Tag: एमपी

  • शासकीय विद्यालय के बगल में लगी फसल मवेशियों से बचाने के लिए खेत में लगाए तार, करंट से भतीजे की मौत

    स्‍वजन बोले- सुबह निस्तार के लिए घर से निकला था।

    HighLights

    घघडार गरंव में श्रीकृष्‍णा जन्‍माष्‍टमी की खुशियां मातम में बदलीं। क्षेत्र के अधिकांश किसान सुरक्षा के लिए खेत में तार फैला देते हैं। गनीमत रही कि जन्‍माष्‍टमी के मौके पर विद्यालय में अवकाश था।

    नईदुनिया, उमरिया (Umaria News)। उमरिया के ग्राम घघडार में अवैध रूप से बिछाई गई विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। उमेश गुप्ता उम्र 42 वर्ष बताई गई है। स्‍वजन बोले- सुबह निस्तार के लिए घर से निकला था। वह जब शासकीय विद्यालय के बगल से निकला तभी विद्यालय से सटे शिवनारायण गुप्ता के खेत में लगी विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आ गया। जिससे उसकी घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई है।

    परिवारजनों का रो रोकर बुरा हाल

    घटना के बाद से ही गांव में मातम पसर गया है। परिवारजनों का रोरोकर बुरा हाल है।खबर ये भी है कि घटना स्थल खेत मृतक के बड़े पिता शिवनारायण गुप्ता का है। बताया गया है कि भूस्वामी शिवनारायण गुप्ता ने इस खेत को किसी मुड़गुड़ी निवासी वीरेंद्र पिता बच्चु यादव को अधिया में दिया था।इस मामले की खबर सम्बन्धित कोतवाली पुलिस को दी गई है।

    फसल की सुरक्षा के लिए करंट

    अधिकांश किसान खेत में फसल की सुरक्षा के दृष्टिगत जंगली जानवरों से बचने खेत में बिजली की तार फैला देते हैं, जिससे जानवर खेत का नुकसान नहीं करते। परन्तु कभी कभी ऐसे कृत्य से इंसान ही चपेट में आ जाता है और मौत का शिकार हो जाता है। इसके पहले भी ऐसी कई घटनाएं ग्रामीण अंचलों में हो चुकी हैं। इस दर्दनाक हादसे में तो बड़े पिताजी के ही खेत में भतीजा ही हादसे का शिकार हो गया और हमेशा के लिए काल के गाल में समा गया।

  • Video : उमरिया में जोहिला डेम के सभी 6 गेट खोले गए, नौरोजाबाद-डिंडोरी मार्ग क्षतिग्रस्त; आवागमन बंद

    संजय गांधी ताप विद्युत गृह जोहिला डेम में पानी छोड़ने के बाद का नजारा।

    HighLights

    सड़क का एक किनारा पूरी तहर से खत्म। एसडीएम- तहसीलदार ने किया निरीक्षण। मरम्मत होने तक के लिए रास्ता बंद किया।

    नईदुनिया, नौरोजाबाद उमरिया (Umaria News)। लगातार हो रही बारिश के कारण बिरसिंहपुर पाली स्थित संजय गांधी ताप विद्युत गृह द्वारा बनाए गए जोहिला डैम पानी से लबालब भर गया। इसकी वजह से जोहिला डैम के सभी 6 गेट खोलने पड़ गए। गेट खोलने के कारण नदी में उफ़ान आ गया और डिंडोरी का रास्ता बंद हो गया है। उमरिया जिले के कई पुल पानी में डूब गए हैं बल्कि सोन नदी का पानी भी काफी बढ़ गया है। जोहिला नदी मानपुर जनपद क्षेत्र में सोन नदी में समाहित हो जाती है।

    पहाड़ पर लगातार बारिश

    बताया गया है कि अमरकंटक के पहाड़ों पर लगातार बारिश होने के कारण जोहिला नदी में उफान आया है। जोहिला नदी में उफान आने के कारण जोहिला डैम पूरी तरह से भर गया थान परिणाम स्वरूप उसके सभी गेट खोलने पड़ गए। जोहिला न डैम के गेट खुल जाने के कारण आसपास के लोग पानी देखने के लिए यहां पहुंचने लगे हैं।

    लोगों को संभालना हुआ मुश्किल

    जैसे ही लोगों को पता चला कि जोहिला डैम के सभी 6 गेट खोल दिए गए हैं इस नजारे को देखने के लिए न सिर्फ बिरसिंहपुर पाली नौरोजाबाद और आसपास के गांव के लोग यहां पहुंचने लगे, बल्कि शहडोल और दूसरे स्थान से भी लोग यहां पहुंच गए। लोगों की यहां इतनी ज्यादा भीड़ इकट्ठी हो गई कि पुलिस को उन्हें संभालना मुश्किल हो गया। हालांकि कुछ देर बाद ही पुलिस ने लोगों को वहां से वापस कर दिया और बैरियर बंद कर दिया गया।

