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  • Garba Dance Photos: लालिमा से दमका गरबे का उल्लास, देखिए तस्वीरें

    नईदुनिया रास उल्लास गरबे में हुए देवी दर्शन, माता की भक्ति में रमे प्रतिभागी।

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    नवरात्र में इंदौर में माता की भक्ति में झूम रहे लोग। गरबे में माता का रूप रखकर पहुंची युवतियां। गुजराती पारंपरिक गीतों पर हो रहा है गरबा।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Garba Dance Photos)। लाल रंग सदियों से ऊर्जा, सौभाग्य, साहस और नवजीवन का प्रतीक माना गया है। उसी थीम के साथ अष्टमी के विशेष अवसर पर गुरुवार को विजय नगर स्थित श्री गुजराती स्कूल परिसर में गरबा खेला गया। रसरंग एवं श्री गुजराती समाज की प्रस्तुति नईदुनिया रास उल्लास गरबा महोत्सव में लाल परिधान में सजे प्रतिभागियों ने पूरे जोश और भक्ति के साथ गरबो की मनमोहक प्रस्तुति दी।

    मां दुर्गा का रूप धारण कर भी कई महिला प्रतिभागियों ने गरबा खेला। इस दौरान प्रतिभागियों ने पूरे कार्यक्रम को न सिर्फ भक्तिमय बल्कि सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी समृद्ध बना दिया।

    पारंपरिक गुजराती लोकगीतों पर गरबा खेलते प्रतिभागियों ने नृत्य और संगीत के बीच मां दुर्गा की स्तुति की और उनके आशीर्वाद की कामना की।

    इस भव्य आयोजन ने लोगों को एकता और भक्ति के सूत्र में बांधते हुए उत्सव की गरिमा को और बढ़ा दिया। इस दौरान विशेष महाआरती का भी आयोजन किया गया।

    यहां गरबे में नारी सुरक्षा की शपथ

    खातीवाला टैंक के खनूजा ग्राउंड पर शक्ति की भक्ति में युवक-युवतियों द्वारा गरबों की विशेष प्रस्तुति दी जा रही है। प्रतिदिन अलग-अलग थीम पर यहां माता की आराधना करने के साथ ही सनातन संस्कृति से सभी भक्तों को रूबरू कराने का प्रयास गरबों के माध्यम से किया जा रहा है।

    वहीं नारी शक्ति की रक्षा, सुरक्षा और आत्मसम्मान बनाए रखने की शपथ यहां आने वाले श्रद्धालुओं और भक्तों को दिलाई जा रही है। बुधवार को डांडिया में विशेष आकर्षण महाराष्ट्र का गोंधल व बंगाली संस्कृति का प्रसिद्ध धुनुची नृत्य रहा।

    युवतियों व कलाकारों ने लोकगीतों पर माता रानी की आराधना की, जिसे दर्शकों ने भी खूब सराहा। दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने न सिर्फ अपने मोबाइल की फ्लश लाइट आन कर कलाकारों का अभिवादन किया बल्कि तालियों की गडगड़ाहट से भी कलाकारों व युवतियों का उत्साह बढ़ाया।

    प्रयास गरबा आयोजक कान्हा राजगुरु ने बताया कि नौ दिवसीय गरबा महोत्सव में सनातनी संस्कृति से सभी को रूबरू होने का मौका भी यहां मिल रहा है। गरबों में भी संस्कार, संस्कृति और सभ्यता का समागम यहां डांडिया में देखा जा सकता है।

    मां की आराधना भी फिल्मी गीतों के बजाय भजनों से की जा रही है। जिसमें छोटी कन्याओं के साथ ही युवतियां डांडिया खेल रही हैं।

    बुधवार को यहां कन्याओं का सामूहिक वंदन का आयोजन किया गया। जिसमें छोटी-छोटी कन्याओं का पाद-पूजन मुख्य अतिथियों के साथ ही उपस्थित सभी गणमान्य नागरिकों द्वारा किया गया।

    कान्हा राजगुरु ने बताया कि खातीवाला टैंक के खनूजा ग्राउंड पर आयोजित प्रयास गरबे का यह 17 वां वर्ष हैं।

