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  • अवैध संबंध के चलते युवक की निर्मम हत्या, पत्नी और उसके प्रेमी पर शक

    युवक की हत्या (प्रतीकात्मक चित्र)

    HighLights

    मृतक ओरछा के ग्राम पचहत्तर का रहने वाला था। पुलिस ने उसकी पत्नी व प्रेमी को हिरासत में लिया। युवक के शव पर थे गहरे जख्म,पास ही पड़ी थी कुल्हाड़ी।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर के कोलार थाना क्षेत्र में स्थित कजलीखेड़ा में एक युवक की निर्मम हत्या कर दी गई। पुलिस को युवक के शव पर जख्म के गहरे निशान मिले हैं। साथ ही घटनास्थल पर एक कुल्हाड़ी भी पड़ी थी। युवक पेशे से मजदूर था, जो फिलहाल बंसल मिक्सर प्लांट में काम करता था। पुलिस ने मर्ग कायमी के बाद मामले को विवेचना में ले लिया है।

    दो संदिग्ध पुलिस हिरासत में

    पुलिस को शक है कि अवैध संबंध की वजह से युवक की हत्या की गई है। संदेह के आधार पर पुलिस ने उसकी पत्नी और पत्नी के करीबी दोस्त को हिरासत में लिया है। पुलिस उन दोनों से पूछताछ कर रही है। युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए हमीदिया अस्पताल भेजा गया है।

    एक साल से कर रहा था काम

    कोलार थाना पुलिस के अनुसार 40 वर्षीय बाबूलाल मूलत: ओरछा के ग्राम पचहत्तर का रहने वाला था। वह पिछले करीब एक वर्ष से बंसल मिक्सर प्लांट में काम कर रहा था। साथ ही प्लांट के पास लेबर क्वार्टर में अपनी पत्नी मनकू बाई के साथ रहता था।

    पत्नी के थे अवैध संबंध

    बताया जा रहा है कि मनकू बाई के वहीं पर काम करने वाले एक मजदूर से अवैध संबंध थे। कुछ दिनों पहले ही बाबूलाल ने उन दोनों को एक साथ पकड़ा था। इस पर उसने अपनी पत्नी के अलावा उस मजदूर के साथ भी मारपीट की थी।

    साथी मजदूरों ने दी थी पुलिस को सूचना

    गुरुवार रात को बाबूलाल के साथ काम करने वाले लोगों ने उसकी लाश पड़े होने की सूचना पुलिस को दी थी, जिसके बाद पुलिस ने शव को बरामद कर पंचनामे के बाद पीएम के लिए भिजवाया। बताया जा रहा है कि शव करीब एक दिन पुराना है। पुलिस पूछताछ के बाद जल्द ही आरोपितों की गिरफ्तारी करेगी।

  • दिव्यांग पति का सेवादार मोबाइल चुराकर भागा, दो दिन में यूपीआई से उड़ाए पौने दो लाख रुपये

    यूपीआई ट्रांजेक्शन के जरिए खाते से उड़ाई रकम (प्रतीकात्मक चित्र)

    HighLights

    फरियादी महिला का पति लकवाग्रस्त है।मूलत: रीवा निवासी आरोपित करोंद में रहता था। दो दिन में अलग-अलग बैंक खातों में भेजे रुपये

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर के चूनाभट्टी इलाके में एक दिव्यांग व्यक्ति का सेवादार उनका मोबाइल चुराकर भाग गया और फिर मोबाइल के यूपीआई ऐप से उनकी पत्नी के बैंक खाते में जमा पौने दो लाख रुपये उड़ा दिए। सेवादार पिछले छह महीने से स्वरूप शालिग्राम की सेवा कर रहा था। उनकी पत्नी सोनल शालिग्राम ने होमकेयर एजेंसी के जरिए उसे नौकरी पर रखा था।

    मोबाइल चुराकर भागा

    सात सितंबर की शाम नौकरी से वापस घर जाते समय वह दिव्यांग व्यक्ति का मोबाइल चुराकर ले गया और दो दिन में अलग-अलग ट्रांजेक्शन करते हुए एक लाख 70 हजार रुपये दूसरे बैंक खातों में भेज दिए। सोनल की शिकायत पर चूनाभट्टी थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी है।

