पार्टी का झंडा प्रचार में कट्टर थे “गुरुजी”

कांकेर. जिले के कोयलीबेड़ा विकासखंड के पूर्व माध्यमिक शाला माड़पखांजूर में प्रशिक्षु शिक्षक गोविंद राम नरवास को विधानसभा के दौरान आदर्श आचरण संहिता का उल्लंघन करने के लिए तैयार किया गया है।

कांकेर जिले में सोशल मीडिया पर शिक्षक गोविंद राम नरवास की पार्टी का झंडा लगाए बाइक से जुड़ी फोटो वायरल हुई थी. बताया गया है कि शिक्षक-आचार्य प्रधान पाठक भी हैं। उन्होंने भाजपा कार्यालय से पार्टी का झंडा मांगा और बाइक पर स्टॉक किए गए दुकान और घर में दुकानें रखीं। लोगों ने आईस वीडियो वायरल कर दिया। इसके बाद शिक्षा विभाग में आया और टीम स्टूडियो ने जांच शुरू कर दी। अंतागढ़ से भाजपा विपक्ष विक्रमा हेमंडी का 23 अक्टूबर को बंदे में दौरे के साथ ही लोकतंत्र कार्यक्रम भी था। जिसे लेकर भाजपा विकिपीडिया ने जगह-जगह झंडे और झंडियाँ लगाईं।

निकले थे नशे की हालत में

प्रधान पाठक राम भाजपा के प्रचारक के रूप में पूरे उत्साह के साथ शाम 4 बजे अपनी बाइक पर बंदे के भाजपा कार्यालय पहुंचे। वहां से भाजपा का झंडा और प्रचार-प्रसार निकल गया। वह बंदे में स्केटबोर्डिंग और रेस्तरां में भाजपा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। इस दौरान वे नशे में भी थे।

कांग्रेस पार्टी को कहा गया अपशब्द

गोविंद राम ने एक दुकान के सामने कांग्रेस पार्टी के अपशब्द के खिलाफ भी कहा। फिर कहा मैं जरा प्रमोट कर रहा हूं। किसी ने अपनी फोटो खींची चाही तो टीचर ने कहा, तेरी फोटो मैं निकालता हूं, लेकिन इसी बीच किसी ने अपना वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। इसका सूचना शिक्षा विभाग को हुआ। मंगलवार को सहायक-अलाइक में बीईओ केजूराम सिन्हा ने एक कार्यशाला और तीन संकुल समन्वयक की टीम के रिकॉर्ड की जांच के आदेश दिए। जिसके बाद जिला अधिकारी ने इस मामले में कार्रवाई की। डिस्ट्रिक्ट पोर्टफोलियो के प्रस्ताव पर न्यूक्लियर यूनाइटेड लीडर ने टीचर्स का ऑर्डर दिया है। फिलहाल गोविंद राम नरबस को दियो ऑफिस में लगाया गया है।

एक और टीचर हो सकते हैं काउंटर

विधान सभा चुनाव में आचार संहिता के बाद यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 10 अक्टूबर को माध्यमिक शाला के शिक्षक अहिन्द्र राय वाट्सएप ग्रुप पर भाजपा का प्रचार-प्रसार किया गया था। उन्होंने भाजपा के यूएसएसआर विक्रमादित्य से शेयर पोस्ट ग्रुप में वायरल कर दिया था। इस पर उनके दोस्त ने सैटलाइट स्ट्रेंथ रखी थी। केस में टीम म्यूज़िक कर जांच की गई थी। जांच के बाद शिक्षक को निलंबित कर दिया गया।