Tag: Madhya Pradesh News

  • MP News: राहुल गांधी को आतंकी बताने वाले मंत्री, विधायक की कांग्रेस ने की थाने में शिकायत, पटवारी बोले- भाजपा सरकार के दबाव में काम कर रही पुलिस

    टीटी नगर थाने में बैठे कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी व अन्य।

    HighLights

    राहुल गांधी पर केंद्रीय मंत्री समेत अन्य नेताओं की टिप्पणियों से भड़के कांग्रेसी। उन्होंने एफआईआर दर्ज करने की मांग की, पुलिस ने पहले जांच की बात कही।जीतू पटवारी बोले- भाजपा के मंडल अध्यक्ष की तरह काम कर रहे हैं टीआई।

    नवदुनिया प्रतिनिधि,भोपाल। राजधानी के टीटी नगर, कोलार, संत हिरदाराम नगर सहित विभिन्न थानों में कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री, उत्तर प्रदेश के मंत्री और शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। दरअसल इन तीनों नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके स्वजन पर आपमानजनक टिप्पणी की है।

    कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने तीनों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की है। इस पर एसीपी ने 14 दिन में जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वहीं जीतू पटवारी ने कार्रवाई नहीं करने पर थाने के सामने धरना देने की बात कही है। बता दें कि केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू, उप्र के मंत्री रघुराज सिंह और शिवसेना (शिंदे गुट) विधायक संजय गायकवाड़ ने राहुल गांधी को आतंकवादी सहित अन्य अभद्र टिप्पणियां की हैं।

    केंद्र के इशारे पर अनर्गल बयान दे रहे मंत्री

    प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने वीडियो जारी करते हुए कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा के नेता अपमानजनक टिप्पणी कर रहे हैं। अब तो उन्होंने उनके माता-पिता, दादी तक को नहीं छोड़ा है। उन पर भी अशोभनीय टिप्पणी की है। यह सब नेता-मंत्री केंद्र के इशारे पर यह सब कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने चार हजार किलोमीटर पैदल चलकर देश की एकता-अखंडता की बात की। देश के गरीब और आमजन के मुद्दों को उठाया तो भाजपा को अच्छा नहीं लगता। करोड़ों रुपये लगाकर उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया गया, फिर भी जनता ने उनको अपना जनप्रतिनिधि चुना है। उनके पिता और दादी ने देश के लिए बलिदान दिया। देश के लिए मर मिटने वाले परिवार को लेकर ऐसी भाषा बोलना बर्दाश्त के बाहर है। मेरा आग्रह है कि तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कराएं।

    भाजपा सरकार की तानाशाही इस कदर चरम पर है कि टीआई BJP के मंडल अध्यक्ष और पुलिस थाने BJP के कार्यालय की भूमिका निभा रहे है।

    : जीतू पटवारी जी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष pic.twitter.com/1uPeis9Yzj

    — MP Congress (@INCMP) September 17, 2024

    पुलिस पर लगाया आरोप

    कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पटवारी ने पुलिस पर भी सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की तानाशाही इस कदर चरम पर है कि टीआई भाजपा के मंडल अध्यक्ष और पुलिस थाने भाजपा के कार्यालय की भूमिका निभा रहे हैं। हम वीडियो साक्ष्य के साथ दो घंटे तक थाने में प्रकरण दर्ज कराने के लिए बैठे रहे, लेकिन एफआईआर नहीं लिखी गई।

    इस दौरान जीतू पटवारी के साथ पूर्व मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ, पीसी शर्मा, मुकेश नायक और अधिवक्ता जेपी धनोपिया, केके मिश्रा समेत अनेक नेता व कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

    यह है मामला

    केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने दो दिन पहले भागलपुर में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को देश का नंबर वन आतंकी बताया था। उत्तर प्रदेश के मंत्री रघुराज सिंह ने सोमवार को इंदौर में कहा था कि राहुल गांधी आतंकवादी है, इतना ही नहीं उन्होंने उनके पिता, दादी, मां पर अपशब्द कहते हुए उनकी जाति पर टिप्पणी कर दी थी। वहीं शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा था कि कोई भी राहुल गांधी की जीभ काटेगा। मैं उसे 11 लाख रुपये का इनाम दूंगा।

