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  • Conjunctivitis Alert: कंजक्टिवाइटिस से हो रहा कॉर्निया अल्सर, लापरवाही बरती तो जा सकती है आंखों की रोशनी

    HighLights

    अकेले भोपाल में ही हर दिन 100 नए मरीज आ रहे सामने कंजक्टिवाइटिस अब कॉर्निया अल्सर का भी रूप ले रहा है यहां जानिए कॉर्निया अल्सर के कारण और लक्षण के बारे में

    नईदुनिया, भोपाल (Conjunctivitis Alert)। आंखों के संक्रमण कंजक्टिवाइटिस (Conjunctivitis) ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पैर पसारना शुरू कर दिया है। यहां के अस्पतालों में हर दिन 80 से 100 नए मरीज सामने आ रहे हैं।

    डॉक्टरों का कहना है कि कंजक्टिवाइटिस अब पहले की तुलना में बदल गया है। अब खुजली और एलर्जी इसका सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में इसको लेकर लापरवाही बरतना खतरनाक हो सकता है। इसके असर से अब दृष्टिहानि के साथ रेटिना पर निशान भी बन रहे हैं।

    कंजक्टिवाइटिस अब कॉर्निया अल्सर का भी रूप ले रहा है, जिससे दृष्टि जाने की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में इस तरह के लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टरी सलाह लें। खुद से उपचार करना या उपचार न कराना काफी गंभीर हो सकता है।

    हवा से भी फैलने लगा कंजक्टिवाइटिस

    विशेषज्ञों का कहना है कि कंजक्टिवाइटिस पहले सामान्य समस्या थी। अब यह खुजली और एलर्जी के कारण हो रहा है। इसमें आखों में ज्यादा पानी आता है तो कभी-कभी सिर्फ खुजली ही होती है। बदलते मौसम के कारण इस समय वायरल और एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस दोनों तेजी से फैल रहा है। अभी हवा में ऐसे कण भी आ गए हैं, जो एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस फैला रहे हैं।

    कंजक्टिवाइटिस के मरीज 20 प्रतिशत बढ़े

    कंजक्टिवाइटिस का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। अभी वायरल कंजक्टिवाइटिस के मरीज 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। ऐसा भी देखने में आ रहा है कि आज अगर कोई व्यक्ति उपचार कराने आता है तो कल उसी के परिवार के चार अन्य सदस्य भी इलाज कराने पहुंच जाते हैं। – डॉ. निशा मिश्रा, नेत्र रोग विशेषज्ञ, जेपी अस्पताल, भोपाल

    Corneal Ulcer Symptoms: कॉर्निया अल्सर के लक्षण

    लाल या खून से भरी आंख आंखों से पानी आना आंखों में तेज दर्द मवाद या अन्य प्रकार का स्राव दृष्टि में कमी आंख के सामने सफेद धब्बा बनना पलकें या आंखों के आस-पास की त्वचा सूज जाती है या लाल हो जाती है सिरदर्द

    Corneal Ulcer Reason: कॉर्निया अल्सर के कारण

    संक्रमण पुरानी चोट सूरज की रोशनी में ज्यादा देर तक रहना खराब प्रतिरक्षा प्रणाली कॉन्टेक्ट लेंस का अनुचित इस्तेमाल बिना डॉक्टरी परामर्श के दवा खाना स्टेरॉयड आई ड्राप का अनुचित इस्तेमाल पौधों की सामग्री से आंख में चोट लगना बेल्स पाल्सी या अन्य पलक संबंधी विकार