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  • डेंगू-मलेरिया के मच्‍छरों को राेकेंगी गंबूसिया मछली, छोड़ी जाएंगी 25-25 हजार

    स्प्रे करने दवा तैयार करता मलेरिया विभाग का अमला।

    HighLights

    पहले चरण में बरघाट, छपारा व गोपालगंज में काम। इस साल भी करीब 40 हजार से खरीदा जाएगा।तीन लाख मछलियां प्रभावित क्षेत्रों में डाली जाएंगी।

    नईदुनिया, सिवनी (Seoni News)। जिले में शायद ही ऐसी कोई जगह होगी जहां मच्छर नहीं है। पहले चरण में जिले के बरघाट होने वाली इन बीमारियों को रोकने के सारे प्रयास अब तक पूरी तरह सफल नहीं होने के बाद मलेरिया विभाग मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए गंबूसिया मछली का सहारा ले रहा है। यह मछली लार्वा को तेजी से चट करती है।

    यहां डाली जाएंगी मछली

    पहले चरण में जिले के बरघाट, छपारा और गोपालगंज क्षेत्र में रुके हुए पानी, पोखर, तालाब और कुओं में मछली को छोड़ा जाएगा। पहले चरण में जिले के बरघाट 25-25 हजार गंबूसिया मछली छोड़ी जाएंगी।इसके बाद जिले के अन्य डेंगू-मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में मछलियाें को डाला जाएगा। जिले के डेंगू मलेरिया प्रभावित गांवों में लार्वा नष्ट करने के लिए विभाग गंबूसिया मछली डाल रहा है।

    इस साल भी 40 हजार से खरीदा जाएगा

    विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस मछली की आयु करीब एक वर्ष की ही होती है।इसलिए लार्वा विनिष्टीकरण के लिए हर साल विभिन्न स्थानों पर इसे डाला जाता है।पिछले साल तीन लाख मछलियों का उपयोग किया गया था। इस साल भी करीब 40 हजार रुपये से तीन लाख मछलियां डेंगू-मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में डाली जाएंगी।

    मलेरिया प्रभावित 27 गांवों में स्प्रे

    जिले में पिछले साल मलेरिया प्रभावित 27 गांवों को चिन्हित किया गया था।इस साल इन गांवों में मलेरिया विभाग कीटनाशक दवाई का स्प्रे व धुंआ करा रहा है।वहीं इस साल जिन गांवों में मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं वहां भी धुंआ व दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। हालांकि विशेष तौर पर पिछले साल चिन्हित गांवों में ही दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।

    सरकार की गाइडलाइन के अनुसार कार्य

    मलेरिया अधिकारी का कहना है कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ऐसा किया जा रहा है। बीते साल कुरई ब्लाक के पिंडरई, मेटेवानी, बबई, खैरघाट, अंबाड़ी, गोपालगंज क्षेत्र के चोरगरठिया, ओरियामाल, झीलपिपरिया और बरघाट ब्लाक के गांव अगरवाड़ा, गुदमा, पांडरवानी, पंड्रापानी, छपारा ब्लाक के सालीवाड़ा, लखनादौन ब्लाक के कुहिया, गनेशगंज, खैरीमाल, बड़वानी, हरगोंदी, परतापुर, डुंगरिया, खूबी, सागर और धनौरा ब्लाक के सुआडोंगरी समेत केवलारी ब्लाक के बिछुआमाल, डोंकररांजी व कंचनवाड़ा में मलेरिया फैला था।

    सिवनी में सबसे ज्यादा मरीज

    जिले में डेंगू के मामले बड़ी संख्या में बढ़ रहे है।इनमें सिवनी मुख्यालय सबसे आगे है।अब तक मिले कुल 123 डेंगू मरीजों में 44 मरीज सिवनी शहर में मिल चुके है।बीते दिनों हुई वर्षा के कारण शहर के विभिन्न वार्डों के खाली प्लाटों में जमा पानी में लार्वा पनप रहे है।इनके विनिष्टीकरण के लिए नगरपालिका ध्यान नहीं दे रही है।फागिंग मशीन का उपयोग केवल खानापूर्ति के लिए हो रहा है।कीटनाशक दवा का छिड़काव भी नाम मात्र के लिए किया जा रहा है।

    जिले में कहां कितने मिले डेंगू के मरीज

    क्षेत्र – मरीज सिवनी – 44 छपारा – 13 गोपालगंज – 35 घंसौर – 01 कुरई – 11 लखनादौन – 09 बरघाट – 05 धनौरा – 02 केवलारी – 03

    जिले में लार्वा विनिष्टकरण के लिए विभिन्न स्थानों पर गंबूसिया मछली डाली जाएंगी।एक दो दिनों में मछली मिलने के बाद पहले चरण में बरघाट, छपारा और गोपालगंज क्षेत्र के विभिन्न गांवों में 25-25 हजार मछली डाली जाएंगी।

    रामजी भलावी, जिला मलेरिया अधिकारी

  • उत्तर प्रदेश के कानपुर में डेंगू के मामले बढ़े, मरीजों की संख्या 200 के पार

    इससे पहले शुक्रवार को कानपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल उर्सुला में डेंगू वार्ड बनाया गया और इसमें तीन डेंगू मरीजों को भर्ती किया गया. (टैग्सटूट्रांसलेट)डेंगू(टी)बीमारी(टी)मच्छर(टी)कानपुर(टी)डेंगू के मामले(टी)डेंगू(टी)बीमारी(टी)मच्छर(टी)कानपुर(टी)डेंगू के मामले