    मरम्मत होने तक इस मार्ग को बंद करने के निर्देश

    डिडौंरी एसडीएम रामबाबू देवांगन और उमरिया जिले के नौरोजाबद तहसीलदार अभयनंद शर्मा ने इस मार्ग का निरीक्षण किया और इसकी मरम्मत होने तक इस मार्ग को बंद करने के निर्देश दे दिए हैं। दोनों जिलों को जोड़ने वाला यह बेहद मतहत्वपूर्ण मार्ग है जिसका पहाड़ी के ऊपर से होकर गुजरने वाला एक हिस्सा ढह गया है। इससे सड़क का एक किनारा पूरी तहर से खत्म हो गया है। यदि शेष हिस्से से वाहन गुजरते हैं तो उस हिस्से के भी धसक जाने का खतरा बना हुआ है।

    लंबे समय से बदहाल रास्ता

    उमरिया जिले के नौरोजाबाद से डिंडोरी मुख्य मार्ग पर चंगेरा से लेकर बटोंधा के बीच सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। यह स्थिति आज की नहीं है बल्कि लंबे समय से सड़क बदहाल रही है। इस दिशा में कई बार दोनों ही जिलों के प्रशासन का ध्यान दिलाने का प्रयास किया गया लेकिन कभी भी इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया परिणामस्वरूप अब सड़क बीच में से पूरी तरह से बैठ गई है। सड़क खराब होने के कारण यहां से गुजरने वाले छोटे और बड़े वाहनो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था।

    महत्वपूर्ण मार्ग

    गौरतलब है की यात्री इसी मार्ग से जबलपुर, डिंडोरी, मंडला, जिले तक का सफर तय करते हैं। चंगेरा से लेकर बटोंधा तक मार्ग पर भारी बारिश के कारण जगह-जगह से मिट्टी का कटाव हो रहा था। अभी भी इस मार्ग पर कई अन्य स्थानों पर यही हाल है। इस पूरे मार्ग की बेहतर ढंग से मरम्मत की आवश्यकता है।

    चंगेरा से बटोंधा के बीच स्थित सड़क मे ज्यादा मिट्टी कटाव की सूचना नौरोजाबाद तहसीलदार अभयनंद शर्मा को मिली तो उन्होंने द्वारा सड़क क्षतिग्रस्त स्थल का निरीक्षण कर दोनों तरफ से आवागमन बंद करा दिया है। डिडौंरी के एसडीएम ने भी निरीक्षण करके रास्ता बंद करने के निर्देश दिए हैं।

  • दोस्तों के साथ व्यारमा नदी में नहाने गया युवक पानी के तेज बहाव में बहा

    युवक जो तेज बहाव में बह गया।

    HighLights

    युवक दूर-दूर तक दिखाई नहीं दिया। लोग बोले- तीनों शराब के नशे में थे। मोबाइल सुधरवाने की बोलकर गया था।

    नईदुनिया, बनवार/घटेरा दमोह (Damoh News)। दमोह के स्थानीय बड़े घाट में दोस्तों के साथ नहाने के दौरान एक युवक नदी की तेज धार में लापता हो गया। लापता युवक टिकरी पिपरिया निवासी भूपत पुत्र बब्बू सिंह लोधी 38 वर्ष अपने दोस्त बाली सिंह लोधी, जितेंद्र लोधी के साथ नदी नहाने गया था। तभी बड़े घाट स्टाप डेम के सामने तीनों दोस्त नहा रहे थे दो दोस्त नदी किनारे नहा रहे थे और उसी दौरान भूपत सिंह नदी के गहरे पानी में उतर गया और तेज बहाव जलधारा में पहुंच गया।

    घटनास्थल पर पुलिस चौकी प्रभारी पहुंचे

    देखते ही देखते लापता हो गया घटना बुधवार की दोपहर एक बजे की बताई जाती है, दोस्तों में नदी में खूब देखा और जब दिखाई नहीं दिया तो इसकी सूचना बनवार पुलिस चौकी को दी गई। बनवार पुलिस चौकी प्रभारी मनीष यादव ने बांदकपुर पुलिस चौकी प्रभारी राजेंद्र मिश्रा को सूचना दी और घटनास्थल पर बांदकपुर एवं बनवार पुलिस चौकी प्रभारी पहुंचे।

    युवक दूर-दूर तक दिखाई नहीं दिया

    लापता युवक नदी के तेज बहाव में युवक दूर-दूर तक दिखाई नहीं दिया। जिसके बाद एसडीआरएफ टीम को सूचित किया, मौके पर पहुंची एसडीआरएफ टीम द्वारा नदी के गहरे पानी में कांटा डालकर युवक की खोजबीन की जा रही। बताया जाता है तीनों युवक शराब के नशे में थे। स्वजनों का कहना है लापता युवक मोबाइल सुधरवाने के लिए बांदकपुर जाने की बोल कर घर से निकला था फिर पता नहीं यह अपने दोस्तों के साथ केसे नहाने बड़े घाट नदी पहुंच गया।