  • एमपी हाईकोर्ट ने दिया धार कलेक्टर सहित दो अधिकारियों के खिलाफ गिरफ्तार वारंट जारी करने का आदेश

    मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ। फाइल फोटो

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    मिथुन चौहान ग्राम पंचायत नालछा धार में ग्राम रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ था।स्वास्थ खराब होने के कारण मिथुन चौहान एक दिन कार्य पर उपस्थित नहीं हो सका।एक दिन की अनुपस्थिति को कदाचरण बताते मिथुन को पद से हटा दिया गया था।

    इंदौर (MP High Court)। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने धार जिले के कलेक्टर प्रियांक मिश्र और जिला पंचायत के मुख्य तत्कालीन कार्यपालन अधिकारी शृंगार श्रीवास्तव के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया है। अदालत के आदेश का पालन नहीं करने पर यह आदेश जारी किया गया है।

    इस मामले में याचिकाकर्ता के अधिवक्ता प्रसन्ना भटनागर ने बताया कि याचिकाकर्ता मिथुन चौहान ग्राम पंचायत नालछा जिला धार में ग्राम रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ था। 25 फरवरी 2017 को स्वास्थ खराब होने के कारण वह एक दिन कार्य पर उपस्थित नहीं हो सका। एक दिन की अनुपस्थिति को कदाचरण बताते हुए, बिना जांच किए और बिना सुनवाई का अवसर दिए उसे हटा दिया गया।

    हाईकोर्ट में लगाई थी रिट याचिका

    उक्त आदेश को चुनौती देते हुए ग्राम रोजगार सहायक ने अपील प्रस्तुत की, लेकिन अपील भी निरस्त कर दी गई। जिसके बाद उसने 2019 में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में रिट याचिका प्रस्तुत की। इसके बाद हाईकोर्ट ने इसे स्वीकार करते हुए 22 अगस्त 2023 को उसकी सेवा समाप्ति के आदेश को निरस्त कर दिया गया था। इसके साथ ही यह आदेश भी दिया गया कि ग्राम रोजगार सहायक को 50 प्रतिशत पिछले वेतन सहित वापस नौकरी पर रखा जाए।

    हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया

    इस आदेश को चुनौती देते हुए शासन के द्वारा अपील प्रस्तुत की गई, लेकिन 3 जुलाई 2024 को अपील भी निरस्त हो गई। अपील निरस्त होने के बाद भी हाईकोर्ट के आदेश का पालन नहीं किया गया।याचिकाकर्ता ने अवमानना याचिका प्रस्तुत की जिसमें दिनांक 20 सितंबर 2024 को शासन को यह निर्देश दिए कि वह आदेश का पालन करें।

    इसके साथ ही 4 अक्टूबर 2024 को न्यायालय के समक्ष उपस्थित रहें। इसके बाद भी आदेश का पालन नहीं किया गया और न ही उक्त दोनों अधिकारी हाईकोर्ट में उपस्थित रहे। इसलिए न्यायालय द्वारा कलेक्टर और मुख्य कार्यपालन अधिकारी के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए गए हैं।

  • Fire in Cloth Market Indore: इंदौर के कपड़ा बाजार की दुकान में लगी भीषण आग, इसे बुझाने फायर ब्रिगेड कर रही मशक्कत

    इंदौर(Fire in Cloth Market Indore)। इंदौर के कपड़ा बाजार में अंदर आज सुबह एक दुकान में भीषण आग लग गई। सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और इसे बुझाने का प्रयास किया। जानकारी के मुताबिक 5 से ज्यादा टैंकर पानी डालने के बाद भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका।

    एक ही रास्ता होने से फायर ब्रिगेड के वाहनों को हुई मुश्किल

    कपड़ा बाजार में एक ही रास्ता होने से फायर ब्रिगेड के वाहनों और टैंकरों को अंदर पहुंचने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा। आग लगने की सूचना मिलने ही कई व्यापारी और रहवासी भी वहां पहुंच गए थे।

    अन्य दुकानों में भी फैल सकती थी आग

    कपड़ा बाजार में सभी कपड़े की दुकानें हैं। ऐसे में एक दुकान में आग लगने के बाद यह दूसरी दुकानों को भी अपनी चपेट में ले सकती थी। समय रहते फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची और इसे फैलने से रोकने की पूरी कोशिश की।

