मुख्यमंत्री ने कायाकल्प राज्य स्तरीय पुरस्कारों का किया वितरण**मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य योद्धाओं को किया सम्मानित, चिकित्सकीय संवर्ग के नवनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों को बांटे नियुक्ति पत्र**कायाकल्प : जिला अस्पताल बेमेतरा पूरे प्रदेश में अव्वल*रायपुर 21 दिसंबर 2024/प्रदेश में तेजी से स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मेडिकल कॉलेज रायपुर में आज कायाकल्प राज्य स्तरीय पुरस्कार समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम में स्वास्थ्य योद्धाओं, टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया और चिकित्सकीय संवर्ग के नवनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने कायाकल्प से सम्मानित संस्थाओं, टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों और स्वास्थ्य योद्धाओं को अपनी शुभकामनाएं भी दी।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जब प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति स्वस्थ होगा तभी हम विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण का लक्ष्य प्राप्त कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ हो रही हैं। उन्होंने प्रदेश में टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत अब तक 11 लाख से अधिक लोगों के स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य अमले को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि परिवेश की स्वच्छता के साथ ही अस्पताल की स्वच्छता भी बहुत महत्वपूर्ण है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जब स्वच्छ भारत का संकल्प लिया था, उसमें अस्पताल की स्वच्छता को भी प्राथमिकता दी गई। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सांसद रहने के रहने के दौरान मेरे दिल्ली स्थित निवास में इलाज के लिए लोगों का आना-जाना लगा रहता था। एम्स में इलाज के लिए आने वाले मरीज और उनके परिजन मेरे आवास में ही रुकते थे। तब मेरे घर की व्यवस्था देख श्रद्धेय स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव ने कहा था कि तुमने तो अपने घर को मिनी एम्स बना रखा है। श्रद्धेय अटल जी के कार्यकाल के दौरान रायपुर एम्स की जब स्वीकृति मिली तो वास्तव में छत्तीसगढ़ और आसपास के इलाकों के लाखों लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का रास्ता खुल गया।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के संवेदनशील नेतृत्व ने आम जनता के कारगर इलाज के लिए आयुष्मान भारत योजना तैयार की। गरीबों के लिए पांच लाख रुपए तक के इलाज की व्यवस्था हो गई।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि एक सभ्य समाज की पहचान इस बात से होती है कि वो अपने वयोवृद्ध लोगों का कितना ख्याल रख पाता है। हमारे बुजुर्ग अपना पूरा जीवन समाज के लिए देते हैं और समाज का फर्ज है कि उनकी पूरी देखरेख करें। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाते हुए 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठजनों के लिए भी पांच लाख रुपए तक के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था भी की है।मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का फोकस है कि स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में रह रहे लोगों को भी मिले। बस्तर के कुछ गाँव ऐसे भी थे जहां बरसों तक माओवादी हिंसा की वजह से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाया था। अब वहां स्वास्थ्य शिविर लग रहे हैं। लोगों के आयुष्मान कार्ड बन रहे हैं। छत्तीसगढ़ में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़िया हुआ है इसका असर मेडिकल टूरिज्म के रूप में दिख रहा है। छत्तीसगढ़ में भी सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल्स में पड़ोसी राज्यों से भी मरीज आते हैं। हम लगातार छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य अधोसंरचना को बेहतर करने काम कर रहे हैं। आंबेडकर हास्पिटल में हम 700 बिस्तर अस्पताल भवन तैयार कर रहे हैं। इसके बाद यहां की क्षमता दो हजार मरीजों की हो जाएगी।छत्तीसगढ़ में मेडिकल कालेजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। हाल ही में हमने चार मेडिकल कालेजों के भवन निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। हमारे हिंदी मीडियम के और ग्रामीण परिवेश के विद्यार्थियों को मेडिकल शिक्षा में किसी तरह की दिक्कत न आये, इसके लिए हम हिंदी माध्यम में मेडिकल की शिक्षा उपलब्ध करा रहे हैं। मेडिकल कालेजों में पीजी की सीटें भी बढ़ाई गई हैं ताकि विशेषज्ञ डाक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में लिए गए बड़े निर्णय और अपने प्रयासों की जानकारी भी साझा की। उन्होंने मेकाहारा में 700 बिस्तर अस्पताल की स्वीकृति, 4 नए मेडिकल कॉलेज भवन की स्वीकृति और बुनियादी स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं को लेकर किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने सुकमा जिले के चिंतागुफा स्वास्थ्य केंद्र को एनक्यूएएस सर्टिफिकेट मिलने पर पूरे