    बड़े क्षेत्रफल तेज बहाव के साथ बहती है नदी

    जिले की सबसे बड़ी नदी ब्‍यारमा बनवार बड़े घाट से बड़े क्षेत्रफल तेज बहाव के साथ प्रवाहित होती है, जिसके चलते नदी में लापता हुए युवक की खोजबीन करना एसडीआरएफ टीम के लिए चुनौती भरा होगा। बताया जाता है लापता युवक नदी की गहराई में पहुंच गया या फिर नदी की जलधारा के तेज बहाव में बहुत दूर निकल गया है, एसडीआरएफ टीम एवं पुलिस अपने स्तर पर लापता है युवक की खोजबीन में लगी हुई है। वहीं अंधेरा होने पर एसडीआरएफ टीम द्वारा रेस्क्यू आपरेशन रोक दिया गया, अब आज फिर रेस्क्यू टीम द्वारा नदी में युवक की तलाश की जाएगी।

  • हाई कोर्ट ने पलटा सत्र न्यायालय का फैसला, पत्नी को जलाने वाले की उम्र कैद की सजा रोकी

    महिला की बेटी के धारा-164 के बयान घटना के एक माह बाद दर्ज किए गए थे।

    HighLights

    पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अंगूठे में नहीं था स्याही का निशान। सत्र न्यायालय पहुंचने के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बयान और मृत्यु के बीच नौ घंटों का अंतर भी था।

    नईदुनिया, जबलपुर (MP High Court)। हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल व न्यायमूर्ति अवनींद्र कुमार सिंह की युगलपीठ ने मृत्युपूर्व कथन को संदिग्ध पाते हुए सत्र न्यायालय द्वारा पारित उम्रकैद के फैसले को निरस्त कर दिया। हाई कोर्ट ने अपने आदेश में साफ किया कि संदिग्ध मृत्युपूर्व कथन सजा का आधार नहीं हो सकता।

    बयान और मृत्यु के बीच सिर्फ नौ घंटों का अंतर

    हाई कोर्ट ने पाया कि मृत्युपूर्व कथन में मृतिका के अंगूठा का निशान लगा हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के दौरान मृतिका के अंगूठे में स्याही नहीं थी। बयान और मृत्यु के बीच सिर्फ नौ घंटों का अंतर था। अपीलकर्ता सागर निवासी पप्पू उर्फ माखन साहू व उसके मित्र बल्लू उर्फ बलराम की ओर से हाई कोर्ट में पक्ष रखा गया।

    पत्नी को जिन्दा जलाने का आरोप लगा था

    पप्पू पर मित्र बल्लू के साथ मिलकर पत्नी को जिन्दा जलाने का आरोप लगा था। जिसे लेकर पुलिस ने अपराध कायम किया और मामला सत्र न्यायालय पहुंचने के बाद उम्रकैद की सजा सुना दी गई।

    क्या था अभियोजन का आरोप

    अभियोजन के अनुसार पप्पू ने शराब पीने के लिए अपनी पत्नी से रूपये मांगे थे। पत्नी द्वारा मना करने पर उसने अपने दोस्त बल्लू के साथ मिलकर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। महिला को 90 प्रतिशत जलने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

    अपील में क्या तर्क दिया

    सत्र न्यायालय के फैसले को चुनौती वाली हाई कोर्ट में दायर अपील में तर्क दिया गया कि मृत्युपूर्व बयान में महिला के अंगूठे के निशान की बात दर्ज हैं। किंतु वास्तविकता यह थी कि महिला के हाथ पूरे तरह जले हुए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महिला के हाथ में स्याही का निशान नहीं था।

    हाई कोर्ट ने मृत्युपूर्व बयान को संदिग्ध माना

    महिला की बेटी के धारा-164 के बयान घटना के एक माह बाद दर्ज किए गए थे। इस दौरान बेटी उसके ससुराल पक्ष के पास थी। बहरहाल, हाई कोर्ट ने मृत्युपूर्व बयान को संदिग्ध मानते हुए अपीलकर्ताओं को दोषमुक्त करने का आदेश पारित कर दिया।

  • मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज सतना-सिंगरौली की लाड़ली बहनों को देंगे रक्षाबंधन का उपहार

    कार्यक्रमों में एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत पौधा भी रोपा जाएगा।

    HighLights

    मुख्यमंत्री 11 जिलों के कार्यक्रम में होंगे शामिल। बहनों से राखी भी बंधवाएंगे और उनसे चर्चा करेंगे। कार्यक्रम स्थल पर बहनों के लिये झुूले लगाए जाएंगे

    नईदुनिया, सतना/ सिंगरौली (Dr Mohan Yadav)। मध्‍य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहान यादव 11 जिलों के कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री आभार उपहार कार्यक्रम एक से 17 अगस्त के बीच 11 जिले सिंगरौली (चितरंगी), सतना, दमोह (जबेरा), नरसिहंपुर, बालाघाट, मंडला, बैतूल (भैंसदेही), श्योपुर, टीकमगढ़, अनूपपुर और डिंंडौरी में आभार सह उपहार कार्यक्रम होगा।

    आभार पत्र और उपहार का संदेश देंगे

    मुख्यमंत्री डॉ. यादव लाभार्थी महिलाओं को आभार पत्र और उपहार का संदेश देंगे। साथ ही मुख्यमंत्री लाड़ली बहनों से राखी भी बंधवाएंगे और उनसे चर्चा करेंगे। कार्यक्रम की थीम रक्षाबंधन, सावन उत्सव पर केन्द्रित होगी।

