Tag: Gwalior Breaking News

  • कोचिंग से निकलकर छात्र बाजार में भिड़े, जमकर चले लाठी डंडे

    नईदुनिया प्रतिनिधि, भितरवार। सोमवार की शाम तकरीबन छह बजे कोचिंग क्लासेस पर पढ़ने गए छात्र पढ़ने के बाद जैसे ही बाहर निकले वैसे ही एक दर्जन से अधिक छात्रों के बीच भितरवार नगर के मुख्य बाजार मैं झगड़ा हो गया और छात्रों के बीच जमकर लाठी डंडे और पत्थर चले जिससे कई छात्र आपस में चोटिल हो गए। वहीं उक्त घटना की जानकारी लगने के बाद पहुंची पुलिस ने झगड़े के बीच लगभग आधा दर्जन छात्रों को मौके से पड़ा है।

    झगड़े का किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया ग्रुपों पर बहू प्रसारित कर दिया जिसके आधार पर पुलिस अन्य छात्रों की तलाश में जुटी हुई है। सोमवार की शाम कोचिंग क्लास से निकलते ही कुछ छात्रों के बीच नगर के मुख्य बाजार स्थित मस्जिद के समीप से होकर निकले तहसील के पुराने बाइपास रोड पर आपस में झगड़ा हो गया। इस दौरान जिस छात्र के हाथ मौके पर जोर मिला उसी से एक दूसरे की मारपीट शुरू कर दी।

    इस दौरान 10 से 15 मिनट तक छात्रों के बीच जमकर लाठी डंडे चले तो कई छात्रों ने आपस में पत्थरबाजी भी की जिससे भयभीत होकर आसपास दुकान करने वाले लोग अपनी दुकानों के सातल डालकर भाग खड़े हुए। तो उक्त झगड़े में कई अन्य लोगों को भी पत्थर लगे इसी दौरान आम राहगीरों की सूचना पर पहुंची भितरवार पुलिस ने झगड़े में शामिल आधा दर्जन छात्रों को मौके से पड़ा है तो वही सोशल मीडिया पर बहू प्रसारित वीडियो के आधार पर झगड़े में शामिल छात्रों की पहचान करते हुए उनकी धर पकड़ शुरू कर दी है।

    हालांकि पुलिस से छात्रों के बीच कोचिंग क्लास से निकलने के बाद सरेराह बीच बाजार में किस बात को लेकर झगड़ा हुआ है उस संबंध में हाल फिलहाल कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है। वही समाचार लिखे जाने तक पुलिस वीडियो फुटेज में दिख रहे छात्रों की तलाश में जुटी हुई है।

  • टायलेट हैंडओवर से पहले शुरू कर दिया आवंटन

    बाल भवन के पास बनाया गया टायलेट।

    HighLights

    कंपनी मनमाने तरीके से इन टायलेट का उपयोग कर रही हैपीपीपी माडल पर पुणे की कंपनी कर रही है निर्माणरेस्टोरेंट के नाम को खोलकर किचन शुरू करने की तैयारी की जा रही है

    नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। शहर में दूसरे चरण के अंतर्गत बनाए जा रहे स्मार्ट टायलेट फिर विवादों में हैं। इंजीनियरों की लापरवाही के कारण जहां बाल भवन स्थित टाय लेट में छज्जे में लचक और पत्थरों की गुणवत्ता खराब निकली, तो दूसरी तरफ अब कंपनी मनमाने तरीके से इन टायलेट का उपयोग कर रही है।

    कंपनी ने अचलेश्वर के नजदीक बनाए गए स्मार्ट टायलेट का निर्माण पूरा कराकर उसे कार्पोरेशन को हैंडओवर करने से पहले ही न सिर्फ एक रेस्टोरेंट को आवंटित कर दिया, बल्कि मसाला लैब के नाम से इसका प्रचार भी शुरू करा दिया।

    मामले की जानकारी मिलने पर स्मार्ट सिटी सीईओ नीतू माथुर ने कंपनी को ना सिर्फ नोटिस जारी किया, बल्कि चेतावनी भी दी गई कि हैंडओवर के बाद ही किचन या रे स्टोरेंट शुरू करे लेकिन रविवार को फिर से रेस्टोरेंट के नाम को खोलकर किचन शुरू करने की तैयारी की जा रही है। कार्पोरेशन के उपयंत्री अभिषेक त्रिपाठी के अनुसार कंपनी को पूर्व में नोटिस जारी किया था। अब दोबारा चैक कराकर प्रचार ढंकवाया जाएगा।

