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  • प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में विद्यार्थियों की 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य, नहीं तो परीक्षा से होंगे वंचित

    प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंसी।

    HighLights

    शासकीय हमीदिया महाविद्यालय में व्यवसायिक पाठ्यक्रम शुरूप्रदेश के 55 सरकारी काॅलेज एक्सीलेंस के रूप में चयनित एविएशन और वेयरहाउसिंग में सर्टिफिकेट कोर्स में प्रवेश प्रारंभ

    नवदुनिया प्रतिनिधि,भोपाल। प्रदेश के 55 सरकारी कालेजों को प्रधानमंत्री कालेज आफ एक्सीलेंस के रूप में चयनित किया गया है। इसके तहत राजधानी में शासकीय हमीदिया महाविद्यालय को प्रधानमंत्री कालेज आफ एक्सीलेंस के रूप में चयनित किया गया है।

    इन महाविद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके तहत इस महाविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए बीकाम विथ बैंकिंग इंश्योरेंस एंड फाइनेंस और बीकाम रिटेल मैनेजमेंट विषय शुरू किया गया है। इसमें प्रवेश के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

    इसके अलावा एविएशन सेक्टर के नौ पाठ्यक्रम भी शासन ने प्रारंभ किए हैं जो तीन से चार माह के सर्टिफिकेट कोर्स होंगे। हमीदिया महाविद्यालय में एविएशन और वेयरहाउसिंग में सर्टिफिकेट कोर्स में प्रवेश प्रारंभ कर दिए गए हैं। इसमें 30 सीटें होंगी । इस पाठ्यक्रम के फीस प्रत्येक विद्यार्थी के कुल फीस का 70 प्रतिशत खर्च शासन द्वारा वहन किया जाएगा और शेष 30 प्रतिशत की राशि विद्यार्थी को देनी होगी।महाविद्यालय की प्राचार्य पुष्पलता चौकसे ने बताया कि नियमित विद्यार्थियों के लिए 75 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है,नहीं तो नियमित परीक्षा देने से वंचित किए जाएंगे।

    इन पाठ्यक्रम में आवेदन करने की अंतिम तिथि 12 अगस्त है

    इन पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। चयन की प्रक्रिया महाविद्यालय की एक समिति द्वारा की जाएगी, जो विद्यार्थी इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करेंगे। इस पाठ्यक्रम में आवेदन करने की अंतिम तिथि 12 अगस्त है।आवेदन पत्र का प्रारूप महाविद्यालय की वेबसाइट पर दिया गया है।

    विद्यार्थी महाविद्यालय की वेबसाइट से फार्म डाउनलोड कर महाविद्यालय में जाकर प्रवेश की रसीद और मार्कशीट की कापी लगाकर समिति के पास फार्म जमा करेंगे। 16 अगस्त को प्रवेश परीक्षा होगी, जो विद्यार्थी इसमें सफल होते हैं। उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। एक सितंबर से इसकी कक्षाएं प्रारंभ कर दी जाएगी। यह पाठ्यक्रम केवल महाविद्यालय में नियमित प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए होगा। अन्य विद्यार्थी प्रवेश नहीं ले सकते। फीस की पूरी राशि चयन के बाद एक साथ जमा करनी होगी।

  • त्योहार पर एक्सप्रेस ट्रेनों में लंबी वेटिंग, वंदे भारत और शताब्दी खाली

    रेलवे स्टेशन पर खड़ी ट्रेन।

    HighLights

    भोपाल-दिल्ली और मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग अधिकशताब्दी और वंदे भारत एक्सप्रेस में 100 से अधिक सीटें खाली भोपाल से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग 17 अगस्त तक

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। त्योहार से पहले की तिथियों की कई ट्रेनों में आरक्षण कराने पर अभी से प्रतीक्षा सूची का टिकट मिल रहा है। रक्षाबंधन पर भोपाल की ओर आने वाली कुछ ट्रेनों में आरक्षित सीटों की प्रतीक्षा सूची सौ का आंकड़ा पार कर गई है।

    वहीं, छठ पूजा और दीपावली पर घर जाने के लिए भी यात्रियों से अभी से आरक्षण करा लिया है। ऐसे में रक्षाबंधन से पहले ही यात्रियों का सबसे अधिक दबाव दिल्ली, मुंबई, नागपुर की ओर भोपाल से जाने वाली ट्रेनों पर है। जानकारी के अनुसार 17 अगस्त को भोपाल से दिल्ली जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों में वेटिंग 50 तक पहुंच गई है।

