत्या के प्रयास के मामले में वर्ष 2021 में जेल में आया था। वह खंड ब में ही बैरक नंबर दो में बंद था। गुरुवार को उसने भदौरिया पर हमला किया है। अमन ने किस चीज से हमला किया वह नहीं मिली है।

    हालांकि भदौरिया को मामूली चोट लगी है। अमन के खिलाफ जेल अपराध दर्ज किया गया है। जेल में हमला करने को लेकर उसे अंडा सेल में बंद कर दिया गया है। उसे कुछ दिनों के लिए जेल में अंडा सेल में बंद कर दिया गया है।

  • महाकाल मंदिर के गणेश मंडप में घुसे तीन आवारा कुत्ते आपस में लड़े, जान बचाकर भागे श्रद्धालु

    महाकाल मंदिर के गणेश मंडप में श्रद्धालुओं के बीच आपस में लड़ते आवारा कुत्ते।

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    महाकाल मंदिर परिसर में घूमते रहते हैं आवारा कुत्ते। गेट पर सुरक्षाकर्मी होने के बाद भी ये अंदर घुस आए। कुत्तों की लड़ाई से मंदिर में मच सकती थी भगदड़।

    उज्जैन(Mahakal Mandir Ujjain)। उज्जैन के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में आवारा कुत्तों का आतंक खत्म नहीं हो रहा है। शुक्रवार रात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें तीन कुत्ते गणेश मंडप में आपस में लड़ रहे हैं। श्रद्धालु इनसे डरकर जान बचाकर इधर-उधर भागते नजर आए।

    पहले भी महाकाल मंदिर परिसर में आवारा कुत्ते कई बार श्रद्धालुओं को काट चुके हैं। इन्हें बाहर करने और पकड़ने के लिए नगर निगम ने कई बार अभियान चलाया, लेकिन इसका कोई असर नजर नहीं आ रहा है।

    मच सकती थी भगदड़

    सावन माह में महाकाल मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें कुत्ते आपस में लड़ रहे हैं। पास खड़े श्रद्धालु डरकर इधर-उधर भाग रहे हैं। इससे यहां भगदड़ भी मच सकती थी।

    गणेश मंडपर में खड़े होकर दर्शन करते हैं श्रद्धालु

    महाकालेश्वर मंदिर समिति द्वारा मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं को किस प्रकार की सुविधा दी जा रही है इसका ताजा उदाहरण शुक्रवार रात देखने को मिला। मंदिर के अंदर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिए गणेश मंडपम तय किया गया है। श्रद्धालु गणेश मंडपम में खड़े रहकर भगवान महाकाल के दर्शन करते हैं।

    शयन आरती के पहले मंदिर में घुसे कुत्ते

    ऐसे में शुक्रवार रात को गणेश मंडपम में तीन आवारा कुत्तों का आतंक देखने को मिला। यहां रात में शयन आरती के पहले 10 बजे कुत्ते आपस में लड़ते दिखाई दिए। तीनों कुत्ते आपस में एक दूसरे को काट रहे थे। ऐसे में श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला।

    जान बचाकर भागे श्रद्धालु

    श्रद्धालु अपनी जान बचाकर भागते दिखे। गनीमत रही की कुत्तों ने किसी श्रद्धालुओं को नहीं काटा। यहां बता दे की पूर्व में मंदिर परिसर में ही इन्ही कुत्तों द्वारा कई बार श्रद्धालुओं को काटा भी गया है। मंदिर के अंदर कुत्तों के इस आतंक को देखकर यह भी स्पष्ट हो गया है कि महाकाल मंदिर समिति श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर कितनी चिंतित है।

    महाकाल मंदिर की देखरेख का जिम्मा मंदिर समिति के पास है। इसके अलावा मंदिर समिति द्वारा ही निजी सुरक्षा एजेंसी, मंदिर समिति कर्मचारी और पुलिसकर्मी की ड्यूटी भी लगाई जाती है। बावजूद इसके इस प्रकार की घटना घटित होना मंदिर को शर्मसार कर रहा है।

