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  • अब सरकार कराएगी रामेश्वरम की यात्रा… यह है आवेदन की अंतिम तिथि, पढ़ें क्‍या रखना होगा साथ

    HighLights

    तीर्थ यात्रा के लिए 200 बर्थ आवंटित की गई है। जबलपुर होते हुए रामेश्वरम के लिए रवाना होगी। सहायक के लिए 60 वर्ष से अधिक के दंपती को छूट।

    नईदुनिया, कटनी (Katni News)। कटनी में रामेश्वरम तीर्थ यात्रा के लिए 200 बर्थ आवंटित की गई है। यह ट्रेन कटनी से 15 दिसंबर को तीर्थयात्रियों को लेकर जबलपुर होते हुए रामेश्वरम के लिए रवाना होगी तथा 20 दिसंबर को जबलपुर होते हुए कटनी वापस आएगी। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत रामेश्वरम यात्रा के लिए आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 5 दिसंबर 2024 निर्धारित है।

    मुख्य कार्यपालन अधिकारी नोडल अधिकारी नियुक्त

    कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत द्वारका यात्रा के लिए आवेदन प्राप्त करने के लिए शहरी क्षेत्र में नगर निगम स्तर पर आयुक्त नगर पालिक निगम कटनी एवं ग्रामीण व ब्लॉक स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा जनपद स्तर पर समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।

    जानकारी व नियम आवेदन पत्र बेवसाईट की से डाउनलोड

    मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना से संबंधित अधिक जानकारी व नियम आवेदन पत्र बेवसाईट की से भी डाउनलोड किए जा सकते हैं। योजना के तहत टिकट के वितरण के दौरान संबंधित कर्मचारी द्वारा पात्र व्यक्ति को ही टिकट वितरण करने, यात्रा हेतु इच्छुक आवेदन से प्राप्त आवेदन में समग्र आईडी, वोटर आईडी, आधार कार्ड एवं कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट की जानकारी अनिवार्य रूप से दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।

    सहायक सहित पृथक-पृथक जानकारी देनी होगी

    कलेक्टर ने नोडल अधिकारियों को आवेदन पत्रों की सूची निर्धारित प्रारूप में 60 वर्ष से अधिक आयु के पति पत्नी महिला को 2 वर्ष की छूट रहेगी, 60 वर्ष से अधिक आयु के आवेदक स्वयं एवं 65 वर्ष की अधिक आयु के आवेदक जो सहायक ले जाना चाहते हैं की सहायक सहित पृथक-पृथक जानकारी निर्धारित प्रारूप में 28 नवंबर तक प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।

  • कटनी में 6 साल के बेटे को गोली मारने के बाद खुद पर तानी पिस्टल, दोनों की मौत

    बेटे को गोली मारने वाले मयंक अग्रहरी की जीवित अवस्‍था का चित्र।

    नईदुनिया, कटनी (Katni News)। कटनी में कोतवाली थाने की नई बस्ती में अपने ही छह वर्ष के बेटे को गोली मारी। फिर पत्‍नी को भी गोली मारी, लेकिन उसकी जानबच गई। मयंक अग्रहरी ने सुबह साढ़े दस बजे पिस्टल से पहले बच्चे और फिर खुद को मारी गोली। पत्नी को भी मारी गोली मारी लेकिन लगी नहीं और उसने भागकर बचाई जान। मौके पर पहुंची पुलिस।

    खबर अपडेट हो रही है…

  • कटनी में कुए्ं में गैस रिसाव से चार युवकों की मौत, पंप सुधारने उतरे थे, पांचवां आधे रास्‍ते से लौटा तो बच गया

    कुएं के अंदर बेहोश पड़े युवकों को ऊपर लाने का प्रयास करते रहे लोग।

    HighLights

    उमरिया से आई टीम डेढ़ बजे रात में बाहर निकाल सकी शव।बचाव के लिए भी सिलेंडर आदि लगाकर लोगों को उतारे थे।मरने वालों में पिता-पुत्र और दो सगे भाई शामिल हैं।