  • अवैध एलपीजी सिलेंडर मामले में चालक, परिचालक और मालिक पर एफआइआर दर्ज

    गैस सिलेंडर की प्रतीकात्मक तस्वीर।

    HighLights

    पुलिस ने परवलिया क्षेत्र में एलपीजी सिलेंडरों से भरे एक ट्रक को रोका थाचालक सोनू राठौर और परिचालक राजेश धुर्वे ट्रक वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके। 760 रुपये प्रति सिलेंडर में खरीदा जाता, भोपाल में मंहगे दाम में बेचा जाता था।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। परवलिया सड़क पर बीते माह जब्त किए गए 171 अवैध एलपीजी सिलेंडरों के मामले में थाना परवलिया में चालक, परिचालक और गाड़ी मालिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। जिला खाद्य और आपूर्ति विभाग ने घरेलू गैस के दुरुपयोग और अवैध परिवहन के आरोप में चालक सोनू ठाकुर, परिचालक राजेश धुर्वे और गाड़ी मालिक कुणाल गंगोली पर यह एफआइआर करवाई।

    मामले की शुरुआत 14 अगस्त को हुई जब पुलिस ने परवलिया क्षेत्र में एलपीजी सिलेंडरों से भरे एक ट्रक को रोका। चालक सोनू राठौर और परिचालक राजेश धुर्वे ट्रक में मौजूद सिलेंडरों के वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके। जांच के बाद जिला आपूर्ति नियंत्रक मीना मालाकार ने मामला कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह की अदालत में पेश किया, जिसके बाद एफआइआर दर्ज करने के आदेश दिए।

    आरोपी युवक अवैध रूप से कुरावर से सिलेंडर लाकर भोपाल में महंगे दामों पर बेचते थे। बताया जा रहा है कि सिलेंडरों को करीब 760 रुपये प्रति सिलेंडर में खरीदा जाता था और फिर भोपाल में 800 रुपये में बेचा जाता था। मामले की जांच जारी है।

    इनका कहना है

    परवलिया सड़क पर एक गाड़ी में अवैध रूप से भरे हुए 171 गैस सिलेंडर पकड़े गए थे। इसमें चालक, परिचालक और गाड़ी मालिक पर एफआइआई दर्ज कराई गई है। सिलेंडर और गाड़ी पहले ही जब्त की जा चुकी है। दोनों की कीमत करीब 18 लाख रुपए हैं।

    – मीना मालाकार, जिला आपूर्ति नियंत्रक,भोपाल

  • विद्यार्थी वीआइपी सुविधा के लिए बना फर्जी रेलवे बोर्ड सतर्कता निरीक्षक, रेलवे टिकट निरीक्षक दल ने पकड़ा

    आरोपित रवि शाह पूछताछ करते रेलवे के अधिकारी।

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    रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर लान्ज में ठहरा।अफसरों को शक हुआ,जांच की तो निकला विद्यार्थी।उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर एक फर्जी सतर्कता इंस्पेक्टर को रेलवे की टीम ने पकड़ा है। वह रेलवे की वीआईपी लान्ज में ठहरा। वीआईपी सुविधाएं जैसे- चाय, नाश्ता और भोजन की मांग की तो रेलवे अफसरों को शक हुआ। आरोपित का नाम रवि शाह है वह गुजरात के रहने वाला है।

    जांच और पूछताछ में युवक ने कबूला कि वह वीआईपी सुविधा के लिए ऐसा कर रहा था। इस मामले में जीआरपी ने केस दर्ज किया है। रेलवे के अनुसार- युवक के पास से अहमदाबाद, गुजरात के एक कालेज का आईडी कार्ड भी मिला है, जिसमें उसके एमबीए विद्यार्थी होना लिखा था। मामला शुक्रवार देर रात का है।

    वीआइपी लान्ज में ठहरने की बाद की

    भोपाल रेल मंडल जनसंपर्क अधिकारी नवल अग्रवाल ने बताया कि व्यक्ति सीधे मुख्य टिकट निरीक्षण कार्यालय पहुंचा और दावा किया कि वह रेलवे बोर्ड का सतर्कता निरीक्षक है।

    उसने कहा कि उसे ट्रेन 19484 बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस से अहमदाबाद में एक गुप्त अभियान के लिए जाना है। तब तक उसके लिए वीआईपी लान्ज खोला जाए। वीआइपी लान्ज में ठहरने के बाद, इस व्यक्ति ने सुविधाओं जैसे चाय, नाश्ता और भोजन की मांग की।

    युवक के खिलाफ दर्ज किया मामला

    मुख्य टिकट निरीक्षक अनिरुद्ध सोनी एवं टिकट निरीक्षक सूर्य प्रकाश शर्मा को उसकी गतिविधियों पर संदेह हुआ। उन्होंने उनसे मोबाइल नंबर मांगा तो युवक ने गोपनीय भ्रमण का हवाला देकर मोबाइल देने से मना किया। उसका नाम पूछा, चुपके से उसकी तस्वीर ली और रेलवे बोर्ड सतर्कता विभाग तथा रेलवे केंद्रीय टिकट निरीक्षण टीम से इस व्यक्ति की सत्यता की पुष्टि के लिए संपर्क किया।

