कानपुर में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की तैयारियों के बीच सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या टीम अपने विजयी संयोजन में कोई बदलाव करेगी। चेन्नई में पहले टेस्ट में बांग्लादेश को आसानी से हराने के बाद भारत क्लीन स्वीप करने और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, ग्रीन पार्क की पिच चेन्नई की पिच से काफी अलग होने की उम्मीद है, इसलिए टीम अपने लाइनअप में बदलाव करने के लिए इच्छुक हो सकती है।
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कानपुर की स्पिन-अनुकूल सतह: क्या इसमें बदलाव की जरूरत है?
कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम अपनी धीमी, नीची सतह के लिए जाना जाता है, जो भारतीय टीम प्रबंधन को अपनी प्लेइंग इलेवन पर पुनर्विचार करने के लिए प्रेरित कर सकता है। चेन्नई की अधिक संतुलित पिच के विपरीत, कानपुर का विकेट पारंपरिक रूप से स्पिनरों के अनुकूल है, और अक्षर पटेल और कुलदीप यादव जैसे दो बेहतरीन स्पिनर बेंच पर बैठे हैं, यह उनके चमकने का समय हो सकता है।
भारत तीन विशेषज्ञ स्पिनरों को खिलाने पर विचार कर सकता है, जिसमें कुलदीप यादव को मौका मिलने की संभावना है। अनुभवी क्रिकेट विश्लेषक संजय मांजरेकर ने सुझाव दिया है कि भारत को अपने गेंदबाजी आक्रमण में विविधता लाने के लिए कुलदीप को शामिल करना चाहिए। कुलदीप की अपरंपरागत बाएं हाथ की कलाई की स्पिन के साथ, उनका समावेश रवींद्र जडेजा की बाएं हाथ की ऑर्थोडॉक्स और रविचंद्रन अश्विन की ऑफ-स्पिन का पूरक हो सकता है, जिससे भारत को संतुलित स्पिन-भारी आक्रमण मिल सकता है।
सीम बॉलिंग में फेरबदल: सिराज या आकाशदीप में से कौन बाहर होगा?
अगर भारत तीसरे स्पिनर को लाने का विकल्प चुनता है, तो तेज गेंदबाजों में से एक को बाहर रखा जा सकता है। चेन्नई में मोहम्मद सिराज और आकाश दीप प्रभावी रहे, लेकिन कानपुर में स्पिन के हावी होने की उम्मीद है, इसलिए टीम प्रबंधन को उनमें से एक का त्याग करना पड़ सकता है। धीमी पिच पर पुरानी गेंद को रिवर्स स्विंग करने की सिराज की क्षमता उन्हें आकाश दीप पर बढ़त दिला सकती है, जिनकी गति चेन्नई के जीवंत विकेट में एक महत्वपूर्ण कारक थी, लेकिन यहां वह उतने प्रभावी नहीं हो सकते हैं।
कुलदीप यादव: वापसी का समय?
पहले टेस्ट से कुलदीप यादव के बाहर होने से लोगों की भौंहें तन गई हैं, खासकर तब जब चेन्नई की पिच दूसरे दिन से ही टर्न लेने लगी थी। हाल ही में ईएसपीएनक्रिकइंफो पर चर्चा में मांजरेकर ने इस बात पर जोर दिया कि कुलदीप के कौशल इन परिस्थितियों के अनुकूल हैं। उन्होंने भारत के स्पिन आक्रमण में विविधता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा, “कुलदीप जैसे स्पिनर को आसानी से बाहर नहीं किया जा सकता।” कुलदीप ने आखिरी बार मार्च 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेला था और इस महत्वपूर्ण मुकाबले में अपनी छाप छोड़ने के लिए उत्सुक हो सकते हैं।
अगर कुलदीप को शामिल किया जाता है, तो वह अश्विन और जडेजा के साथ शामिल हो जाएंगे, जो पहले टेस्ट में शानदार रहे थे। भारत के मुख्य स्पिनर अश्विन का घरेलू मैदान पर शानदार रिकॉर्ड है और जडेजा की हरफनमौला क्षमताएं महत्वपूर्ण हैं। कुलदीप की कलाई की स्पिन एक्स-फैक्टर साबित हो सकती है, खासकर ऐसी पिच पर जो मैच के आगे बढ़ने के साथ काफी टर्न देगी।
बल्लेबाजी क्रम: प्रयोग से अधिक स्थिरता
भारत के शीर्ष क्रम में कोई बदलाव नहीं होने की उम्मीद है, जिसमें कप्तान रोहित शर्मा आगे की भूमिका निभाएंगे। शानदार फॉर्म में चल रहे यशस्वी जायसवाल रोहित के साथ ओपनिंग करेंगे। शुभमन गिल, विराट कोहली और केएल राहुल अपनी जगह बनाए रखने के लिए तैयार हैं, जिससे मध्यक्रम को स्थिर और अनुभवी बनाया जा सकेगा।
विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर ऋषभ पंत निचले क्रम में आक्रामकता दिखाते हैं और भारत के संतुलन के लिए अहम हैं। पंत की पलटवार करने की क्षमता, खास तौर पर स्पिनरों के खिलाफ, कानपुर की टर्निंग पिच पर अहम होगी।
कानपुर में भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन
रोहित शर्मा (कप्तान): कप्तान शीर्ष क्रम में अपनी मजबूत स्थिति को जारी रखना चाहेंगे। यशस्वी जायसवाल: लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद युवा सलामी बल्लेबाज़ प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए तैयार हैं। शुभमन गिल: तीसरे नंबर पर दमदार उपस्थिति, गिल से भारत की बल्लेबाजी लाइनअप में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है। विराट कोहली: पूर्व कप्तान बांग्लादेश के खिलाफ़ अपने शानदार रिकॉर्ड को और बेहतर करना चाहेंगे। केएल राहुल: अनुभव और स्थिरता के साथ मध्य क्रम में अपनी जगह बनाए रखने की संभावना। ऋषभ पंत (विकेटकीपर): पंत की जवाबी हमला करने की क्षमता उन्हें स्पिन के अनुकूल सतहों पर गेम-चेंजर बनाती है। रवींद्र जडेजा: एक महत्वपूर्ण ऑलराउंडर, जडेजा की बाएं हाथ की स्पिन और बल्लेबाजी की गहराई कानपुर में महत्वपूर्ण होगी। रविचंद्रन अश्विन: भारत के प्रमुख स्पिनर अपने विशाल अनुभव के साथ टर्निंग ट्रैक पर स्पिन आक्रमण का नेतृत्व करेंगे। कुलदीप यादव: भारत के स्पिन विकल्पों को मजबूत करने के लिए एक तेज गेंदबाज की जगह लेने की उम्मीद है। जसप्रीत बुमराह: भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज़ प्लेइंग इलेवन में एकमात्र फ्रंटलाइन सीमर होंगे। मोहम्मद सिराज: शुष्क सतह पर रिवर्स स्विंग की क्षमता के कारण आकाशदीप को मात देने की संभावना है।