  • Betul News: वाहन में की जा रही थी गोवंश की तस्करी, दो की दम घुटने से हुई मौत

    मालवाहक वाहन में भरकर की जा रही थी गोवंश की तस्करी।

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    बोरियों के नीचे छिपाकर की जा रही थी गोवंश की तस्करी।राष्ट्रीय हिंदू सेना के कार्यकर्ता सूचना पर मौके पर पहुंचे थे।रोकने का प्रयास किया तो चालक वाहन छोड़ भाग गया।

    बैतूल। राष्ट्रीय हिंदू सेना की सतर्कता और सक्रियता ने एक बार फिर गो तस्करी का प्रयास नाकाम कर दिया गया। मालवाहक वाहन में क्रूरतापूर्वक 10 गोवंश भरकर महाराष्ट्र के कत्लखाने ले जाए जा रहे थे। हिंदू सेना एवं पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से घबराकर तस्कर गांव के कच्चे मार्ग पर वाहन छोड़कर भाग गए। वाहन में दो गोवंश की दम घुटने से मौत हो गई थी, जबकि आठ घायल हो गए थे।

    त्रिवेणी गोशाला भेजा

    सभी गोवंश का उपचार कराने के बाद त्रिवेणी गोशाला पहुंचाया गया। राष्ट्रीय हिंदू सेना के प्रदेश अध्यक्ष दीपक मालवीय ने बताया कि रात करीब दो बजे सूचना मिली थी कि चिचोली-चिरापाटला क्षेत्र से मालवाहक वाहन में भरकर गोवंश की तस्करी की जा रही थी।

    वाहन चालक भाग गया

    उन्‍होंने बताया कि गढ़ा टोल प्लाजा पर जब वाहन को रोकने का प्रयास किया गया तो वाहन चालक बेरियर तोड़कर भाग गया। खेड़ी के पास मोड़ी गांव के कच्चे रास्ते में तस्कर वाहन छोड़कर भाग गए। वाहन के ऊपर तिरपाल और बोरियों में भूसा भरा हुआ था।

    नीचे पटिया लगाकर गोवंश को छिपाया

    जब बोरियां हटाई गईं तो पाया गया कि नीचे पटिया लगाकर गोवंश को छिपाया गया था। गोवंश के चारों पैरों और मुंह को रस्सियों से बांध दिया गया था, जिससे दो गोवंश की मौत हो गई। अन्य गोवंश गंभीर रूप से घायल हो गए थे। खेड़ी चौकी पुलिस ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ मामला दर्ज कर बिना नंबर के माल वाहक वाहन को जब्त कर लिया है।

  • चौथे माले से गिरने से एमबीबीएस छात्रा की मौत, चीन से कर रही थी मेडिकल की पढ़ाई

    पीएम के बाद छात्रा के शव को एंंबुलेंस से घर ले जाया गया।

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    मृतका चीन में रहकर कर रही थी एमबीबीएस की पढ़ाईबताया जा रहा है कि छात्रा डिप्रेशन में थी और हुआ था चेकअपखुदकुशी के एंगल से कर रही है पुलिस जांच

    ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। दीनदयाल नगर में कोठारी हाउस के सामने चौथे माले से गिरकर एमबीबीएस छात्रा की मौत हो गई। छात्रा चीन में रहकर पढाई कर रही थी। पांच दिन पहले ही चीन से अपने घर पर आई थी। घटना के बाद छात्रा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि पुलिस छत से गिरने के कारणों को लेकर जांच कर रही है। क्योंकि मामला खुदकुशी का भी हो सकता है। पुलिस के मुताबिक छात्रा डिप्रेशन में थी। उसके स्वजनों ने उसका चेकअप भी कराया था।

    शहर के महाराज पुरा थाना क्षेत्र में डीडी नगर स्थित कोठारी हाउस के सामने रहने वाले राजीव दुबे आर्मी से रिटायर्ड फौजी हैं। रात करीब साढ़े नौ बजे अचानक तेज आवाज आई और आसपास के लोग व रिटायर्ड आर्मी मैन राजीव बाहर आए तो देखा उनकी 22 वर्षीय बेटी दीक्षा दुबे बाहर सड़क पर पड़ी है। तत्काल ही छात्रा को गोला बिड़ला हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मर्ग कायम कर लिया है।

