दुर्ग। छत्तीसगढ़ के जिला जिले में आयोजित कोचिंग मैनेजर हत्याकांड में कोर्ट ने पूर्व किरायेदार मनीष यादव को गैंग के खिलाड़ी की सजा सुनाई है। करीब 6 साल पहले भिलाई में सिविक सेंटर स्थित शिवा कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले 21 साल के मनीष यादव ने कोचिंग इंस्टीट्यूट के मैनेजर शमीम कौर की रहस्यमय तरीके से हत्या कर दी थी।
जिला लोक अभियोजक सीएल साहू ने बताया कि अक्टूबर 2017 में रुआबांधा सेक्टर के रेजिडेंट जस अयामी सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी पत्नी अलाउद्दीन कौर जो कि शिवा कोचिंग की मैनेजर हैं। वह घर से कार में निकला, लेकिन फिर वापस नहीं लौटा। जांच के दौरान सीआईएसएफ मेडिसिनवॉल उताई के पास व्लादिमीर कौर का शव मिला था। पुलिस ने जांच के दौरान ब्लूटूथ के दोनों नंबर की कॉल डिटेल और सी जब्त मोबाइल को हटाया। इससे पता चला कि 2015-16 में गांधी चौक अंबिकापुर के निवासी मनीष यादव और प्रमुख कौर के बीच काफी बातचीत हुई थी। हत्या वाले दिन भी मनीष और कुलदीप की सुई एक ही थी। इसके बाद पुलिस ने मनीष को अंबिकापुर से कब्जे में ले लिया। पूछताछ में उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। इस मामले में दुर्ग जिला कोर्ट ने नाबालिग किशोर किशोर यादव पर हत्या का आरोप लगाते हुए गैंग के सदस्य और 1,000 रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है।
मनीष यादव ने पुलिस को बताया कि वह कोचिंग सेंटर में नशे की हालत में था। इसी दौरान व्लादिमीर कौर से उनकी पहचान हुई थी। इसके बाद वह उसी के घर में पेइंग गेस्ट के तौर पर रहने लगा। वहां दोनों करीब आए और उनके बीच संबंध भी बन गए। इसी दौरान पढ़ाई के बाद मनीष यादव अंबिकापुर वापस चले गए, लेकिन बीच-बीच में ग्यान के साथ वह एल्डिमिनियम कोर्स से आ रही थीं। मनीष ने बताया कि 14 अक्टूबर 2017 को वह भिलाई में अल्बम कौर से मिलने आया था। उसे लेने के लिए अपनी कार से स्टेशन जाना था। इस दौरान उसने कार में शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया। मनीष ने बुलबुल से कहा कि वो उसकी शादी न तुड़वाए और उससे दूरियां बना ले। अब उनकी शादी होने वाली है। इस पर मियामी और उसे ख़तरनाक पेशकश लगी थी कि वो उसे रेप के केस में फंसा देवी की शादी तुड़वा देवी से करेगी। डरपोक मनीष ने दुपट्टे से अलादीन कौर की कार में ही गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद ब्लूटूथ बैग में मोबाइल फोन के साथ जरूरी दस्तावेज लेकर बैग हो गया।