Tag: Electric shock in Gwalior

  • ग्वालियर में घरों में करंट फैलने से तीन लोग झुलसे

    बर्न वार्ड में भर्ती करंट से झुलसे लोग।

    HighLights

    कोटेश्वर कालोनी में गिलहरी ने कराई एचटी लाइन शार्ट, हुआ हादसाविद्युत वितरण कंपनी के विनय नगर जोन में हुआ हादसाघटना में 25 से अधिक घरों में हाईवोल्टेज से फुंके उपकरण

    नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। विनय नगर जोन के कोटेश्वर कालोनी स्थित हाईटेंशन लाइन के ट्रांसफार्मर में गिलहरी घुसने के कारण इंसुलेटर बस्ट होने से धमाका हो गया। इसके बाद एचटी लाइन का करंट घरों में उतर गया। इससे एक ही परिवार के तीन लोग झुलस गए। तीनों को इलाज के लिए जयारोग्य अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है। हादसा सुबह छह बजकर 59 मिनट पर हुआ। विद्युत वितरण कंपनी के नगर संभाग उत्तर के उपमहाप्रबंधक ने कहा है कि घरों में करंट दौड़ने के मामले की जांच कर वस्तुस्थिति का पता लगाया जाएगा।

    कोटेश्वर कालोनी निवासी पुष्पा राठौर (60) रोजाना की तरह अपनी किराना दुकान पर बैठी थीं। इसी बीच एक धमाके के साथ घरों में करंट फैल गया। पुष्पा दुकान में रखी एक मशीन के पास पहुंची, तभी उनको करंट लग गया। पुष्पा की आवाज सुन बहू गायत्री बचाने के लिए दौड़ी, तो वह भी करंट की चपेट में आ गई। दोनों की चीख पुकार सुनकर पास के कमरे में सो रहा पुष्पा का बेटा राजेन्द्र दौड़कर कमरे में पहुंचा।

    उसने मां और भाभी को बचाकर पड़ोसियों की मदद से अस्पताल पहुंचाया। हालांकि राजेन्द्र भी उनको बचाने के फेर में झुलस गया था, इसलिए उसे भी बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया। हादसे के तत्काल बाद विद्युत वितरण कंपनी ने क्षेत्र की बिजली सप्लाई बाधित कर दी। हादसे की सूचना लगने पर कांग्रेस नेता सुनील शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने मांग की कि विद्युत वितरण कंपनी की यह लापरवाही है। इस तरह की लापरवाही भविष्य में न हों। जिन लोगों का नुकसान हुआ है उनको मुआवजा दिया जाए।

    25 से 30 घरों में फुंक गए विद्युत उपकरण

    एचटी लाइन से घरों में करंट दौड़ने के साथ ही हाई वोल्टेज से 25 से 30 घरों में विद्युत उपकरण फुंक गए। कोटेश्वर कालोनी के रहवासियों ने बताया कि अचानक घरों में करंट दौड़ गया। इससे कई लोग करंट की चपेट में आ गए। गनीमत रही कि बिजली कुछ देर बाद ही गुल हो गई। इससे बड़ा हादसा टल गया, लेकिन हाई वोल्टेज के कारण टीवी, पंखा, कूलर, फ्रिज, बल्ब, ट्यूबलाइट आदि उपकरण जल गए।

    मां किराने की दुकान पर बैठी थीं। उनको करंट लगने पर भाभी बचाने पहुंची तो वह भी करंट की चपेट में आ गईं। मैं पास के कमरे में सो रहा था जैसे ही मां के चीखने की आवाज आई तो मैं दौड़कर दुकान में पहुंचा। वहां मां और भाभी करंट के कारण तड़प रही थीं। दोनों को बचाने के फेर में मैं भी करंट की चपेट में आकर झुलस गया।

    -राजेन्द्र राठौर, करंट से झुलसे पीड़ित।