रायपुर। रायपुर उत्तर प्रदेश से की घोषणा के बाद कांग्रेस में विवाद शुरू हो गया है। इस एपिसोड में सिंधी एकेडमी के डायरेक्टर अर्जुन वासवानी ने अपना पद खाली दे दिया है। उन्होंने कहा कि समाज की दृष्टि असहनीय है। वासवानी रायपुर उत्तर से टिकटों की बुकिंग कर रहे थे। मगर पार्टी ने फिर से मजबूत दावेदारों को एकजुट किया। इस बार रामपुर उत्तर से सिंधी समाज से दोस्ती तय करने के लिए कांग्रेस नेताओं पर दबाव था। इंजीनियर अजित कुकरेजा का नाम भी बताया गया था। मगर प्रदेश से सिंधी समाज से एक भी गद्दा नहीं बनाया जाने पर सिंधी नेताओं में काफी उथल-पुथल है।
टिकटों के आवेदन पत्र वासवानी ने अपना वामपंथ सीएमपीएल बैचल को भेज दिया है। उन्होंने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि सिंधी अकादमी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन पार्टी में बने रहेंगे। पार्टी हित के लिए काम करें। वासवानी ने कहा कि सिंधी समाज की अनदेखी हुई है। समाज से एक भी टिकट तय नहीं होने से नारे लगाए गए हैं।
वो समाज के लोगों की जिम्मेदारियों पर खरा नहीं उतर पाए हैं। वरिष्ठ नेताओं तक समाज के लोगों की झलक मिलती है, और उन्हें समझाने में असफलता मिल रही है। ऐसे में वो डायरेक्टरी के तौर पर काम करने में व्यस्त महसूस कर रहे हैं। इसलिए उन्होंने पद छोड़ा समझा है।
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