    दुकान में रखा सारा सामान जल गया

    जिस दुकान में आग लगी उसमें रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया। कपड़ा तुरंत आग पकड़ता है, ऐसे में कुछ ही देर में पूरी दुकान आग की लपटे उठने लगीं। खबर अपडेट हो रही है…

  • Cyber Crime: इंदौर में डिजिटल अरेस्ट की जांच में 1400 सिमकार्ड ट्रेस, आठ राज्यों में मिली लोकेशन

    इस घटना से जुड़ी लोग अलग-अलग राज्यों से ऑपरेट कर रहे थे।

    HighLights

    इंजीनियर युवती से हुई घटना में मास्टर माइंड को ढूंढा तो दुबई से जुड़े तार। वह दुबई से हवाला के माध्यम से भारत में रुपयों का लेनदेन भी करता है।उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी करवाया है।

    मुकेश मंगल, नईदुनिया इंदौर। डिजिटल अरेस्ट की एक जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। इंजीनियर युवती के साथ हुई इस घटना में अपराधियों ने 1400 सिमकार्ड का उपयोग किया था जो आठ अलग-अलग राज्यों से ऑपरेट हो रहे थे। सरगना हैदराबाद का युवक है जो दुबई में बैठा हुआ है।

    अपराध शाखा ने आरोपितों के मोबाइल की जांच की तो पता चला घटना में 1400 सिमकार्ड और चार मोबाइल का उपयोग हुआ है। साइबर एक्सपर्ट ने सिमकार्ड की लोकेशन निकाली तो पता चला ठग जयपुर, जोधपुर, कोल्हापुर, कोलकाता शहरों के साथ त्रिपुरा, मणिपुर, दिल्ली, गुजरात, तेलंगाना जैसे राज्यों से मोबाइल आपरेट कर रहे थे।

    ठगी का मास्टर माइंड हैदराबाद का जयसिन्हा निकला जो दुबई में बैठकर गैंग ऑपरेट कर रहा है। वह दुबई से हवाला के माध्यम से भारत में रुपयों का लेनदेन भी करता है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी करवाया है।

    सीबीआई, इंटरपोल और सीआइडी को भी सूचना भेजी है। टीम ने उसे पकड़ने के लिए हैदराबाद में दोबारा रैकी की लेकिन अफसर सांप्रदायिक घटना होने के डर से दबिश नहीं दे सके।

    डिजिटल अरेस्ट की 27 घटनाओं में करोड़ों की ठगी

    एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक पुलिस के पास अभी तक डिजिटल अरेस्ट संबंधित 27 शिकायतें आई हैं। सबसे बड़ी धोखाधड़ी 49 लाख रुपये की रिटायर्ड बैंक अफसर के साथ हुई है। इस मामले में लसूड़िया थाने में एफआइआर दर्ज करवाई गई है। आरोपितों की अंतिम कड़ी दुबई से जुड़ रही है। संभवत: क्रिप्टो करंसी के माध्यम से रुपये भेजे गए हैं।

    ग्रामीण, दुकानदार और मजदूरों के निकले बैंक खाते

    पुलिस ने उन खातों की जांच भी कि जिनमें रुपयों का लेनदेन हुआ था। राजस्थान से एक युवक को पकड़ा तो वह पैडलर निकला। बैंक अफसरों ने बताया ठगी की राशि कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, गुजरात, मणिपुर, तेलंगाना, बंगाल, दिल्ली राज्यों के अलावा नोएडा, मथुरा, जयपुर, जोधपुर, लखनऊ, मुंबई, ठाणे, सांगरोली, हाथरस और बिलासपुर शहरों के खातों में ट्रांसफर की गई थी।

    एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक आरोपितों ने खाते कमीशन पर लिए हैं। जिन लोगों के खातों में रुपये ट्रांसफर हुए वो ग्रामीण, मजदूर और दुकानदार हैं।

