चैंपियंस ट्रॉफी 2025: आईसीसी ने पाकिस्तान के लिए खोला बड़ा खजाना, जारी किए इतने करोड़

ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2024 को लेकर बड़ा अपडेट है। आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बड़ा मौका दिया है। श्रीलंका के कोस्टल में हुई क्राइस्ट की पार्टिसिपेट बैठक में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए बजट पास किया गया है। हालाँकि अभी भी ये तय नहीं हो पाया है कि भारतीय टीम अगले साल पाकिस्तान जाएगी या नहीं। ऐसा माना जा रहा है कि अगर टीम इंडिया पाकिस्तान नहीं गई तो उसे मैच एशिया कप 2023 की तरह वर्चुअल वेन्यू पर खेला जा सकता है।

दरअसल, ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान को 1200 करोड़ से ज्यादा की रकम दी है। ये नेट पीसीबी को नष्ट कर दिया गया है। यह बजट पूरा कराची, लाहौर और रावलपिंडी जैसे स्टेडियमों का नवीनीकरण करने के लिए पारित किया गया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को उम्मीद है कि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान में उतरेगी, लेकिन पाकिस्तान ने अब तक इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया है।

1 मार्च को भारत-पाकिस्तान का मैच (चैंपियंस ट्रॉफी 2025)

पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए आईसीसी को जो ड्राफ्ट भेजा है, उसके खाते से भारत के सभी मैच लाहौर में जाने हैं। भारत-पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला लाहौर में 1 मार्च को होने वाला है। अगर टीम इंडिया में डेब्यू करती है तो उसे सभी मैचों में नॉक आउट होकर लाहौर में खेलना होगा।

हम भारत के बिना किसी अवसर को तैयार करते हैं

दरअसल, हाल ही में क्रिकेटर हसन अली ने कहा था कि ‘अगर भारत की बास्केटबॉल टीम पाकिस्तान को नहीं भेजती है तो हम उन्हें बिना चुनौती के तैयार कर लेते हैं।’ समा टीवी पर अली ने कहा कि हमारे सुपरस्टार्स ने पहले ही कहा था कि चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पाकिस्तान में ही होगा और अगर भारतीय टीम हमारे देश में नहीं आना चाहती है तो हम उनके लिए बिना तैयारी के हैं। वो नहीं आएगा तो इसका मतलब ये नहीं कि क्रिकेट खत्म हो गया है।’

आईसीसी का आखिरी फैसला

हसन अली के इस बयान के बाद फुटबॉलर के सूत्र ने कहा, ‘ये कोई स्केच सीरीज नहीं है, जहां दोनों बोर्ड्स में बातचीत होल्ड पर है। अब तक पीसीबी और हमारे बीच चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई है। यह बातचीत किसी भी एजीएम पर नहीं है और न ही एजीएम के बीच इस पर कोई बहस हुई थी। ये अभी भी दूर है और आईसीसी का ही अंतिम निर्णय है।’