    शताब्दी और वंदे भारत एक्सप्रेस में 100 से अधिक सीटें खाली

    भोपाल से दिल्ली 12001 शताब्दी एक्सप्रेस में सीटें खाली है। इसमें सीसी श्रेणी में 130 से अधिक और ईसी श्रेणी में 10 से अधिक सीट है। वहीं, आरकेएमपी से हजरत निजामुद्दीन जाने वाले 20171 वंदे भारत एक्सप्रेस के सीसी श्रेणी में 660 सीट और ईसी श्रेणी में 30 सीट खाली है।

    इसके अलावा आरकेएमपी से रीवा जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस में सीसी श्रेणी 95 और ईसी श्रेणी में 20 सीट खाली है। वहीं, रीवांचल एक्सप्रेस में शयनयान श्रेणी में 131 वेटिंग और थर्ड एसी में 40 वेटिंग चल रही है। 12409 गोंडवाना सुपरफास्ट एक्सप्रेस राखी से पहले निरस्त है।

    भोपाल से मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग 17 अगस्त तक की

    ट्रेन – शयनयान श्रेणी – थर्ड एसी

    12138 पंजाब मेल – 113 वेटिंग – 31 वेटिंग

    11072 कामायनी एक्सप्रेस – 65 वेटिंग – 17 वेटिंग

    12533 पुष्पक एक्सप्रेस – 35 वेटिंग – 10 वेटिंग

    20104 लखनऊ-एलटीटी – 42 वेटिंग – 15 वेटिंग

    22537 कुशीनगर एक्सप्रेस – 26 वेटिंग – 10 वेटिंग

    \B- भोपाल से दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग 17 अगस्त तक की \B

    – ट्रेन – शयनयान श्रेणी – थर्ड एसी

    12155 भोपाल एक्सप्रेस – 135 वेटिंग – 40 वेटिंग

    12625 केरला एक्सप्रेस – 50 वेटिंग – 10 वेटिंग

    18237 छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस – 44 वेटिंग – 10 वेटिंग

    12627 कर्नाटक एक्सप्रेस – 101 वेटिंग – 38 वेटिंग

    11077 झेलम एक्सप्रेस – 46 वेटिंग – 16 वेटिंग

    भोपाल से नागपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों में वेटिंग 17 अगस्त तक की

    – ट्रेन – शयनयान श्रेणी – थर्ड एसी

    12808 समता एक्सप्रेस – 95 वेटिंग – 30 वेटिंग

    12650 संपर्क क्रांति एक्सप्रेस – सीट नहीं है – 36 वेटिंग

    20806 एपी एक्सप्रेस – 15 वेटिंग – 05 वेटिंग

    12626 केरला एक्सप्रेस – 16 वेटिंग – 05 वेटिंग

    12724 तेलंगाना एक्सप्रेस – 17 वेटिंग – 11 वेटिंग

  • इलाज में खर्च हुई राशि को बीमा कंपनी ने देने से किया इनकार, अब देना होगा करीब 76 हजार का हर्जाना

    प्रतीकात्मक तस्वीर।

    HighLights

    जिला उपभोक्ता आयोग ने सुनाया निर्णय।30 वर्षीय युवा ने गलती से पिया था फिनायल।वह किडनी की बीमारी से परेशान है।

    नवदुनिया प्रतिनिधि,भोपाल। अक्सर लोग स्वास्थ्य बीमा इसलिए लेते हैं,ताकि इलाज के दौरान उन्हें मदद मिल सके। ऐसे ही एक मामले में बीमा अवधि में इलाज होने के बावजूद उपभोक्ता को बीमा की राशि नहीं मिली। एक उपभोक्ता ने गलती से फिनाइल पी लिया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज में खर्च हुई राशि को बीमा कंपनी ने देने से इंकार कर दिया।

    मामला जिला उपभोक्ता आयोग में पहुंचा। आयोग के अध्यक्ष योगेश दत्त शुक्ल व सदस्य डा. प्रतिभा पांडेय की बेंच ने बीमा कंपनी को दोषी ठहराते हुए इलाज में खर्च हुई राशि के साथ-साथ मानसिक क्षतिपूर्ति राशि देने का भी आदेश दिया।