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स्वास्थ्य अमले को बधाई दी और कहा कि हमारी सरकार में न केवल प्रदेश के बड़े शहरों तक बल्कि अंतिम छोर तक स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने का काम जारी रखा है।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक और अविस्मरणीय है। उन्होंने पुरस्कृत होने वाले सभी संस्थाओं और स्वास्थ्य योद्धाओं को बधाई दी और कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अब स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो रही है। हमारे स्वास्थ्य केंद्र निजी संस्थान से मुकाबला कर रहे है। श्री साव ने स्वास्थ्यकर्मियों की सेवाभावना और कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब कोई मरीज चिकित्सा उपरांत स्वस्थ होता है तो हमें अपनी पूरी व्यवस्था पर गर्व होता है और संतुष्टि मिलती है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में स्वास्थ्य सुविधाएं तेजी के साथ बढ़ रही है और इससे प्रदेश के लोग लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि आज स्वास्थ्य विभाग के लिए उत्सव का दिन है और प्रदेश भर के स्वास्थ्य योद्धा हमारे साथ है। उन्होंने कहा कि पिछले एक साल के अल्प समय में स्वास्थ्य सुविधाओं ने नई ऊंचाईयों को छुआ है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं, अधोसंरचनाओं के विस्तार सहित आगामी कार्ययोजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर विधायक श्री मोतीलाल साहू, श्री सुनील सोनी, गुरु खुशवंत साहेब, श्री अनुज शर्मा उपस्थित थे।उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023-24 के कायाकल्प स्वच्छ अस्पताल योजना राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में जिला अस्पताल श्रेणी में प्रथम स्थान जिला अस्पताल बेमेतरा, द्वितीय स्थान जिला अस्पताल कोण्डागांव और कंसिस्टेंसी पुरस्कार जिला अस्पताल जगदलपुर को दिया गया। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दुलदुला जिला जशपुर, द्वितीय स्थान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडरिया जिला कबीरधाम और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजातलाब जिला रायपुर, द्वितीय स्थान शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजकिशोरनगर जिला बिलासपुर को मिला। इसी तरह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान संयुक्त रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बागोडार जिला कांकेर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राहोद जिला जांजगीर चांपा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कुसमी जिला बेमेतरा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोरपा जिला रायपुर और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बटईकेला जिला सरगुजा को दिया गया।उप स्वास्थ्य केन्द्र श्रेणी में प्रथम स्थान संयुक्त रूप से उप स्वास्थ्य केन्द्र तुमनार जिला बीजापुर, उप स्वास्थ्य केन्द्र मांगरी जिला सरगुजा, उप स्वास्थ्य केन्द्र कटीया जिला रायपुर, उप स्वास्थ्य केन्द्र अहेरी जिला दुर्ग और उप स्वास्थ्य केन्द्र मीट्ठुनवागांव जिला बिलासपुर को मिला है।कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 10 स्वास्थ्य योद्धाओं का सम्मान किया। उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्यों की प्रशंसा की। इसके साथ ही श्री साय ने प्रदेश के टीबी से मुक्त हुए ग्राम पंचायतों को भी सम्मानित किया।
