स्पोर्ट्स। रणजी ट्रॉफी 2024 के फाइनल में मुंबई (मुंबई) ने विदर्भ को 169 विकेट से हराकर 42वीं बार खिताब (मुंबई के लिए 42वां रणजी खिताब) अपने नाम किया है। इस खिताब को मुंबई में पूरे 8 साल लग गए, इससे पहले उन्होंने 2015-16 में सौराष्ट्र को हराकर रणजी का खिताब जीता था।
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए फाइनल में विदर्भ के कैप्टन अक्षय वाडकर ने पहली बार गेंद खेलने का निर्णय लिया। मुंबई ने सबसे पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 224 रन बनाए। जवाब में विदर्भ की पहली पारी 105 रन पर स्थापित हुई। मुंबई में दूसरी पारी में 418 रन बने और उनकी कुल बढ़त 537 रन की हुई और विदर्भ के सामने 538 रन का लक्ष्य था। जवाब में विदर्भ की टीम अपनी दूसरी पारी में 368 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। इसी के साथ मुंबई ने 169 से अधिक बार जीत हासिल की। मुंबई ने सबसे पहले वर्ष 1934-35 में उत्तरी भारत में पहली बार रनजी का खिताब जीता था।
मुंबई के लिए 42वां रणजी खिताब अजिंक्य रहाणे, विदाई धवल कुलकर्णी, विदर्भ ने संघर्ष किया लेकिन उनकी पहली पारी उन्हें भारी पड़ गई, जब आप भारतीय क्रिकेट के बारे में बात करते हैं तो आपको मुंबई क्रिकेट के बारे में बात करने के लिए मजबूर किया जाता है, समर्थन करें या उनसे नफरत करें, वे प्रतिभा और ट्रॉफियां पैदा करते रहते हैं#रणजीट्रॉफीफाइनल pic.twitter.com /3UeER8MXcP
– श्रुतिका गायकवाड़ (@ श्रुस्टापेन33) 14 मार्च, 2024
मुंबई के इन प्लेयर्स ने फाइनल में मचाया धमाल
मुंबई की ओर से दूसरी पारी में तनुश कोटियन ने सबसे ज्यादा 4 विकेट झटके। वहीं, तुषार देशपांडे और मुशीर खान 2-2 विकेट मिले। शम्स मुलानी और धवल कुलकर्णी 1-1 विकेट लेने में सफल रहे। इसके अलावा मुंबई के युवा बल्लेबाज मुशीर खान ने फाइनल में (136) रन की पारी खेलकर श्रेयस अय्यर (95) और कैप्टन अजिंक्य लेफ्ट (73) के साथ फाइनल में फाइनल में अहम भूमिका निभाई।
वहीं मुंबई की पहली पारी के 224 रन के जवाब में विदर्भ की टीम पहली पारी में 105 रन ही बना पाई थी। विदर्भ की ओर से दूसरी पारी में कैप्टन अक्षय वाडकर ने 102 रनों की पारी खेली तो वहीं हर्ष किशोर ने 65 रन बनाए। लेकिन इसके अलावा कोई दूसरा विदर्भ बल्लेबाज क्रीज पर जोरदार खेल नहीं सका और मुंबई ने यह मुकाबला जीत लिया।
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