    पीपीपी माडल पर पुणे की कंपनी कर रही है निर्माण

    पहले चरण में 10 टायलेट के लिए कार्पोरेशन ने लगभग साढ़े चार करोड़ रुपये की राशि खर्च की थी। दूसरे चरण में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर टायलेट बनाए जा रहे हैं। इसमें पुणे की अशोका डवलपर्स को अपनी लागत लगाकर निर्माण करना है। हैंडओवर के बाद इनका आवंटन कंपनी द्वारा ही कर किराय वसूला जाना है। कार्पोरेशन को सिर्फ तीन से साढ़े तीन हजार ही मिलने हैं।

    इन स्थानों पर हो रहा निर्माण

    वर्तमान में हजीरा चौपाटी, हजीरा चौराहे के पास, चावड़ी बाजार, अचलेश्वर मंदिर के पास, जल विहार, छत्री मंडी पर टायलेट निर्माण पूर्ण हो चुका है। बाल भवन, गजराराजा मेडिकल कालेज, हजार बिस्तर अस्पताल और कलेक्ट्रेट रोड पर निर्माण कार्य अभी चल रहा है।

  • सिंधिया के खिलाफ मानहानि केस में परिवादी के बयान अगले माह

    ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया।

    HighLights

    केंद्रीय मंत्री सिंधिया, मंत्री तुलसी सिलावट और महेंद्र सिसोदिया को नोटिस भेजकर केस किया हैतीनों ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दिए थे बयान व ट्वीट, इसके बाद हुआ था केस14 सितंबर को इस मामले में परिवादी नितिन शर्मा व गवाह संकेत साहू के कथन होंगे

    नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके दो समर्थक नेताओं के खिलाफ मानहानि मामले में जिला कोर्ट में दायर परिवाद पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। इसमें सुनवाई के बाद कोर्ट ने परिवादी और गवाह के बयानों के लिए मामले को अगली तारीख के लिए तय कर दिया है। 14 सितंबर को इस मामले में परिवादी नितिन शर्मा व गवाह संकेत साहू के कथन होंगे।

    उल्लेखनीय है कि कि बीती 21 अप्रैल 2023 को उज्जैन में एक प्रेस वार्ता के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया के लिए कहा था कि “हे महाकाल, कांग्रेस में अब कोई दूसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया पैदा मत करना।” इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर जवाब में लिखा था कि “हे प्रभु महाकाल, दिग्विजय सिंह जैसा देश विरोधी भारत में पैदा ना हो।”

    वहीं मंत्री तुलसी सिलावट और महेंद्र सिंह सिसोदिया ने भी एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने भी दिग्विजय सिंह के लिए टिप्पणी की थी। इसके खिलाफ एडवोकेट नितिन शर्मा ने तीनों को लीगल नोटिस भेजकर माफी मांगने का आग्रह किया था।

    नैनो उर्वरक और खरीफ फसल पर संगोष्ठी आज

    “नैनो उर्वरक उपयोग एवं कृषि योजनाओं पर आधारित खरीफ फसल” विषय पर 24 अगस्त को बाल भवन में पंचायत राज संस्थाओं के पदाधिकारियों की संगोष्ठी आयोजित होगी। इसमें दो सत्र होंगे। पहले सत्र में सुबह 10 से दोपहर 1.30 बजे तक जिला पंचायत के सभी सदस्यव विकासखंड डबरा व घाटीगांव के पदाधिकारी शामिल होंगे।

  • चौथे माले से गिरने से एमबीबीएस छात्रा की मौत, चीन से कर रही थी मेडिकल की पढ़ाई

    पीएम के बाद छात्रा के शव को एंंबुलेंस से घर ले जाया गया।

    HighLights

    मृतका चीन में रहकर कर रही थी एमबीबीएस की पढ़ाईबताया जा रहा है कि छात्रा डिप्रेशन में थी और हुआ था चेकअपखुदकुशी के एंगल से कर रही है पुलिस जांच

    ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। दीनदयाल नगर में कोठारी हाउस के सामने चौथे माले से गिरकर एमबीबीएस छात्रा की मौत हो गई। छात्रा चीन में रहकर पढाई कर रही थी। पांच दिन पहले ही चीन से अपने घर पर आई थी। घटना के बाद छात्रा को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हालांकि पुलिस छत से गिरने के कारणों को लेकर जांच कर रही है। क्योंकि मामला खुदकुशी का भी हो सकता है। पुलिस के मुताबिक छात्रा डिप्रेशन में थी। उसके स्वजनों ने उसका चेकअप भी कराया था।

    शहर के महाराज पुरा थाना क्षेत्र में डीडी नगर स्थित कोठारी हाउस के सामने रहने वाले राजीव दुबे आर्मी से रिटायर्ड फौजी हैं। रात करीब साढ़े नौ बजे अचानक तेज आवाज आई और आसपास के लोग व रिटायर्ड आर्मी मैन राजीव बाहर आए तो देखा उनकी 22 वर्षीय बेटी दीक्षा दुबे बाहर सड़क पर पड़ी है। तत्काल ही छात्रा को गोला बिड़ला हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मर्ग कायम कर लिया है।

    एकलौती संतान थी मृतका

    मृतका राजीव दुबे की इकलौती संतान थी और चीन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रही थी। चार पांच दिन पहले ही वह चीन से लौटी थी। घटना के बाद पुलिस जांच कर रही है कि कहीं छात्रा ने सुसाइड तो नहीं की है। साथ ही पता लगाने का प्रयास कर रही है कि मेडिकल स्टूडेंट के डिप्रेशन का कारण क्या है। पुलिस को आशंका है कि उसके डिप्रेशन की जड़ चाइना से जुड़ा कुछ हो सकता है।

  • तकनीकी रिपोर्ट है अधिकारियों को संतुष्टि से अवलोकन करने दें: कोर्ट

    तकनीकी रिपोर्ट है अधिकारियों को संतुष्टि से अवलोकन करने दें: कोर्ट । प्रतीकात्‍मक फोटो।

    HighLights

    स्वर्णरेखा नदी के पुनरुद्धार के मामले से जुड़ी जनहित याचिका पर सुनवाईकोर्ट में प्रोजेक्ट की डीपीआर का अवलोकन लंबित होने पर उठे सवालअधिकारियों ने डीपीआर का निरीक्षण कर के कोर्ट के समक्ष पेश नहीं किया

    नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। स्वर्णरेखा नदी के पुनरुद्धार के मामले से जुड़ी जनहित याचिका पर हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में सोमवार को सुनवाई हुई। इस सुनवाई में याचिकाकर्ता की ओर से पैरवी करने वाले अधिवक्ता ने हाईकोर्ट के अप्रैल माह के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि अभी तक आदेश का पालन नहीं हुआ है।

    अधिकारियों ने डीपीआर का निरीक्षण कर के कोर्ट के समक्ष पेश नहीं किया है, वह सिर्फ समय को टाल रहे हैं। इस पर हाईकोर्ट की युगलपीठ ने कहा कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अधिक राशि की आवश्यकता है, ऐसे में संबंधित अधिकारियों का डीपीआर को लेकर संतुष्ट होना जरूरी है। याचिकाकर्ता के तर्क पर कोर्ट ने कहा कि आपको पता है इस प्रोजेक्ट में कितना काम होना है? ऐसा नहीं है कि आज रिपोर्ट बनी और कल काम पूरा हो जाए।

    तकनीकी रिपोर्ट है उसका निरीक्षण करने में समय लगता है। ऐसा कहते हुए हाईकोर्ट ने तीन सितंबर को इस डीपीआर का अवलोकन कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने के निर्देश दिए हैं। यहां बता दें कि वर्ष 2019 में हाईकोर्ट में एक अधिवक्ता ने जनहित याचिका दायर करते हुए शहर की स्वर्णरेखा नदी के पुनरुद्धार की मांग की है। साथ ही उसमें बहाय जा रहे सीवर के समाधान को लेकर भी विचारणीय प्रश्न खड़े किए हैं।