    भैया डॉ. मोहन यादव का लाड़ली बहनों को रक्षाबंधन के पावन पर्व का उपहार

    ▶️ हर बहन को ₹1250 के अतिरिक्त राखी शगुन के ₹250

    ▶️ ₹450 में सस्ती गैस रीफिल की मिलती रहेगी सौगात

    मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा प्रदेश स्तरीय आभार सह-उपहार कार्यक्रम का शुभारंभ

    ? 1 अगस्त, 2024… pic.twitter.com/GZfPEJLNRU

    — Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) August 1, 2024

    लाड़ली बहनों के लिये झूले लगाए जाएंगे

    कार्यक्रम स्थल पर लाड़ली बहनों के लिये झूले लगाए जाएंगे। कार्यक्रमों में “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण होगा एवं स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। शेष जिलों में मंत्रीगण एवं स्थानीय जन-प्रतिनिधियों की उपस्थिति में यह कार्यक्रम होगा।

  • Video : जबलपुर में बरगी बांध के गेट खुलने के बाद दिखा नर्मदा का विहंगम दृश्‍य, सात से आठ फीट तक बढ़ा जलस्तर

    नया सिस्टम सक्रिय फिर लग सकती है सावन की झड़ी

    HighLights

    ऊपर बनी होटलों तक नर्मदा हिलोरे मार रही। प्रशासन ने पहले से ही अलर्ट जारी किया था। अभी नर्मदा का जलस्तर अभी और बढ़ेगा।

    नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। एमपी के जबलपुर व नर्मदा के किनारे बसे जिलों में बारिश के कारण नर्मदा का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार को बरगी बांध के सात गेट खोलने के एक दिन बाद ही घाटों का जल स्तर बढ़ गया। जिला प्रशासन ने घाटों से दूरी बनाए रखने के लिए पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया था।

    जल स्तर सात से आठ फीट तक बढ़ गया

    24 घंटे दौरान ही गौरीघाट, तिलवाराघाट, लम्हेटाघाट, भेड़ाघाट का जल स्तर सात से आठ फीट तक बढ़ गया। गौरीघाट में मां नर्मदा मंदिर डूब गया, जहां पंडा बैठते हैं वह स्थान भी जलराशि में समाहित हो गया।

    नर्मदा का जलस्तर अभी और बढ़ेगा

    ऊपर बनी होटलों तक नर्मदा हिलोरे मार रही। बरगी बांध से अब भी जलराशि की निकासी हो रही लिहाजा ये माना जा रहा है कि नर्मदा का जलस्तर अभी और बढ़ेगा।

    मां नर्मदा का रौद्र रूप देखने पहुंच रहे लोग

    नर्मदा में जलराशि बढ़ने से मां नर्मदा का रौद्र रूप देखने भी लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन द्वारा मोटर वोट व होमगार्ड के जवानों को तैनात कर दिया गया है। वहीं नर्मदा के तटवर्ती क्षेत्रों से लोगों को दूर रहने के लिए अलर्ट जारी किया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर कुछ तटों पर पुलिसकर्मी गश्त कर रहे हैं।

    आपदा प्रबंधन के लिए दिए निर्देश

    जिले में आपदा प्रबंधन पर मंगलवार को बैठक हुई। इसमें दौरान अनुभाग व तहसील स्तरीय अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े थे। बैठक के दौरान कहा कि बाढ़ नियंत्रण के लिए कलेक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया गया है जिसका नंबर 0761-2623925 है तथा नगर निगम में 0761- 2610917 एवं 2637503 से 510 तक हैं जो 24 घंटा चालू है।

    पुल-पुलियों व रपटों में आवागमन रोकें

    कलेक्‍टर ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि बाढ़ की स्थिति में पुल-पुलियों व रपटों में आवागमन रोकें। बेरीकेट्स लगायें और सुरक्षा दल भी रहे। प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में लोगों को अलर्ट करें। आपदा की स्थिति में कोई जनहानि न हो, इसके लिए सजग रहें। कंट्रोल रूम की ड्यूटी करने वाले अधिकारी व कर्मचारी 24 घंटे सतर्क रहें और निरंतर मॉनिटरिंग करें।

    नया सिस्टम सक्रिय फिर लग सकती है सावन की झड़ी

    मौसम विभाग की मानें तो एक नया सिस्टम सक्रिय हो रहा है इसके प्रभाव से मानसूनी प्रणालियां मजबूत होंगी और अगले 24 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में अनेक स्थानों पर बौछारें पड़ने की संभावना है। यानी एक बार फिर सावन की झड़ी सकती है।

    प्रदेश के जिलों में चार दिनों तक वर्षा की संभावना

    क्षेत्रीय मौसम कार्यालय केे अनुसार सक्रिय मौसम प्रणालियों के साथ ही एक चक्रवात बन रहा है जिससे जबलपुर सहित प्रदेश के जिलों में चार दिनों तक वर्षा की संभावना है। चक्रवात गहराने की वजह से अगले तीन दिनों में भी जोरदार वर्षा का अनुमान जताया है। फिलहाल मानसून सीजन में औसतन 50 प्रतिशत बारिश हो चुकी है।

  • जबलपुर में दंपती के यहां किलकारी गूंजते ही कानूनी कार्रवाई, पिछले वर्ष हुई थी शादी; प्रसूता को अकेला छोड़ा