    सोनल के पास पहुंचे ट्रांजेक्शन के मैसेज

    थाना प्रभारी भूपेंद्र कौर संधू ने बताया कि सोनल और उनके पति स्वरूप शालिग्राम सागर गार्डन होम कॉलोनी में रहते हैं। सोनल घर के पास ही बुटिक का संचालन करती हैं। उनके पति स्वरूप लकवाग्रस्त होने की वजह से चलने-फिरने से लाचार हैं। पति की देखभाल के लिए सोनल ने छह महीने पहले मल्टी होमकेयर नामक एजेंसी के माध्यम से 25 वर्षीय सौरभ कोचर को नौकरी पर रखा था।

    दिन में करता था देखभाल

    सौरभ मूलत: रीवा जिले का रहने वाला है और वर्तमान में वह करोंद में रहता है। वह सुबह नौ से शाम सात बजे तक उनके घर नौकरी करता था। सात सितंबर को सौरभ ने जाते समय स्वरूप का मोबाइल चुरा लिया। रात करीब नौ बजे सोनल घर पहुंची तो उन्हें स्वरूप का मोबाइल नहीं मिला, फोन करने पर मोबाइल बंद आया।

    केयरटेकर मुहैया कराने वाली कंपनी से भी पूछताछ

    उन्होंने तुरंत सौरभ को फोन किया तो उसका फोन भी बंद था, जिसके बाद सोनल ने चूनाभट्टी थाने में मोबाइल चोरी की शिकायत की। वहीं अगले दो दिन में उनके पास अलग-अलग यूपीआई ट्रांजेक्शन के मैसेज पहुंचे, जिसमें कुल एक लाख 70 हजार रुपये की निकासी की गई थी। पुलिस आरोपित की मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसकी तलाश में जुटी है। केयरटेकर उपलब्ध कराने वाली कंपनी के अधिकारियों से भी पूछताछ की जा रही है। केयरटेकर के लिए लोगों को किस आधार पर रखा जाता है, कंपनी से यह जानकारी मांगी गई है।

  • उत्पादन तारीख पर स्टीकर चिपाकर बेचा जा रहा था नमकीन, खाद्य विभाग की टीम ने की कार्रवाई

    नमकीन की दुकान पर निरीक्षण करती खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम।

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    टीम ने नमकीन का नमूना लेते हुए 130 पैकेट जब्त किए हैं।प्रतिष्ठान का लाइसेंस निलंबित करते हुए कारोबार प्रतिबंधित किया।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। त्योहारी सीजन में व्यापारियों द्वारा पुराने खाद्य उत्पाद भी बाजार में खूब खपाए जाते हैं। कई बार तो ऐसे खाद्य उत्पाद भी बिकते पाए जाते हैं, जिनकी मियाद खत्म हो चुकी होती है। इसे रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा प्रशासन विभाग की टीम समय-समय पर बाजार में उतरकर जांच भी करती है।

    ऐसा ही एक मामला अरेरा कॉलोनी स्थित मनपसंद नमकीन नामक प्रतिष्ठान में सामने आया, जहां खाद्य विभाग की टीम द्वारा गड़बड़ी पकड़ी गई। टीम ने निरीक्षण के दौरान पाया कि इस प्रतिष्ठान में खाद्य पदार्थों के पैकेट पर स्टीकर चिपकाकर उत्पादन की तारीख छुपाई जा रही है। इसके बाद खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम ने नमकीन के पैकेट जब्त करने के साथ ही कारोबार प्रतिबंधित कर दिया है।

    दरअसल, खाद्य सुरक्षा प्रशासन को शिकायत मिली थी कि विक्रेताओं द्वारा तारीख समाप्त होने के बाद भी स्टीकर चिपकाकर नमकीन पैकेट बेचे जा रहे हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश पर टीम ने बुधवार को ई-7 अरेरा कालोनी स्थित मनपसंद नमकीन हाउस का निरीक्षण किया। जहां 130 अपना नमकीन के पैकेट पर विक्रेता द्वारा उत्पादन तिथि व खत्म होने की मियाद पर स्टिकर चिपकाकर बेचा जा रहा था।