    एकलौती संतान थी मृतका

    मृतका राजीव दुबे की इकलौती संतान थी और चीन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। चार पांच दिन पहले ही वह चीन से लौटी थी। घटना के बाद पुलिस जांच कर रही है कि कहीं छात्रा ने सुसाइड तो नहीं की है। साथ ही पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मेडिकल स्टूडेंट के डिप्रेशन का कारण क्या है। पुलिस को आशंका है कि उसके डिप्रेशन की जड़ चाइना से जुड़ा कुछ हो सकता है।

  • मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की बढ़ सकती है मुश्किल.. ‘2016 से गुमशुदा मानसिंह मामले की जांच के लिए बने SIT’, सुप्रीम कोर्ट का आदेश

    मंत्री गोविंद सिंह राजपूत (फाइल फोटो)

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    मंत्री गोविंद सिंह पर है मान सिंह को गायब करने का आरोप। सुप्रीम कोर्ट ने नई एसआईटी गठित करने के आदेश दिए। ओबीसी महासभा ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की थी याचिका।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। सागर से 2016 से लापता मान सिंह पटेल की गुमशुदगी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नई स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) गठित करने के आदेश दिए हैं। एसआइटी गठित होने के आदेश से मंत्री गोविद सिंह राजपूत की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं।

    ये है पूरा मामला

    गौरतलब है कि मान सिंह पटेल साल 2016 में लापता हैं। जमीन विवाद मामले में उनके बेटे सीताराम पटेल ने गोविंद सिंह राजपूत और उनके सहयोगियों पर पिता को गायब कराने का आरोप लगाया था। सीताराम ने पुलिस थाने में FIR दर्ज कराने आवेदन दिया था, लेकिन पुलिस ने मान सिंह की गुमशुदगी दर्ज कर ली।

    इस मामले में मंत्री का नाम आने के बाद पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। इस एसआईटी की जांच को सुप्रीम कोर्ट ने महज दिखावा बताते हुए नई एसआईटी बनाने और उसमें दूसरे राज्यों के सीनियर IPS अफसरों को शामिल कर जांच करने के निर्देश दिए हैं।

    मंत्री पर पुश्तैनी जमीन पर कब्जे का आरोप

    मान सिंह के बेटे सीताराम पटेल ने मंत्री गोविंद सिंह राजपूत पर अपने पिता की गुमशुदगी और उनकी पुश्तैनी जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया था। इस मामले में ओबीसी महासभा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। मानसिंह के बेटे सीताराम पटेल ने दावा किया था कि उनके पिता अगस्त 2016 में उस समय लापता हो गए, जब उन्होंने राजपूत के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। सीताराम ने आरोप लगाया था कि उन्हें चुप कराने और संपत्ति पर कब्जा करने के लिए उनके पिता को गायब कराया गया था।

    सीएम हेल्पलाइन पर भी कई बार शिकायत

    स्थानीय प्रशासन और सीएम हेल्पलाइन को कई बार शिकायत करने के बावजूद मान सिंह का पता लगाने के लिए ठोस पुलिस कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद सीताराम ओबीसी महासभा के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट की शरण में गया था।

    मैं अभी गुना में हूं। सुप्रीम कोर्ट ने गुमशुदा व्यक्ति के मामले में एसआईटी गठित करने का आदेश दिया है। मैं इसका स्वागत करता हूं, उसके परिवार को न्याय मिलना चाहिए। खासकर कुछ लोगों से मैंने सुना है कि इसमें किसके खिलाफ टिप्पणी की गई है, तो मेरे खिलाफ कोर्ट द्वारा न तो मेरे कोई टिप्पणी की है, न ही मुझे आज तक कोई नोटिस दिया गया है। न ही जांच में बुलाया गया है। मेरे राजनीतिक विरोधियों द्वारा जो षड्यंत्र रचा गया था, उसमें कोर्ट से पूरा न्याय मिला है। सुप्रीम कोर्ट का बयान पढ़े बगैर जो लोग अनर्गल बयानबाजी और प्रचार करेंगे उनके खिलाफ कोर्ट जाऊंगा। नहीं माने तो मानहानि का केस भी दायर करूंगा। – गोविंद सिंह राजपूत, मंत्री