    प्रसूता के मेडिकल अस्पताल से संबंधित कुछ अभिलेख जब्त किए हैं।

    HighLights

    मेडिकल कालेज में जांच के दौरान खुलासा, कटनी निवासी है महिला। गड़बड़ी की आशंका पर तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। आरोपित पति एवं अन्य के विरुद्ध पुलिस ने मामला पंजीबद्ध किया।

    नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। एमपी में महाकौशल अंचल के सबसे बड़े अस्‍पताल जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद मेडिकल अस्पताल में अजब मामला प्रकाश में आया है। प्रसूता के नाबालिग होने पर कानूनी कार्रवाई की भनक लगते पर स्वजन ने उसके अकेला छोड़कर चले गए। परिवार में नए सदस्य के स्वागत की तैयारियां होती, उससे पहले ही पुलिस पूछताछ के लिए पहुंच गई। इधर, भर्ती प्रसूता और नवजात की देखभाल अस्पताल के कर्मचारी कर रहे हैं।

    जांच के दौरान पता चला कि प्रसूता नाबालिग है

    कुछ दिन पूर्व प्रसव पीड़ा पर गर्भवती को मेडिकल अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उसने एक शिशु को जन्म दिया। इसी दौरान मेडिकल कालेज प्रबंधन को जांच में पता चला कि प्रसूता नाबालिग है। बाल विवाह की आशंका पर तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने प्रसूता के पति सहित चार अन्य के विरुद्ध बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम और पाक्सो एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की गई है।

    नाबालिग से विवाह करने पर उसके पति के विरुद्ध बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध करने की पुष्टि की है। प्रकरण की विवेचना की जा रही है। जेपी द्विवेदी थाना प्रभारी मझौली

    गत वर्ष कटनी की नाबालिग के साथ हुआ था विवाह

    मझौली थाना क्षेत्र ग्राम पड़वार निवासी एक युवक का विवाह का युवक गत वर्ष कटनी जिला निवासी एक लड़की के साथ हुआ। विवाह के बाद दंपति गांव में रह रहे थे। इसी दौरान वह गर्भवती हुई। कुछ दिन पूर्व उसे प्रसव पीड़ा पर स्वजन मझौली स्थित स्वास्थ्य केंद्र में परीक्षण के लिए लेकर गए। जहां, चिकित्सकों को परीक्षण में गर्भवती की स्थिति नाजुक मिली। जटिल प्रसव की आशंका के कारण गर्भवती को नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कालेज रेफर किया। जहां, दो दिन पूर्व उसका प्रसव हुआ।

    अभी प्रसूता की आयु 15 वर्ष नौ माह

    पुलिस को प्रारंभिक पूछताछ में प्रसूता की आयु 15 वर्ष नौ माह होने का पता चला है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि उसका विवाह हुआ तब आयु 15 वर्ष या उससे कम थी। उसका बाल विवाह किया गया है। पुलिस ने नाबालिग प्रसूता के मेडिकल अस्पताल से संबंधित कुछ अभिलेख जब्त किए हैं।

  • जबलपुर में ऑनलाइन ठगी का नया तरीका, विवाह के लिए स्‍वयं को इंजीनियर बताया … ऐसे खुला राज

    HighLights

    युवक फोन पर बोला- मैं विवाह करना चाहता हूं। प्रस्‍ताव अच्‍छा लगा तो परिवार ने सहमति जताई। बातों में फंसाकर फोन पर ही विवाह तय कर लिया।

    नईदुनिया, जबलपुर (Jabalpur News)। एमपी में जबलपुर के अधारताल में एक परिवार बेटी के विवाह के लिए अच्‍छा वर खोज रहा था। इसके लिए मेट्रोमोनी साइट पर आईडी बनाई थी। एक दिन मोबाइल की घंटी बजी, फोन उठाया तो दूसरी तरफ से आवाज आई- हेलो मैं प्रखर सिंह बोल रहा हू़ं। मैं आपकी बेटी से विवाह करना चाहता हूं। इस तरह बातचीत का दौर शुरू हो गया। प्रखर ने स्वयं को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण में इंजीनियर और पिता को भोपाल का प्रोजेक्ट डायरेक्टर बताया।

    फोन करके बताया कि मुझे रुपयों की बहुत जरूरत है

    स्‍वजन बोले- प्रखर सिंह ने बताया था कि मैं विवाह करना चाहता हूं। हम लोग उत्‍तरप्रदेश के वाराणसी के रहने वाले हैं। युवक अच्‍छा लगा तो परिवार के लोगों ने सहमति जता दी। कुछ दिन तक बातें होती रहीं फिर एक दिन अचानक प्रखर ने फोन करके बताया कि मुझे रुपयों की बहुत जरूरत है।

    विश्‍वास में लेकर रुपये अपने खाते में स्थानांतरित कराए

    युवती और उसके पिता को झांसा देकर प्रखर ने रुपये अपने बैंक खाते में स्थानांतरित करा लिए। जब प्रखर ने फोन उठाना बंद किया तो धोखाधड़ी होने का पता चला। अधारताल पुलिस ने शुक्रवार को अज्ञात आरोपित के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध किया है।