    दोनों जगह से पुष्टि हो गई कि यह व्यक्ति सतर्कता विभाग का हिस्सा नहीं है। तत्काल, मुख्य टिकट निरीक्षक अनिरुद्ध सोनी ने स्टेशन प्रबंधक, रेलवे सुरक्षा बल और वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की सूचना दी। आरपीएफ सब इंस्पेक्टर योगेंत्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक ब्रज मोहन तिवारी ने पूछताछ की। जहां युवक ने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

  • हंडिया स्थित रिद्धनाथ मंदिर और मां नर्मदा का नाभि कुण्ड अनुमोदित तीर्थों की सूची में शामिल

    रिद्धनाथ मंदिर।

    HighLights

    जिले में पर्यटन स्थलों का एक टूरिस्ट सर्किट विकसित कर रहा जिला प्रशासन।विकास कार्यों के प्रस्ताव की विस्तार प्रोजेक्ट रिपोर्ट शीघ्र ही भेजी जाएगी।सरकार नाभि कुण्ड और रिद्धनाथ मंदिर के लिए विकास कार्य स्वीकृत करेगा।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, हरदा। मध्यप्रदेश तीर्थ स्थान एवं मेला प्राधिकरण भोपाल ने जिले की हंडिया तहसील मुख्यालय स्थित मां नर्मदा नदी का नाभि कुण्ड और रिद्धनाथ मंदिर को प्राधिकरण की ओर से अनुमोदित तीर्थों की सूची में शामिल कर लिया गया है।

    अब मेला प्राधिकरण की अनुमोदित सूची में शामिल होने से हंडिया क्षेत्र में विकास के अवसर बढ़ने की उम्मीद बढ़ गई है। कलेक्टर आदित्य सिंह ने कहा कि प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को मां नर्मदा नदी के नाभि कुण्ड और रिद्धनाथ मंदिर में होने वाले विकास कार्यों के प्रस्ताव की विस्तार प्रोजेक्ट रिपोर्ट शीघ्र ही भेजी जाएगी।

    रिपोर्ट के आधार पर राज्य शासन नाभि कुण्ड और रिद्धनाथ मंदिर के लिए विकास कार्य स्वीकृत करेगा। कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में पर्यटन स्थलों का एक टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जाएगा। इसमें हंडिया के ऐतिहासिक एवं पर्यटक स्थलों के साथ-साथ चारुवा का प्राचीन शिव मंदिर, जोगा का किला तथा गोराखाल का झरना जैसे प्रमुख स्थलों को शामिल किया जाएगा।

    इसलिए खास है हंडिया

    हंडिया एक अत्यंत प्राचीन एवं धार्मिक स्थल है, जहां कि हिन्दू, मुस्लिम और सिख धर्मों से जुड़े आस्था के अवशेष उपलब्ध हैं। नर्मदा का नाभि स्थल होने से नर्मदा परिक्रमा का केंद्रबिंदु भी हंडिया है। हंडिया स्थित रिद्धनाथ मंदिर एक अत्यंत प्राचीन शिव मंदिर है। मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं भगवान कुबेर ने कराया था।

    यह भी मान्यता है कि सिखों के दसवें गुरु गुरुगोविन्द सिंह ने अपने प्रवास के दौरान हंडिया में विश्राम किया था। प्रवास से जाते समय गुरु गोविन्दसिंह ने ताम्रपत्र भेंट किया था, जिस पर सनद अंकित है। यह ताम्रपत्र हंडिया के लोधी मोहल्ला स्थित गुरुद्वारे में दर्शनार्थ रखी हुई है।

    हंडिया में ही अकबर के नौ रत्नों में से वजीर अब्दुल हसन, जो मुल्ला दो प्याजा के नाम से प्रसिद्ध हुए उनका अवसान हंडिया में हुआ था। उनका स्मारक हंडिया में मौजूद है। इसके अलावा हंडिया में शाह भड़ंग की दरगाह मुस्लिम आस्था का केंद्र है। हंडिया के पास ही सोलहवीं शताब्दी में निर्मित तेली की सराय व अन्य प्राचीन स्मारक पर्यटन व आस्था के केंद्र बिंदु भी स्थित हैं।