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किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए शिक्षा जरूरी: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री*रायपुर 21 दिसम्बर 2024/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा है कि किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए शिक्षा जरूरी है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। शिक्षा विकास का मूलमंत्र है। मुख्यमंत्री श्री साय ने राजधानी रायपुर के कांगेर वैली अकादमी के 18वें वार्षिक उत्सव को संबोधित करते हुए यह बात कही।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी डबल इंजन सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व निर्णय लिए हैं। हमने प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। हमने स्कूलों में शिक्षक-पालक मीटिंग और न्यौता भोज जैसे अभिनव पहल शुरू की है, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के पोषण को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 341 स्कूलों का चयन पीएमश्री स्कूल के रूप में किया गया है। यह शिक्षा के लिए अच्छी अधोसंरचना तथा स्मार्ट क्लास की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रमुख शैक्षणिक संस्थान संचालित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि इस विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद को अहमियत दी जा रही है। यहां बच्चों को मेडिटेशन भी कराया जाता है। उन्होंने बच्चों को यह संदेश भी दिया कि पढ़ाई के साथ खेलकूद तथा सह-शैक्षणिक गतिविधियां उनके समग्र विकास के लिए आवश्यक हैं। विधायक पद्मश्री श्री अनुज शर्मा ने कहा कि इस विद्यालय में विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार देने का कार्य भी हो रहा है। व्यक्तित्व के निर्माण में शिक्षा की बड़ी भूमिका होती है। यह भविष्य की सफलताओं का आधार होती है। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर अकादमी के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाई गई पेंटिग और फाईन आर्ट की कलाकृतियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
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छत्तीसगढ़ में ’टीबी मुक्त भारत अभियान’ पूरी मुस्तैदी से संचालित: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
रायपुर 21 दिसम्बर 2024/मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे. पी. नड्डा की अध्यक्षता में ’टीबी मुक्त भारत अभियान’ की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत बनाने के लिए शुरू किए गए अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग, उपचार और निदान के लिए किए जा रहे कार्यो की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, विशेष सचिव स्वास्थ्य डॉ. प्रियंका शुक्ला और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रबंध संचालक श्री विजय दयाराम के. उपस्थित थे।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में टीबी मुक्त भारत अभियान का संचालन पूरी मुस्तैदी के साथ किया जा रहा है। 7 दिसंबर को अभियान की शुरूआत के बाद अब तक 11 लाख 23 हजार 924 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों के बैंक खातों में पोषण आहार के लिए 1000 रूपए की राशि का भुगतान किया जा रहा है। टीबी मरीजों के पोषण आहार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में अब तक 10,447 निक्षय मित्र पंजीकृत हुए हैं। सुकमा जैसे दूरस्थ जिले में सभी 66 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी निक्षय मित्र के रूप में पंजीकृत है। मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि बस्तर अंचल के तोकापाल क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मी स्थानीय बोली हल्बी में गीत-संगीत के माध्यम से अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। अभियान के तहत 963 निक्षय शिविर आयोजित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार तय समय में अभियान के लक्ष्य पूरे किए जाएंगे। अभियान में निजी क्षेत्र की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है, जिससे टीबी मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। निजी क्षेत्र की भागीदारी एवं जन भागीदारी के तहत मॉलबाओ डायग्नोस्टिक्स द्वारा 2 हेंड हेल्ड एक्स-रे मशीन और 2 ट्रू-नॉट मशीन, मोबाइल यूनिट्स में उपयोग किए जा रहे हैं। इस वाहन का उपयोग निक्षय वाहन के रूप में किया जा रहा है।
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मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने नवागढ़ में 209 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन और लोकार्पण
