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  • मुरैना में दिनदहाड़े व्यापारी से बाइक सवार बदमाशों ने साढ़े आठ लाख लूटे, आरोपित हुए फरार

    लूट के बाद मौके पर कारोबारी के साथ सीएसपी व अन्‍य लोग

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    राजश्री गुटखा कारोबारी की स्कूटी को टक्कर मारी बदमाशों नेपुलिस सीसीटीवी फुटेज में तलाश रही है लुटेरों कोकेएस मिल के पास दिया बदमाशों ने वारदात को अंजाम

    मुरैना. नईदुनिया प्रतिनिधि। शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के तहत केएस मिल के पास बाइक पर सवार दो बदमाशों ने कारोबारी से 8 लाख 50 हजार लूट लिए। बदमाश काले रंग की स्प्लेंडर से आए थे। लूट के बाद आरोपित मौके से भाग गए। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।

    घटनाक्रम के मुताबिक राजश्री गुटखा के डीलर राजेंद्र मंगल अपनी स्कूटी से साढ़े आठ लाख रुपए लेकर कहीं जा रहे थे। जब वे केएस मिल के पास पहुंचे तो पीछे से काले रंग की स्प्लेंडर से दो बदमाश नकाब लगाकर आए। आरोपितों ने बाइक से स्कूटी से टक्कर मार दी। जिससे स्कूटी सहित राजेंद्र मंगल जमीन पर गिर गए। इसी दौरान बदमाशों ने नोटों से भरा बैग उठा लिया और भाग गए। हालांकि बाद में राजेंद्र मंगल ने शोर मचाया। लेकिन तब तक आरोपित मौके से भाग निकले। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच पड़ताल शुरू कर रही है।

  • Morena News: निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचा रहीं सरकारी एंबुलेंस, समय पर आती ही नहीं

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    मुरैना में कोतवाली क्षेत्र के पास खड़ी रहती है सरकारी एंबुलेंसफोन करने पर यह मरीज, घायल या प्रसूता तक नहीं पहुंचती हैसरकारी एंबुलेंस दो घंटे में 500 मीटर जिला अस्पताल नहीं पहुंचतीं

    नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। जिले में 53 सरकारी एंबुलेंस हैं। दावा किया जाता है, कि मरीज, घायल और प्रसूता तक यह एंबुलेंस 18 से 20 मिनट में पहुंच जाती है, जो सफेद झूठ है। हकीकत यह है, कि प्राइवेट अस्पताल व निजी एंबुलेंस संचालकों की सरकारी एंबुलेंस सेवा में इतनी घुसपैठ है, कि सरकारी एंबुलेंस दो-दो घंटे बाद भी नहीं आती। मजबूरी में मरीज को प्राइवेट एंबुलेंस भाड़े पर करनी पड़ती है, जिनके संचालक मोटे कमीशन के लिए मरीज को निजी अस्पतालों में ले जाते हैं।

    उधर से जवाब मिलता रहा, कि अभी एंबुलेंस खाली नहीं, जबकि अस्पताल से 500 मीटर दूर कोतवाली के पास स्थित 108 के कार्यालय के बाहर उस समय चार एंबुलेंस खड़ी थीं। दो घंटे तक एंबुलेंस नहीं आने पर निजी एंबुलेंस से सुरेश राठौर को ग्वालियर ले जाया गया।

    इसी तरह सोमवार की सुबह बानमोर से आई एक प्रसूता को ग्वालियर ले जाने के लिए डेढ़ घंटे बाद भी सरकारी एंबुलेंस नहीं आई, मजबूरी में प्राइवेट एंबुलेंस भाड़े पर करनी पड़ी। यह एंबुलेंस संचालक प्रसूता को पुरानी हाउसिंग बोर्ड के प्राइवेट अस्पताल में ले गया।