  • Indore Jhanki 2024: इंदौर में अनंत चतुर्दशी की झांकियों में दिखेगी धर्म, पर्यावरण और विकास की झलक

    इंदौर में मालवा मिल की झांकी में हनुमान जी का दृश्य।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। अनंत चतुर्दशी पर 17 सितंबर को पूरा शहर रतजगा करेगा। झांकियों का चल समारोह शाम को जेल रोड से निकलना शुरू होगा, लेकिन इसे देखने के लिए दोपहर बाद से ही दुकानों के ओटलों से लेकर छतों पर हजारों लोग अपनी जगह तय कर चुके होंगे।

    झांकियों की परंपरा 1923 में सेठ हुकमचंद द्वारा हुकमचंद मिल से शुरू की गई थी, जो आज भी जारी है। इन झांकियों के लिए सैकड़ों कलाकार पिछले 20 दिनों से लगातार काम कर रहे हैं। जहां यह झांकियां आध्यात्मिकता से सराबोर रहेंगी, वहीं आधुनिकता की झलक भी देखने को मिलेगी। इस बार 30 से अधिक झांकियां निकाली जाएंगी।

    हुकमचंद मिल – 101वां वर्ष

    पहली झांकी – सत्यम-शिवम-सुंदरम पर आधारित है। इसमें कलात्मक रूप से मंदिर बनाए गए हैं।

    दूसरी झांकी – कृष्ण जन्मोत्सव पर आधारित है। इसमें नंदबाबा के गांव में कृष्ण जन्मोत्सव मनाते हुए दिखाया गया है।

    तीसरी झांकी – श्रीकृष्ण व इंद्र युद्ध पर आधारित है। इसमें पारिजात वृक्ष, विशाल हाथी पर इंद्र व गरुड़ पर कृष्ण सवार होंगे।

    मालवा मिल – 90वां वर्ष

    पहली झांकी – सीता स्वयंवर पर आधारित है। इसमें प्रभु श्रीराम माता सीता को हार पहनाते हुए दिखाई देंगे।

    दूसरी झांकी – कृष्ण लीला पर आधारित है। इसमें श्रीकृष्ण की बाललीलाओं को प्रदर्शित किया गया है।

    तीसरी झांकी – सद्भावना पर आधारित है। इसमें भारत माता के पीछे तिरंगा चक्र घूमते हुए दिखेगा।

    होप टेक्सटाइल्स – 75वां वर्ष

    पहली झांकी – गणेशजी पर आधारित है। इसमें मां पार्वती द्वारा बाल गणेश को वस्त्र भेंट करते हुए दिखाया गया है।

    दूसरी झांकी – शिव तांडव पर आधारित है। इसमें माता सती द्वारा यज्ञाग्नि में दाह करने के बाद शिव का रौद्र रूप दिखाया गया है।

    कल्याण मिल – 95वां वर्ष

    पहली झांकी – माता कालका द्वारा रक्तबीज का वध और माता दुर्गा की देवों द्वारा आराधना करते दिखाया है।

    दूसरी झांकी – राष्ट्रीय विषय एकता-अखंडता, हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देते हुए है। दूसरे भाग में हंसी-खुशी से झूलती हुई लाड़ली बहनाओं को दिखाया गया है। अमृत महोत्सव की झलक है।

    स्वदेशी मिल – 95वां वर्ष

    पहली झांकी – हनुमानजी पर आधारित है। इसमें अहिरावण का वध कर प्रभु राम और लक्ष्मण को छुड़ाते हुए दिखाया गया है।

    दूसरी झांकी – मोबाइल पर आधारित है। इसमें मोबाइल के दुष्परिणाम दिखाए गए हैं।

    तीसरी झांकी – कुंभकर्ण पर आधारित है। इसमें छह माह तक लगातार सोने वाले कुंभकर्ण को जगाते हुए दिखाया गया है।

    राजकुमार मिल- 89वां वर्ष

    पहली झांकी – मोटी-पतलू पर आधारित है। इसमें मोटी-पतलू के अलग-अलग कार्टून हैं।

    दूसरी झांकी – वासुकि नाग और गरुड़ युद्ध पर आधारित है। इसमें समुद्र मंथन के लिए वासुकि नाग को ले जाते दिखाया गया है।

    आईडीए – 27वां वर्ष

    पहली झांकी – विकास पर आधारित है। इसमें स्टार्टअप पार्क, स्वीमिंग पुल, आइएसबीटी, फ्लाईओवर आदि होगा।

    दूसरी झांकी – हनुमानजी पर आधारित है। इसमें 25 फीट ऊंचे हनुमानजी संजीवनी बूटी लाते दिखाई देंगे।