रायपुर | मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय बेमेतरा जिले के विकासखंड मुख्यालय नवागढ़ में आयोजित तीन दिवसीय राज्य स्तरीय ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता एवं गुरु घासीदास लोक कला महोत्सव 2024 के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने नवागढ़ में बाबा गुरु घासीदास जैतखम में पूजा-अर्चना कर राज्य की खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस अवसर पर 209 करोड़ 12 लाख 57 हजार रूपये के 74 विभिन्न विकास कार्याे का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। उन्होंने नवागढ़ के कोदूराम दलित महाविद्यालय में एमकाम और साइंस विषय की 40-40 सीट और अनुसूचित जाति बाहुल्य 10 ग्रामों में 10-10 लाख रूपये की सीसी रोड का निर्माण कराए जाने की घोषणा की। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री श्री तोखन साहू, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल और राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ का समाज एक समतामूलक समाज है। इस समाज के निर्माण में बाबा गुरु घासीदास जी के विचारों की छाया स्पष्ट नजर आती है। मनखे-मनखे एक समान के अपने संदेश से यही बात उन्होंने कह दी। जब एक दूसरे को समानता के दृष्टिकोण से देखना शुरू कर देंगे तो बैरभाव स्वतः ही समाप्त हो जाएगा। उनका यह संदेश केवल समाज ही नहीं अपितु देश-दुनिया को एकजुटता के सूत्र में बांधता है। ऐसे समय में जब विघटनकारी तत्व देश की एकता को तोड़ने की साजिश में लगे हैं, बाबा गुरु घासीदास जी के संदेश प्रकाश स्तंभ की तरह हमें रास्ता दिखा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारा छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है। धान के कटोरे की पहचान जिन किसान भाइयों से है, वे सुखी समृद्ध रहें इसके लिए हम किसान भाइयों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल तथा 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीद रहे हैं। पिछली बार हमने 145 लाख मीट्रिक टन धान खरीदा, इस बार उम्मीद है कि धान खरीदी का यह आंकड़ा 160 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच जाएगा। बाबा जी ने महिला और पुरुषों के बीच समानता का संदेश भी दिया है। यह समानता तब आयेगी जब आर्थिक रूप से भी हमारी माताएं-बहनें पूरी तरह से सशक्त हों, इसके लिए ही मोदी जी ने हमारी माताओं-बहनों को महतारी वंदन योजना के रूप में हर महीने एक हजार रुपए की गारंटी दी। शपथ ग्रहण के पहले दिन से ही हमने महतारी वंदन योजना के क्रियान्वयन के लिए काम करना आरंभ कर दिया था। तीन महीने के भीतर ही हमने 70 लाख माताओं-बहनों के खाते में हर महीने एक हजार रुपए की राशि देनी आरंभ कर दी। अब तक हम योजना की दस किश्त दे चुके हैं।उन्होंने कहा कि हमारे युवाओं को रोजगार के उचित अवसर मिल सकें, परीक्षाओं में पूरी तरह पारदर्शिता हो, इसके लिए भी हमने कार्य किया। पीएससी परीक्षा की जांच सीबीआई को सौंपी गई। इस साल पीएससी की परीक्षा पूरी पारदर्शिता के साथ आयोजित हुई। मैं पीएससी के टापर्स से मिला, उन्होंने मुझे बताया कि पिछली सरकार में जमकर हुए भ्रष्टाचार के चलते बहुत से युवाओं का पीएससी से भरोसा उठ गया था, इस बार साफसुथरी परीक्षा हुई तो भरोसा फिर से कायम हुआ। अनुसूचित जाति, जनजाति के युवा कलेक्टर, एसपी बन सकें, इसके लिए हमने दिल्ली में ट्राइबल यूथ हास्टल में युवाओं के लिए 135 सीटें बढ़ाई हैं। हम लोग युवाओं के लिए नालंदा की तर्ज पर 13 लाइब्रेरी भी नगरीय निकायों में आरंभ करने जा रहे हैं।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार का पूरा फोकस अनुसूचित जाति-जनजाति के विकास पर है। इसके लिए हमने बजट प्रावधान में भी उल्लेखनीय वृद्धि की है। हमने नई उद्योग नीति तैयार की है। इस उद्योग नीति में हमारे अनुसूचित जाति-जनजाति के उद्यमियों के लिए विशेष प्रावधान रखे गये हैं। जो लोग उद्यमशीलता के क्षेत्र में बढ़ना चाहते हैं, उनके लिए काफी अच्छे अवसर हैं। मुझे खुशी है कि हम बाबा गुरु घासीदास जी के शांतिपूर्ण और समतामूलक समाज के संदेश के अनुरूप छत्तीसगढ़ को संवार रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए लगातार कड़ी मेहनत करते रहेंगे।मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर वहां विभागों द्वारा लगायी गयी विकास प्रदर्शनी के स्टॉल का अवलोकन किया और प्रधानमंत्री आवास हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास की चाबी सौपीं। मुख्यमंत्री श्री साय ने राज्य स्तरीय ओपन पंथी नृत्य प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
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विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के एक साल के कार्यकाल की सराहना की
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने एक साल में प्रदेश की जनता से किए गए वादों को पूरा करके दिखाया है।खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का उल्लेख किया और नवागढ़ क्षेत्र के विकास के लिए मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा की गई घोषणा के लिए उनका आभार जताया। समारोह में विधायक श्री किरण सिंह देव, श्री पुन्नूलाल मोहले, श्री दीपक साहू, श्री ईश्वर साहू, श्री अवधेश चंदेल, श्री लाभचंद बाफना सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