  • गर्भवती पत्नी की खुदकुशी के सदमे में पांच दिन बाद पति ने पी लिया एसिड.. आठ महीने पहले हुई थी शादी

    दोनों के बीच हुए झगड़े के बाद पांच माह की गर्भवती पत्‍नी ने खुदकुशी कर ली थी। – सांकेतिक चित्र।

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    उपचार के दौरान पति की भी हो गई मौत।मप्र के भोपाल के अयोध्‍या नगर की घटना।नेपाल से आई युवती से की थी युवक ने शादी।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। अयोध्या नगर में एक युवक ने पत्नी की मौत के ठीक पांच दिन बाद एसिड पी लिया, जिसके बाद इलाज के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गई। युवक ने बीते दिसंबर को नेपाल से आई युवती से शादी की थी। तीन अगस्त को उसकी पत्नी ने पारिवारिक विवाद के बाद फांसी लगा ली थी। युवक तब से ही सदमे में था और उसने आठ अगस्त को एसिड पी लिया था।

    अब मामले की जांच कर रही पुलिस

    छह दिन तक एक निजी अस्पताल में युवक का इलाज चला और बुधवार को मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई अनिल साहू के अनुसार 35 वर्षीय रवि जाटव अयोध्या नगर के पास झील नगर में रहकर मजदूरी का काम करता था।

    दोनों के बीच होता था झगड़ा

    उसने करीब आठ महीने पहले नेपाल से आई युवती लक्ष्मी से शादी की थी। दोनों के बीच हुए झगड़े के बाद पांच माह की गर्भवती लक्ष्मी ने खुदकुशी कर ली थी। स्वजनों ने बताया कि दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था। लक्ष्मी की मौत के बाद रवि सदमे में था और उसने अपनी जान दे दी।

    पारिवारिक विवाद के बाद पत्‍नी ने आत्‍महत्‍या कर ली थी। इसके सदमे में पति ने भी जहर खा लिया। उपचार के दौरान उसकी भी मौत हो गई। – अनिल साहू, एएसआई

    नेपाल से प्रेमी के साथ भागकर आई थी

    युवक की पत्नी लक्ष्मी करीब एक साल पहले नेपाल से भागकर भोपाल में अपने प्रेमी के साथ रहने आई थी। साथ में रहने के कुछ दिनों बाद प्रेमी उसे छोड़कर भाग गया। इसके बाद उसी क्षेत्र में रहने वाले रवि जाटव से उसकी दोस्ती हुई और दोनों ने 9 दिसंबर 2023 को शादी कर ली थी।

  • संत सिंगाजी के समाधि दिवस पर दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु, पेश किए निशान, माने जाते हैं निमाड़ के कबीर

    समाधि स्‍थल पर महाआरती की गई। दिनभर संत सिंगाजी के भजन और हलवा प्रसादी का वितरण किया गया। -फाइल चित्र।

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    सावन सुदी की नवमी को महाआरती में जनसैलाब उमड़ पड़ा।संत सिंगाजी की समाधि के श्रद्धालुओं ने किए कतारबद्ध दर्शन।465 साल पहले पिपल्या में संत सिंगाजी ने ले ली थी समाधि।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, खंडवा, मूंदी। निमाड़ के कबीर माने जाने वाले संत सिंगाजी महाराज के 465 वें समाधि दिवस पर मंगलवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने समाधि दर्शन कर निशान पेश किए। सुबह से शुरू हुआ दर्शनों का सिलसिला देर शाम तक चला। इस दौरान दोपहर चार बजे महाआरती की गई। दिनभर संत सिंगाजी के भजन और हलवा प्रसादी का वितरण किया गया।