    सवारियां ढो रहीं सरकारी एंबुलेंस

    कई बार सरकारी एंबुलेंस को बस स्टैण्ड, हाईवे पर सवारियां ढोते हुए पकड़ा गया है। कईयों बार एंबुलेंस के फोटो-वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हुए हैं। कुछ दिन पहले ही एक एंबुलेंस के ड्राइवर पर सवारी ढोने के मामले में कार्रवाई हुई है।

    दूसरी ओर जिला अस्पताल में निजी एंबुलेंस संचालकों की घुसपैठ तब से और बढ़ गई है, जब से डा. पदमेश उपाध्याय बतौर सीएमएचओ पदस्थ हुए हैं। इस मामले में जानकारी के लिए नईदुनिया संवाददाता ने सीएमएचओ डा. उपाध्याय को कई बार कॉल किए, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

    एंबुलेंस के लिए प्रक्रिया भोपाल से चलती है, जो गाड़ी खाली है, उसे मौके पर भेजा जाता है। अगर 108 जिला कार्यालय पर चार-चार गाड़ी खड़ी हैं, फिर भी एंबुलेंस खाली नहीं बताई जा रहीं, तो यह बेहद गंभीर मामला है। मैं एक-एक गाड़ी की लोकेशन, उसके समय की जांच करता हूं। जो गड़बड़ी कर रहा होगा उस पर सख्त कार्रवाई होगी। – शैलेंद्र राजपूत, जोनल मैनेजर, एंबुलेंस 108

  • मुरैना में रेस लगा रहे दो दोस्तों की बाइक सामने आ रही बाइक से भिड़ीं, तीन की मौत

    दुर्घटना इतनी भीषण थी, कि तीन बाइकों पर सवार पांच लोग घायल हो गए। इनमें से तीन की मौत हो गई। – सांकेतिक चित्र।

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    देवगढ़ थाना क्षेत्र के तोर गांव के पास हुई यह घटना। सड़क दुर्घटना में दो अन्य सवार भी घायल हो गए।सूनी सड़क देखकर लगाई थी रेस, हो गया हादसा।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना। बाइकों से रेस लड़ा रहे दो दोस्तों की बाइक सामने से आ रही मोटरसाइकल से टकरा गईं। भिड़ंत इतनी भीषण थी, कि तीनों बाइकों पर सवार पांच लोग घायल हो गए, इनमें से तीन ने उपचार के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना मंगलवार की दोपहर देवगढ़ थाना क्षेत्र के तोर गांव के पास हुई है।

    जानकारी के अनुसार तोर गांव निवासी 17 वर्षीय भानू उर्फ सचिन पुत्र रूपेंद्र सिंह सिकरवार और 19 वर्षीय श्यामू उर्फ छोटू पुत्र दुष्यंत शर्मा मंगलवार की दोपहर 3 बजे देवगढ़ नहर रोड, ताजपुर पुलिया बस स्टैंड पर अपने रिश्तेदारों को छोड़ने आए थे।

    ताजपुर पुलिया पर रिश्तेदारों को छोड़ने के बाद दोनों अपनी-अपनी बाइक से गांव लौट रहे थे। बताया जाता है कि इसी दौरान सूनी सड़क देखकर दोनों ने रेस लगाना शुरू कर दिया था। दोनों की बाइक की रफ्तार इतनी अधिक थी, कि तोर गांव के पास ही सामने से आ रही बाइक को देख संतुलन बिगड़ गया। बताया गया है, कि सामने से तिलौआ गांव निवासी सोनू पुत्र पूरन कुशवाह उम्र 21 साल अपने दो स्वजन के साथ चिन्नौनी की तरफ जा रहा था। श्यामू और भानू की तेज रफ्तार बाइक एक-एक से सोनू की बाइक से टकराती गईं। हादसे में तीनों बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं।