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आम जन के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए निस्वार्थ भाव से काम करें अधिकारी व चिकित्सकःस्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल
स्वास्थ्य विभाग की दो दिवसीय राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में शामिल हुए स्वास्थ्य मंत्रीरायपुर,स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल शुक्रवार को सिविल लाइन स्थित सर्किट हाउस के आडिटोरियम में आयोजित स्वास्थ्य विभाग के राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में शामिल हुए। शुक्रवार को शुरू हुई ये समीक्षा बैठक दो दिनों तक चलेगी। समीक्षा बैठक के पहले दिन स्वास्थ्य मंत्री ने विभाग के कार्यों की विस्तार से समीक्षा की। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को संबोधित करते हुए श्री जायसवाल ने कहा कि सभी अधिकारी एवं चिकित्सक आम जन के स्वास्थ्य को देखते हुए निस्वार्थ भाव से काम करें। उन्होंने कहा कि राज्य स्तर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार विस्तार करने का काम किया जा रहा है। बिलासपुर मे 200 करोड़ की लागत से बनने वाले सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, रायपुर के मेकाहारा में 700 बिस्तरीय एकीकृत नवीन अस्पताल भवन का 231 करोड़ रूपए का ई टेंडर, चार नवीन मेडिकल कालेजों के लिए 1 हजार 20 करोड़ का ई टेंडर, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से एक वर्ष के भीतर 8 सौ से ज्यादा चिकित्सा अधिकारियों, विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती, राज्य में एमबीबीएस की हिन्दी में पढ़ाई जैसे निर्णय से राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिली है। श्री जायसवाल ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को योजनाओं के बेहतर संचालन एवं क्रियान्वयन के जरूरी निर्देश देते हुए कहा कि आम जन तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ सुनिश्चित होना चाहिए। विभागीय समीक्षा बैठक में वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ ही जिलों से आए अधिकारी भी उपस्थित थे।
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विजय हजारे ट्रॉफी टीम से बाहर होने के बाद एमसीए ने पृथ्वी शॉ को ‘अपना दुश्मन’ बताया | क्रिकेट समाचार
कभी भारतीय क्रिकेट के भविष्य के रूप में घोषित पृथ्वी शॉ का करियर अब अधर में लटक गया है क्योंकि मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (एमसीए) फिटनेस, अनुशासन और व्यावसायिकता के साथ उनके चल रहे संघर्ष को रेखांकित करता है। विजय हजारे ट्रॉफी टीम से शॉ के बाहर होने से यह प्रतिभाशाली लेकिन मनमौजी क्रिकेटर एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है, आलोचकों और अधिकारियों ने उनकी अपार क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करने में असमर्थता पर अपनी निराशा व्यक्त की है।
अधूरी संभावनाओं वाला एक उभरता सितारा
पृथ्वी शॉ ने पहली बार अपने विस्फोटक प्रदर्शन से क्रिकेट जगत को मंत्रमुग्ध कर दिया, विशेष रूप से 2018 में अपने टेस्ट डेब्यू के दौरान, जब उन्होंने सिर्फ 18 साल की उम्र में वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक बनाया। उनकी आशाजनक शुरुआत ने एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत दिया, लेकिन प्रतिभा की चमक के बावजूद, शॉ का करियर असंगतता और ऑफ-फील्ड विवादों की एक श्रृंखला से ग्रस्त रहा है। एक समय भारतीय क्रिकेट में अगली बड़ी चीज माने जाने वाले शॉ की यात्रा ने एक कड़वा मोड़ ले लिया है, क्योंकि उम्मीदों को पूरा करने के दबाव ने उन्हें आत्म-संदेह और ध्यान भटकाने की राह पर ले गया है।
एमसीए की कड़ी चेतावनी: “वह अपना ही दुश्मन है”
विजय हजारे ट्रॉफी टीम से शॉ के बाहर होने पर एमसीए की हालिया टिप्पणियाँ खिलाड़ी की वर्तमान स्थिति का स्पष्ट मूल्यांकन प्रस्तुत करती हैं। एक अनाम वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, शॉ की फिटनेस की कमी और मैदान पर खराब रवैये ने टीम की गतिशीलता को बाधित कर दिया है। अधिकारी ने खुलासा किया कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान, शॉ अक्सर मैदान पर छिपे रहते थे, क्योंकि उनकी फिटनेस को खेल की मांगों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त माना जाता था। अधिकारी ने कहा, “हम 10 क्षेत्ररक्षकों के साथ खेल रहे थे, क्योंकि हमें पृथ्वी शॉ को छुपाने के लिए मजबूर होना पड़ा। गेंद उनके पास से गुजरती थी और वह मुश्किल से उस तक पहुंच पाते थे।” .