    तीसरी झांकी – श्रीकृष्ण पर आधारित है। इसमें वह भीष्म पितामह पर प्रहार करते हुए दिखेंगे।

    इंदौर नगर निगम – 28वां वर्ष

    पहली झांकी – अहिल्या माता की जयंती पर आधारित है। पालकी में अहिल्या माता दर्शन देते हुए दिखेंगी।

    दूसरी झांकी – अभिमन्यु पर आधारित रहेगी। इसमें सुरेखा हरण का चित्रण होगा।

    तीसरी झांकी – स्वच्छता पर आधारित होगी। इसमें एक पेड़ मां के नाम सहित अन्य योजनाओं की जानकारी होगी।

    चौथी झांकी – डिजिटल विषय पर रहेगी। इसमें एप, पोर्टल आदि आनलाइन व्यवस्थाओं की जानकारी होगी।

    खजराना मंदिर – 19वां वर्ष

    पहली झांकी – गणेशजी पर आधारित है। इसमें गणेशजी अपने माता-पिता की परिक्रमा करते दिखेंगे।

    दूसरी झांकी – सौर ऊर्जा पर आधारित है। इसमें सौर ऊर्जा योजना और उसके फायदे के बारे में बताया गया है।

  • MP News: खेल अकादमियों में पैरा खिलाड़ियों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण, मंत्री विश्वास सारंग ने किया ऐलान

    पैरालिंपिक कांस्य विजेता कपिल परमार का स्वागत करते खेल मंत्री विश्वास सारंग।

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    पैरा खिलाड़ियों के लिए नौकरी के साथ विशेष बजट का प्रविधान भी होगा। पेरिस पैरालिंपिक में कांस्य विजेता कपिल परमार से मिले खेल मंत्री विश्वास सारंग।15 साल पहले हुए एक हादसे में कपिल परमार की आंखों की रोशनी चली गई थी।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। पिछले दिनों पेरिस में खेले गए पैरालिंपिक-2024 में कांस्य पदक जीतने वाले मप्र के लाड़ले सपूत कपिल परमार शुक्रवार को भोपाल पहुंचे। यहां पर उनका भव्य स्वागत किया गया। प्रदेश के खेल व युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने तात्या टोपे स्टेडियम में कपिल से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया और पैरालिंपिक गेम्स में पदक जीतने पर बधाई दी।

    इस मौके पर खेल मंत्री सारंग ने पैरा खिलाड़ियों के हित में एक बड़ी घोषणा की। मंत्री सारंग ने कहा कि प्रदेश की सभी खेल अकादमियों में पैरा खिलाड़ियों के लिए अलग से प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। पैरा खिलाड़ियों के लिए नौकरी के साथ विशेष बजट का भी प्रविधान किया जाएगा।

    मप्र खेल अकादमी के खिलाड़ी हैं कपिल

    गौरतलब है कि कपिल परमार पैरालंपिक जूडो में पदक जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने मप्र राज्य जूडो अकादमी में प्रशिक्षण लिया है। उन्होंने 28 अगस्त से 80 सितंबर तक पेरिस में खेले गए पेरालिंपिक में पुरुषों की जे1-60 किग्रा श्रेणी में कांस्य पदक के मुकाबले में ब्राजील के एलिल्टन डी ओलीवेरिया को हराकर यह सफलता प्राप्त की थी।

    हादसे में खो दी थी आंखों की रोशनी

    कपिल मूलतः सीहोर के निवासी है। वर्ष 2009-10 में करंट लगने से उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। कपिल 80 प्रतिशत ब्लांइड हैं। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जूडो को खेलना प्रारंभ किया था। उन्होंने पहली बार पेरालिंपिक में हिस्सा लिया था। कपिल अब तक 17 अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने अब तक 08 स्वर्ण पदक सहित कुल 13 अंतरराष्ट्रीय पदक अर्जित किए हैं।

  • भोपाल से मुंबई और यूपी के यात्री को मिलेगा फायदा, अक्टूबर से नवंबर तक चलेगी स्पेशल ट्रेन

    रेल की प्रतीकात्मक तस्वीर।

    HighLights

    दीपावली और छठ त्योहार के दौरान पमरे से गुजरेगी त्योहार स्टेशल ट्रेनेंगोरखपुर के लिए वाया भोपाल और दानापुर, आसनसोल स्पेशल ट्रेनें चलेगी। रेलवे यह स्पेशल ट्रेन 22 अक्टूबर से 13 नवंबर तक चला रहा है।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। दीपावली और छठ त्योहारों के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को कम करने के त्योहार स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। इस दौरान पश्चिम मध्य रेल से चार स्पेशल ट्रेनों गुजरेंगी। ऐसे में मुंबई और उप्र जाने वाले हजारों यात्रियों को फायदा मिलेगा। यह स्पेशल ट्रेन 22 अक्टूबर से 13 नवंबर तक चलेगी।

