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  • मुख्यमंत्री मोहन यादव पहुंचे खाचरौद के निजानंद धाम, संत सच्चिदानंद महाराज की पुण्य तिथि पर कार्यक्रमों में हुए शामिल

    निजानंद धाम में श्रद्धासुमनअर्पित करते सीएम मोहन यादव।

    HighLights

    निजानंद धाम से दो दशक से जुड़े हैं मोहन यादव। मुख्‍यमंत्री बनने से पहले भी लगातार आते रहे हैं। सच्चिदानंद गुरु भक्त मंडल के भंडारे में प्रसादी ग्रहण की।

    नईदुनिया प्रतिनिधि, खाचरौद। रक्षाबंधन पर मुख्यमंत्री मोहन यादव सोमवार को निजानंद धाम पहुंचे और अपने धर्मगुरु संत श्री सच्चिदानंद जी महाराज की द्वितीय पुण्यतिथि पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। सच्चिदानंद गुरु भक्त मंडल द्वारा आयोजित भंडारे में शामिल होकर प्रसादी ग्रहण की।

    मुख्यमंत्री बनने के बाद यादव का निजानंद धाम पहुंचने का यह दूसरा दौरा कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री बनने के पहले भी वह लगभग दो दशक से निजानंद धाम से जुड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री नगर में केवल 90 मिनट ही रुकेंगे। भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनके स्वागत के लिए जगह-जगह वंदन द्वार सजाए गए।

    तैयारियों को लेकर एसडीएम नेहा साहू एवं एसडीओपी पुष्पा प्रजापति ने दलबल के साथ हेलीपेड एवं निजानंद धाम कार्यक्रम स्थल का रविवार को निरीक्षण किया। एसडीओपी प्रजापति ने बताया कि मुख्यमंत्री यादव सोमवार सुबह 10 बजे हेलीकाप्टर से महाविद्यालय के सामने स्थित मटरफली मंडी खुले क्षेत्र में बनाए गए हेलीपेड पर पहुंचे।

    आज खाचरौद, उज्जैन में निजानंद धाम में दर्शन-पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

    भगवान महादेव की कृपा मेरी सभी बहनों पर बनी रहे, यही मंगल कामना है।#DrMohanYadav#CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/kxzGoPVO07

    — Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 19, 2024

    मुख्यमंत्री के लिए निजानंद धाम कार्यक्रम स्थल पहुंचने के लिए दो मार्ग तय किए गए थे, जिसमें प्रथम मार्ग नगर के अंदर नागदा रोड से सुनहरिया बाग, उज्जैन दरवाजा होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे। दूसरा मार्ग नागदा रोड से बड़नगर बायपास होते हुए आश्रम पहुंचे।

    मुख्यमंत्री ने यहां पर ब्रह्मलीन अवधूत स्वामी निजानंद महाराज के शिष्य स्वामी सच्चिदानंद महाराज की द्वितीय पुण्यतिथि पर पूजन कर महाराज श्री का आशीर्वाद लिया। रक्षाबंधन पर नगर आगमन पर मुख्यमंत्री यादव को भाजपा महिला मोर्चा इकाई द्वारा रक्षा सूत्र भी बांधा गया।

    रक्षाबंधन के त्योहार की सभी प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं…

    रक्षाबंधन का त्योहार सबसे बड़ा है, हमारी हर संस्कृति, सभ्यता और युग में इसका अलग उदाहरण है।

    पूरे प्रदेश में सावन के महीने के प्रारंभ से ही रक्षाबंधन का उत्सव धूमधाम से मनाया गया, नारी सशक्तिकरण की दिशा में सरकार… pic.twitter.com/Sw34j5zrqG

    — Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 19, 2024

    LIVE: नागदा, जिला उज्जैन में लाड़ली बहनों के लिए आयोजित “रक्षाबंधन और श्रावण उत्सव” कार्यक्रम #लाड़ली_बहना https://t.co/nIY4WSYOtJ

    — Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 19, 2024

  • असम, उत्तर प्रदेश के बाद अब मध्य प्रदेश ने 56 मदरसे बंद किए | भारत समाचार

    भाजपा शासित राज्य मदरसों के कामकाज के नियमों को और सख्त कर रहे हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने 56 मदरसों को बंद करने का आदेश दिया है, क्योंकि उसे पता चला है कि ये मदरसे सरकार से पैसे ठगने के लिए बनाए गए थे। मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड द्वारा श्योपुर जिले में 56 मदरसों की मान्यता रद्द करने के आदेश के बाद राज्य सरकार ने अब जांच शुरू कर दी है।

    रिपोर्ट के अनुसार, ये मदरसे चल नहीं रहे थे, लेकिन सरकार से इन्हें वित्तीय सहायता मिल रही थी। जिले में 80 से ज़्यादा मदरसे चल रहे थे, जिनमें से 53-54 स्कूल कई महीनों से बंद थे। सरकार ने पहले तो सात महीने पहले इन संस्थानों को वित्तीय सहायता देना बंद कर दिया और अब आधिकारिक तौर पर इन संस्थानों को बंद करने का आदेश दे दिया है।

    इसके बाद मदरसों के कामकाज का पता लगाने के लिए पूरे प्रदेश में जांच शुरू कर दी गई। स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा, “मध्य प्रदेश में संचालित सभी सरकारी-निजी शिक्षण संस्थानों और मदरसों की जांच की जा रही है। हम हर बिंदु पर जांच कर रहे हैं और देख रहे हैं कि कहां नियमों का उल्लंघन हुआ है। अगर कोई अनियमितता हुई है तो हम कार्रवाई भी करेंगे और जरूरत पड़ी तो कार्रवाई भी करेंगे।”

    सचिव मध्य प्रदेश मदरसा बोर्ड ने बताया कि प्रदेश भर के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मैदानी अमले से अपने क्षेत्र में संचालित मदरसों का भौतिक निरीक्षण करवाएं।

    स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे अपने क्षेत्र के सभी शैक्षणिक संस्थानों का मैदानी अमले के साथ नियमित निरीक्षण करें।

    स्कूल शिक्षा मंत्री ने प्रदेश में संचालित मदरसों के भौतिक सत्यापन में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो मदरसे नियमानुसार संचालित नहीं हो रहे हैं, उनकी मान्यता समाप्त करने की कार्रवाई की जाए।