    व्यापारियों से 52.82 लाख ठगकर भागे दो कारोबारी गिरफ्तार

    अपराध शाखा ने धोखाधड़ी के दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दोनों खजूरी बाजार के 12 कारोबारियों से 52 लाख 82 हजार रुपये ठग कर फरार हुए थे। दोनों को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया। एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक, आरोपित सुरेश लालवानी मार्डन कॉपी हाउस और संजय लालवानी संजय स्टेशनरी का संचालक है।

    पुलिस ने आरोपितों के बैंक खातों, मोबाइल नंबरों की लोकेशन निकाली व गुरुवार को सुरेश पुत्र कुद्दुमल लालवानी और संजय पुत्र सुरेश लालवानी दोनों निवासी गुरुनानक कॉलोनी को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस रिमांड लिया गया है।

  • इंदौर में बिल्डिंग में आग लगने से एक की मौत, रेस्क्यू टीम ने 5 लोगों को बाहर निकाला

    इंदौर में एक बिल्डिंग में आग लगने का मामला।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर के खातीवाला टैंक स्थित बैराठी कॉलोनी की एक बिल्डिंग में बुधवार शाम आग लग गई, जिसमें 55 वर्षीय अब्दुल कादरी की मौत हो गई। आग केमिकल निर्माण के काम वाली बिल्डिंग में लगी। पुलिस ने पांच लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला और फायर ब्रिगेड आग बुझाने में जुटी है।

    बिल्डिंग में आग लगता देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस, प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया, जिसमें 5 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। रेस्क्यू टीम बिल्डिंग में लगी आग को बुझाने की कोशिश कर रही है। इस बीच विधायक मालिनी गौड़ सूचना मिलने पर मौके पर पहुंच गई हैं।

    खबर अपडेट की जा रही है…

  • Gandhi Jayanti: 79 साल से बापू की शाला में पढ़ रहे गांधीवादी सिद्धांत, बा के घर मिल रहा ‘आसरा’

    कस्तूरबा ग्राम में छात्राओं को चरखे के माध्यम से स्वालंबन व स्वरोजगार की सीख भी दी जाती है।

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    कस्तूरबा ग्राम में छात्राएं आंगनबाड़ी से आठवीं तक की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। छात्राओं को किताबी ज्ञान के अलावा कृषि कार्य की बारीकी भी सिखाई जाती है। यहां बा के घर’ में निराश्रित महिलाओं और युवतियों को आसरा भी मिल रहा है।

    उदय प्रताप सिंह, नईदुनिया इंदौर(Gandhi Jayanti 2024)। होलकर राजवंश से आजादी के अहम मौकों का गवाह रहा इंदौर पिछले 79 साल से महात्मा गांधी के सिद्धांतों को थामे हुए है। इस शहर के युवा आज भी बापू की बुनियादी शाला में कपास के सूत को तो बुन ही रहे हैं, कंप्यूटर, मोबाइल व इंटरनेट के माध्यम से एक नई कहानी भी लिख रहे हैं।

    यह बदलाव हो रहा है इंदौर में रालामंडल के समीप कस्तूरबा ग्राम में। 1944 में महात्मा गांधी ने अपनी पत्नी कस्तूरबा की याद में महिला, बालिका व बच्चों के विकास के लिए ट्रस्ट की स्थापना की थी। 1945 में इंदौर में यह केंद्र शुरू हुआ और तब से आज तक यह केंद्र गांधी के सिद्धांतों को न सिर्फ भावी पीढ़ी को दे रहा है, बल्कि उसे विज्ञान व दुनिया के नए आयामों से रूबरू भी करवा रहा है।

    यहां बापू की बुनियादी शाला में ग्रामीण परिवेश में रहने वाली छात्राएं आंगनबाड़ी से आठवीं तक की शिक्षा प्राप्त कर रही हैं। छात्राओं को किताबी ज्ञान के अलावा कृषि कार्य की बारीकियां भी कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से बताई जा रही हैं। गोशाला में पशुपालन भी सिखाया जाता है। वहीं ‘बा के घर’ में निराश्रित महिलाओं व युवतियों को आसरा भी मिल रहा है। यहां के अमृत बाग में छात्राएं आर्गेनिक फार्मिंग भी सीख रही हैं।

