रायपुर। भारत की जी-20 लीडरशिप के तहत दो डिविजन जी-20 फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप (एफडब्ल्यूजी) की चौथी और अंतिम बैठक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुई। 18-19 सितंबर 2023 के दौरान दो दिवसीय बैठक के दौरान भारत के प्रतिनिधि वित्त मंत्रालय के सलाहकार लॉरेंस रेना और ब्रिटेन के प्रतिनिधि राजकोष के मुख्य आर्थिक सलाहकार सेम बेकेट ने बैठक की। बैठक में जी-20 और सदस्य देशों, अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय सहयोगियों के लगभग 65 सदस्यों ने भाग लिया।
यह बैठक भारत की जी20 लीडरशिप के दौरान एफडब्ल्यूजी द्वारा श्रमिकों की पूर्णता को खत्म करने के लिए नियुक्त की गई है। बैठक में इस प्रगति को विकास के मार्ग पर आगे बढ़ाने के विकल्प का अवसर भी प्रदान किया गया।
इस वर्ष ग्रुप ने मजबूत दो जी-20 रिपोर्ट जारी की – खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा के व्यापक आर्थिक प्रभाव और जलवायु परिवर्तन तथा रूपा संकटकारी जनसंख्या से उत्पन्न होने वाले व्यापक आर्थिक जोखिम। वैश्विक विचार-विमर्श जारी रखने के लिए ऑर्केस्ट्रा ने वैश्विक महाकाव्य से जुड़े आर्थिक मूल्यों का आकलन किया।
बैठक में वैश्विक आर्थिक दृष्टिकोण और अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों के प्रस्तुतियों के आधार पर प्रमुख उद्घाटन और जोखिमों पर गहन विचार-विमर्श हुआ। जी20/आईएमएफ के मजबूत समर्थन, समेकित और समग्र विकास रिपोर्ट के लिए इंजीनियरों द्वारा उपलब्ध कराए गए नवीनतम आंकड़ों पर भी चर्चा हुई।
भारतीय रिज़र्व बैंक ने भी जनभागीदारी कार्यक्रम के लिए अधिक समावेशी और मानव-दर्शक बनाने के लिए जी-20 पर चर्चा की। इसमें आम जनता, छात्र और स्वयं-साक्ष्य के लाभ के उद्देश्य से कार्यक्रम शामिल हुए, इन कार्यक्रमों में वित्तीय मंदिर, कार्यक्रम की एक श्रृंखला, जी-20 जागरूकता कार्यक्रम, चित्रकला, नारा-लेखन और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता शामिल थी।
जी-20 में भारत की अधोगति के विषय “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” की भावना के व्यापक आर्थिक कथानक से प्रभावशाली भव्यता और सर्वहित के लिए लचीली और समृद्ध विश्व अर्थव्यवस्था पर बल दिया गया। ग्रुप ने इस उद्देश्योग्य को अरेस्ट करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने पर सामूहिक काम करने के लिए सहमति एस्ट अलॉट की।