    नईदुनिया, कटनी (Katni News)। मध्‍यप्रदेश के कटनी में एनकेजे के जुहली गांव में कुएं में जहरीली गैस के रिसाव से चार युवकों की मौत हो गई। चारों लोग पंप सुधारने के लिए कुएं में उतरे थे। उतरे ही बेहोश हो गए थे। अचानक साथ के लोगों के बेहोश होने के कारण पांचवा व्यक्ति अंदर नहीं आ गया और बाहर निकलकर गांव पहुंचा। साथ ही लोगों व पुलिस को जानकारी दी। उमरिया से टीम बुलाई गई है। एनकेजे पुलिस सहित एसडीएम मौके पर पहुंचे और चारों को कुएं से बाहर निकाला गया। जब तक जान जा चुकी थी।

    अधिकारी ने बताया कि चारों लोगों के बाहर निकाला गया है। जुहली-जुहला गांव के बीच नादन हार में जुहली निवासी संजय दुबे का खेत है। गुरुवार की शाम को खेत के कुएं की मोटर सुधारने के लिए संजय अपने भाई राम दुबे, बेटे निखिल दुबे और गांव के ही दो सगे भाई जग्गी कुशवाहा व पिंटू कुशवाहा को लेकर पहुंचा था। कुएं चारों एक-एक करके उतरे और अंदर जाकर बेहोश होकर गिर गए थे।

    इस बीच संजय दुबे भी कुएं में उतर रहे थे। उन्होंने नीचे चारों लोगों को गिरते देखा और उनको भी आधे रास्ते में सांस लेने में तकलीफ हुई तो वे बाहर निकल आए थे। बाहर आकर उन्होंने गांव के लोगों को घटना की जानकारी दी। एनकेजे पुलिस को भी सूचना दी गई।

    मौके पर एनकेजे थाना प्रभारी नीरज दुबे बल के साथ पहुंचे और उसके बाद सूचना पर एसडीएम प्रदीप मिश्रा व अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। युवकों के जहरीली गैस के रिसाव होने से बेहोश हो गए थे।

    अंधेरा व रास्ता के कारण परेशानी

    संजय दुबे के खेत गांव से काफी दूर हैं और बारिश होने के कारण वहां तक पहुंचने का मार्ग खराब होने से परेशानी हो रही थी। अंदर जाने वालों को परेशानी न हो, इसके बचाव के लिए भी सिलेंडर आदि लगाकर लोगों को उतारे थे। रात में प्रकाश की व्यवस्था कराते हुए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी युवकों को निकाला गया।

    एसडीएम मिश्रा का ने बताया कि जब तक बाहर निकाल पाए तब तक जान जा चुकी थी। चारों लोगों को बाहर निकाला है। कुएं के अंदर मैथेन गैस के रिसाव हुआ है।

  • मध्य प्रदेश कटनी में भारी बारिश, जबलपुर रूट के रेलवे ट्रैक पर भरा पानी… इंजन के आगे-आगे चलकर निकाली ट्रेनें

    10 किमी. प्रति घंटे की स्पीड पर ट्रेन को निकालते रेलवे कर्मचारी।

    HighLights

    कटनी जिले में जारी तेज बारिश से कई इलाकों में भरा पानी। बारिश की वजह से कई पुल-पुलियाएं भी लबालब हो गई हैं।महापौर बोलीं-वार्डों में न हो जलभराव, पानी निकासी की कराएं व्यवस्था।

    नईदुनिया, कटनी (Katni News)। मध्य प्रदेश के कटनी जिले में भारी बारिश के बाद घरों के साथ ही स्लीमनाबाद व डुंडी स्टेशन के बीच इमलिया रेल फाटक में रेलवे ट्रैक में पानी भर गया। इससे ट्रेनों को निकलने में परेशानी हो रही है। कटनी और जबलपुर के बीच ट्रेन धीमी रफ्तार में चलाई जा रही हैं। कटनी जिले में लगातार बारिश के कारण पुल-पुलियाएं लबालब हो गई हैं।