    साथ ही ऐसे ही नमकीन पैकेटों का भंडारण किया गया था। टीम ने नमकीन का नमूना लेते हुए 130 पैकेट जब्त किए हैं। साथ ही प्रतिष्ठान का खाद्य लाइसेंस निलंबित करते हुए कारोबार प्रतिबंधित कर दिया है।

    इन प्रतिष्ठानों का भी किया निरीक्षण

    खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि बुधवार को नमकीन कारखानों, विक्रय केंद्रों का निरीक्षण किया गया। इनमें गोविंदपुरा स्थित मोतीलाल भुजियावाला, कन्हैया नमकीन, अमित नमकीन, करोंद स्थित गोकुलधाम डेयरी, संजय स्वीट्स, साकेतनगर स्थित श्रीकृष्णा गौरव स्वीट्स एंड नमकीन, बीकानेर मिष्ठान्न भंडार से नमकीन, अवयवी तेल, बेसन, मसालों के नमूने लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि दीपावली के अवसर पर अधिक मात्रा में निर्मित और बिकने वाले नमकीन व मिठाईयों के नमूने निरंतर लेने की कार्रवाई की जाएगी।

  • भोपाल में सिटी बस में घुसकर कंडक्टर से अड़ीबाजी, विरोध करने पर छुरी से हमला

    बदमाश ने मारी छुरी (प्रतीकात्मक चित्र)

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    सिटी बस में हमले की एक माह में दूसरी घटना। घटना का सीसीटीवी फुटेज आया सामने। पुलिस मामले की जांच में जुटी।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। शहर के एमपी नगर इलाके में एक सिटी बस में बदमाश ने घुसकर कंडक्टर से रुपयों के लिए अड़ीबाड़ी की। कंडक्टर ने जब पैसे देने से मना किया तो बदमाश ने गाली-गलौज करते हुए छुरी से कंडक्टर पर हमला कर दिया। घटना मंगलवार दोपहर बोर्ड ऑफिस चौराहे की है, जहां सिटी बस सवारियों के इंतजार में खड़ी थी।

    अचानक हुई इस घटना से बस में बैठी सवारियां भी दहशत में आ गईं। घटना के बाद बदमाश बस से उतरकर चला गया। यह पूरी वारदात बस में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई। बुधवार को इसका वीडियो सामने आया है। एमपी नगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    पहले भी हुई घटना

    बदमाशों द्वारा सिटी बस में घुसकर गुंडागर्दी करने की एक माह में यह दूसरी घटना है। इससे पहले 14 सितंबर को भी एक लो-फ्लोर बस में बदमाशों द्वारा कंडक्टर से मारपीट करने का मामला सामने आ चुका है। चूना भट्‌टी इलाके में पं. खुशीलाल शर्मा हॉस्पिटल के पास एक बदमाश ने चलती बस में परिचालक से मारपीट कर दी थी। वह बदमाश अपने तीन-चार साथियों के साथ रेलवे स्टेशन के बस स्टॉप से बस में सवार हुआ था। जहांगीराबाद बस स्टॉप आने के पहले उन लोगों ने कुछ यात्रियों के जेब से रुपये चोरी कर लिए थे। उसके बाद तीन युवक तो बस से उतरकर चले गए, लेकिन दो युवक बस में मौजूद थे। बस जब पं. खुशीलाल अस्पताल के पास पहुंची, तभी कंडक्टर सुरेश ने एक बदमाश को यात्री की जेब से रुपये चोरी करते देखा, तो उसे टोक दिया। इस पर उस बदमाश और उसके साथी ने सुरेश के साथ बेरहमी से मारपीट करना शुरू कर दी। इससे सुरेश के सिर में चोट लग गई थी।

  • Big action in Bhopal: औद्योगिक क्षेत्र में सात माह से चल रही मादक पदार्थ की फैक्ट्री, उद्योग और पुलिस को नहीं लगी भनक

    मादक पदार्थ की फैक्ट्री।

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    पुलिस सत्यापन बिना ही गुजरात के मादक पदार्थ तस्कर को दे दी फैक्ट्रीजमीन आवंटित होने के बाद चार साल से उद्योग विभाग रहा बेफ्रिक।साबुन बनाने के नाम पर ली थी फैक्ट्री,पुलिस के युवक का कोई रिकार्ड