अधिकारी ने शॉ के ऑफ-फील्ड व्यवहार की ओर भी इशारा किया, जिससे पता चला कि देर रात की सैर के बाद सुबह 6 बजे टीम होटल लौटने के बाद युवा बल्लेबाज अक्सर प्रशिक्षण सत्र से चूक जाते थे। खराब अनुशासन, संदिग्ध कार्य नीति और फिटनेस की कमी के संयोजन ने शॉ के साथियों और सलाहकारों के बीच गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं। अधिकारी ने कहा, “यहां तक कि टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों ने भी उनके रवैये के बारे में शिकायत करना शुरू कर दिया है।”
श्रेयस अय्यर की वास्तविकता की जाँच: “उन्हें अपनी कार्य नीति सही करने की आवश्यकता है”
शॉ के बाहर होने से मुंबई के कप्तान श्रेयस अय्यर का भी ध्यान आकर्षित हुआ है, जिन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मुंबई की जीत के बाद स्थिति के बारे में खुलकर बात की थी। अय्यर, जो शॉ का मार्गदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, ने शॉ को अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेने के महत्व पर जोर दिया। अय्यर ने कहा, “उन्हें अपने काम की नैतिकता सही करने की जरूरत है। अगर वह ऐसा करते हैं, तो उनके लिए बहुत बड़ी सीमा है।” उन्होंने यह भी कहा कि टीम शॉ सहित किसी को भी “बेपरवाह” नहीं कर सकती। अय्यर के शब्द स्पष्ट संकेत थे कि शॉ की फिटनेस और अनुशासन में सुधार करने में विफलता एक क्रिकेटर के रूप में उनके विकास में बाधा बन रही है।
निर्णायक मोड़: चौराहे पर एक कैरियर
विजय हजारे ट्रॉफी टीम से शॉ का बाहर होना मैदान पर और बाहर दोनों जगह निराशाजनक प्रदर्शन के बाद हुआ है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद, जहां उन्होंने नौ मैचों में 156 की स्ट्राइक रेट से 197 रन बनाए, शॉ की लगातार फिटनेस बनाए रखने में असमर्थता एक बड़ी बाधा रही है। अक्टूबर में मुंबई की रणजी ट्रॉफी टीम से उनका बाहर होना और एक विशिष्ट फिटनेस कार्यक्रम का पालन करने में उनकी विफलता स्थिति की गंभीरता को और उजागर करती है।
शॉ के करियर प्रक्षेपवक्र ने उच्च उम्मीदों के दबाव से निपटने की उनकी क्षमता पर सवाल उठाए हैं। उनका हालिया आईपीएल नीलामी में अपमान, जहां अपेक्षाकृत कम आधार मूल्य के बावजूद किसी भी टीम ने उनकी सेवाओं में रुचि नहीं दिखाई, भारतीय क्रिकेट की प्रतिस्पर्धी दुनिया में प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए उनके संघर्ष की एक स्पष्ट याद दिलाती है।
क्या शॉ इसे बदल सकता है?