    लगातार बारिश के बाद कटनी नदी का पुराना पुल डूबने की स्थिति में

    स्लीमनाबाद क्षेत्र में 12 घंटे की लगातार बारिश के बाद कटनी नदी का पुराना पुल डूबने की स्थिति में पहुंच गया। वहीं बढ़ते जलस्तर के कारण कई घरों में पानी घुस गया। स्लीमनाबाद और डुंडी रेलवे स्टेशन के बीच में इमलिया फाटक के पास बारिश होने के कारण रेलवे ट्रैक के ऊपर पानी आ गया। जिसके कारण रेल यातायात बाधित हुआ। रेल कर्मचारियों की मदद से 10 किमी. प्रति घंटे की स्पीड पर ट्रेनों को निकाला गया।

    पुलियों के आसपास कब्जा करने से रेलवे लाइन में पानी भरा

    ट्रेनों को निकालने के दौरान रेलवे कर्मी इंजिन के आगे-आगे चलते ट्रैक की स्थिति देखते हुए चलते रहे ताकि ट्रेनें किसी दुर्घटना का शिकार न हों। लोगों ने बताया कि रेलवे ट्रैक के किनारे की पुलियों के आसपास ही लोगों ने कब्जा कर रखा है और इसके चलते रेलवे लाइन में पानी भरने की स्थिति बनी।

    ट्रेनों को धीमी गति से निकालने का कार्य चलता रहा

    सुबह से लेकर दोपहर तक ट्रेनों को धीमी गति से निकालने का कार्य चलता रहा और रेलकर्मी लगातार बरसते पानी में जुटे रहे। दोपहर बाद ट्रैक से पानी कम होना शुरू हुआ। साथ ही क्षेत्र में बारिश का क्रम रुका तो तीन बजे के बाद ट्रैक खाली हो गया। रेलवे के कर्मचारी ट्रैक पर नजर बनाए रहे और ट्रेनों को गेट के पास से तेज गति से नहीं निकाला गया।

    स्लीमनाबाद बिलहरी मार्ग भी रही बंद

    स्लीमनाबाद बिलहरी मार्ग भी अधिक बारिश होने के कारण और कटनी नदी के उफान में आने की वजह से बंद रहा। इसके अलावा भेड़ा रोड और बरढ़ा नाला पर रोड के ऊपर लगभग तीन फिट पानी होने से यातायात बाधित हुआ।

    राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के लिंक रोड स्लीमनाबाद ताज होटल के पास नाले के ऊपर रोड पर पानी आ जाने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए तीन मोटर साइकिल सवार और एक साइकिल सवार तेज बहाव के कारण बह गए, हालांकि वे सकुशल निकल आए लेकिन उनके वाहन बहाव में बह गए।

    शिवनगर बस्ती में घरों में घुसा पानी, गृहस्थी हुई खराब

    रीठी क्षेत्र में दो दिन से लगातार हो रही झमाझम बारिश से जहां खेतों में भरे पानी से किसानों के चेहरे खिल गए तो वहीं कई निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों को नुकसान उठाना पड़ा। रीठी तहसील मुख्यालय की शिवनगर बस्ती में हर साल बारिश के दौरान बाढ़ जैसे हालात बनते हैं और आज तक ग्राम पंचायत व जनपद पंचायत उसकी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं करा पाई हैं।

    दो दिन की बारिश में हाल यह हुआ कि पूरी बस्ती जलमग्न हो गई। लोगों के घरों में पानी भर गया और गृहस्थी का समान खराब हो गया। लोग रात से लेकर दिनभर घरों में घुसा पानी निकालने में लगे रहे। दूसरी ओर डांग से करहिया मार्ग के बीच में नदी के उफान में आने और पानी रपटा के ऊपर से होने के कारण मार्ग बंद हो गया।