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। राजधानी के कटारा हिल्स थाना क्षेत्र औद्योगिक क्षेत्र के ग्राम बगरोदा में गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने कार्रवाई 1800 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत का मादक पदार्थ बरामद कर लिया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एटीएस गुजरात के साथ मिलकर बंद पड़ी फैक्ट्री में छापा मारा था। यहां से भारी मात्रा में अतिउत्तेजक मादक पदार्थ एमडी ड्रग्स बरामद हुआ है। इस मामले में भोपाल और नासिक के दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।

    खास बात इस इतने बड़े मादक पदार्थ तस्करी की भनक मध्यप्रदेश पुलिस के पुलिस कमिश्नर के आइपीएस अधिकारियों की पूरी टीम को नहीं लगी। इधर, फैक्ट्री मालिक ने बिना पुलिस सत्यापन के गुजरात के एक शातिर मादक पदार्थ तस्कर को यह फैक्ट्री किराये पर दे दी थी, वह फैक्ट्री में मशीनें लगाकर एमडी ड्रग्स को मुंबई, गुजरात , बेंगलुरु कोलकाता ,नेपाल तक भेज रहा था।

    डीसीपी संजय अग्रवाल ने बताया कि गुजरात एटीएस की पूरी कार्रवाई की गई है,फैक्ट्री मालिक एके सिंह ने सात माह पहले यह फैक्ट्री किराये दो लोगों को दी थी।फैक्ट्री को बंद कर यह मादक पदार्थ बनाया जा रहा था।

    पुलिस उपायुक्त संजय अग्रवाल ने बताया कि ग्राम बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्री में मादक पदार्थ बनाया जा रहा था। यह फर्नीचर और लकड़ी के काम के लिए जयदीप सिंह कारखाने के लिए आवंटित हुई थी,उसके बाद उन्होंने दूसरे को यह जमीन बेच दी गई।

    बिना पुलिस सत्यापन के किराये पर दे दी फैक्ट्री

    पुलिस जांच में अभी तक सामने आया है कि एके सिंह ने यह जमीन को कोटरा सुल्तानाबाद निवासी अमित चतुर्वेदी के माध्यम से नासिक महाराष्ट्र निवासी सान्याल बाने के लिए किराये पर ली थी। फैक्ट्री मालिक ने किराये पर देने से पहले पुलिस सत्यापन भी नहीं कराया था और मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण कोई सूचना नहीं दी ।

    चार साल से उद्योग से भी कोई देखने नहीं गया

    मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण के पास इस फैक्ट्री के पास सिर्फ इतनी जानकारी है कि इस जमीन को फर्नीचर बनाने के नाम पर जमीन आवंटित की गई थी, उसके बाद फैक्ट्री लगी कि नहीं। इससे उनको कोई मतलब नहीं था,चार साल से मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण कोई अधिकारी वहां नहीं गया था। इसी का फायदा उठाकर शहर के बाहर इस फैक्ट्री में आसानी से इतना बड़ा मादक पदार्थ का कारखाना लगाकर ड्रग्स बनाई जा रही थी।

    दारोगा की फैक्ट्री के डर से पुलिस ने छोड़ दी थी गश्त

    बगराेदा में कटारा हिल्स थाने में तैनात रहे एक दारोगा की फैक्ट्री रही है, उसके कारण कटारा हिल्स थाना पुलिस ने उस तरफ जाना ही बंद कर दिया था। थाने के एक तरह से कहे कि पुलिस ने आंखें ही बंद कर ली थी, उस फैक्ट्री में क्या हो रहा है ? इससे कोई मतलब नहीं रहता था।

    हालांकि पुलिस कमिशनरी के एएसपी रैंक के अधिकारी को एक स्थानीय व्यक्ति जानकारी इसके बारे में दी थी, लेकिन उस पर भी कोई गौर नहीं किया गया था।जब सूरत में सान्याल बाने के साथी मादक पदार्थ तस्कर की गिरफ्तारी हुई तो उसने यह बात एटीएस को बताई थी, इसी कारण से एटीएस गुजरात ने इस ऑपरेशन की जानकारी भोपाल पुलिस से साझा नहीं की।