    जगमगा उठा समाध‍ि परिसर

    शाम सात बजे दीप स्तंभ के 164 दीप जलने से समाधि परिसर जगमगाने लगा। दो दिनों में यहां 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने समाधि दर्शन किए। मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धालुओं ने कडावा देकर हलवे की प्रसादी वितरित की गई। मूंदी से निकाली गई निशान यात्रा में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और विधायक नारायण पटेल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।

    सावन सुदी नवमी को संत सिंगाजी महाराज ने 465 साल पहले समाधि ली थी। तभी से यहां अखंड ज्योत जल रही है। समाधि दिवस पर अपने आराध्य संत सिंगाजी महाराज के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। बीड़ के निकट इंदिरा सागर के बैकवाटर के बीच स्थित है संत सिंगाजी की समाधि। संत सिंगाजी की समाधि पर निशान लेकर नंगे पैर श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला एक दिन पहले से ही शुरू हो गया था। सावन मास की नवमी पर सुबह से समाधि का अभिषेक और आरती की गई। इसके बाद सिंगाजी के परिवार के बुजुर्गो का सम्मान ट्रस्ट की ओर से किया गया। दोपहर 12 बजे भोग आरती के बाद हलवा प्रसादी का वितरण किया गया। दोपहर चार बजे महाआरती में हजारों भक्त शामिल है। मान्यता है कि नवमीं पर इसी समय सिंगाजी ने समाधि ली थी। शाम में सवा सात बजे आरती और दीपमाला स्तंभ के164 दीपों को रोशन किया गया। श्रद्धालुओं द्वारा आतिशबाजी भी की गई। बीड़ और अन्य स्थानों पर श्रद्धालुओं के लिए भोजन प्रसादी के लिए भंडारों का आयोजन किया गया।

    सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था के प्रति सजग रही पुलिस

    समाधि दिवस पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए क्षेत्र में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। मूंदी, बीड़ के अलावा खंडवा से भी पुलिस और होमगार्ड का बल तैनात किया गया था। वाहनों की आवाजाही सुचारू रखने के लिए ट्रैफिक जवानों को भी लगाया गया था। समाधि के निकट और बैकवाटर के आसपास गोताखोर और तैराकों की तैनाती रही। बीड़ से सिंगाजी तक मार्ग की बदहाली की वजह से लोगों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ा।

    सावन सुदी नवमी को संत सिंगाजी महाराज की समाधि दर्शन के लिए बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। सुबह से लेकर शाम तक मंदिर परिसर में भजन.कीर्तन और हलवा प्रसादी का वितरण किया गया। इस वर्ष से परिसर में अखंड धूनी माई की शुरुआत की गई है। यह भी दीपक की तरह अखंड प्रज्ज्वलित रहेंगी। -महंत रतनलाल महाराज, संत सिंगाजी समाधि ट्रस्ट

    चमत्कारिक है सिंगाजी का जल

    संत सिंगाजी का जन्म संवत 1576 में वैशाख सुदी नवमी को ग्राम खजूरी जिला बड़वानी में हुआ था। मान्‍यता है कि संत सिंगाजी महाराज ने अपने 40 साल के जीवन में अनगिनत चमत्कार किए थे। बताया जाता है कि संत सिंगाजी को पशुओं से असीम स्नेह था। उन्हें पशुओं का देवता भी कहा जाता है। यह भी मान्‍यता है कि किसानों के पशुओं के बीमार होने पर यहां का जल पिलाने से ठीक हो जाते हैं। फसलों पर भी बीमारी और कीट लगने पर किसान आस्था से यहां के जल का छिड़काव करते हैं। श्रद्धालुओं के अनुसार मान्‍यता है कि संत सिंगाजी की समाधि का जल चमत्‍कारिक माना जाता है।

    संत को चढ़ता है शुद्ध घी

    श्रद्धालुओं द्वारा मन्नत पूरी होते ही घी का चढ़ावा किया जाता है। संत सिंगाजी को कबीरपंथी संत भी कहा जाता है। संत सिंगाजी ने गुरु की आज्ञा को मानकर अपना मुंह ना दिखाते हुए संवत 1616 सावन सुदी नवमी को पिपलिया सिंगाजी में जीवित समाधि ले ली थी। तभी से यहां अखंड ज्योत जल रही है। समाधि दिवस और शरद पूर्णिमा पर यहां सैकड़ों किलो शुद्ध घी चढ़ाया जाता है।