    तीन लोगों की गई जान

    हादसे में घायल हुए पांच लोगों को जिला अस्पताल लाया गया, जहां सचिन ने दम तोड़ दिया। गंभीर हालत में श्यामू शर्मा व सोनू कुशवाह को ग्वालियर रेफर किया गया। ग्वालियर पहुंचने से पहले ही इन दोनों ने भी दम तोड़ दिया। दो अन्य घायलों का उपचार चल रहा है।

    स्‍वजनों ने बताई यह बात

    दूसरी तरफ मृतक के स्वजन का कहना है, कि बाइकों को कोई अज्ञात वाहन टक्कर मार गया है। स्वजन घटना स्थल ताजपुर पुलिया के पास बताते रहे, वहीं पुलिस के अनुसार यह हादसा तोर गांव से 300 से 400 मीटर दूर गांव की सड़क पर ही हुआ है। फिलहाल पुलिस ने मर्ग का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

  • Morena News: टोंगा तालाब टूटने के बाद जुड़ा नहीं, गांवों में भी बाढ़ के बाद जनजीवन हुआ नारकीय

    घरों के सामने खाली जगह में भरा तालाब का पानी

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    खेतों व खाली जगहों पर अभी भी जलभरावगांवों की सड़के बनी है दलदल बारिश के कारण प्रशासन मेडिकल कैंप लगाने पर कर रहा अभी विचार

    नईदुनिया प्रतिनिधि, मुरैना-सबलगढ़। टोंगा पंचायत का 140 साल पुराना तालाब फूटा तो लाखों लीटर पानी भरभरा कर आधा दर्जन गांवों में घुस गया। जिसकी वजह से यहां बाढ़ के हालात बन गए। एक तालाब के फूटे हुए एक सप्ताह का समय बीत गया है, लेकिन इन गांवों में जलभराव की स्थिति अभी भी बनी हुई है।

    जिसकी वजह से बाढ़ की वजह से अब यहां कई तरह की समस्याएं ग्रामीणों व सबलगढ़ शहर के कुछ हिस्सों में बनने लगी है। सड़कें दलदली हो गई है और खाली जगहों में आकर पानी जमा हो गया है। जिसकी वजह से बीमारियां फैलने का खतरा बन गया है। बाढ़ के बाद दी जाने वाली राहत व स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अभी तक काम चालू नहीं हो सका है।

    उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह पूर्व सोमवार की शाम को टोंगा का पुराना तालाब अचानक फूट गया। जिससे लाखों लीटर पानी तेजी के साथ बाहर निकाला और आधा दर्जन गांवों सहित सबलगढ़ की गौड कालोनी व अन्य इलाकों में पहुंच गया। तालाब से तेजी से पानी निकला तो इसे डायवर्ट करने के लिए प्रशासन ने बुद्धपुरा के पास नहर की दीवार को तोड़कर पानी को मोड़ा।

    जिससे घरों में पानी भरने से तो बच गया, लेेकिन टोंगा, बद्धपुरा, रानीपुरा, देवपुर माफी सहित अन्य गांवों में आकर भर गया। कई इलाकों में तो तीन से चार फीट पानी आकर भर गया। जिससे गांवों में बाढ़ के हालात बन गए। पानी डायवर्ट होने के बाद धीरे-धीरे निकला, लेकिन गांवों से पूरी तरह से बाहर नहीं निकल सका। जिसकी वजह से एक सप्ताह बाद भी गांवों में बाढ़ के बाद बनने वाले हालात बने हुए हैं।

    गांवों में कई इलाकों में जलभराव है, सबलगढ़ की गौड कालोनी, पेट्रोल पंप इलाका क्षेत्र में पानी अभी भी भरा हुआ है, लेकिन बाढ़ के बाद जो राहत इलाकों को पहुंचाई जानी चाहिए थी, वह कहीं नहीं पहुंचाई गई। कीचड़ व दलदल की वजह से निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं जलभराव होने से बीमारियां फैलने का खतरा भी यहां बढ़ा हुआ है। इसके बावजूद कहीं कोई विशेष राहत कार्य नहीं कराया गया है। जिससे लोग नारकीय स्थिति में रहने को मजबूर हो रहे हैं।