    क्यों चुना भोपाल में ठिकाना

    गुजरात नासिक निवासी सान्याल बाने ने मादक पदार्थ फैक्ट्री लगाने के लिए भोपाल के अमित चतुर्वेदी के माध्यम से बंद फैक्ट्री तलाश के लिए कहा था। उसने बगरोदा में बंद फैक्ट्री की तलाश कर उसे सूचना दे दी थी, यह फैक्ट्री लगाने के लिए पीछे की एक ही कारण था कि यह फैक्ट्री शहर के बाहर थी और वहां से बाहर से बाहर माल की सप्लाई बनाकर दी जा रही थी।

    एमडी ड्रग्स बनाने माल भी आसानी मंगाया जा सकता था। इस मार्ग पर पुलिस रोकटोक भी ज्यादा नहीं थी। दूसरा पुलिस रोकती भी थी कि तो उसके स्थानीय मददगार काफी थे, जो आरक्षक से लेकर इंस्पेक्टर तक को पहचानते थे।

    भोपाल जिला पुलिस में अधिकांश पुलिस कर्मी सालों से एक ही थानों में तैनात है, वह चुनाव के समय भोपाल से रायसेन , विदिशा , सीहोर में ? तबादला कराकर चले जाते हैं और वापस आ जाते हैं। पुराने बदमाश उनको पहचाननते थे, सान्याल बाने को उसके मददगारों ने यह बात बताई थी। इस कारण से उसने भोपाल को ठिकाना बनाया था।सात माह तक वह कामयाब भी रहा।

    क्राइम ब्रांच की सबसे बड़ी नाकामी

    गुजरात एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस कार्रवाई ने भोपाल पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की पोल खोलकर रख दी थी। 80 पुलिस कर्मियों की क्राइम ब्रांच दिन रात मादक पदार्थ तस्करों को पकड्ने के दावे कर रही थी। गांजे के प्रेस नोट जारी कर वाहवाही लूट रही थी। उसके नाक के नीचे इतनी बड़ी एमडी ड्रग्स की फैक्ट्री चल रही थी। उसे कानो कान खबर तक नहीं थी। यह तब है कि जब पुलिस कमिश्नरी में जिले में एसपी की तरह क्राइम ब्रांच में एक आइपीएस अधिकारी को डीसीपी बना रखा है।

    स्थानीय इंटेजिलेंस भी हाथ पर हाथ रखे बैठी रही

    पुलिस कमिश्नरी की स्थानीय इंटेलिजेंस को भी इस फैक्ट्री की कोई भनक नहीं थी। यह भी जिले के एसपी स्तर के एक अधिकारी को डीसीपी बनाकर स्थानीय स्तर पर निगरानी और खुफिया जानकारी एकत्रित करने के लिए बनाया गया है,लेकिन वह सिर्फ अपने एसी आफिस तक सीमित रही।

  • भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री का पर्दाफाश, 1800 करोड़ रुपये का प्रतिबंधित पदार्थ बरामद, दो गिरफ्तार

    इसी फैक्ट्री में बनाई जा रही थी ड्रग्स।

    HighLights

    बरामद प्रतिबंधित पदार्थ एमडी ड्रग्स बताया जा रहा। स्थानीय पुलिस को छापामार कार्रवाई से दूर रखा गया।

    राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, भोपाल। गुजरात के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस), मध्य प्रदेश एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, दिल्ली की टीम ने एमडी ड्रग के विरुद्ध चल रहे अभियान में अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की है। जांच एजेंसियों ने भोपाल के बागरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री में छापामार कार्रवाई करते हुए एमडी ड्रग और इसे बनाने में उपयोग होने वाला कच्चा माल जब्त किया है। इसकी कीमत 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। जांच एजेंसियों ने यहां से दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

    गुजरात के गृहमंत्री ने दी बधाई

    गुजरात के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने भारी मात्रा में ड्रग्स की बरामदगी के लिए टीम को बधाई दी। उन्होंने खुद कहा है कि यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘गुजरात एटीएस और दिल्ली एनसीबी की टीम ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में मिली बड़ी जीत पर बधाई। हाल ही में भोपाल की फैक्ट्री पर रेड डाली गई और एमडी (ड्रग्स) व उसे बनाने वाला पदार्थ बरामद किया गया, जिसकी कीमत 1814 करोड़ रुपये है।