    एलटीटी-दानापुर दैनिक स्पेशल (42 सेवाएं)

    ट्रेन 01143 डेली स्पेशल ट्रेन 22 अक्टूबर से 11 नवंबर तक सुबह 10:30 बजे एलटीटी से प्रस्थान करेगी और अगले दिन शाम 6:45 बजे दानापुर पहुंचेगी। इसी प्रकार ट्रेन 01144 डेली स्पेशल ट्रेन 23 अक्टूबर से 12 नवंबर तक रात 9:30 बजे दानापुर से प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन सुबह 4:50 बजे एलटीटी पहुंचेगी।

    सीएसएमटी-आसनसोल साप्ताहिक स्पेशल (8 सेवाएं)

    ट्रेन 01145 साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 21 अक्टूबर से 11 नवंबर तक प्रत्येक सोमवार को 11:05 बजे सीएसएमटी मुंबई से प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन रात 2.30 बजे आसनसोल पहुंचेगी। इसी प्रकार ट्रेन 01146 साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन 23 अक्टूबर से 13 नवंबर तक प्रत्येक बुधवार को रात 9 बजे आसनसोल से प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन सुबह 8:15 बजे सीएसएमटी मुंबई पहुंचेगी।

    सीएसएमटी-गोरखपुर दैनिक स्पेशल (42 सेवाएं)

    ट्रेन 01079 डेली स्पेशल ट्रेन 22 अक्टूबर से 11 नवंबर तक रात 10:30 बजे सीएसएमटी मुंबई से प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन सुबह 8:20 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। ट्रेन 01080 डेली स्पेशल ट्रेन 24 अक्टूबर से 13 नवंबर तक दोपहर 2:30 बजे गोरखपुर से प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन रात 12:40 बजे सीएसएमटी मुंबई पहुंचेगी।

    एलटीटी-गोरखपुर द्वि-साप्ताहिक स्पेशल (8 सेवाएं)

    ट्रेन 01123 द्वि – साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार और रविवार 25, 27 अक्टूबर, 01 और 03 नवंबर को एलटीटी से रात 12.15 बजे प्रस्थान करेगी और अगले दिन शाम 6:55 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। ट्रेन 01124 द्वि – साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन शनिवार और सोमवार 26, 28 अक्टूबर, 2 और 4 नवंबर को गोरखपुर से रात 9:15 बजे प्रस्थान करेगी और तीसरे दिन सुबह 7:25 बजे एलटीटी पहुंचेगी।

  • देवास में 200 किसानों को बिना बताए उनकी भूमि पर घोषित कर दी स्कीम

    देवास में किसान है इस स्कीम से परेशान। प्रतीकात्मक तस्वीर

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    देवास विकास प्राधिकरण ने किया है ये कारनामा।अखबार में छपी सूचना तो किसानों को पता चला।जमीन की खरीद-फरोख्त पर लगाई गई है रोक।

    दीपक विश्वकर्मा, नईदुनिया देवास(Dewas News)। देवास विकास प्राधिकरण ने अजीब कारनामा किया है। बिना सूचना दिए करीब 200 किसानों की जमीन पर आवासीय व कमर्शियल स्कीम घोषित कर दी। बात यहीं नहीं रुकी बल्कि प्राधिकरण ने पिछले माह बोर्ड बैठक में योजना का प्रस्ताव सामने रखा और इसके कुछ ही दिनों में नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम की धारा 50 की उपधारा 1 के तहत राजपत्र में प्रकाशन भी हो गया।

    ऐसा होने से अब इस क्षेत्र के करीब 104 हेक्टेयर जमीन की खरीद-फरोख्त नहीं हो सकेगी। किसानों को अब जाकर इसकी भनक लगी है, तो वे हैरान हैं। बिना सहमति के अपनी जमीन जाती देख किसानों ने प्राधिकरण का पुरजोर विरोध शुरू कर दिया।

    किसानों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी

    प्राधिकरण की योजना है कि पहले किसानों की जमीन लैंड पुलिंग के तहत ली जाए, लेकिन यदि वे नहीं मानेंगे तो फिर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। प्राधिकरण की बोर्ड बैठक कलेक्टर एवं अध्यक्ष देवास विकास प्राधिकरण ऋषव गुप्ता की अध्यक्षता में बीते माह हुई थी।

