जगदलपुर। नगर निगम आयुक्त और कार्यकर्तापालन के खिलाफ महापौर, निगम अध्यक्ष और कांग्रेसी पदाधिकारियों ने मोर्चा खोल दिया है। आप्रवासी प्रभाव से दोनों अधिकारियों को हटाने के लिए कलेक्टर से लेकर सीएम वाल्लाचल तक ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इधर, याचिका की कॉपी सोशल मीडिया में जबरदस्त वायरल हो रही है।
मेयर समेत कांग्रेसी दिग्गजों ने अपने आवेदन में लिखा है कि जगदलपुर नगर निगम आयुक्त हरेश मंडावी और कार्यकर्तापालन भगत अजित कुमार तिग्गा के पद स्थापना के बाद से शहर के सभी विकास कार्य रुक गए हैं। दोनों अधिकारियों का विश्वासपात्र और आम जनता के साथ बिल्कुल भी ठीक नहीं है। नगर निगम के नोएडा से सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं, कॉन्ट्रेक्टर और निगम के सभी कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेसी कैथोलिक का कहना है कि निगम आयुक्त हरेश मंडावी किसी की टिप्पणी नहीं हैं। उनके अड़ियल सनातन की वजह से शहर में विकास कार्य ऑपरेशंस पड़े हैं, जिसका नुकसान आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को होगा। निगम आयुक्त एवं निगम के कार्यपालन अभियंताओं का कार्य प्रणाली बिल्कुल भी उचित नहीं है, जिस वजह से निगम के कर्मचारियों, उद्यमियों एवं व्यवसायों में भी काफी रोष है। उनके अड़ियल नमूने की वजह से ही शहर में कई विकास कार्य यूट्यूब पर पड़े हैं।
इधर, इस मामले में निगम के नेता विपक्ष संजय पैंडेय का कहना है कि कांग्रेस के शासन में रिकार्ड निगम के आयुक्त बदले गए हैं, जिससे नगर निगम क्षेत्र में विकास कार्य प्रभावित हुए हैं। ईमानदार अधिकारी की वजह से कांग्रेसी विकास कार्यकर्ताओं के नाम पर कमीशनखोरी का खेल नहीं खेला जा रहा है। इस वजह से निगम के अध्यक्ष और कार्यकारी निदेशक को पद से हटा दिया गया है।
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