क्रिकेट जगत की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या पृथ्वी शॉ अपना करियर बदल पाएंगे। उनकी कच्ची प्रतिभा को नकारा नहीं जा सकता, लेकिन आधुनिक क्रिकेट में सिर्फ प्रतिभा ही काफी नहीं है। यह अनुशासन, फिटनेस और मानसिक दृढ़ता का संयोजन है जो महान लोगों को उन लोगों से अलग करता है जो लुप्त हो जाते हैं। शॉ के आलोचकों, जिनमें ग्रेग चैपल जैसे पूर्व कोच और सलाहकार भी शामिल हैं, ने उनसे अपनी फिटनेस और व्यावसायिकता पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया है और चेतावनी दी है कि केवल इन प्रयासों के माध्यम से ही वह अपनी वास्तविक क्षमता को पूरा करने में सक्षम होंगे।
शॉ की गाथा युवा क्रिकेटरों के लिए एक सतर्क कहानी के रूप में कार्य करती है, जो उन्हें याद दिलाती है कि कच्ची प्रतिभा, हालांकि आवश्यक है, समीकरण का केवल एक हिस्सा है। जैसा कि क्रिकेट समुदाय शॉ के अगले कदम का इंतजार कर रहा है, सवाल बना हुआ है: क्या वह चुनौती का सामना करेंगे, या मैदान के बाहर की उनकी व्याकुलताएं उनके आशाजनक करियर को पटरी से उतारती रहेंगी? केवल समय बताएगा।
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छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र : भाजपा नेता ने उठाया राजीव गांधी किसान न्याय योजना की राशि में कमी का मामला, मंत्री ने पिछली सरकार से कहा
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन प्रश्नकाल के दौरान भाजपा नेता मोतीलाल साहू ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की राशि में कमी का मामला उठाया। मंत्री रामविचार नेता ने बताया कि राशि कम और ज्यादा दी गई है। पिछली सरकार ने किसानों को चुनौती देने का काम किया। इसके साथ ही सदन में पक्ष और विपक्ष के बीच नोक-झोंक शुरू हो गई।
भाजपा नेता मोतीलाल साहू ने सवाल किया कि 2020-21 के मुक़ाबले 2021-22 में राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को राशि कम क्यों दी गई? यह कमी का कारण क्या है? जबकि राशि वृद्धि होनी चाहिए थी. इस पर मंत्री रामविचार नेता ने बताया कि राशि कम और ज्यादा बताई गई है। राशि में कमी होने का मुख्य कारण यह था कि सरकार ने किसानों के मेड का रकबा अज्ञात रखा और राशि में कमी हुई। विष्णुदेव सरकार किसान हितैषी है। किसानों के बारे में बोलने का मतलब कुछ नहीं है।
विधायक साहूकार ने कहा कि किसानों की संख्या फिर भी रक़बा रेज़्यूमे कम हो गई थी। अटलशिव ने सवाल किया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना की आखिरी किश्त कब होगी? इस पर नेता ने कहा कि एक साल में किसानों के 17 हजार करोड़ रुपये डूब गए। इसी ऑटो मोबाइल सेक्टर में बूम है।
प्रश्नकाल के दौरान आदिम जाति के आश्रम/छत्रावासों में बच्चों की मौत का मामला कांग्रेस नेता लक्षेश्वर बघेल ने उठाया। उन्होंने सवाल किया कि आदिम जाति विभाग की ओर से संचालित आश्रम/छत्रावास में बच्चों की मौत हो रही है। किशोर बच्चों की मौत हो रही है, और सरकार सुशासन की बात करती है, जबकि किशोर की सरकार होने की बात होती है।
आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेता ने जवाब में एक साल में आश्रम/छत्रावास के 11 बच्चों की मौत की जानकारी देते हुए कहा कि आश्रम, आश्रम में स्वास्थ्य और अन्य जांच के निर्देश दिए गए हैं।
मंत्री ने कहा कि इसके अलावा किसी सदस्य की जानकारी भी मांगी जाए तो उसकी जांच करवाएं। जे.जे.पी. का बेटा मुख्यमंत्री है. तुमने जो बनाया है, हम उसे बना रहे हैं। हमारी सरकार ने कहीं भी शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की है। आपके समय में 25 हजार बच्चों की मौत हो गई थी, इन इलाकों में ये राज्यभर में जानकारी आई है, इसलिए आरोप-प्रत्यारोप न लगाएं.