    दरअसल मीनाल रेसिडेंसी निवासी मृणाल डेविड थामस ने जिला उपभोक्ता आयोग में 2021 में यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंलि के खिलाफ याचिका लगाई। इसमें शिकायत की थी कि उन्होंने एक सितंबर 2015 से 31 अगस्त 2016 तक के लिए बीमा लिया था। 30 अप्रैल 2016 को शाम छह से सात बजे के बीच बिजली कट जाने के कारण अंधेरे में दवाई के बदले फिनाइल पी लिया था।

    उसके बाद उन्हें तत्काल नेशनल अस्पताल में भर्ती किया गया और उसके इलाज में 68,800 रुपये का खर्च आया, लेकिन बीमा कंपनी ने यह कहकर बीमा राशि निरस्त कर दिया कि उपभोक्ता ने जानबूझकर फिनाइल पी थी। मामले में तीन साल बाद आयोग ने इस तर्क को खारिज कर दिया और सेवा में कमी का दोषी ठहराते हुए बीमा कंपनी पर 76,800 रुपये का हर्जाना लगाया।

    बीमा कंपनी का तर्क-जानबूझकर पी लिया था फिनाइल

    बीमा कंपनी ने तर्क रखा कि उपभोक्ता की गलती थी वह खुद को हानि पहुंचाने के लिए जानबूझकर फिनाइल पी ली है। साथ ही बीमा इंटरनल इंजुरी एवं ड्रग्स व अल्कोहल के आधार पर निरस्त किया गया। वहीं उपभोक्ता के अधिवक्ता ने तर्क रखा कि वह 30 वर्ष का युवा था और किडनी की बीमारी से पीड़ित था।इस कारण वह गलती से दवाई के बदले फिनाइल पी लिया था। आयोग ने बीमा कंपनी के तर्क को खारिज कर दिया।

    इनका कहना है

    उपभोक्ता के किडनी में समस्या थी। इस कारण वह पहले ही दवाईयां ले रहा था।उस दिन बिजली कट हुई तो उपभोक्ता ने अंधेरे में गलती से दवाई के बदले फिनाइल पी ली। इस मामले में बीमा कंपनी अपने तर्क को साबित नहीं कर सकी। इस कारण बीमा राशि के साथ क्षतिपूर्ति राशि देनी होगी।

    हार्दिक श्रीवास्तव, उपभोक्ता के अधिवक्ता

  • मुख्यमंत्री आवास में होगा महिला सरपंच सम्मेलन, सीएम मोहन यादव करेंगे संवाद

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (प्रतीकात्मक चित्र)

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। राजधानी में श्यामला हिल्स पर स्थित मुख्यमंत्री आवास में शुक्रवार को महिला सरपंचों का सम्मेलन होगा। इस सम्मेलन में प्रदेश भर की महिला सरपंच सम्मिलित होंगी। रक्षाबंधन पर्व के उपलक्ष्य में यह आयोजन किया जा रहा है।

    उल्लेखनीय है कि प्रदेशभर में सरकार रक्षाबंधन की थीम पर विभिन्न महिला सम्मेलनों का आयोजन कर रही है। मुख्यमंत्री आवास में भी अलग-अलग समूहों को बुलाया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को महिला सरपंच आएंगी। महिला सरपंचों के साथ मुख्यमंत्री डॉ. यादव संवाद करेंगे। इस मौके पर महिला सरपंच मुख्यमंत्री को राखी भी बांधेंगी। कयास लगाए जा रहे हैं कि सम्मेलन के दौरान मंच से सीएम डॉ. मोहन यादव महिला सरपंचों के हित में कोई बड़ी घोषणा कर सकते हैं। News updating…

  • Paris Olympics 2024: टोक्यो के बाद पेरिस में भी ब्रॉन्ज, MP के विवेक गले में दूसरा पदक, इटारसी में मना जश्न

    इटारसी में जश्न मनाते हाकी के प्रशंसक।

    HighLights

    उप-मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने पदक जीतने पर हॉकी टीम को दी बधाईभोपाल के लिंक रोड स्थित हॉकी अकादमी में खिलाड़ियों ने मनाया जश्न विवेक के इटारसी स्थित घर में भी जमकर जश्न मनाया जा रहा है।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, इटारसी। गुरूवार को पेरिस में आयोजित ओलिंपिक गेम्स में भारतीय हॉकी टीम ने स्पेन की टीम को 2-1 से हरा दिया। इस तरह भारतीय टीम इस स्पर्धा में कांस्य पदक की हकदार बन गई है। लगातार दूसरी बार ओलंपिक खेल में भारतीय हॉकी टीम ने पदक जीता है।