    जिसके चलते ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करनी पड़ी। वहीं ग्राम पंचायत बसुधा से निकली नदी भी उफान पर आ गई और मार्ग अवरूद्ध रहा।

    महापौर बोलीं-वार्डों में न हो जलभराव, पानी निकासी की कराएं व्यवस्था

    शहर में हुई बारिश से संभावित जलभराव की स्थिति को देखते हुए महापौर प्रीति संजीव सूरी ने बुधवार को महाराणा प्रताप वार्ड पहुंचकर नाले का निरीक्षण कर संबंधित उपयंत्री को पानी निकासी के निर्देश दिए।

    साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखने कहा कि शहर में जहां भी जलभराव की स्थिति निर्मित होना संभावित हो, उन स्थलों में जाकर सभी क्षेत्रीय वार्ड दरोगा, स्वच्छता निरीक्षक व उपयंत्री यह सुनिश्चित करें की पानी निकासी के लिए तत्काल कार्रवाई हो और स्थानीय जनों की समस्या का समाधान करें।

    रोड में कीचड़ से आवागमन बाधित होने व पानी निकासी की समस्या

    महापौर सूरी ने वार्ड में स्थित भटिया मोहल्ला का भी भ्रमण करते हुए नागरिकों की समस्याओं को देखा। स्थानीय जनों ने रोड में कीचड़ से आवागमन बाधित होने व पानी निकासी की समस्या की जानकारी दी। जिस पर महापौर ने उपयंत्री पवन श्रीवास्तव को पानी निकासी व रोड की मरम्मत कर वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इस दौरान स्थानीय पार्षद तुलसा गुलाब बेन, एमआईसी सदस्य सुभाष साहू, अवकाश जायसवाल, उपयंत्री सहित अन्य जन मौजूद थे।

    तेज बारिश में गिरा 33केवी लाइन के खंभे, कराया सुधार

    जिले के रीठी तहसील मुख्यालय के समीप डुड़हा नाला के पास खेत में लगा 33 केवी बिजली के तीन खंभे गिर बारिश के चलते गिर गए। जिससे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई। खंभे के नीचे पानी से भरे खेत में गिरने की सूचना मिलते ही रीठी में पदस्थ कनिष्ठ अभियंता विमल चन्द्र मिश्रा पूरे स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और आपूर्ति पूरी तरह से बंद कराई गई। कनिष्ठ अभियंता की मौजूदगी में विभाग की टीम ने सुधार कार्य शुरू किया और सुधार कर खंभे खड़े कराए गए। जिसके बाद क्षेत्र की बिजली आपूर्ति प्रारंभ हो सकी।

    राहत शिविरों में 17 सौ लोग को ठहराया

    ढीमरखेड़ा क्षेत्र में बारिश के कारण कई गांवों में पानी भरने के कारण प्रशासन राहत शिविर लगाए हैं और लोगों को सुरक्षित निकालते हुए पंचायत भवन, मंगल भवन, स्कूलों आदि में पहुंचाया है। एसडीएम विंकी सिंहमारे उइके ने बताया कि वर्तमान में जरूरत के मुताबिक आठ राहत शिविर स्थापित किए गए है।

    जहां लगभग 1700 बाढ़ प्रभावितों को ठहराया गया है और उनके चाय-नाश्ते से लेकर भोजन आदि की व्यवस्था की गई है। शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा में लगे राहत शिविर में सिमरिया, खिरवा और पोंडी खुर्द के 950 बाढ़ प्रभावितों के ठहरने और भोजन का इंतजाम किया गया है।