    इसके समाधान पर काम करते हुए नगर निगम और स्मार्ट सिटी सहित वन विभाग और पीएचई विभाग अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं। वर्तमान में इसकी डीपीआर बन चुकी है जिसका निरीक्षण किए जाने के बाद पहले कोर्ट में पेश किया जाएगा, फिर कोर्ट के निर्देश पर शासन को भेजकर धन स्वीकृत करवाया जाएगा। इसके बाद पुनरुद्धार सहित सीवर ड्रेनेज और कचरा निस्पादन का काम शुरू किया जाएगा।

  • नवजात के स्वजन बोले – हमारे साथ हुआ वह किसी के साथ न हो, दोषियों पर हो सख्त कार्रवाई

    नवजात के स्‍वजनों ने की दोषियों पर सख्‍त कार्रवाई की मांग। प्रतीकात्‍मक चित्र।

    HighLights

    11 दिन की नवजात की मौत का मामला, लापरवाही की वजह से गई बच्ची की जानजीआरएमसी अधिष्ठाता बोले रिकार्ड का परीक्षण करने के बाद तय होगी दोषियों पर कार्रवाईमुरैना और जिला अस्पताल से जीआरएमसी पहुंचा रिकार्ड

    नईदुनिया प्रतनिधि, ग्वालियर। 11 दिन की बच्ची को सरकारी अस्पतालों की दहलीज पर पहुंचकर भी इलाज नहीं मिलने के कारण हुई मौत के मामले में बच्ची के स्वजनों का कहना है कि हमारे साथ जो हुआ वह किसी के साथ न हो इसलिए दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। इसके लिए अफसरों से शिकायत करेंगे।

    इधर बच्ची की मौत के मामले में केआरएच के पीडियाट्रिक विभाग और सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग द्वारा बच्ची के इलाज को लेकर की गई लापरवाही के मामले में जीआरएमसी डीन डा. आरकेएस धाकड़ द्वारा की जा रही जांच में मुरैना और जिला अस्पताल मुरार से रिकार्ड जीआरएमसी तक पहुंच गया है। अब रिकार्ड का परीक्षण का दोषियों पर कार्रवाई करने का दावा जीआरएमसी प्रबंधन कर रहा है।

    जीआएमसी डीन डा. धाकड़ के निजी कार्य से बाहर जाने की वजह से रिकार्ड का परीक्षण नहीं हो सका, इस कारण गुरुवार को दोषी चिन्हित नहीं हो सके। अब डीन के लौटने के बाद दोषियों पर कार्रवाई तय होगी। इसके साथ ही केआरएच के पीडियाट्रिक एसएनसीयू में भर्ती किए जा रहे पीडियाट्रिक सर्जरी के बच्चों को अब सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जरी वार्ड में ही भर्ती किया जाएगा। पीडियाट्रिक चिकित्सक की आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सक वहां पहुंचकर बच्चे का परीक्षण करेंगे। इस तरह के निर्देश डीन डा.धाकड़ ने दिए हैं। यह व्यवस्था नवजात बच्ची की मौत के बाद की गई।

    केआरएच में बच्ची को आक्सीजन सपोर्ट तक नहीं मिला, इसलिए गई जान

    बच्ची के ताऊ बंटी सखवार ने बताया कि जिला अस्पताल से जब हम बच्ची को लेकर केअारएच के पीडियाट्रिक एसएनसीयू पहुंचे, उस समय उसे अाक्सीजन की जरुरत थी। हमने वहां तैनात डाक्टरों से बच्ची को आक्सीजन सपोर्ट पर रखने की गुहार लगाई, लेकिन डाक्टरों ने गार्ड को बुलाकर हमें बाहर निकलवा दिया। जिससे बच्ची की तबीयत और ज्यादा बिगड़ गई अगर वहां समय रहते उसे आक्सीजन सपोर्ट मिल जाता तो उसकी जान बच सकती थी। यहां से परेशान होकर हम वापस रात में जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दमतोड़ दिया था।

    मुरैना और जिला अस्पताल से रिकार्ड तलब किए थे वह मिल गए हैं। अभी बाहर हूं लौटते ही रिकार्ड का परीक्षण कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

    डा.आरकेएस धाकड़, डीन, जीआरएमसी