    15 जुलाई को सगाई और नवंबर में विवाह पक्का हुआ

    अधारताल पुलिस ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच फोन बातचीत के बाद 15 जुलाई को सगाई और नवंबर में विवाह की बात पक्की हुई। इसके बाद नौ जून को प्रखर ने युवती के पिता को फोन किया और सगाई की अंगूठी क्रय करने के लिए 36 हजार 700 रुपये मांगे। उन्होंने राशि तुरंत प्रखर के बताए बैंक खाते में भेज दी।

    दादा का स्वस्थ्य खराब है, सगाई आगे बढ़ाने के लिए कहा

    प्रखर ने अपने दादा का स्वस्थ्य खराब होने के कारण सगाई की तिथि को आगे बढ़ाने की बात कही। दो दिन बाद फोन करके उपचार के लिए 55 हजार रुपये की सहायता मांगी। उसे वापस करने का आश्वासन दिया। यह राशि भेजने के बाद युवक का फोन लगना बंद हो गया। पूछताछ में एनएचएआइ में युवक के पदस्थ होने की बात झूठी निकली। पीड़ितों ने अधारताल थाने में जाकर धोखाधड़ी की शिकायत की।

  • रीवा में अधिवक्ता को त्‍यौंथर एसडीएम की धमकी, बोले – ये मेरा कोर्ट है, दो मिनट में सिखा दूंगा कानून

    कोर्ट के बाहर अपनी बात कहते एसडीएम सत्‍येंद्र जैन।

    HighLights

    इंटरनेट मीडिया में एसडीएम का वीडियो बहुप्रसारित। मामला 19 जुलाई का, वीडियो अब प्रकाश में आया। अधिवक्ता राजेंद्र गौतम बोले-एसडीएम ने कहे अपशब्‍द।

    नईदुनिया, रीवा (Rewa News)। एमपी के रीवा में इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहे त्योंथर एसडीएम के वीडियो ने हंगामा मचा रखा है। वीडियो में वह धमकी देते नजर आ रहे हैं कि यह तो उनका है और उन्हें 2 मिनट के अंदर कानून सिखा देंगे। कोर्ट में एसडीएम सत्‍येंद्र जैन और अधिवक्ता राजेंद्र गौतम के बीच तीखी बहस हुई। एसडीएम ने अधिवक्ता पर चिल्लाते हुए कहा, सही कर दूंगा, ये मेरा कोर्ट है, दो मिनट में सिखा दूंगा।

    एक पक्ष में फैसला देने का लगाया आरोप

    मामला 19 जुलाई का है, इसका वीडियो अब सामने आया। अधिवक्ता ने कलेक्टर से शिकायत की है। उधर, एसडीएम ने अधिवक्ता पर दलाली और पक्ष में फैसला देने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया है। राजस्व मामले में एसडीएम ने दी अगली तारीख, इसी बात पर बहस हुई।

    पूरा मामला राजस्व के एक विवाद से जुड़ा

    पूरा मामला राजस्व के एक विवाद से जुड़ा हुआ है। पवन कुमार पांडेय और जीतेंद्र कुमार पांडेय ने जमीनी मामले को लेकर एसडीएम कोर्ट में अपील की थी, जिसमें कहा, हमारे सह खाते की जमीन को साठगांठ कर गलत तरीके से आनंदकली और अन्य के नाम पर कर दिया गया है। अपील में तहसीलदार के आदेश को एसडीएम कोर्ट में चुनौती दी गई थी।

    अधिवक्ता ने रोज-रोज समय न होने की बात कही

    सुनवाई कर एसडीएम ने अगली तारीख दे दी। अधिवक्ता ने रोज-रोज समय न होने की बात कही, जिस पर एसडीएम से नाराजगी जताई। इसके बाद एसडीएम और अधिवक्ता में तीखी बहस हो गई।

    एसडीएम बोले- मुझ पर गलत करने का दबाव बनाया

    एसडीएम सत्‍येंद्र जैन ने दूरभाष पर नईदुनिया से बातचीत करते हुए बताया कि चिल्लाने की शुरुआत अधिवक्ता ने की थी। वे एसडीएम कोर्ट के अंदर मुझसे अभद्रता कर रहे थे। इसके विरोध में मैंने उन्हें आईना दिखाया। अधिवक्ता मुझ पर अपने क्लाइंट के पक्ष में फैसला करने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे।

    साजिश के तहत मेरा वीडियो बना लिया

    एसडीएम सत्‍येंद्र जैन बोले-मैं पक्ष में फैसला करने के लिए राजी नहीं हुआ, तो उन्होंने मुझे उकसाया। फिर साजिश के तहत मेरा वीडियो बनाया। इन लोगों ने जाति प्रमाण पत्र में भी दलाली की थी, जो मेरे आने से बंद हो गई। इसलिए मुझे बदनाम करने की साजिश की गई है।

