भारतीय पैरा-शटलर मनीषा रामदास ने रविवार को चल रहे पेरिस पैरालिंपिक में महिला एकल DU5 क्वार्टर फाइनल मैच में जापान की मामिको टोयोडा को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। पहले गेम में मनीषा ने अपनी जापानी प्रतिद्वंद्वी पर दबदबा बनाया और 13-21 से जीत दर्ज की। भारतीय शटलर ने अपनी लय बरकरार रखी और 16-21 से जीत दर्ज की। मैच 30 मिनट तक चला।
मनीषा के सेमीफाइनल में जगह पक्की करने के साथ ही भारत को अपनी तालिका में एक और पदक जोड़ने की उम्मीद है। भारत ने चल रहे पेरिस पैरालंपिक में एक स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक के साथ कुल पांच पदक हासिल किए हैं।
रुबीना ने शनिवार को पी2-महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच-1 फाइनल में तीसरा स्थान प्राप्त किया और कांस्य पदक जीता। उन्होंने फाइनल में कुल 211.1 अंक प्राप्त किए। ईरान की जावनमर्दि सरेह ने स्वर्ण (236.8 अंक) जीता और तुर्की की ओजगान आयसल ने रजत पदक (231.1 अंक) जीता।
शुक्रवार को मौजूदा पैरालंपिक चैंपियन अवनि लेखरा ने अपना क्रम जारी रखते हुए पेरिस पैरालंपिक में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। निशानेबाज मोना अग्रवाल ने इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
निशानेबाजी में भी भारत को रजत पदक मिला, मनीष नरवाल ने पुरुषों की पी1 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में रजत पदक जीता। एथलीट प्रीति पाल ने महिलाओं की टी35 100 मीटर दौड़ में 14.21 सेकंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता, जो उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी है।
इस साल भारत ने अब तक का अपना सबसे बड़ा पैरालिंपिक दल भेजा है, जिसमें 12 खेलों के 84 एथलीट शामिल हैं, जो देश के बढ़ते पैरा-स्पोर्ट्स इकोसिस्टम का प्रमाण है। पेरिस 2024 पैरालिंपिक में भारत की भागीदारी न केवल संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाती है, बल्कि पदक की उम्मीदों में भी वृद्धि करती है, क्योंकि देश का लक्ष्य टोक्यो में अपनी पिछली उपलब्धियों को पार करना है।