  • इंदौर बना आईटी कंपनियों की पहली पसंद… मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव बोले – मप्र में बेहतर वातावरण और सुविधाएं

    मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने इंदौर में आईटी कंपनी काॅग्निजेंट के कार्यालय का शुभारंभ किया।

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    सीएम डॉ मोहन यादव बोले- इंदौर में इंफ्रास्ट्रक्चर और कुशल प्रतिभाएं।आइटी कंपनियों को बेहतर वातावरण, सुविधाएं देने को सरकार है तत्पर।मुख्‍यमंत्री ने किया इंदौर में आईटी कंपनी काॅग्निजेंट के कार्यालय का शुभारंभ

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। विगत कुछ वर्षों से आइटी कंपनियों का रुझान इंदौर की तरफ बढ़ा है, इसलिए यहां कई कंपनियां अपने कार्यालय शुरू कर रही हैं। इसी कड़ी में मंगलवार को एक और उपलब्धि जुड़ गई, जब ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने आईटी कंपनी काॅग्निजेंट के कार्यालय का शुभारंभ किया।

    काग्नि‍जेंट ने इंदौर को चुना

    मुख्यमंत्री ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर और कुशल प्रतिभाओं के कारण इंदौर देश और दुनिया की आइटी कंपनियों की पहली पसंद बनकर उभरा है। प्रदेश में आईटी कंपनियों को बेहतर वातावरण और सुविधाएं प्रदान करने के लिए सरकार सदैव तत्पर है। यह हमारे लिए बेहद खुशी की बात है कि काग्निजेंट ने अपने नए केंद्र के शुभारंभ के लिए इंदौर को चुना है।

    मुख्यमंत्री डाॅ. मोहन यादव ने कहा कि मध्‍य प्रदेश सरकार व्यवसायों के लिए नए-नए अवसर पैदा करने के लिए अटल है। उन्‍होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि इनोवेशन एवं टेक्नोलाॅजी के लगातार विकास से प्रदेश को देश के अलग डिजिटल केंद्र के रूप में आगे बढ़ाते हुए युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करें। उन्होंने कहा कि 18वीं और 19वीं सदी खाद्य और कपास से आर्थिक विकास से जुड़ी थी। 20वीं सदी में पेट्रोकेमिकल से आर्थिक विकास का दौर रहा। सीएम डाॅ. मोहन यादव ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि अब 21वीं सदी का दौर बौद्धिक युग का दौर है। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी, काग्निजेंट अमेरिका के ईवीपी एवं अध्यक्ष सूर्या गुम्मादी आदि उपस्थित रहे।

    हमारी सरकार का संकल्प है कि औद्योगिक निवेश के माध्यम से देश में प्रदेश की एक अलग पहचान बनाएंगे, इसके लिए हम हर महीने अलग-अलग स्थानों पर इन्वेस्टर समिट कर रहे हैं और प्रदेश के बाहर भी दौरे कर रहे हैं।

    आज इंदौर में कॉग्नीजेंट के माध्यम से डेढ़ हजार से ज्यादा रोजगार के अवसर बने… pic.twitter.com/QKcD9P8Yve

    — Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 13, 2024

    स्थानीय प्रतिभाओं को मिलेंगे अवसर

    काॅग्निजेंट ने ब्रिलियंट टाइटेनियम में 500 लोगों की बैठक क्षमता का केंद्र बनाया है। हाइब्रिड माॅडल अपनाने से यहां 1250 एसोसिएट काम कर सकते हैं। कंपनी दुनियाभर में बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं, बीमा, संचार मीडिया, निर्माण, ऊर्जा सहित अलग-अलग उद्योगों के 30 ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करती है। इस कार्यालय के शुभारंभ से स्थानीय प्रतिभाओं के लिए नए-नए अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री ने कई युवा कर्मचारियों से चर्चा की, तो यह सामने आया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में रहने वाले युवाओं को यहां अवसर मिला है।