    इसमें तय हुआ कि देवास के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र शंकरगढ़ तथा देवास सीनियर (रियासतकाल से पटवारी हल्के का नाम) की भूमि पर इंदौर-भोपाल बायपास के समानांतर एक सेक्टर रोड तथा मुख्य मार्ग क्रमांक-1 का निर्माण किया जाए।

    जमीन खरीद-फरोख्त पर रोक लगो का निर्णय

    इसके लिए करीब 104 हेक्टेयर भूमि पर जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने का निर्णय हुआ। यहां नई योजना की भी स्वीकृति प्रदान की गई, जिसमें 24 मीटर सेक्टर रोड, 30 मीटर मुख्य मार्ग क्रमांक-1 तथा 18 मीटर चौड़े एक रोड का प्रविधान किया गया।

    इस योजना में 231 रकबे आ रहे हैं, जिनमें कुछ शासकीय के अलावा श्री विट्ठल मंदिर, जिम्नेश्वर महादेव और श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर के नाम की जमीन भी शामिल है। इस आशय के राजपत्र का प्रकाशन बीते दिनों 30 अगस्त को राजपत्र में कर दिया गया।

    अखबार में छपी सूचना तो पता चला

    किसानों को इस योजना की भनक तक नहीं लगी। उन्हें तब पता चला जब तीन सितंबर को एक स्थानीय अखबार में योजना की घोषणा की सूचना प्रकाशित हुई। यह सूचना भी इंटरनेट मीडिया के माध्यम से किसानों को मिली।

    इसके बाद वे परेशान हो गए। इसके अंत में प्रकाशित किया गया है कि कोई भी व्यक्ति इस सूचना के राजपत्र में प्रकाशन की दिनांक से स्कीम में शामिल किए गए क्षेत्र के भीतर किसी प्रकार की भूमि का उपयोग या भवन में परिवर्तन या कोई भी विकास, संचालक नगर तथा ग्राम निवेश की अनुमति के नहीं करेगा।

    इस सूचना से किसान आगबबूला हो गए और कलेक्टर कार्यालय जाकर प्राधिकरण के सीईओ अभिषेक शर्मा को शिकायत की। जानकारी के अनुसार प्राधिकरण किसानों से 
लैंड पुलिंग की तरह भूमि लेने के मूड में है। इसके तहत किसानों को उनकी भूमि की आधी भूमि विकसित करके दी जाएगी।

    किसानों के दोव-आपत्ति लिए जाएंगे

    अभी स्कीम के आशय की घोषणा की है। किसानों के दावे-आपत्ति विधिवत लिए जाएंगे। दावा-आपत्ति निराकरण समिति आपत्तियों पर सुनवाई कर निराकरण करेगी। – अभिषेक शर्मा, सीईओ, देवास विकास प्राधिकरण

  • उज्जैन: किसने बनाया रेप का वीडियो, पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी

    उज्‍जैन में 45 वर्षीय महिला से दुष्‍कर्म का बनाया गया था वीडियो। – सांकेतिक चित्र।

    HighLights

    प्रियंका गांधी ने पोस्ट में लिखा- उज्जैन की पवित्र भूमि पर ऐसी घटना से मानवता कलंकित। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी प्रतिक्रिया दी। कहा- मध्‍य प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप। भाजपा ने किया कांग्रेस पर पलटवार, कहा-किसी भी घटना पर तुरंत होती है कार्रवाई।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, उज्जैन। शहर में कोयला फाटक क्षेत्र में महिला से फुटपाथ पर दिन-दहाड़े दुष्कर्म के मामले में राजनीति गरमा गई है। शुक्रवार को कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर मध्य प्रदेश सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा।

    प्रियंका ने लिखा कि पवित्र भूमि पर ऐसी घटना से मानवता कलंकित हुई है, वहीं कमलनाथ ने कानून व्यवस्था ठप होने का आरोप लगाया है। कांग्रेस पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में कोई भी घटना होती है तो उस पर तत्काल कार्रवाई होती है।

    उज्जैन की घटना में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह प्रदेश को बदनाम करने का काम कर रही है। वहीं, अब पुलिस घटना का वीडियो बनाकर बहुप्रसारित करने वाले की तलाश में जुटी है।

    हालांकि महिला से दुष्कर्म का अरोपित पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि कि किसी व्यक्ति ने दुष्कर्म का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामले में पुलिस ने बुधवार को वीडियो के आधार पर आरोपित लोकेश की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया।