    400 से ज्यादा विद्यार्थियों को 
मिल रही शिक्षा

    कस्तूरबा ग्राम में संचालित कन्या विद्या मंदिर में आठवीं से 12वीं तक कक्षाओं में 100 से अधिक बालिकाएं अध्ययनरत हैं। वहीं स्वशासी कन्या महाविद्यालय कस्तूरबा ग्राम रूरल इंस्टीट्यूट में 300 छात्राएं बीए, बीएससी, बीकाम, होम साइंस के स्नातक कोर्स व ग्रामीण विकास व प्रसार, समाज शास्त्र के स्नातकोतर कोर्स में अध्ययनरत हैं। संस्था में पढ़ी कई छात्राएं उच्च पदों पर पहुंची हैं।

  • Nakli Ghee: घी जैसा बताकर बिक रहा नकली घी… धोखेबाजों ने भगवान को भी नहीं छोड़ा, पूजा का घी भी नकली

    डिब्बे की पैकिंग इस तरह की जाती है कि कोई भी उसे असली घी समझ लेता है।

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    उपभोक्ता वनस्पति तेल और केमिकल का मिश्रण खरीद रहे हैं।दुकानों से लेकर ई-कामर्स वेबसाइट पर भी हो रही इसकी बिक्री। कई ब्रांड पैक पर लाइट घी या देसी घी जैसा स्वाद लिख देते हैं।

    लोकेश सोलंकी, नईदुनिया इंदौर(Nakli Ghee)। देसी घी जैसा स्वाद, लाइट घी, पूजा घी और बटर से बेहतर जैसी टैग लाइन के साथ घी और मक्खन की नकल बेची जा रही है। दुकान, सुपर स्टोर्स से घी के भ्रम में उपभोक्ता वनस्पति तेल और केमिकल का मिश्रण खरीद रहे हैं।

    दुकानों से लेकर ई-कामर्स वेबसाइट पर भी ऐसे उत्पादों की बिक्री हो रही है। इंदौर में एक दिन पहले पकड़ी गई पांच हजार किलो से ज्यादा नकली घी की खेप भी असल में इसी मार्केटिंग रणनीति का हिस्सा है। नियमों का झोल ऐसा है कि घी की नकल बनाने और बेचने के बावजूद मिलावट की कार्रवाई से ये कारोबारी बच जाते हैं।

    लाइट घी और देसी घी जैसा स्वाद

    कई ब्रांड तो पैक पर लाइट घी या देसी घी जैसा स्वाद लिख देते हैं। इसमें घी शब्द को बोल्ड कर शेष इबारत को छोटा कर दिया जाता है। कोने में या बहुत छोटे अक्षरों में इन पर कुकिंग मीडियम लिखा होता है। शुद्ध घी से 100 से 200 रुपये सस्ता होने से उपभोक्ता लालच में आ जाता है। ब्रांड नेम और पैकिंग देख असली घी समझ खरीद भी लेता है।

    पूजा घी पूरी तरह नकली

    पूजन सामग्री की दुकानों पर पूजा घी के नाम से बिकने वाला घी तो पूरी तरह नकली होता है। इनमें से कई तो अखाद्य तेलों से बने होते हैं। आम उपभोक्ता घी के साथ पूजा जैसा पवित्र शब्द पढ़कर इसे असली मानकर खरीद लेता है। बीते वर्षों में एक के बाद एक कई ब्रांड ऐसे पूजा घी लांच कर चुके हैं। नियमों की अस्पष्टता इन्हें नकली घी बेचने की आजादी दे रही है।

    कार्रवाई के नियम नहीं

    हाई कोर्ट के वकील निमेष पाठक के अनुसार आमतौर पर ऐसे उत्पाद बना रहे कारोबारी पैकिंग पर देसी घी या शुद्ध घी नहीं लिखते हैं। इन पर कुकिंग मीडियम, घी जैसा स्वाद या घी का विकल्प लिखा जाता है। या सिर्फ घी की तस्वीर छापकर ब्रांड नेम छाप दिया जाता है। दरअसल कानून में कहीं भी ऐसी टैगलाइन या तस्वीर को प्रतिबंधित करने का प्रविधान नहीं हैं।