    इस रोमांचक मैच में दोनों अहम गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने किए। इटारसी से 15 किमी. दूर बसे गांव शिवनगर चांदौन के खिलाड़ी विवेक सागर ने भी बेहतर प्रदर्शन किया। जैसे ही ओलंपिक में भारत की जीत की खबर आई, वैसे ही विवेक के गांव चांदौन और शहर के गांधी मैदान के पास जिला हॉकी संघ के खिलाड़ियों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया।

    ढोल ढमाकों के साथ हॉकी खिलाड़ी, विवेक के दोस्त, गांव के युवा और उनके भाई विद्यासागर प्रसाद ने जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया। यहां भारत माता की जय के नारे लगाते हुए जमकर डांस किया। गांव में मिठाई बांटी गई। विद्यासागर ने बताया कि जैसे ही टीम के जीतने की खबर लगी, गांव में विवेक के प्रशंसक और दोस्त जमा हो गए, पूरे गांव ने इस जीत का जश्न मनाया।

    विद्यासागर ने कहा कि पेरिस खेलने जाने से पहले विवेक ने कहा था कि इस बार भी हम पेरिस में देश का नाम रोशन करेंगे। पूरी टीम ने कप्तान के नेतृत्व में बेहतर प्रदर्शन किया है। अभी उनकी विवेक से बात नहीं हो सकी है, चूंकि विवेक अभी कॉरीडोर में हैं, लेकिन उनके आने का पूरा गांव और शहर इंतजार कर रहा है। इस बार भी विवेक की वापसी पर भव्य स्वागत समारोह रखा जाएगा।

    इधर, जिला हॉकी संघ के पदाधिकारियों ने मेजर ध्यानचंद्र चौराहे पर जीत की खुशी में तिरंगा लहराते हुए जमकर ढोल बजाते हुए डांस किया। खिलाड़ियों के साथ मैदान पर अभ्यास करने आ रहे बच्चों ने भी भारतीय टीम की जीत पर खुशियां मनाईं। डीएचए सचिव कन्हैया गुरयानी ने कहा कि हमारी टीम ने एक बार फिर कामयाबी हासिल की है। हमें विवेक पर पूरा भरोसा था, विवेक के आने का इतंजार कर रहे हैं। चौराहे पर जश्न मनाते हुए सारे खिलाड़ी जयस्तंभ चौक पहुंचे, यहां भी टीम ने जीत की खुशी में आतिशबाजी की।

    उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने दी बधाई

    उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने पेरिस ओलिम्पिक में भारतीय हाकी टीम को कांस्य पदक जीतने पर पूरी हॉकी टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय हॉकी टीम ने भारत का गौरव बढ़ाया है। भारतीय हॉकी टीम ने अत्यंत कलात्मक हॉकी का प्रदर्शन कर भारतवासियों का दिल जीत लिया।

  • दिव्यांग बहन का शव किचन में मिला, भाई फांसी पर लटका था, हत्या के बाद आत्महत्या की आशंका

    पुलिस जांच में जुटी। (प्रतीकात्मक चित्र)

    HighLights

    मां का तीन महीने पहले हुआ था निधन। मृतक का पत्नी से तलाक हो चुका था।पेशे से चित्रकार था मृतक। पुलिस जांच में जुटी।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। कोलार थाना इलाके में क्वालिटी होम्स के एक फ्लैट में रहने वाले चित्रकार ने अपने कमरे में फांसी लगा ली। उसके साथ रहने वाली दिव्यांग बहन का शव भी किचन में पड़ा मिला। उसके गले में भी फंदा कसा हुआ था। घटना का पता शनिवार सुबह तब चला, जब उनके पिता सोकर उठे।

    पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। उसमें लिखा है कि मां की मौत से दुखी हूं। जिंदगी जीने का मन नहीं होता। परेशान हो चुका हूं। अपनी मर्जी से जान दे रहा हूं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपार्ट मिलने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि दिव्यांग बहन ने भी फांसी लगाई थी या गला घोंटकर उसकी हत्या करने के बाद भाई ने फांसी लगाई थी। उनकी मां की तीन माह पहले मौत हो गई थी।