बीजापुर के पूर्व विधायक विक्रम मंडावी ने कवासी लक्षमा पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने सरकार पर हमला कर दिया है। कवासी लक्षमा ने कहा कि भूख से भी एक बच्चे की मौत हो गई है. आदिवासी बच्चे मर रहे हैं, दिन-प्रतिदिन इसकी संख्या घटती जा रही है। आसंदी ने कहा कि मामला गंभीर है, सभी अपनी जानकारी दें, मंत्री जांच करवाएं।
समर्थक अटलसाविथ ने प्रश्नकाल में वेलकम डिस्टलरी चेकरबंधा कोटा के खिलाफ प्राप्त विपक्ष की जांच का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि इसे कब तक ऑफर किया जाएगा? आख़िर क्या-क्या चाहिए? 2 वर्षों में और पूर्वजों द्वारा क्या-क्या शिकायत प्राप्त हुई? शिकायत की जांच कब हुई। क्या कार्रवाई की गई?
वित्त मंत्री रायपुर चौधरी ने बताया कि भारत सरकार पर्यावरण वन एवं परिवर्तन मंत्रालय द्वारा दिल्ली 10/03/2024 पर्यावरण को लागू किया गया था। गुडवाता में स्थापित वर्कशॉप में प्लास्टिक ट्रीटमेंट प्लांट में बायो मिटनेशन डाइजेस्टर, रेस्टिएट स्लेज कॉमर्स और लैपटॉप के माध्यम से ट्रीटमेंट करने के लिए जल एवं अन्य उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
मंत्री चौधरी ने कहा कि हम ग्रामवासियों ओर सरपंचों द्वारा शिकायत दर्ज करा रहे थे। वायलेशन के आधार पर इंडस्ट्री पर 3 लाख 90 हजार की पेनल्टी लगाई गई है। तीसरी याचिका पर 9 लाख की रिकवरी पेनाल्टी लगाई गई है। विधायक ने सवाल किया कि पर्यावरण उद्यम से प्रदूषण हटाने के आधार पर जुर्माना लगाने का क्या मतलब है? उसे बंद कर दिया जाना चाहिए हमारा ऑफर है।
मंत्री ने बताया कि निर्धारित फॉर्मूले के आधार पर हम ठीक से काम कर सकते हैं। जब भी कोई शिकायत प्राप्त होती है तो वह वर्ष होती है, जिसमें इसी फाइनेंशियल में 3 शिकायत प्राप्त होती है, जिसमें हम नोटिस के साथ एक बार देते हैं। अगर सुधार होता है तो पेनल्टी के बाद प्रकिया चालू की जाती है।
विधायक ने कहा कि वहां के किसान, स्कूल के बच्चे शिकायत कर रहे हैं कि अरपा नदी में लगातार प्रदूषण हो रहा है। इसे बंद क्यों नहीं किया जा रहा है? लगातार इस मामले पर याचिका आ रही है? इस पर मंत्री ने कहा कि अगर सदस्य को ऐसा लगे तो मुझे लिखित में शिकायत दे जांच कराएंगे।
सुमित पटेल ने सुझाव दिया कि विधायक मंत्री जी को लेकर साथ चलें, ताकि वे स्वयं विक्रेता की याचिका सुन सकें?
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हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की उम्र में निधन | भारत समाचार
पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा कि इंडियन नेशनल लोकदल के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला का गुरुवार (20.12.2024) को गुरुग्राम में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे.
हरियाणा के पांच बार सीएम रहे और पूर्व डिप्टी पीएम देवीलाल के बेटे चौटाला को उनके गुरुग्राम स्थित आवास पर कार्डियक अरेस्ट हुआ। प्रवक्ता ने पीटीआई से पुष्टि की, उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन वे बच नहीं पाए।