    उन्होंने आगे लिखा, ‘यह उपलब्धि हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के ड्रग्स की तस्करी से लड़ने में उनके अथक प्रयास को दर्शाती है। उनका प्रयास हमारे समाज की सुरक्षा और सेहत की सुरक्षा के लिए अहम है। उनका यह समर्पण सच में तारीफ के काबिल है। भारत को सुरक्षित और सेहतमंद राष्ट्र बनाने के उनके मिशन में उनका साथ देना जारी रखें।’

  • हादसे के बाद युवक की खोपड़ी में फंसी थी आंख, एम्स भोपाल में सफल सर्जरी से लौटी रोशनी

    एम्स भोपाल में मरीज की नेत्र सर्जरी के बाद डॉक्टरों की टीम।

    HighLights

    जैतवारा निवासी युवक बाइक हादसे का शिकार हुआ था। निजी अस्पताल में 10 दिन इलाज के बाद पहुंचा था एम्स। उसकी जैसी स्थिति थी, वैसे दुनिया में 10 से भी कम केस।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। सड़क हादसे का शिकार हुए एक युवक की आंख की रोशनी ही चली गई थी। घटना के बाद आंख उसकी दिमाग में जाकर फंस गई थी, जिसे एम्स के चार विभागों के डॉक्टरों की टीम द्वारा सफल सर्जरी कर निकाला गया और उसे सही जगह पर फिट किया गया।

    एम्स प्रबंधन ने बताया कि भोपाल के पास स्थित जैतवारा गांव का मरीज 20 अगस्त 2024 को एक बाइक दुर्घटना का शिकार हुआ था, जिससे उसकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई थी। इस मामले की जटिलता इस बात से और बढ़ गई कि दुर्घटना में उसकी बाईं आंख, आंखों के बीच की एक छोटी हड्डी के अंदर खोखले हिस्से में पहुंच गई थी।

    यह दुर्लभ स्थिति है। इस प्रकार के केस दुनिया में 10 से भी कम हैं। सर्जरी के दौरान प्रभावित बाईं आंख को निकालने के साथ दिमाग की नसों और चोटिल नाक का भी इलाज किया गया।

    गंभीर हालत में अस्पताल आया था मरीज

    जानकारी के अनुसार हादसे के बाद मरीज का 10 दिन तक एक निजी अस्पताल में इलाज चला। जहां उसे और परिजनों को बताया गया कि आंख हादसे के दौरान निकल कर ही गिर गई। जब मरीज की स्थिति बिगड़ने लगी तो परिजन उसे लेकर एम्स भोपाल पहुंचे। जहां एमआरआई जांच में आंख अंदर फंसी हुई नजर आई। जिसके बाद मरीज की सर्जरी के लिए चार विभागों की टीम बनाई गई। टीम द्वारा पहले ब्रेन के पास फंसी आंख को निकाला गया। इसके बाद दिमाग की प्रभावित नसों और नाक से हो रहे रिसाव को बंद किया गया।

    दूसरी आंख की लौट रही रोशनी

    हादसे के चलते मरीज की दूसरी आंख की रोशनी भी चली गई थी। एम्स में सफल सर्जरी के बाद मरीज की दूसरी आंख की रोशनी लौट आई है। हालांकि अभी मरीज सिर्फ धुंधला धुंधला ही देख पा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार यदि मरीज हादसे के 6 घंटे के अंदर अस्पताल आ जाता तो दोनों आंखों की रोशनी बचाना संभव हो सकता था।

    सर्जरी टीम में ये रहे शामिल

    चोट की गंभीरता को देखते हुए इस सर्जरी के लिए न्यूरोसर्जरी, नेत्र रोग, ट्रॉमा और आपातकालीन चिकित्सा एवं एनेस्थीसिया विभागों के विशेषज्ञों की टीम बनाई गई। जिसमें मुख्य रूप से डॉ. अमित अग्रवाल (न्यूरोसर्जरी), डॉ. भावना शर्मा (नेत्र रोग), डॉ. बीएल सोनी (मैक्सिलोफेशियल सर्जन) और डॉ. वैशाली वेंडेसकर (एनेस्थीसिया) शामिल रहे।