    शासकीय कर्मी रहे हैं पिता

    कोलार थाना पुलिस के मुताबिक क्वालिटी होम्स के तीसरी मंजिल पर बने फ्लैट में रहने वाले 85 वर्षीय महेश मालवीय सरकारी सेवा से सेवानिवृत हैं। उनकी पत्नी की तीन माह पहले मौत हो चुकी है। उनके चार बच्चों में से दो 50 वर्षीय पंकज और 53 वर्षीय सुनीता पिता के साथ रहते थे, जबकि एक बेटा प्रफुल्ल और बेटी शीतल शहर में ही अलग-अलग रहते हैं।

    पिता सुबह सोकर उठे, तब पता चला

    महेश मालवीय सुबह सोकर उठने के बाद बाथरूम की तरफ जा रहे थे, तभी उन्होंने सुनीता को किचन में पड़े देखा। उसके गले में फंदा कसा हुआ था। वह पंकज के कमरे में पहुंचे, तो वह भी फांसी पर लटका हुआ था। उन्होंने फोन करके बेटे प्रफुल्ल को घटना की जानकारी दी। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।

    पत्नी से हो चुका था तलाक

    शव की तलाशी के दौरान पंकज की शर्ट की जेब से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें उसने स्वेच्छा से इस तरह का कदम उठाने की बात लिखी है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि पंकज पेंटिंग बनाने का काम करता था। उसकी शादी हुई थी, लेकिन पत्नी से तलाक हो चुका था। तीन माह पहले मां की मृत्यु होने के बाद पंकज दुखी रहने के साथ अवसाद ग्रस्त हो गया था। उसके ऊपर बचपन से ही पोलियो की शिकार बड़ी बहन की देखरेख की जिम्मेदारी बढ़ गई थी। संभवत: इस वजह से उसने इस तरह का कदम उठा लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

  • भोपाल में मार्बल कारोबारी के बेटे से दिनदहाड़े छुरा अड़ाकर 5.25 लाख रुपये की लूट

    व्यापारी से लूट (प्रतीकात्मक चित्र)

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    बैंक से रुपये निकालकर लौट रहा था व्यापारी का बेटा। दो नकाबपोश लुटेरों ने दिया वारदात को अंजामपुलिस ने एक संदेही को हिरासत में लिया।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल, Bhopal Crime News: राजधानी के हबीबगंज थाना क्षेत्र के कीलनदेव टावर चौराहे के पास शुक्रवार दोपहर करीब एक बजे स्कूटर सवार मार्बल कारोबारी के बेटे 18 वर्षीय अहमद रजा को दो नकाबपोश बदमाशों ने चाकू अड़ाया और स्कूटर की डिग्गी में रखे 5.25 लाख रुपये लूट लिए। घटना के समय वह बैंक से रुपये निकलकर घर जा रहा था।

    लूट की जानकारी लगते ही एमपीनगर और हबीबगंज थाना पुलिस के साथ आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना के बाद आसपास के इलाके में नाकाबंदी कर दी, लेकिन आरोपितों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। हालांकि एक संदेही को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जो घटना से कुछ देर पहले कारोबारी के बेटे के साथ था। कारोबारी ने उसके लूट में शामिल होने का संदेह जाहिर किया है।

    इधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच जारी है। जल्द ही घटना का खुलासा करेंगे। हबीबगंज थाना प्रभारी अजय सोनी ने बताया कि मालवीय नगर निवासी अब्दुल सत्तार मार्बल कारोबारी हैं। उनकी लालघाटी कोहेफिजा, जिंसी जहांगीराबाद समेत शहर में अन्य जगहों पर मार्बल की दुकानें हैं। उनका रियल स्टेट का भी काम है। बेटा अहमद रजा ने 12वीं पास की है।

    चेक कैश कराने भेजा था बैंक

    अहमद रजा ने बताया कि पिता ने सुबह 5.25 लाख रुपये का चेक काटकर एमपी नगर की एक निजी बैंक में उसे कैश कराने के लिए कहा था। मैं दोस्त के साथ बैंक गया था। उसके पास आधार कार्ड था, मेरे पास नहीं था। इस कारण उसने बैंक से रुपये निकालकर मुझे दे दिया। मैंने रुपये स्कूटर की डिग्गी में रख लिया और दोस्त वहां से चला गया।