    अधिवक्ता राजेंद्र गौतम बोले-एसडीएम ने किया अमर्यादित भाषा का प्रयोग

    अधिवक्ता राजेंद्र गौतम ने बताया कि एसडीएम ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मुझे सबके सामने जलील किया है। कोई कितने भी बड़े पद पर क्यों ना बैठा हो, उसे इस तरह से चिल्लाने का अधिकार नहीं है। उन्होंने किस तरह से सबके सामने धमकी दी है। वो वीडियो में साफ तौर पर देखा और सुना जा सकता है। मामले में कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि अन्य अधिकारियों तक एक कड़ा संदेश जाए। मैंने पूरे मामले की लिखित शिकायत भी की है।

    अधिवक्ता संघ द्वारा शिकायत प्राप्त हुई है, जिस पर एसडीएम का पक्ष मांगा गया है। साथ ही अधिवक्ताओं को भी बुलाया है। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद निर्णय लिया जाएगा।

    प्रतिभा पाल, कलेक्टर रीवा।

  • मध्य प्रदेश कटनी में भारी बारिश, जबलपुर रूट के रेलवे ट्रैक पर भरा पानी… इंजन के आगे-आगे चलकर निकाली ट्रेनें

    10 किमी. प्रति घंटे की स्पीड पर ट्रेन को निकालते रेलवे कर्मचारी।

    HighLights

    कटनी जिले में जारी तेज बारिश से कई इलाकों में भरा पानी। बारिश की वजह से कई पुल-पुलियाएं भी लबालब हो गई हैं।महापौर बोलीं-वार्डों में न हो जलभराव, पानी निकासी की कराएं व्यवस्था।

    नईदुनिया, कटनी (Katni News)। मध्य प्रदेश के कटनी जिले में भारी बारिश के बाद घरों के साथ ही स्लीमनाबाद व डुंडी स्टेशन के बीच इमलिया रेल फाटक में रेलवे ट्रैक में पानी भर गया। इससे ट्रेनों को निकलने में परेशानी हो रही है। कटनी और जबलपुर के बीच ट्रेन धीमी रफ्तार में चलाई जा रही हैं। कटनी जिले में लगातार बारिश के कारण पुल-पुलियाएं लबालब हो गई हैं।

    लगातार बारिश के बाद कटनी नदी का पुराना पुल डूबने की स्थिति में

    स्लीमनाबाद क्षेत्र में 12 घंटे की लगातार बारिश के बाद कटनी नदी का पुराना पुल डूबने की स्थिति में पहुंच गया। वहीं बढ़ते जलस्तर के कारण कई घरों में पानी घुस गया। स्लीमनाबाद और डुंडी रेलवे स्टेशन के बीच में इमलिया फाटक के पास बारिश होने के कारण रेलवे ट्रैक के ऊपर पानी आ गया। जिसके कारण रेल यातायात बाधित हुआ। रेल कर्मचारियों की मदद से 10 किमी. प्रति घंटे की स्पीड पर ट्रेनों को निकाला गया।

    पुलियों के आसपास कब्जा करने से रेलवे लाइन में पानी भरा

    ट्रेनों को निकालने के दौरान रेलवे कर्मी इंजिन के आगे-आगे चलते ट्रैक की स्थिति देखते हुए चलते रहे ताकि ट्रेनें किसी दुर्घटना का शिकार न हों। लोगों ने बताया कि रेलवे ट्रैक के किनारे की पुलियों के आसपास ही लोगों ने कब्जा कर रखा है और इसके चलते रेलवे लाइन में पानी भरने की स्थिति बनी।

    ट्रेनों को धीमी गति से निकालने का कार्य चलता रहा

    सुबह से लेकर दोपहर तक ट्रेनों को धीमी गति से निकालने का कार्य चलता रहा और रेलकर्मी लगातार बरसते पानी में जुटे रहे। दोपहर बाद ट्रैक से पानी कम होना शुरू हुआ। साथ ही क्षेत्र में बारिश का क्रम रुका तो तीन बजे के बाद ट्रैक खाली हो गया। रेलवे के कर्मचारी ट्रैक पर नजर बनाए रहे और ट्रेनों को गेट के पास से तेज गति से नहीं निकाला गया।

    स्लीमनाबाद बिलहरी मार्ग भी रही बंद

    स्लीमनाबाद बिलहरी मार्ग भी अधिक बारिश होने के कारण और कटनी नदी के उफान में आने की वजह से बंद रहा। इसके अलावा भेड़ा रोड और बरढ़ा नाला पर रोड के ऊपर लगभग तीन फिट पानी होने से यातायात बाधित हुआ।

    राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 30 के लिंक रोड स्लीमनाबाद ताज होटल के पास नाले के ऊपर रोड पर पानी आ जाने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लापरवाही पूर्वक वाहन चलाते हुए तीन मोटर साइकिल सवार और एक साइकिल सवार तेज बहाव के कारण बह गए, हालांकि वे सकुशल निकल आए लेकिन उनके वाहन बहाव में बह गए।

    शिवनगर बस्ती में घरों में घुसा पानी, गृहस्थी हुई खराब

    रीठी क्षेत्र में दो दिन से लगातार हो रही झमाझम बारिश से जहां खेतों में भरे पानी से किसानों के चेहरे खिल गए तो वहीं कई निचली बस्तियों में पानी भरने से लोगों को नुकसान उठाना पड़ा। रीठी तहसील मुख्यालय की शिवनगर बस्ती में हर साल बारिश के दौरान बाढ़ जैसे हालात बनते हैं और आज तक ग्राम पंचायत व जनपद पंचायत उसकी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं करा पाई हैं।

