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  • MP Weather: 80 फीसदी भरे मप्र के बांध, भारी बारिश में 10 लोग बहे, राहत कैंपों में सैकड़ों लोग

    मध्यप्रदेश में 3 अगस्त तक 548.9 मिमी वर्षा हो चुकी है। – (फाइल फोटो)

    HighLights

    अति वर्षा और बाढ़ से 10 लोगों के बहने की सूचना। कटनी और सागर में राहत कैंप, 315 लोग सुरक्षित। प्रमुख जिलों में वर्षा के पूर्वानुमान से प्रशासन सतर्क।

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। प्रदेश में 3 दिन से जारी अति वर्षा और बाढ़ के चलते अलग-अलग जिलों में 10 से अधिक लोगों को बहने की सूचना है। राज्य आपातकालीन आपदा मोचन बल (एसडीईआरएफ) द्वारा बचाव कार्य किया जा रहा है। कटनी जिले की ढीमरखेड़ा तहसील में बाढ़ प्रभावितों के लिए संचालित दो कैंपों में 290 और सागर में एक कैंप में 25 लोगों को रखा गया है।

    24 घंटे काम करेगा बाढ़ नियंत्रण कक्ष

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिला एवं पुलिस प्रशासन से सजग और सतर्क रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि बाढ़ नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्य करें। सभी विभाग समन्वय से काम करें। रपटों और पुलों पर अतिरिक्त सतर्कता रखें। प्रभावित परिवारों को समय पर आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। राहत के लिए जिलों को पर्याप्त बजट उपलब्ध कराया गया है।

    इन जिलों में भारी बारिश का अनुमान

    उधर, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने भोपाल, विदिशा, सागर, दमोह, रायसेन, गुना, अशोकनगर, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम्, जबलपुर, कटनी, सिवनी, छिंदवाड़ा में अति वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है। प्रदेश में 3 अगस्त तक 548.9 मिमी वर्षा हो चुकी है। यह औसत से 14 प्रतिशत अधिक है। सरकार का दावा है कि फसलों को कोई हानि नहीं हुई है। प्रदेश के ज्यादातर सिंचाई डेम अभी 60-80 प्रतिशत तक भर गए हैं। अधिकतर जलाशयों के गेट भी खोले गए हैं।

    कौन सा डैम कितना भरा

    बाणसुजारा – 68.56 प्रतिशत बरगी – 88.49 प्रतिशत बारना – 79.18 प्रतिशत संजय सरोवर- 66.71 प्रतिशत राजघाट – 75.90 प्रतिशत तवा – 82.45 प्रतिशत

    किस जिले में बाढ़ का क्या असर

    विदिशा – तहसील पोहरी के केदारेश्वर मंदिर पर सरकुला नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से आठ लोग फंसे हैं। सुरक्षित निकालने के लिए बचाव कार्य चल रहा है। रायसेन – नाले में दो व्यक्तियों के बहने की सूचना पर खोजने का काम जारी है। नर्मदा नदी में एक व्यक्ति और नाले में एक बच्चे की डूबने की पर सूचना है। छतरपुर – धसान नदी में एक संदिग्ध शव नदी में में फंसे होने पर सर्चिंग की जा रही है। खरगोन – नर्मदा नदी में नहाने गए एक व्यक्ति के डूबने की सूचना है। बालाघाट – संगाडी नाले में अज्ञात महिला का शव बहने की सूचना पर एसडीईआरएफ द्वारा सर्चिंग की जा रही है। सीहोर – नर्मदा नदी में एक महिला के कूदने की सूचना पर खोजबीन की जा रही है। ग्राम छिदगाव काछी से चमेटी मार्ग बंद। बैरिकेड लगा दिया गया है। कोटवार तैनात है। उमरिया – एक व्यक्ति के डूबने की सूचना पर सर्चिंग जारी है। छिंदवाड़ा – पेंच नदी में एक व्यक्ति के डूबने की सूचना पर सर्चिंग की जा रही है। कटनी – गर्रा घाट में अभी पुल के काफी ऊपर से नदी बह रही है। सभी नदी नालों में पानी बढ़ा है। रास्ते बंद हैं। जिले में अत्यधिक वर्षा के कारण कुछ स्थानों में जल भराव की स्थिति निर्मित हुई है। रीवा- पिकनिक मनाने पहुंचे 12 लोगों को जंगली क्षेत्र जलभराव में फंसे होने की सूचना पर एसडीईआरएफ द्वारा सुरक्षित बाहर निकाला गया। हरदा – हंडिया तहसील अंतर्गत ग्राम झुगरिया मनोहरपुरा, अजनई-बमनई, गांगियाखेडी-घोडाकुण्ड रास्ते पर बने रपटों पर पानी होने से मार्ग बंद है।

  • Monsoon Alert: मध्य प्रदेश में सामान्य से 7 फीसदी ज्यादा बारिश, इंदौर और उज्जैन में लगेगी झड़ी

    वर्तमान में मध्य प्रदेश के मध्य एवं उससे लगे दक्षिणी भाग पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है।

    HighLights

    भोपाल और नर्मदापुरम में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मध्यप्रदेश में चक्रवात और मानसून द्रोणिका सक्रिय हैं। बंगाल की खाड़ी न अरब सागर से लगातार आ रही नमी।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल । कम दबाव का क्षेत्र कमजोर पड़कर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में परिवर्तित हो गया है। वर्तमान में वह मध्य प्रदेश के मध्य एवं दक्षिण क्षेत्र पर सक्रिय है। मानसून द्रोणिका मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है।

    मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, सोमवार को इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में कई स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। भोपाल, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ने की संभावना है। बता दें कि इस सीजन में एक जून से लेकर 28 जुलाई के सुबह साढ़े आठ बजे तक प्रदेश में कुल 447.4 मिमी. वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा (418.4 मिमी.) की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक है।

    मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में मध्य प्रदेश के मध्य एवं उससे लगे दक्षिणी भाग पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, कोटा, दमोह, पेंड्रारोड, बालासोर से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। दक्षिणी गुजरात से लेकर उत्तरी केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। महाराष्ट्र पर विपरीत हवाओं का सम्मिलन (शियर जोन) बना हुआ है।

    अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी लगातार नमी आ रही है। इस वजह से प्रदेश के अधिकतर जिलों में वर्षा हो रही है। सोमवार को इंदौर एवं उज्जैन संभाग के जिलों में कई स्थानों पर भारी वर्षा होने के आसार हैं। भोपाल, नर्मदापुरम संभाग में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। – अजय शुक्ला, पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी, मौसम विज्ञान केंद्र

    कहां कितनी हुई बारिश

    रविवार को सुबह साढ़े 8 बजे से शाम साढ़े 5 बजे तक उज्जैन में 68, इंदौर में 61, बैतूल में 46, जबलपुर में 35, भोपाल में 26, नर्मदापुरम एवं पचमढ़ी में 20, धार में 13, मंडला में 10, मलाजखंड, रायसेन में नौ, खरगोन में आठ, रतलाम, छिंदवाड़ा में चारल दमोह में तीन, सतना एवं गुना में दो, खजुराहो में 0.2 मिलीमीटर वर्षा हुई।