    कुछ देर बाद जब मैं कीलनदेव टावर चौराहे के पास पहुंचा तो दो बदमाशों ने पीछे से बाइक को धक्का देकर मुझे गिरा दिया और छुरा निकालकर मुझ पर अड़ा दिया। मुझे छुरे के बट से मारा और डिग्गी की चाबी छीनकर मुझसे 5.25 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। आसपास के लोगों ने घटना देखी और डायल 100 को सूचना दी। पहले एमपीनगर पुलिस पहुंची, बाद में हबीबगंज पुलिस भी आ गई। आरोपित चेहरे पर नकाब पहने थे।

    पिता बोले, मुझे बेटे के दोस्त पर संदेह

    मार्बल कारोबारी अबदुल सत्तार ने बेटे के दोस्त पर संदेह जताते हुए कहा कि वह हमेशा उसके साथ ही रहता है। कुछ दिनों से बेटा उसके लिए 50 हजार रुपये उधार मांग रहा था। मैंने कहा था कि दे देना। संभवत: उसी ने वारदात को अंजाम दिलवाया है।

  • इंदौर के करीब तिंछा फॉल में खुद की जान जोखिम में डाल शराब पार्टी कर रहे तीन युवकों पर केस दर्ज

    इंदौर के करीब महू तहसील में है तिंछा फॉल। फाइल फोटो

    नईदुनिया प्रतिनिधि, महू, इंदौर। इंदौर की महू तहसील के सिमरोल थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले तिंछा फॉल में कलेक्टर के आदेश की अवहेलना करते हुए पर्यटन स्थल पर जान जोखिम में डालने पर तीन युवकों पर केस दर्ज किया है। यह इंदौर जिले का पहला प्रकरण है, जिसमे पर्यटकों पर प्रकरण दर्ज किया है।

    जानकारी के अनुसार तिंछा फॉल पर पार्किंग के आगे नदी है। यह क्षेत्र प्रतिबंधित है। सिमरोल थाना प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि रविवार को हितेश पुत्र प्रेमनारायण, सुशील पुत्र खिलावन दोनों निवासी बजरंग नगर और नीरज पुत्र राजेंद्र निवासी आदर्श नगर नदी किनारे पार्टी कर रहे थे।

    तीनों युवकों पर दर्ज किया गया केस

    साथ ही शराब का सेवन करते हुए नाच रहे थे। तभी पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों को पकड़ा। तीनों युवकों पर पुरानी धारा 188 की तरह भारतीय न्याय संहिता में 223 वीएनएस के तहत कलेक्टर द्वारा जारी किए गए आदेश का पालन नहीं करने पर केस दर्ज किया है।

    जोखिम भरे स्थानों पर लोगों के जाने पर प्रतिबंध है

    अब युवकों को नोटिस दिया जाएगा, इसके बाद इसकी कार्यवाही न्यायालय में होगी। गौरतलब है कि कलेक्टर द्वारा इंदौर जिले के सभी पर्यटन क्षेत्रों में जोखिम भरे व एकांत वाले क्षेत्रों में लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया है।

    साथ ही पर्यटन स्थलों पर शराब का सेवन करने पर भी प्रतिबंध लगाया है। कलेक्टर द्वारा आदेश जारी करने के बाद इंदौर जिले में इस तरह का पहला मामला सिमरोल थाने पर दर्ज गया है।

  • Indian Railway: यात्रियों को ट्रेन में ही दूध, डायपर, मोबाइल चार्जर, ईयर फोन और उपचार भी दे रहा रेलवे

    रेल में मोजूद यात्री मांग रहे मदद। प्रतीकात्मक फोटो

    नरेन्द्र जोशी, नईदुनिया रतलाम(Indian Railway)। क्या ही गजब हो यदि रेल यात्रा के दौरान आपको अपने शिशु के लिए गाय के गर्म दूध की आवश्यकता हो और एक फोन पर वह आपको चलती ट्रेन में ही मिल जाए। इससे भी बढ़िया तो यह हो कि किसी दवा की जरूरत हो, तो वह भी ट्रेन में ही उपलब्ध हो जाए।

    इतना ही नहीं, अगर बच्चे का डायपर लाना भूल गए हैं, तो एक सूचना देने पर ही उन्हें ट्रेन में डायपर भी मिल जाएंगे। यह सब इन दिनों रतलाम रेल मंडल की ट्रेनों में संभव हो रहा है। दरअसल, रतलाम रेल मंडल इन दिनों यात्री सुविधाओं की किताब में एक नया पृष्ठ लिख रहा है।