    दो दिन की बारिश में हाल यह हुआ कि पूरी बस्ती जलमग्न हो गई। लोगों के घरों में पानी भर गया और गृहस्थी का समान खराब हो गया। लोग रात से लेकर दिनभर घरों में घुसा पानी निकालने में लगे रहे। दूसरी ओर डांग से करहिया मार्ग के बीच में नदी के उफान में आने और पानी रपटा के ऊपर से होने के कारण मार्ग बंद हो गया।

    जिसके चलते ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करनी पड़ी। वहीं ग्राम पंचायत बसुधा से निकली नदी भी उफान पर आ गई और मार्ग अवरूद्ध रहा।

    महापौर बोलीं-वार्डों में न हो जलभराव, पानी निकासी की कराएं व्यवस्था

    शहर में हुई बारिश से संभावित जलभराव की स्थिति को देखते हुए महापौर प्रीति संजीव सूरी ने बुधवार को महाराणा प्रताप वार्ड पहुंचकर नाले का निरीक्षण कर संबंधित उपयंत्री को पानी निकासी के निर्देश दिए।

    साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखने कहा कि शहर में जहां भी जलभराव की स्थिति निर्मित होना संभावित हो, उन स्थलों में जाकर सभी क्षेत्रीय वार्ड दरोगा, स्वच्छता निरीक्षक व उपयंत्री यह सुनिश्चित करें की पानी निकासी के लिए तत्काल कार्रवाई हो और स्थानीय जनों की समस्या का समाधान करें।

    रोड में कीचड़ से आवागमन बाधित होने व पानी निकासी की समस्या

    महापौर सूरी ने वार्ड में स्थित भटिया मोहल्ला का भी भ्रमण करते हुए नागरिकों की समस्याओं को देखा। स्थानीय जनों ने रोड में कीचड़ से आवागमन बाधित होने व पानी निकासी की समस्या की जानकारी दी। जिस पर महापौर ने उपयंत्री पवन श्रीवास्तव को पानी निकासी व रोड की मरम्मत कर वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इस दौरान स्थानीय पार्षद तुलसा गुलाब बेन, एमआईसी सदस्य सुभाष साहू, अवकाश जायसवाल, उपयंत्री सहित अन्य जन मौजूद थे।

    तेज बारिश में गिरा 33केवी लाइन के खंभे, कराया सुधार

    जिले के रीठी तहसील मुख्यालय के समीप डुड़हा नाला के पास खेत में लगा 33 केवी बिजली के तीन खंभे गिर बारिश के चलते गिर गए। जिससे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति प्रभावित हो गई। खंभे के नीचे पानी से भरे खेत में गिरने की सूचना मिलते ही रीठी में पदस्थ कनिष्ठ अभियंता विमल चन्द्र मिश्रा पूरे स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे और आपूर्ति पूरी तरह से बंद कराई गई। कनिष्ठ अभियंता की मौजूदगी में विभाग की टीम ने सुधार कार्य शुरू किया और सुधार कर खंभे खड़े कराए गए। जिसके बाद क्षेत्र की बिजली आपूर्ति प्रारंभ हो सकी।

    राहत शिविरों में 17 सौ लोग को ठहराया

    ढीमरखेड़ा क्षेत्र में बारिश के कारण कई गांवों में पानी भरने के कारण प्रशासन राहत शिविर लगाए हैं और लोगों को सुरक्षित निकालते हुए पंचायत भवन, मंगल भवन, स्कूलों आदि में पहुंचाया है। एसडीएम विंकी सिंहमारे उइके ने बताया कि वर्तमान में जरूरत के मुताबिक आठ राहत शिविर स्थापित किए गए है।

    जहां लगभग 1700 बाढ़ प्रभावितों को ठहराया गया है और उनके चाय-नाश्ते से लेकर भोजन आदि की व्यवस्था की गई है। शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा में लगे राहत शिविर में सिमरिया, खिरवा और पोंडी खुर्द के 950 बाढ़ प्रभावितों के ठहरने और भोजन का इंतजाम किया गया है।

    छोटा कछार गांव के 650 बाढ़ प्रभावितों को रखा गया

    चौरसिया मंगल भवन उमरियापान में छोटा कछार गांव के 650 बाढ़ प्रभावितों को रखा गया है। इसी प्रकार माध्यमिक शाला पिपरिया शुक्ल के राहत शिविर में पिपरिया शुक्ल के 90 बाढ़ प्रभावितों, प्राथमिक शाला बनहरी में ग्राम बनहरी के 35 और माध्यमिक शाला ढीमरखेड़ा में ग्राम ढीमरखेड़ा के 50 सहित ग्राम पंचायत घुघरी के राहत शिविर में ग्राम घुघरी के 20 बाढ़ प्रभावितों काे रखा गया है।

    माध्यमिक शाला सुनारखेड़ा के राहत शिविर में ग्राम सुनारखेड़ा व पशु औषधालय सिलौंडी के राहत शिविर में ग्राम सिलौंडी के 15-15 बाढ़ प्रभावितों को ठहराया गया है।