    हैंडपंप व बोरों से आ रहा है गंदा पानी

    गांवों में तालाब फूटने से गांवों में पानी आकर भरा तो इसकी वजह से कई तरह की परेशानियां खड़ी हो गई। खाली प्लाट व खेतों में घरों के आस पास पानी भरा हुआ है। दूसरा जो हैंडपंप, बोर है जिनसे पानी की सप्लाई होती है, उनमें भी गंदा पानी पहुंच रहा है। जिसका उपयोग ग्रामीण व सबलगढ़ से जुड़े क्षेत्र के लोग कर रहे है। जिसकी वजह से बीमारियां फैलने का भी खतरा बना हुआ है।

    ऐसे में कुतघान के रहवासी राजेश गौड़ ने बताया कि प्रशासन कई बार यहां राहत के कार्य करने के लिए कहा गया है, लेकिन इलाकों से अभी भी जल निकासी नहीं हो सकी है। लोगों के लिए यह खतरा बनता जा रहा है। बोरों में गंदा पानी आ रहा है। रामपुरा के प्राण सिंह का कहना है कि नाले के आस पास के खेतों की फसलें बर्वाद हो गई हैं। टोंगा के जगमोहन मीणा का कहना है कि पानी की वजह से फसलों को नुकसान हुआ है, बदबू आ रही है। गांवों में भी स्थिति खराब है।

    अभी भी नहीं जुड़ी तालाब की पाल, पानी का निरंतर बहाव

    टोंगा तालाब की पाल करीब 18 फीट तक टूट गई थी, जिसे अभी तक ठीक नहीं किया गया है, हालात जस के तस बने हुए है, वहीं तालाब से इस टूटी पाल से निरंतर पानी का बहाव हो रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होने से तालाब में आया पानी इस पाल के जरिए बह रहा है, लेकिन इसकी दिशा को नहर की तरफ मोड़ा गया है, वहीं इससे जुड़े कनेक्टिंग नाले की तरफ मोड़ा गया है, लेकिन यह नाला लगभग 100 फीट चौड़ा था, लेकिन ग्रामीणों ने अतिक्रमण कर इसे महज 15 फीट का छोड़ा है।

    जिसकी वजह से बरसात का पानी भी निकलने में दिक्कत हो रही है। दूसरी तरफ जो फसलों का नुकसान हुआ, उसका भी सर्वे नहीं हो सका है। प्रशासन हालांकि फसलों को नुकसान नहीं मान रहा है, क्यों कि तालाब व नाले के आस पास के खेतों में पानी भरा था, जिसे निकाला गया है।

    नाले को जोड़ने के लिए एस्टीमेट बनवाकर भेज दिया गया है, इसके पास होते ही इसे जलसंसाधन विभाग जोड़गा। इलाकों में जलभराव की स्थिति व किसी भी तरह की बीमारी फैलने को लेकर डॉक्टरों की टीम से बात हो गई है, ग्रामीणों के हेल्थ चेकअप के लिए कैंप लगाया जाएगा। – वीरेंद्र कटारे, एसडीएम सबलगढ़।

  • जेल का डर दिखाकर आरक्षक ने संदिग्ध चोर से 20 हजार रुपये वसूले… अब 20 दिन से लगा रहा दो पुलिस थानों के चक्‍कर

    बड़ा सवाल यह है, कि यदि आरोपित मोबाइल चोर है, तो उस पर केस दर्ज क्यों नहीं हुआ? – सांकेतिक चित्र।

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    अंबाह पुलिस थाने के आरक्षक ने मुरैना में आकर की वसूली।स्टेशन रोड थाने के प्रधान आरक्षक को इस घटना का पता चला।अंबाह के आरक्षक से 20 हजार व चोरी के माेबाइल लेकर रख लिए।

