नितिन नामदेव, रायपुर। पेरिस ओलंपिक 2024 का शुभारंभ हो गया है। इस ओलंपिक में भारत की 26वीं उपस्थिति है, जिसमें यूनिवर्सिट से 139 खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं छत्तीसगढ़ से एक भी खिलाड़ी का चयन नहीं हो पा रहा है। पिछले कई पुराने खिलाड़ियों से मेहनत कर रहे पर चयन नहीं हो रहा है. खेल विशेषज्ञ का कहना है कि छत्तीसगढ़ अंडोसजन और ग्राफिक्स की कमी के कारण यहां खिलाड़ियों का चयन नहीं हो रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य बने 24 साल हो गए हैं, मगर मैट्रिक्स ऐसी है कि हमारे राज्य के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर ही कुछ एक मेडल ला रहे हैं। ऐसे में ओलंपिक में जाने का सपना कोसो दूर दिखाई देता है. ऐसा नहीं है कि हमारे प्रदेश के खिलाड़ियों में क्षमताओं की कमी है। संसाधन और खेल में राजनीति होने से प्रदेश के खिलाड़ियों का मेडल मेडल केवल सपना ही रह गया है।
ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना संजोए अंतरराष्ट्रीय पशु चिकित्सक अजय दीपक सारंग ने बताया कि बहुत मेहनत की थी। मेरे चित्र ने भी मुझे लेकर बहुत मेहनत की थी। कहीं ना कहीं उस समय जागरूकता की कमी थी। 2012 ओलिंपिक में लीफ़िकेशन राउंड में बड़े भाई रुस्तम सारंग ने बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे, उस समय हमको क्वाल ट्रेनिंग का सिस्टम अच्छा नहीं था इसलिए हम शुरू से ही एक विशिष्टता में चल रहे थे। क्वॉलिफ़िकेशन राउंड में आया तब हमें पता चला कि हमारा भी मौका था। थोड़ी सी संभावना और हम बना लें तो आज हम ओलंपिक में जरूर होंगे।
ओलंपिक में खिलाड़ियों का चयन नहीं होना चाहिए कांग्रेस सरकार की डेन: टंकराम
छत्तीसगढ़ से एक भी एकल खिलाड़ी को ओलंपिक में जाने का मौका नहीं मिला है। इस मामले में छत्तीसगढ़ के खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने पूर्व सरकार से कहा कि छत्तीसगढ़ का कोई भी खिलाड़ी ओलंपिक में नहीं गया है। इसका कारण यही है कि पिछली सरकार ने कुछ नहीं किया, इसी कारण हमारा कोई भी खिलाड़ी वहां तक नहीं पहुंच पाया। अभी हम लोग नए रसायन विज्ञान से मेहनत कर रहे हैं। आने वाले समय में हमारा खिलाड़ी ओलंपिक में जरूर जाएगा।
जानिए ओलिंपिक में किस राज्य से कितने खिलाड़ी भाग लेते हैं
ओल में ओलंपिक्स में कुल 139 खिलाड़ियों का चयन हुआ है। हरियाणा 24, पंजाब 19, तमिल 13, कर्नाटक 7, उत्तर प्रदेश 7, केरल 6, महाराष्ट्र 5, उत्तराखंड 4, दिल्ली 4, आंध्रप्रदेश 4, तेलंगाना 4, पश्चिम, बंगाल 3, चंडीगढ़ 2, गुजरात 2, ओडिशा 2, राजस्थान 2, ओलंपिक में 2 खिलाड़ियों का चयन, मध्य प्रदेश 2, असम 1, बिहार 1, गोवा 1, झारखंड 1, झारखंड से 1 खिलाड़ियों का चयन हुआ है।
छत्तीसगढ़ में अंडोसंरचना और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी: खेल विशेषज्ञ
छत्तीसगढ़ के खेल विशेषज्ञ की माने तो छत्तीसगढ़ में अंडोसंरचना और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों को अच्छी ट्रेनिंग नहीं मिल पाती है। वरिष्ठ खेल विशेषज्ञ इंजीनियर क्लॉज कुमारडियस ने कहा कि ओलंपिक में 28 खेल होते हैं। छत्तीसगढ़ में गेम इंट्रेचर, आर्किटेक्चर, अधोसंरचना की कमी है। इसी वजह से छत्तीसगढ़ के जो खिलाड़ी हैं वे नहीं निकले। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के बाद ही खेलों में खिलाड़ियों को मौका मिलता है। दुर्भाग्य की बात है कि छत्तीसगढ़ से ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं निकला। छत्तीसगढ़ की एकमात्र खिलाड़ी रेणुका यादव हॉकी की महिला खिलाड़ी थीं, जिन्होंने 2016 में ओलंपिक खेलों में भाग लिया था।
खेलों के लिए इस वित्तीय वर्ष में सैकड़ों करोड़ का बजट जारी
छत्तीसगढ़ में खेल विभाग के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 90 करोड़ और अनपूरक बजट में 24 करोड़ का अनुमान है। इस वित्तीय वर्ष में 114 करोड़ का बजट रखा गया है। साथ ही अधोसंरचना के तहत केंद्र से भी राशि का प्रावधान है। कई दिग्गजों ने खेल संघों को गोद ले लिया है। फिर भी इसके खिलाड़ी राष्ट्रीय मंचों से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।
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