    छोटा कछार गांव के 650 बाढ़ प्रभावितों को रखा गया

    चौरसिया मंगल भवन उमरियापान में छोटा कछार गांव के 650 बाढ़ प्रभावितों को रखा गया है। इसी प्रकार माध्यमिक शाला पिपरिया शुक्ल के राहत शिविर में पिपरिया शुक्ल के 90 बाढ़ प्रभावितों, प्राथमिक शाला बनहरी में ग्राम बनहरी के 35 और माध्यमिक शाला ढीमरखेड़ा में ग्राम ढीमरखेड़ा के 50 सहित ग्राम पंचायत घुघरी के राहत शिविर में ग्राम घुघरी के 20 बाढ़ प्रभावितों काे रखा गया है।

    माध्यमिक शाला सुनारखेड़ा के राहत शिविर में ग्राम सुनारखेड़ा व पशु औषधालय सिलौंडी के राहत शिविर में ग्राम सिलौंडी के 15-15 बाढ़ प्रभावितों को ठहराया गया है।

  • MP IAS Transfer: अदिति गर्ग होंगी मंदसौर की नई कलेक्टर, दिलीप कुमार को मिली कटनी में जिम्मेदारी

    HighLights

    एमपी में 2 जिलों के कलेक्टर बदले गएअदिति गर्ग मंदसौर की कलेक्टर नियुक्तदिलीप कुमार यादव को कटनी का जिम्मा

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। लोकसभा चुनाव के बाद मोहन सरकार ने मैदानी स्तर पर प्रशासनिक जमावट शुरू कर दी है। मंगलवार को तीन आईएएस अधिकारियों के स्थानांतरण किए गए। कटनी कलेक्टर अवि प्रसाद को हटाकर मंत्रालय में उप सचिव पदस्थ किया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ उप सचिव अदिति गर्ग को मंदसौर का कलेक्टर बनाया गया है।

    मंदसौर कलेक्टर दिलीप कुमार यादव अब कटनी के कलेक्टर होंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों का कहना है कि आइएएस, आइपीएस और राज्य सेवा के अधिकारियों की नवीन पदस्थापनाएं अब एक साथ नहीं बल्कि आवश्यकताओं को देखते हुए की जाएंगी।

    आइएएस अधिकारियों के तबादले की तैयारी पिछले कुछ दिनों से चल रही है। पहली सूची मंगलवार को तीन अधिकारियों को स्थानांतरित करके जारी की गई है। जल्द ही कुछ और कलेक्टर बदले जाएंगे।

    हाई कोर्ट के फैसले के बाद आशुतोष पुरोहित बने रेड क्रॉस के चेयरमैन वर्ष 2025 तक बने रहेंगे

    मध्य प्रदेश रेड क्रॉस सोसाइटी के चुनाव को लेकर हाई कोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने अहम आदेश दिया है। कोर्ट ने खरगोन के आशुतोष पुरोहित को चेयरमैन बनाने का आदेश दिया है। वे 2025 तक चेयरमैन बने रहेंगे। साथ ही रेडक्रास खरगोन की जिला प्रबंध समिति के चुनाव को लेकर जारी किए गए जनसंपर्क कार्यालय प्रेस नोट को भी रद्द करने का आदेश दिया है।

    बता दें, मध्य प्रदेश रेड क्रॉस सोसाइटी की राज्य कार्यकारिणी का कार्यकाल 17 मई, 2021 को खत्म गया था। 19 फरवरी को राज्य प्रबंध समिति के चुनाव का कार्यक्रम घोषित हुआ था। 18 मई तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी होनी थी। इसमें आठ जनवरी, 2022 को सांसद ने पत्र खरगोन कलेक्टर को लिखा।

    इसमें कोरोना संकट को देखते हुए चुनाव रद्द करने का अनुरोध किया गया था, जबकि चुनाव पूरी तरह से लोकतांत्रित तरीके से किया गया था। मामले में आशुतोष पुरोहित ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसी पर फैसला आया है। आशुतोष पुरोहित ने कहा कि मुझे रेडक्रास की राज्य कार्यकारिणी के चेयरमैन का चुनाव लड़ने से रोकने के लिए खरगोन रेडक्रास की जिला कार्यकारिणी का चुनाव लड़ने से रोका गया था।