    नईदुनिया न्यूज, मुरैना। अंबाह थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक ने मुरैना शहर में आकर मोबाइल चोरी के आरोप में एक युवक को पकड़ा। मामले को रफा-दफा करने 20 हजार रुपये और चोरी के तीन मोबाइल वसूले गए। इस घटनाक्रम में रोचक बात यह है, कि इस बात की शिकायत जब स्टेशन रोड थाने में पहुंची तो स्टेशन रोड थाने के एक प्रधान आरक्षक ने अंबाह थाने के आरक्षक से 20 हजार रुपये व माेबाइल लेकर रख लिए।

    बड़ा सवाल- संदिग्‍ध पर केस क्‍यों दर्ज नहीं

    संदिग्ध मोबाइल चोर अपने 20 हजार वापस लेने के लिए अंबाह एवं मुरैना के पुलिसकर्मियों के चक्कर काट रहा है। सबसे बड़ा सवाल यह है, कि यदि आरोपित मोबाइल चोर है, तो उस पर केस दर्ज क्यों नहीं हुआ? घटनाक्रम 17 जुलाई का है, जब अंबाह थाने के आरक्षक रामस्वरूप ने स्टेशन रोड थाने के पूर्व नगर रक्षा समिति सदस्य देवेंद्र रामपुरे निवासी इमलिया की मुखबिरी पर लालौर गांव के आशीष कुशवाह काे पकड़ा।

    आशीष कुशवाह ट्रेनों से मोबाइल चुराता है। अंबाह थाने के आरक्षक रामस्वरूप ने मुरैना शहर में आकर ये क्यों किया, ये तो वही बता सकते हैं। यह बात सही है, कि आरक्षक रामस्वरूप से 20 हजार रुपये व मोबाइल मेरे पास आ चुके हैं। शिकायतकर्ता आशीष को टीआइ साहब के सामने पेश होने काे कहा है, वह आ नहीं रहा।- सुनील जायसवाल, प्रधान आरक्षक, स्टेशन रोड थाना

    चार मोबाइल किए जब्‍त, दी जेल भेजने की धमकी

    आशीष पर ट्रेनों से यात्रियों के मोबाइल चुराने का आरोप है। उस दिन आरक्षक रामस्वरूप ने आशीष से चार मोबाइल जब्त किए और जेल भेजने की धमकी देकर आशीष कुशवाह को पुलिस पेट्रोल पंप पर ले गया, जहां आशीष से मोबाइल से 20 हजार रुपये ट्रांसफर करवाए। आशीष से मिले चार मोबाइलों में से एक को आरक्षक रामस्वरूप ले गया, दो मोबाइल मुखबिर देवेंद्र रामपुरे को दे दिए।

    यह घटनास्थल स्टेशन रोड थाना क्षेत्र का है, इसीलिए संदिग्ध मोबाइल चोर आशीष कुशवाह ने खुद ही स्टेशन रोड थाने में आवेदन देकर पूरे घटनाक्रम की शिकायत की। इसके बाद स्टेशन रोड थाने के प्रधान आरक्षक सुनील जायसवाल ने अंबाह थाने के आरक्षक रामस्वरूप को फटकारा और आला अफसरों से शिकायत की धमकी दी। इससे डरे आरक्षक रामस्वरूप ने 20 हजार रुपये व मोबाइल प्रधान आरक्षक जायसवाल को सौंप दिए। आरोप है, कि कई दिन से सुनील जायसवाल 20 हजार रुपये और चोरी के मोबाइलों को रखकर बैठा है। आशीष कुशवाह को उसके 20 हजार रुपये नहीं लौटाए गए। अब यह मामला एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान तक जा पहुंचा है, तो स्टेशन रोड पुलिस मोबाइल आशीष कुशवाह पर मोबाइल चोरी का केस दर्ज करने की तैयारी में है। सवाल यह है, कि संदिग्ध चोर से 20 हजार की वसूली और 20 दिन से ज्यादा समय तक दो थानों के स्टाफ द्वारा मामले में कार्रवाई नहीं करने पर जिम्मेदारों पर क्या एक्शन लिया जाएगा।