    ऐसे में कानूनन इन पर मिलावट या नकली घी बेचने की कार्रवाई नहीं हो सकती। पैक के पीछे ये बारीक अक्षरों में अवयवों का विवरण लिख देते हैं, जो आमतौर पर उपभोक्ता नहीं पढ़ता। पूजा घी लिखकर भी वे कार्रवाई से बचे रहते हैं क्योंकि उनकी दलील होती है कि यह खाने का नहीं, पूजा के लिए है।

    वेजीटेबल फैट बेचा जा रहा

    बाजार में घी के विकल्प के तौर पर हाइड्रोजनेट तेल और वेजीटेबल फैट बेचा जा रहा है। इससे उपभोक्ता ठगा रहे हैं और बाजार में ब्रांडों विश्वसनीयता भी कम होती है। सरकार को स्पष्ट नियम बनाना चाहिए कि किसी भी ऐसे उत्पाद पर स्पष्ट रूप से बड़े अक्षरों में लिखा जाए कि यह घी नहीं है। – मोतीसिंह पटेल, अध्यक्ष, इंदौर दुग्ध संघ

  • इंदौर में कांग्रेस की न्याय यात्रा… ट्रैक्टर पर सवार होकर निकले कांग्रेस नेता, पुलिस ने रास्ता रोकने खड़े कर दिए डंपर

    इंदौर में न्याय यात्रा के लिए जुटे कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता।

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    कांग्रेस ने किसानों की घटती आय और उपज के सही दाम नहीं मिलने को मुद्दा बनाया है।कांग्रेस सरकार से मांग कर रही है कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6000 रुपये क्विंटल हो।इसके साथ ही किसानों की सभी फसलों के लिए समर्थन मूल्य गारंटी कानून लागू की जाए।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। मध्य प्रदेश में कांग्रेस किसानों के मुद्दों को लेकर हर जिले में न्याय यात्रा निकाल रही है। इंदौर में किसान न्याय यात्रा में पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी शामिल हो रहे हैं। दोनों नेता ट्रैक्टर पर सवार होकर निकले है। इधर पुलिस ने ट्रैक्टर को रोकने के लिए रास्ते में डंपर खड़े कर दिए हैं।

    कांग्रेस की न्याय यात्रा को रोकने के लिए पुलिस ने रास्ता जाम कर दिया है। इस दौरान सैकड़ों राहगिर भी परेशान हो गए। प्रदेश कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन के लिए किसानों की घटती आय और उपज के सही दाम नहीं मिलने को मुद्दा बनाया है। कांग्रेस मांग कर रही है कि सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6000 रुपये क्विंटल किया।

    साथ ही सभी फसलों के लिए समर्थन मूल्य गारंटी कानून लागू हो। प्रदेश अध्यक्ष पटवारी और पूर्व मुख्यमंत्री ट्रैक्टर पर सवार होकर रीजनल पार्क से कलेक्टर कार्यालय के लिए रवाना हुए हैं। अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता व नेता भी अलग-अलग दिशाओं से कलेक्टोरेट पहुंच रहे हैं।

  • National Lok Adalat: दुर्घटना में मृतक के परिवार को एक करोड़ 35 लाख का मुआवजा

    इंदौर में शनिवार 14 सितंबर को हुई नेशनल लोक अदालत।

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    हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में भी लोक अदालत का आयोजन हुआ।इस दौरान यहां पर दो खंडपीठों में कुल 711 प्रकरण रखे गए थे। 280 प्रकरणों का निराकरण हुआ, कुल मुआवजा 2.98 करोड़ हुआ।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(National Lok Adalat)। मार्च 2021 में वाहन दुर्घटना में अजय नामक व्यक्ति की मृत्यु के बाद शनिवार को लोक अदालत में आश्रित स्वजन को एक करोड़ 35 लाख रुपये का मुआवजा दिया। अदालत में न्यायाधीश और बीमा कंपनी के अधिकारियों ने मृतक की पत्नी, दो पुत्रियों और माता को क्लेम राशि का चेक सौंपा।

    उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ में भी लोक अदालत का आयोजन हुआ। दो खंडपीठों में कुल 711 प्रकरण रखे गए। 280 प्रकरणों का निराकरण हुआ। कुल मुआवजा राशि दो करोड़ 98 लाख से ज्यादा के पारित हुए।

    अलग होने के लिए दंपती पहुंचे थे कोर्ट बाहर निकले फिर हाथ थाम कर

    कुटुंब न्यायालय के भीतर दाखिल तो आपसी विवाद के चलते हुए थे और कोर्ट में लिखकर दिया था कि अब साथ रहना संभव नहीं। शनिवार को जब कोर्ट रूम से बाहर निकले तो एक दूसरे का हाथ थामे थे और फिर से घर बसाने का इरादा कर लिया। शनिवार को कुटुंब न्यायालय में 44 ऐसे ही दंपति फिर से एक हुए और पारिवारिक जीवन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।

    शनिवार को आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के अंतर्गत कुटुंब न्यायालय में चार खंडपीठ बनाकर सुनवाई की गई। कुल 460 प्रकरण सुनवाई के लिए रखे गए। इनमें 155 प्रकरणों को राजीनामे के आधार पर समाप्त किया गया। 44 दंपती आपसी सहमति से फिर एक साथ रहने को राजी हुए।

    प्रथम अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश संगीता मदान, द्वितीय अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश एससी श्रीवास्तव, तृतीय अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश माया विश्वलाल व अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश राकेश कुमार जैन ने दीप प्रज्वलन कर लोक अदालत की शुरुआत की। लोक अदालत में एडवोकेट जितेंद्र सिंह ठाकुर, प्रणय शर्मा, प्रीति मेहना, विजय राठौर, प्रशांत गिलोरे एवं अन्य अधिवक्ताओं का सहयोग रहा।

    फिर बनी जोड़ियां

    बाणगंगा निवासी 26 साल की महिला और खंडवा रोड के 28 वर्षीय युवक चार वर्षीय पुत्र होने के बावजूद विवाह विच्छेद करना चाह रहे थे। इसी तरह तलावली चांदा के 36 वर्षीय पुरुष और 35 वर्षीय महिला दंपती भी अलग होना चाह रहे थे। दोनों शासकीय नौकरी में हैं। दो संतानों के बाद भी दोनों में विवाद बढ़ने लगे। न्यायाधीश के समझाने के बाद दंपती फिर एक हो गए।

  • Indore Jhanki 2024: इंदौर में अनंत चतुर्दशी की झांकियों में दिखेगी धर्म, पर्यावरण और विकास की झलक

    इंदौर में मालवा मिल की झांकी में हनुमान जी का दृश्य।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। अनंत चतुर्दशी पर 17 सितंबर को पूरा शहर रतजगा करेगा। झांकियों का चल समारोह शाम को जेल रोड से निकलना शुरू होगा, लेकिन इसे देखने के लिए दोपहर बाद से ही दुकानों के ओटलों से लेकर छतों पर हजारों लोग अपनी जगह तय कर चुके होंगे।

    झांकियों की परंपरा 1923 में सेठ हुकमचंद द्वारा हुकमचंद मिल से शुरू की गई थी, जो आज भी जारी है। इन झांकियों के लिए सैकड़ों कलाकार पिछले 20 दिनों से लगातार काम कर रहे हैं। जहां यह झांकियां आध्यात्मिकता से सराबोर रहेंगी, वहीं आधुनिकता की झलक भी देखने को मिलेगी। इस बार 30 से अधिक झांकियां निकाली जाएंगी।

    हुकमचंद मिल – 101वां वर्ष

    पहली झांकी – सत्यम-शिवम-सुंदरम पर आधारित है। इसमें कलात्मक रूप से मंदिर बनाए गए हैं।

    दूसरी झांकी – कृष्ण जन्मोत्सव पर आधारित है। इसमें नंदबाबा के गांव में कृष्ण जन्मोत्सव मनाते हुए दिखाया गया है।

    तीसरी झांकी – श्रीकृष्ण व इंद्र युद्ध पर आधारित है। इसमें पारिजात वृक्ष, विशाल हाथी पर इंद्र व गरुड़ पर कृष्ण सवार होंगे।

