रायपुर। केंद्रीय अमित शाह के राजनंदगांव में दिए गए भाषण में ‘हेट स्पीच’ और ‘दंगा भड़काने की कोशिश’ की मांग करते हुए कहा गया कि कांग्रेस ने पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने की मांग की है। इस संबंध में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस समिति के निबंधन ने मुख्य इलेक्ट्रोलाॅक पोर्टफोलियो कार्यालय में मंगलवार को प्रत्यक्षीकरण किया है।
संचार कांग्रेस विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने संकेत के बाद समर्थकों से चर्चा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. साव और राजनंदगांव के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के खिलाफ भी आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की गई है. उन्होंने अमित शाह के भाषण में कहा कि नैतिक संहिता का उल्लंघन किया गया है। इस पर कार्रवाई की मांग करने का अधिकार दिया गया है।
उन्होंने बताया कि राजनांदगांव में रमन सिंह का नामांकन जिले भर में हुआ था. नामांकन के पहले अमित शाह ने नामांकन सभा को संबोधित किया था. उन्होंने कहा कि अमित शाह पांच राज्यों में चुनाव प्रचार के लिए जाने से जहां जहां जा रहे हैं, वहां दंगा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अमित शाह ने बीजेपी के राजनंदगांव के डॉ. रमन सिंह के नामांकन के लिए आयोजित सभा में नीचे दिए गए लिंक दिए गए हैं। अपने भाषण में दंगा भड़काने के उद्देश्य से कहा गया है कि उन्होंने बेमेतरा जिले के बिरनपुर में हुई हत्या के मामले को अपनी चुनावी सभा में लेकर सीधे तौर पर कहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने वोट बैंक की राजनीति के लिए छत्तीसगढ़ के बेटे बाबूलाल साहू को लिंचिंग के लिए तुष्टीकरण दिया था। करवा कर मार दिया. बीजेपी ने तय किया है कि हम साहूकार साहूकारों के हत्यारों को उनके अंजाम तक पहुंचाएंगे और इसके प्रतीक के तौर पर उनके पिता ईश्वर साहूकार को चुनाव मैदान में उतारेंगे।
शुक्ला के अनुसार, अमित शाह का यह बयान केवल कोई आलोचना नहीं है, बल्कि इसका एकमात्र उद्देश्य शांत प्रदेश, छत्तीसगढ़ में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना है। केंद्रीय गृह मंत्री ने नेपोलियन फायदे की नियति से उन्माद भड़काने के लिए यह बयान दिया है। उन्होंने जो कहा है, वह बिल्कुल झूठ है। हक़ीक़त यह है कि इस मामले में सरकार ने तत्काल कार्रवाई की थी और आरोपियों को गिरफ़्तार जेल भेजा था, लेकिन छत्तीसगढ़ में साफ दिख रही अपनी हार से बौखलाए अमित शाह अब उन्माद फैलाने का सहारा ले रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि राजनंदगांव में मौलाना सभा को संबोधित करते हुए संविधान की शपथ लेकर संवैधानिक पद पर बैठे देश के गृह मंत्री अमित शाह ने धार्मिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से सांप्रदायिकता तनाव भड़काने का प्रयास किया है, ऐसा आज निर्देश दिया गया है। इसके साथ डिमांड की गई है कि सीक्वल एक्शन की जाए। अतिरिक्त मुख्य पासपोर्ट मामले ने सुनने के बाद छोड़ दिया है कि विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
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