    वीडियो बनाने वाला नागदा से आई बस से उतरा था

    उज्जैन के एएसपी नीतेश भार्गव ने बताया कि जिस व्यक्ति ने मोबाइल से वीडियो बनाया, उसने दुष्कर्म करने वाले को रोकने और पुलिस को सूचना देने के बजाय वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस की जांच में सामने आया है कि वीडियो बनाने वाला व्यक्ति नागदा से आई बस से कोयला फाटक पर उतरा था। पुलिस उसकी पहचान करने में जुटी है। इसके अलावा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

  • महाकाल के आंगन में भक्त देख सकेंगे, 1000 साल पहले कैसा था मंदिर… जमीन से मिले पुरावशेषों को दिया जा रहा रूप

    राजेश वर्मा, नईदुनिया, उज्जैन(Ujjain News)। महाकाल के आंगन में भूगर्भ से निकले मंदिर के पुरावशेषों को पुरातत्व के विद्वानों की देखरेख में शिव मंदिर का रूप दिया जा रहा है। भक्त एक बार फिर देख सकेंगे कि 1000 साल पहले यह शिव मंदिर कैसा दिखाई देता था। महाकाल मंदिर समिति का कहना है कि यह मंदिर 36 फीट ऊंचा बनाया जाएगा। इसके पुनर्निर्माण में छह माह का समय लग सकता है।

    करीब दो साल पहले यहां नवनिर्माण के लिए की जा रही खोदाई में शिव मंदिर का आधार भाग प्राप्त हुआ था। इसके साथ ही मंदिर के भग्न अवशेष तथा शिवलिंग आदि प्राचीन मूर्तियां भी मिली थीं। मंदिर समिति ने पुरासंपदा प्राप्त होने की जानकारी मध्य प्रदेश पुरातत्व विभाग को दी थी। इसके बाद भोपाल से पुरातत्व के जानकारों का दल उज्जैन पहुंचा और पुरावशेषों की पड़ताल की।

    आक्रांताओं ने मंदिर को क्षतिग्रस्त कर दिया था

    जांच में पाया गया कि शिव मंदिर करीब एक हजार साल पुराना है, उस समय आक्रांताओं ने इसे क्षतिग्रस्त कर दिया था। विभाग ने प्राचीन शिल्पकला के संरक्षण के लिए उसी स्थान पर मंदिर के पुनर्निर्माण का निर्णय लिया।

    करीब छह माह पहले नवनिर्माण के लिए बिखरे पड़े अवशेषों का मिलान कर नंबरिंग की गई थी। अब नंबरों के अनुसार पत्थरों को जोड़ा जा रहा है। पुरातत्व अधिकारी डॉ. रमेश यादव ने बताया भूगर्भ से निकले मंदिर के अवशेषों को जोड़ने का काम शुरू हो गया है। कहीं कोई पत्थर की कमी लगती है, तो प्रदेश के अन्य जिलों से इसी प्रकार का पत्थर मंगवाया जा रहा है। सामग्री के प्रबंध में समय लग रहा है, वर्षा का मौसम होने से भी काम की गति धीमी है।

    इसी तरह पुरावशेषों से खड़ा हुआ बटेश्वर मंदिर समूह

    पुरातत्व विभाग के अनुसार आठवीं से 10वीं शताब्दी के बीच गुर्जर-प्रतिहार राजवंश के शासनकाल में 200 मंदिरों का एक समूह बनाया गया था, मुरैना जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर स्थित इस जगह को बटेश्वर मंदिर समूह के रूप में पहचाना जाता है।

    पुरातत्व विभाग के अनुसार भूकंप या बाढ़ जैसी किसी आपदा से 13वीं शताब्दी में यह मंदिर नष्ट हो गए। इसका पुरावशेष मौजूद था। बटेश्वर को 1920 में संरक्षित स्थलों की सूची में शामिल किया गया, लेकिन इसके संरक्षण का काम साल 2005 में पुरातत्व विभाग के तत्कालीन अधीक्षक केके मोहम्मद ने शुरू किया और भग्नावस्था में पड़े पत्थरों को चुन-चुन कर उनसे 60 मंदिरों को उनके पुराने स्वरूप में खड़ा किया गया।

    बजट के अभाव में करीब 14 साल पहले जीर्णोद्धार का काम बंद हो गया। ढाई साल पहले इंफोसिस फाउंडेशन की सुधा मूर्ति ने आर्थिक मदद दी, जिससे बटेश्वर का सबसे बड़ा मंदिर, विष्णु मठ मंदिर फिर पुराने स्वरूप में बनकर तैयार हो गया है।