    यह एक अत्यंत जटिल मामला था, जिसके लिए कई विभागों के विशेषज्ञों का सहयोग आवश्यक था। मरीज की स्थिति गंभीर थी, लेकिन बहु-आयामी दृष्टिकोण के कारण हम इस सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दे सके। अब मरीज के चेहरे को पहले जैसा बनाने के लिए नकली आंखों का स्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। दूसरी आंख की रोशनी को बेहतर करने के लिए भी प्रयास जारी है।

    – डॉ. भावना शर्मा, एचओडी, नेत्र रोग विभाग, एम्स

  • भोपाल में अतिथि शिक्षकों का प्रदर्शन, सीएम हाउस तक न्याय यात्रा निकालने पर अड़े, पुलिस ने की बैरिकेडिंग

    आंबेडकर पार्क में जमा अतिथि शिक्षक।

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    नियमितीकरण सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन। प्रदेशभर से आए हजारों अतिथि शिक्षक प्रदर्शन में शामिल। प्रदर्शनकारियो को आगे बढ़ने से रोकने पुलिस ने की बैरिकेडिंग।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। प्रदेश भर के अतिथि शिक्षक बुधवार को गांधी जयंती के मौके पर राजधानी के आंबेडकर पार्क में एकत्रित हुए है और नियमितीकरण सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अतिथि शिक्षक सीएम हाउस तक न्याय यात्रा निकालते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के समक्ष अपनी मांगें रखना चाहते हैं।

    अतिथि शिक्षकों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं। आंबेडकर पार्क के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पुलिस ने कुछ दूरी पर बैरिकेडिंग भी कर रखी है।

    अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह परिहार ने बताया कि 10 सितंबर को तिरंगा यात्रा के बाद प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात में स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने जिन बातों पर सहमति दी थी, उस संबंध में अब तक आदेश जारी नहीं हुआ है।

    उन्होंने कहा कि बैठक में 10 माह के अनुबंध, स्कोर कार्ड में 10 अंक प्रतिवर्ष जोड़ने , 10 वर्ष के अधिकतम सौ अंक जोड़ने, 30 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम वाले करीब 12 हजार अतिथि शिक्षकों को पुनः अवसर देने सहित कई मांगों पर सहमति बनी थी। अब तक इस संबंध में कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है। सरकार अतिथि शिक्षकों के साथ लगातार वादाखिलाफी कर रही है। अब हम चुप बैठने वाले नहीं हैं।

    स्कूल शिक्षा मंत्री के बयान से आहत

    अतिथि शिक्षक स्कूल शिक्षा मंत्री के उस बयान से भी आहत व आक्रोशित हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि मेहमान बनकर आए हो तो घर पर कब्जा करोगे क्या? इसके विरोध में अतिथि शिक्षकों ने तमाम जिलों में बीजेपी जिला अध्यक्षों, विधायकों और कलेक्टर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर संज्ञान लेने का आग्रह किया था। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि स्कूल शिक्षा मंत्री हमारा अपमान न करें, बल्कि हमारे साथ न्याय करें।

    आमरण अनशन की चेतावनी

    आंबेडकर पार्क में एकत्रित अतिथि शिक्षकों को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेशाध्यक्ष केसी पवार ने कहा कि यदि सरकार जल्द अपना रुख स्पष्ट नहीं करती है तो हम भोपाल की सड़कों पर आमरण अनशन करेंगे।

  • रसोई गैस की अवैध रीफिलिंग कर रहे दो प्रतिष्ठानों पर औचक दबिश, 26 घरेलू सिलेंडर जब्त

    छापामार कार्रवाई के दौरान खाद्य विभाग की टीम।

    HighLights

    ऋषि इंटरप्राइजेस पर महीने में दूसरी बार कार्रवाई की गई। जब्त सामग्री में गैस अंतरण यंत्र, तौल कांटा आदि भी शामिल। मंत्री के निर्देश पर खाद्य विभाग की टीम ने की औचक कार्रवाई।