    मालवा मिल – 90वां वर्ष

    पहली झांकी – सीता स्वयंवर पर आधारित है। इसमें प्रभु श्रीराम माता सीता को हार पहनाते हुए दिखाई देंगे।

    दूसरी झांकी – कृष्ण लीला पर आधारित है। इसमें श्रीकृष्ण की बाललीलाओं को प्रदर्शित किया गया है।

    तीसरी झांकी – सद्भावना पर आधारित है। इसमें भारत माता के पीछे तिरंगा चक्र घूमते हुए दिखेगा।

    होप टेक्सटाइल्स – 75वां वर्ष

    पहली झांकी – गणेशजी पर आधारित है। इसमें मां पार्वती द्वारा बाल गणेश को वस्त्र भेंट करते हुए दिखाया गया है।

    दूसरी झांकी – शिव तांडव पर आधारित है। इसमें माता सती द्वारा यज्ञाग्नि में दाह करने के बाद शिव का रौद्र रूप दिखाया गया है।

    कल्याण मिल – 95वां वर्ष

    पहली झांकी – माता कालका द्वारा रक्तबीज का वध और माता दुर्गा की देवों द्वारा आराधना करते दिखाया है।

    दूसरी झांकी – राष्ट्रीय विषय एकता-अखंडता, हिंदू-मुस्लिम एकता का संदेश देते हुए है। दूसरे भाग में हंसी-खुशी से झूलती हुई लाड़ली बहनाओं को दिखाया गया है। अमृत महोत्सव की झलक है।

    स्वदेशी मिल – 95वां वर्ष

    पहली झांकी – हनुमानजी पर आधारित है। इसमें अहिरावण का वध कर प्रभु राम और लक्ष्मण को छुड़ाते हुए दिखाया गया है।

    दूसरी झांकी – मोबाइल पर आधारित है। इसमें मोबाइल के दुष्परिणाम दिखाए गए हैं।

    तीसरी झांकी – कुंभकर्ण पर आधारित है। इसमें छह माह तक लगातार सोने वाले कुंभकर्ण को जगाते हुए दिखाया गया है।

    राजकुमार मिल- 89वां वर्ष

    पहली झांकी – मोटी-पतलू पर आधारित है। इसमें मोटी-पतलू के अलग-अलग कार्टून हैं।

    दूसरी झांकी – वासुकि नाग और गरुड़ युद्ध पर आधारित है। इसमें समुद्र मंथन के लिए वासुकि नाग को ले जाते दिखाया गया है।

    आईडीए – 27वां वर्ष

    पहली झांकी – विकास पर आधारित है। इसमें स्टार्टअप पार्क, स्वीमिंग पुल, आइएसबीटी, फ्लाईओवर आदि होगा।

    दूसरी झांकी – हनुमानजी पर आधारित है। इसमें 25 फीट ऊंचे हनुमानजी संजीवनी बूटी लाते दिखाई देंगे।

    तीसरी झांकी – श्रीकृष्ण पर आधारित है। इसमें वह भीष्म पितामह पर प्रहार करते हुए दिखेंगे।

    इंदौर नगर निगम – 28वां वर्ष

    पहली झांकी – अहिल्या माता की जयंती पर आधारित है। पालकी में अहिल्या माता दर्शन देते हुए दिखेंगी।

    दूसरी झांकी – अभिमन्यु पर आधारित रहेगी। इसमें सुरेखा हरण का चित्रण होगा।

    तीसरी झांकी – स्वच्छता पर आधारित होगी। इसमें एक पेड़ मां के नाम सहित अन्य योजनाओं की जानकारी होगी।

    चौथी झांकी – डिजिटल विषय पर रहेगी। इसमें एप, पोर्टल आदि आनलाइन व्यवस्थाओं की जानकारी होगी।

    खजराना मंदिर – 19वां वर्ष

    पहली झांकी – गणेशजी पर आधारित है। इसमें गणेशजी अपने माता-पिता की परिक्रमा करते दिखेंगे।

    दूसरी झांकी – सौर ऊर्जा पर आधारित है। इसमें सौर ऊर्जा योजना और उसके फायदे के बारे में बताया गया है।