रायपुर। पंडित यूनिवर्सिटि शुक्ल विश्वविद्यालय की ओर से वार्षिक जारी अध्येता कैलेंडर के अनुसार एक मार्च से बी.बी., बी.एस.सी., बी.के.एम., बी.सी.ए. की ओर से कक्षा की वार्षिक शुरूआत कर दी जाएगी। अब अंतिम वर्ष में हुई देरी के कारण छात्रों को वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी आधे महीने में ही करनी होगी। इन होने वाले महीनों में लगभग 15 से 20 दिन की छुट्टी की वजह से कॉलेज भी नहीं खुलेंगे। इस बार सत्यापित परीक्षा के नियम बदल दिए गए हैं।
दो विषयों में छात्रों को भी पूर्ण की पात्रता दी जाएगी। सुदृढ परीक्षा के नियमों के पालन में भी देरी हुई है। अभी दो विषयों में फेल छात्रों से भरे हुए परीक्षा के फॉर्म भरवाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय प्रबंधन परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गई है। घोषित तारीख़ के अनुसार एलेक्ज़ेड जनरल 27 अक्टूबर से शुरू हो रही है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।
वहीं नए नियम लागू होने की वजह से समर्थित छात्रों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। यूनिवर्सिटी के बीएस, बीएससी, बीकाम, बीसीए सहित अन्य क्लास के वार्षिक परीक्षा में लगभग सवा लाख छात्रों ने भाग लिया। जिमसें 50 हजार छात्र पास और 50 हजार छात्र फेल घोषित हैं। 25 हजार छात्र- फ़्लोरिडा है। जो छात्र फेल हुए हैं उनमें से करीब 25 हजार छात्र ऐसे हैं जो दो विषयों में फेल हैं। इस वजह से अब तक लगभग 50 हजार छात्र पूर्ण परीक्षा में शामिल होंगे।
अंतिम चरण 22 नवंबर तक चलेगी
टाइम-सारणी के अनुसार, 27 अक्टूबर से शुरू होकर 22 नवंबर तक चलेगी। पूरक परीक्षा में छात्रों की संख्या अधिक होने की वजह से परीक्षा परिणाम आने वाले समय में भी 15 से 20 दिन का समय लगेगा। पूर्ण परीक्षा परिणाम दिसंबर के दूसरे सप्ताह तक आएंगे। लगभग आधा महीने का समय रहेगा, इसके लिए परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों के लिए वार्षिक परीक्षा की तैयारी पूरी कर ली गई है। उन्हें अभी से ही अपनी यात्रा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
अंतिम चरण के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं
नए नियमों के अनुसार, बास्केटबॉल में अंतिम चरण के आवेदन शुरू हो गए हैं। दो विषयों में छात्र-छात्र-जीएसटी में आवेदक आवेदन कर सकते हैं। 16 अक्टूबर तक गाजियाबाद के लिए छात्र आवेदन कर सकते हैं। कोरोना के कारण तीन साल तक छात्रों ने पिलाई दवा दी थी। इस साल ऑफलाइन परीक्षा के कारण बड़ी संख्या में छात्रों को छूट मिली थी। वहीं छात्र संगठन और राजनीतिक संगठन के लोगों ने दो विषयों में फेल छात्रों को पात्रता की मुख्यमंत्री से मांग की थी।
पीयूआरयू कुल सचिव डा. ललित पटेल ने कहा, मजबूत नियमों में बदलाव की वजह से सघन गिरावट से शुरू हो रही है। वार्षिकोत्सव का समय सारनी पहले से तय हो गया है। छात्रों को भी पता चला कि दो विषयों में फेल होने के बाद भी परीक्षा उत्तीर्ण होने की संभावना है। वार्षिकोत्सव की तिथि में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जायेगा।
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