40वें राष्ट्रीय तिरंदाजी मंच: पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए गवर्नर विश्वभूषण हरिचंदन, ने कहा- जो लगातार सिखाए गए वही असली विजेता

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश तीरंदाजी संघ द्वारा राज्य महोत्सव ग्राउंड साइंस कॉलेज रायपुर में 40वां राष्ट्रीय तीरंदाजी मंच का पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। इस संस्था के अंतर्गत आज गवर्नर विश्वभूषण हरिचंदन के मुख्य आतिथ्य में कंपनी फाउंडेशन आर्चरी के विजेताओं खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण किया गया। इस दौरान केंद्रीय जनजातीय एवं कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं भारतीय तिरंदाजी संघ के अध्यक्ष अर्जुन मुंडा, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा मंत्री श्री बीर मोहन अग्रवाल, धार्मिक एवं युवा कल्याण मंत्री टंकराम वर्मा, अध्यक्ष मोती लाल साहू समेत कई बड़े नेता विशेष रूप से शामिल हुए। मौजूद थे.

बता दें कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश आर्चरी एसोसिएशन, खेल एवं युवा कल्याण विभाग की ओर से रायपुर के साइंसेज कॉलेज में 4 जनवरी से शुरू होने वाली तीरंदाजी प्रतियोगिता का समापन 12 जनवरी को होगा। इस तीरंदाजी प्रतियोगिता में देश के सभी राज्यों से 800 सौ से अधिक खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। आज जिन इवेंट्स की प्रतियोगिता में उनके विजेता खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्धा खत्म हो गई।

जो कॉन्स्टैंट ने प्रशिक्षित किया वह है वास्तविक विजेता – गवर्नर

इस अवसर पर गवर्नर विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि, प्रमाण पत्र को बधाई देते हुए कहा गया है कि सभी तीरंदाज़ों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है और भविष्य के चैंपियन बनकर उभरे हैं, लेकिन जो सफल नहीं हो पाए वे सर्वश्रेष्ठ की ओर आगे बढ़ेंगे। तो सफलता अवश्य मिलेगी, जो लगातार विशेषज्ञ बने रहे वही असली विजेता। उन्होंने कहा कि महाभारत और रामायण ग्रंथों में तीरंदाजी का विशेष उल्लेख है। उन्होंने महाभारत ग्रंथ में अर्जुन और गुरु द्रोणाचार्य के बीच संवाद संवाद का वर्णन किया है, जिसमें अर्जुन को शिक्षा दी गई थी कि किस तरह अपने लक्ष्य पर एकाग्रचित्त होकर उसे भेदना है। राम भगवान के जैसा तीरंदाज़ नहीं हुआ। गवर्नर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। विभिन्न खेलों के साथ-साथ तिरंदाजी में भी हमारे देश ने दुनिया का ध्यान खींचा है।

2047 तक खेल के क्षेत्र में भी भारत विकसित हुआ -केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा

मंच पर उद्बोधन के माध्यम से केंद्रीय मंत्री मुंडा अर्जुन ने कहा कि, हमारे देश के तिरंदाजो ने देश का गौरव बढ़ाया है। तीरंदाजी खेल के प्रति लोगों का रूझान बढ़ रहा है और सरकार द्वारा भी खिलाड़ियों को प्रस्ताव दिया जा रहा है, वर्ष 2047 तक खेल के क्षेत्र में भी भारत विकसित हो जाएगा। उन्होंने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि, इस वर्ष हमारे खिलाड़ियों को जो भी राष्ट्रीय सम्मान मिला है उसके लिए मैं उन्हें भी बधाई देता हूं, पारा आंचल सीटल देवी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीता है। लगातार पिछले कई दिनों से आर्चरी क्षेत्र में जो बदलाव दिख रहा है उसका परिणाम हम उपराष्ट्रपति गौरवान्वित कर रहे हैं। हमारा देश विदेशो तक एक साथ कई सौ मेडल प्राप्त करने वाला यह देश बन रहा है। वर्तमान समय में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का सम्मान और गौरव बढ़ रहा है।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि त्रेता और द्वापर युग के समय से चली आ रही तीरंदाजी ने उल्लेख किया है कि, खेल के साथ-साथ हम सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं को भी बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि, मुझे बहुत खुशी है कि, सब जूनियर नेशनल आर्चरी चैंपियनशिप छत्तीसगढ़ में आयोजित हुई है। हमारे खिलाड़ियों के प्रति हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में हमारे आर्चरी ने हमारे आर्चरी को बहुत-बहुत बधाई दी है।

वनवासी समाज तिरंदाजी खेल में कलाकार – स्कूल शिक्षा मंत्री बजरंग मोहन अग्रवाल

स्कूल मंत्री बृज मोहन अग्रवाल ने कहा कि खेलों में भाग लेने की आवश्यकता होती है और खेल वाले ही विजेता होते हैं। वनवासी समाज तिरंदाजी खेल में रुचि रखते हैं। युवाओं को आधुनिक तीरंदाज़ी खेल की तकनीक में बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि, बहुत ही खुशी की बात है छत्तीसगढ़ में कोई मौका नहीं मिला है, बात जूनियर सब, जूनियर 40वी तीरंदाजी प्रतियोगिता छत्तीसगढ़ की धरती रायपुर में हो रही है। यहाँ पूरे प्रदेश के सैकड़ों बच्चे हैं। उनकी यह भूमिका छत्तीसगढ़ के बच्चों को भी बहुत कुछ सीखने का अवसर प्रदान करती है। इसके लिए मैं उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। छत्तीसगढ़ के बच्चे इस रेस्टोरेंट में आगे बढ़ें और देश-दुनिया में नाम कमाएं, मैं ऐसी कामना करता हूं।

अर्जुन अवॉर्ड 2023: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को राष्ट्रपति से मिला अर्जुन अवॉर्ड, वर्ल्ड कप में चटकाए थे सबसे ज्यादा विकेट

इससे पहले कार्यक्रम में उद्बोधन छत्तीसगढ़ तिरंदाजी संघ के अध्यक्ष कैलाश मुरारका ने कहा था, इस दौरान उन्होंने कहा कि, जिन विजेताओं खिलाड़ियों को आज मान्यता मिली है, वे ऐसे ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैं और वह भी देश प्रदेश का नाम बताएं। ये मेरी शुभकामनाएं हैं. पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान इस अवसर पर नेता मोतीलाल साहूकार, तिरंदाजी संघ के अग्रवाल सहित अन्य प्रतिद्वंद्वी, देश के विभिन्न राज्यों से आये हुए कोच, खिलाड़ी, खिलाड़ी बालक-बालिकाएं उपस्थित रहे।

लल्लूराम.कॉम के नेटफ्लिक्स चैनल को लाइक न करें।

छत्तीसगढ़ की खबरें यहां पढ़ें उत्तर प्रदेश की खबरें यहां पढ़ें अंग्रेजी में लालूराम डॉट कॉम की खबरें यहां पढ़ें यहां क्लिक करें मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें