पेरिस ओलंपिक: खेलों में भारत ने अब तक 35 पदक जीते हैं। जिसमें 10 गोल्ड शामिल हैं. जानिए स्वर्ण पदक विजेता एथलीटों के बारे में।
इन दिनों पूरी दुनिया में पेरिस ओलंपिक 2024 की सुगबुगाहट तेज है। खेलों का महाकुंभ कहने वाले ओलिंपिक की शुरुआत 26 जुलाई से हो रही है, जो 11 अगस्त तक खेलेंगे। इन खेलों के लिए सभी देशों के एथलीट तैयार हैं। भारत की तरफ से इस बार 110 से ज्यादा प्लेयर्स का पार्ट आया है। भारत ने ओलंपिक के इतिहास में 10 स्वर्ण जीते हैं, जिनमें व्यक्तिगत खेलों में सिर्फ 2 स्वर्ण ही आए हैं।
भारत की पुरुष हॉकी टीम ने जीती हैं 8 गोल्डन (पेरिस ओलंपिक)
ओलंपिक गेम्स में भारत ने पहली बार 1900 में हिस्सा लिया था, तब लेकर अब तक कुल 10 गोल्ड मेडल जीते हैं। बात ये है कि इनमें से 10 में 8 मेडल तो हॉकी टीम ने अपने नाम किए हैं, जबकि 2 व्यक्तिगत खिलाड़ियों ने गोल्ड पर कब्ज़ा किया है. भारतीय हॉकी टीम ने 1928 से 1956 के बीच ओलंपिक में कॉन्स्टेंट 6 गोल्ड जीते थे, फिर 1964 और 1980 के संस्करण में भी हॉकी टीम ने 2 और गोल्ड अपने नाम किए।
पहला गोल्ड कब जीता था?
भारत ने स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में 1948 में अपना पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता था। उस साल भारतीय हॉकी टीम ने फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 4-0 से हराकर गोल्डन मेडल पर कब्जा किया था। इस फाइनल को ‘चैंपियंस की लड़ाई’ के रूप में जाना जाता है।
नवीन बिंद्रा
वर्ष 2008 में ओलंपिक्स में भारत के लिए अभिनव बिंद्रा ने स्वर्ण पदक जीता था। वो देश के लिए व्यक्तिगत खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। बिंद्रा ने 10 मीटर पुरुष एयर राइफल टूर्नामेंट में कुल 700.5 अंक हासिल किए और एथेंस 2004 ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता झू किनान को पीछे छोड़ दिया, जिसमें कुल 699.7 अंक हासिल हुए।
नू पू
टोक्यो ओलिंपिक में भाला फाके नीरज चोपड़ा ने देश के दूसरे व्यक्तिगत खिलाड़ी गोल्ड मेडल का इतिहास रचा था। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर का भाला फेंकते हुए स्वर्ण पदक पर कब्ज़ा जमाया था. चोपड़ा ने भारत को आजादी (1947) के बाद एथलेटिक्स में पहला मेडल मेडल दिया था।