    यह सब रेल मदद ऐप, एक्स (पूर्व में ट्विटर) और टीटीई कॉल जैसे प्लेटफार्म के माध्यम से किया जा रहा है। बीते तीन महीने में ही इससे 700 यात्रियों को सुविधाएं दी गई हैं। केवल जुलाई माह में ही अब तक 237 यात्रियों ने इस सुविधा का लाभ लेते हुए वस्तुओं का ऑर्डर दिया है।

    यद्यपि इसके लिए यात्रियों को उस वस्तु की कीमत का भुगतान करना होता है, जो उसने मंगवाई है। दिलचस्प यह भी है कि पश्चिम रेलवे के सभी रेल मंडलों में रतलाम मंडल को एक्सीलेंट रेटिंग मिली है। यह रेटिंग यात्रियों की संतुष्टि के आधार पर मिली है।

    इस तरह काम करता है सिस्टम

    फेसबुक, एक्स, टीटीई काल सहित अन्य किसी भी माध्यम से सूचना मिलते ही ट्रेन की लोकेशन का पता किया जाता है। इसके बाद अगले स्टेशन तक सूचना पहुंचाई जाती है कि कोच विशेष में, अमुक सीट पर, इस पीएनआर पर यात्रा कर रहे यात्री को इस वस्तु की आवश्यकता है।

    अगले स्टेशन का स्टाफ तुरंत अलर्ट होता है और यात्री द्वारा चाही गई आवश्यक सेवा या वस्तु को जुटाता है। ट्रेन के पहुंचते ही टीम यात्री के पास पहुंचती है और उसे चाही गई सेवा या वस्तु दे दी जाती है।

    रेलवे द्वारा पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य सेवा को, दूसरी प्राथमिकता दूध व डायपर जैसी आवश्यक वस्तुओं को और तीसरी प्राथमिकता यात्रा में आवश्यक अन्य चीजों जैसे मोबाइल चार्जर, ईयरफोन आदि को दी जाती है। यात्री को सेवाओं के बदले भुगतान करना होता है। डाक्टर की सेवा के लिए 200 रुपये शुल्क तय है, शेष वस्तुओं के बिल पर लिखी राशि का भुगतान करना होता है।

    कठोरता से निगरानी भी

    रेलमंडल यात्रियों को सफर के दौरान जरूरत की चीजें उपलब्ध करवाने के लिए लगातार निगरानी भी कर रहा है। स्वास्थ्य संबंधी समस्या को लेकर रेलवे सबसे ज्यादा अलर्ट रहता है। गत तीन माह में महिला यात्री और बच्चों से संबंधित चीजें (दूध, सैनिटरी नैपकिन, डायपर इत्यादि) मांगे जाने पर पूर्ति की गई है। दिव्यांगजन की मदद की भी 34 सूचनाएं मिलीं, जिन पर तुरंत सहायता पहुंचाई गई है।

    ऐसी ऐसी मांगें

    25 जुलाई : ट्रेन नंबर 11464 में दो साल के बच्चे को पेटदर्द व उल्टी की परेशानी पर रेल मदद से सूचना दी गई। ट्रेन के नागदा जंक्शन स्टेशन पर पहुंचते ही डॉक्टरी सहायता उपलब्ध कराई गई। 17 जुलाई : ट्रेन संख्या 19489 में एक यात्री द्वारा गाय का तीन लीटर गर्म दूध मांगा गया, जो रतलाम स्टेशन पर उपलब्ध करवाया गया।

    यात्रियों को दे रहे सुविधा

    यात्री सुविधाओं के लिए रेल प्रशासन सजग है। सुविधा प्रदान कर रेलमंडल को भी संतुष्टि प्राप्त होती है। – प्रदीप शर्मा, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, रेल मंडल, रतलाम

    सुविधा प्राप्त करने वाले यात्री

    माह यात्रियों की संख्या अप्रैल 210 मई 239 जून 251 25 जुलाई तक 237

  • Indore Traffic News: इंदौर में 100 से ज्यादा ट्रैफिक सिग्नल का बदलेगा टाइमिंग, चौराहे क्रास करने में नहीं लगेगी ज्यादा देर

    इंदौर के मधुमिलन चौराहे पर रोटरी बनाकर ट्रैफिक को सुगम बनाने का प्रयास किया जाएगा।

    HighLights

    सबसे ज्यादा परेशानी मधुमिलन चौराहे पर आती है। चौराहे पर दो रोटरी और दो सिग्नल बनाए जाएंगे।शहर के छावनी चौराहे पर भी उलझते हैं वाहन।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर शहर में बिगड़ रही यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए बड़ी कवायद चल रही है। यातायात पुलिस सौ से ज्यादा चौराहों, मार्गों और ट्रैफिक सिग्नल की टाइमिंग बदलाव करने की तैयारी में है। प्रमुख चौराहों पर रोटरी बनाने की योजना तैयार की गई है।

    इस बदलाव में एसजीएसआईटीएस कॉलेज के इंजीनियर को भी शामिल किया है। इस कवायद का मकसद शहर के ट्रैफिक को सुधारना है, ताकि वाहन चालक बेफिक्र होकर गुजर सकें। पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने बुधवार को शहर के ट्रैफिक अफसरों के साथ बैठक की।

    दो रोटरी और दो सिग्नल बनाए जाएंगे

    एसीपी ने प्रजेंटेशन के माध्यम से उन चौराहों की स्थिति बताई, जहां ट्रैफिक का दबाव अधिक रहता है। सबसे ज्यादा दिक्कत मधुमिलन चौराहा की थी। उलझते वाहनों की तस्वीर देखकर तय हुआ कि चौराहे पर दो रोटरी और दो सिग्नल बनाए जाएंगे।

    इसके पूर्व एसजीएसआईटीएस कॉलेज के इंजीनियर और ट्रैफिक पुलिस की टीम दौरा करेगी। स्कीम-140 स्थित अंडर बायपास की व्यवस्था सुधारने के लिए आइलैंड तोड़ने की योजना बनाई है। इसी तरह स्टार चौराहा से देवासनाका तक का दबाव कम करने के लिए भारी वाहनों को एमआर-11 से निकाला जाएगा।

    हालांकि इस रोड पर चौड़ीकरण का प्रस्ताव भी बनाया गया है। डीसीपी (ट्रैफिक)अरविंद तिवारी के मुताबिक आजादनगर चौराहा पर तो रोटरी में खामी है। इसके कारण यातायात का दबाव व्हाइट चर्च तक आता है। नई रोटरी आईआरसी के मानकों के अनुसार बनाई जाएगी।

    छावनी में दबाव की स्टडी और धोबी घाट पर ट्रैफिक मोड़ेंगे

    आयुक्त के मुताबिक छावनी चौराहा पर वाहन उलझते हैं। इस चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस स्टडी करेगी। अग्रसेन चौराहा और मधुमिलन चौराहा से आने-जाने वाले वाहन सुगमता से निकाले जाएंगे। इंदिरा गांधी प्रतिमा से छावनी तक जगह कम है। अतिक्रमण हटाकर लेफ्ट टर्न डिवाइडर बनाने का प्रस्ताव बनाया है। एसीपी किरण शर्मा ने कहा कि जीपीओ चौराहा पर बिजली के पोल हटाने हैं। रोड मार्किंग और कैट आई की आवश्यकता है।

    रिंग रोड (पिपल्याहाना अंडरब्रिज) : इस रोड के माध्यम से अन्य जिलों और शहरों से आने वाले भारी वाहन, मध्यम वाहन, छोटी-बड़ी यात्री बसें, स्कूल, कॉलेज की बसें शहर में प्रवेश करती हैं। अस्पताल, होटल, स्कूल, कॉलेज होने से ट्रैफिक दबाव प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। रेडिसन होटल से खजराना चौराहा की ओर मेट्रो का काम चल रहा है। इस कारण रोड संकरे हो गए हैं। सत्यसाईं चौराहा : इस चौराहे की बनावट में ही खामियां हैं। विजय नगर से स्कीम-54 की तरफ जाने वाले वाहन अनावश्यक सिग्नल पर खड़े होते हैं। लेफ्ट टर्न पर पर्याप्त स्थान होने के बाद भी दुकानों के सामने बड़ा आइलैंड बनाकर बिजली के पोल और बैंक स्थापित करने से लेफ्ट टर्न बाधित होता है। सयाजी होटल चौराहा : इस चौराहे की बड़ी रोटरी मेट्रो निर्माण के कारण हटा दी थी। अस्थायी रोटरी टीन से ढंककर बनाई है। सिग्नल तो है लेकिन ट्रैफिक के मुताबिक रोटरी की आवश्यकता है।