  • Agriculture News: फिर जांच में अमानक निकला बीज, विक्री तथा स्थानांतरण पर लगा प्रतिबंध

    जौरा में खाद के लिए लगी किसानों की कतार

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    अमानक बीजों ने बढ़ाई समस्याएं खेती का उत्पादन क्षेत्र बढ़ रहा हैकृषि विभाग ने फिर नोटिस जारी किया

    नईदुनिया न्यूज़, मुरैना। मुरैना जिले में अमानक खाद-बीज की खपत पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। रवी हो या खरीफ का सीजन, जब भी बोवनी का समय होता है, बाजार में नकली व अमानक खाद-बीज खपने लगता है। बीते सीजन में भी ऐसे कई मामले सामने आए।

    कृषि विभाग ने इस सीजन में स्पेलिंग शुरू की तो फिर अमानक बीच बाजार में बिकने के मामले सामने आए हैं। जांच में फेल होने पर कृषि विभाग ने तीन फर्माें के बीच की विक्री, भण्डारण व परिवहन पर प्रतिबंध लगाया है। बीज अनुज्ञापन पंजीयन अधिकारी एवं किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उपसंचालक पीसी पटेल ने बताया, कि बीते दिनों कोर्टेवा एग्री साइंस सीड्स प्रालि तेलंगाना की कंपनी के बीच के संपल सबलगढ़ कस्बे की दुकान मैसर्स मंगल बीज भंडार से लिए थे। लैब में हुई जांच में यह बीज अमानक पाया गया है। इसके अलावा कोहिनूर हाइब्रिड सीड्स निजामाबाद का बीज मैसर्स शिवा बीज भंडार जीवाजीगंज मुरैना से विक्रय किया जा रहा था।

    इस बीज के भी सैंपल लिए गए, जो जांच में अमानक पाए गए हैं। इसी तरह मुरैना शहर के जीवाजीगंज में मैसर्स अग्रवाल सीड्स स्टोर से कार्तिक वायोसीड्स सावरकांटा गुजरात की कंपनी के बीज के सेंपल लिए, यह भी जांच में फेल हो गए। उप संचालक पीसी पटेल ने बताया, कि जांच में फेल हुए बीजों के पूरी लाट पर प्रतिबंध लगाया गया है।

    खाद के लिए लग रहीं किसानों की कतार

    प्रशासन का दावा कमी नहीं हर बार की तरह इस बार भी जिला प्रशासन दावा कर रहा है, कि जिले में खाद की कोई कमी नहीं हैं। फिर भी हालत यह है कि मुरैना जिला मुख्यालय से लेकर कस्बाई क्षेत्र जहां-जहां खाद का वितरण किया जा रहा है, वहां खाद के लिए किसानों की कतार लग रही है।

    जौरा कस्बे में खाद के लिए कतार में लगे किसानों का नंबर पांच-पांच घंटे में आ पा रहा है। मुरैना में पुलिस की निगरानी में खाद का वितरण हो रहा है। किसान का आधार कार्ड दिखाने पर पांच बोरे यूरिया दिया जा रहा है, जिस किसान को 10 बोरे खाद की जरूरत है, उस किसान के परिवार के दो सदस्य आधार कार्ड लेकर खाद की लाइन में लग रहे हैं।

    उधर कलेक्टर अंकित अस्थाना ने एसडीएम- तहसीलदारों को निर्देश दिए है, कि खाद वितरण पर राजस्व अधिकारी नजर रखें। जिले में पिछले साल की तुलना में इस बार ज्यादा खाद है, किसानों को भरपूर खाद खाद की कमी नहीं है, पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष खाद अधिक मात्रा में उपलब्ध। वितरण की व्यवस्था को राजस्व अधिकारी संभाले, ताकि किसानों को आसानी से खाद मिल सके।