    नवदुनिया प्रतिनिधि,भोपाल। अशोका गार्डन क्षेत्र में दो कारोबारियों के द्वारा घरेलू गैस सिलेंडरों का दुरुपयोग करते हुए अवैध रिफिलिंग स्टेशन संचालित किया जा रहा था। इसकी सूचना मिलने पर खाद्य विभाग की टीम ने दुकानों पर पहुंचकर औचक छापामार कार्रवाई करते हुए 26 सिलेंडर बरामद किए हैं। जिला आपूर्ति नियंत्रक मीना मालाकार ने बताया कि खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री गोविंद राजपूत के निर्देश पर अवैध गैस रिफिलिंग, सिलेंडरों का दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। कारोबारियों के खिलाफ पंचनामा बनाकर आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किए गए हैं।

    अशोका गार्डन क्षेत्र में स्थित ऋषि इंटरप्राइजेस का संचालक लगातार घरेलू, व्यवसायिक सिलेंडरों से अवैध रिफिलिंग का काम कर रहा है। खाद्य विभाग की टीम ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए एक घरेलू गैस सिलेंडर, एक व्यवसायिक सिलेंडर और सात खाली सिलेंडर सहित पांच गैस अंतरण यंत्र बरामद किए हैं। जबकि इसी महीने छह सितंबर को टीम ने कार्रवाई करते हुए 16 गैस सिलेंडर और अंतरण यंत्र बरामद किए थे। इससे पहले भी कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक सिलेंडर बरामद किए गए थे।

    गैस चूल्हा सुधार की आड़ में रिफिलिंग

    अशोका गार्डन में कारोबारियों के द्वारा गैस चूल्हा सुधारने की आड़ में रिफलिंग कारोबार किया जा रहा है। प्रीति होम एप्लाइंसेस के यहां टीम ने कार्रवाई करते हुए 13 घरेलू गैस सिलेंडर, एक तौल कांटा, दो गैस अंतरण यंत्र जब्त किए हैं। सिलेंडर में 10 भरे, एक आंशिक भरा, दो खाली, पांच किलोग्राम के अमानक स्तर के सात खाली, पांच किलोग्राम के व्यवसायिक गैस सिलेंडर आंशिक भरे और तीन किलोग्राम अमानक स्तर के दो खाली सिलेंडर शामिल हैं।

  • Bhopal News: रुपयों के लिए ऑटो चालक से अड़ीबाजी, विरोध करने पर मारा चाकू, प्रकरण दर्ज

    ऑटो चालक पर चाकू से हमला। (प्रतीकात्मक चित्र)

    HighLights

    करोंद मंडी गेट के पास हुई वारदात। चाकू लगने से ऑटो चालक का हाथ जख्मी। पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी।

    नवदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल Bhopal Crime News: शहर के छोला मंदिर थाना इलाके में सवारी बनकर चार लड़के एक ऑटो में बैठे। कुछ दूर आगे जाकर उन्होंने सुनसान क्षेत्र में ऑटो रुकवाया और चालक से रुपये मांगे। विरोध करने पर बदमाशों ने उसे चाकू मार दिया और ऑटो से उतरकर भाग निकले। पुलिस हुलिये के आधार पर आरोपितों की तलाश कर रही है।

    छोला मंदिर थाना पुलिस के मुताबिक प्रेम नगर में रहने वाला बलजीत सिंह ऑटो चलाता है। शुक्रवार रात लगभग नौ बजे करोंद के पास चार लड़कों ने बलजीत को हाथ देकर रोका। उन्होंने उससे प्रेम नगर तक चलने को बोला। बलजीत उन्हें लेकर रवाना हुआ, तभी करोंद मंडी के गेट के पास सुनसान क्षेत्र देख उन्होंने ऑटो रोकने को कहा। ऑटो रोकते ही बदमाशों ने बलजीत से रुपये मांगे। अड़ीबाजी का विरोध करने पर उनमें से एक ने बलजीत पर चाकू से वार कर दिया। बलजीत ने बचाव के लिए हाथ आगे किया, जिससे उसके हाथ में चोट लग गई।

    वारदात के बाद चारों बदमाश ऑटो से उतरकर भाग निकले। बलजीत की शिकायत पर अज्ञात लड़कों के खिलाफ मारपीट, अड़ीबाजी का केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ऑटो चालक द्वारा बताए गए हुलिए और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी के फुटेज की मदद से आरोपितों की तलाश में जुटी है।