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  • जबलपुर में ऑनलाइन ठगी का नया तरीका, विवाह के लिए स्‍वयं को इंजीनियर बताया … ऐसे खुला राज

    HighLights

    युवक फोन पर बोला- मैं विवाह करना चाहता हूं। प्रस्‍ताव अच्‍छा लगा तो परिवार ने सहमति जताई। बातों में फंसाकर फोन पर ही विवाह तय कर लिया।

    नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। एमपी में जबलपुर के अधारताल में एक परिवार बेटी के विवाह के लिए अच्‍छा वर खोज रहा था। इसके लिए मेट्रोमोनी साइट पर आईडी बनाई थी। एक दिन मोबाइल की घंटी बजी, फोन उठाया तो दूसरी तरफ से आवाज आई- हेलो मैं प्रखर सिंह बोल रहा हू़ं। मैं आपकी बेटी से विवाह करना चाहता हूं। इस तरह बातचीत का दौर शुरू हो गया। प्रखर ने स्वयं को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में इंजीनियर और पिता को भोपाल का प्रोजेक्ट डायरेक्टर बताया।

    फोन करके बताया कि मुझे रुपयों की बहुत जरूरत है

    स्‍वजन बोले- प्रखर सिंह ने बताया था कि मैं विवाह करना चाहता हूं। हम लोग उत्‍तरप्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। युवक अच्‍छा लगा तो परिवार के लोगों ने सहमति जता दी। कुछ दिन तक बातें होती रहीं फिर एक दिन अचानक प्रखर ने फोन करके बताया कि मुझे रुपयों की बहुत जरूरत है।

    विश्‍वास में लेकर रुपये अपने खाते में स्थानांतरित कराए

    युवती और उसके पिता को झांसा देकर प्रखर ने रुपये अपने बैंक खाते में स्थानांतरित करा लिए। जब प्रखर ने फोन उठाना बंद किया तो धोखाधड़ी होने का पता चला। अधारताल पुलिस ने शुक्रवार को अज्ञात आरोपित के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किया है।

    15 जुलाई को सगाई और नवंबर में विवाह पक्का हुआ

    अधारताल पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच फोन बातचीत के बाद 15 जुलाई को सगाई और नवंबर में विवाह की बात पक्की हुई। इसके बाद नौ जून को प्रखर ने युवती के पिता को फोन किया और सगाई की अंगूठी क्रय करने के लिए 36 हजार 700 रुपये मांगे। उन्होंने राशि तुरंत प्रखर के बताए बैंक खाते में भेज दी।

    दादा का स्वस्थ्य खराब है, सगाई आगे बढ़ाने के लिए कहा

    प्रखर ने अपने दादा का स्वस्थ्य खराब होने के कारण सगाई की तिथि को आगे बढ़ाने की बात कही। दो दिन बाद फोन करके उपचार के लिए 55 हजार रुपये की सहायता मांगी। उसे वापस करने का आश्वासन दिया। यह राशि भेजने के बाद युवक का फोन लगना बंद हो गया। पूछताछ में एनएचएआइ में युवक के पदस्थ होने की बात झूठी निकली। पीड़ितों ने अधारताल थाने में जाकर धोखाधड़ी की शिकायत की।