समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज भाजपा सरकार पर बलात्कारियों को बचाने का आरोप लगाते हुए इसकी आलोचना की। ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में यादव ने कहा कि जनता के दबाव के कारण ही पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ‘नारी सम्मान’ के साथ खिलवाड़ कर रही है.
“ये भाजपा कार्यकर्ताओं की नई पौध है जो वरिष्ठ भाजपा नेताओं के संरक्षण में खुलेआम बढ़ रही है और घूम रही है, जिनकी तलाश ‘तथाकथित शून्य-सहिष्णुता सरकार’ के तहत चल रही थी, लेकिन ठोस सबूतों और बढ़ते गुस्से के दबाव में जनता के बीच, भाजपा सरकार ने आखिरकार इन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। यादव ने कहा, “ये वही भाजपा सदस्य हैं, जिन्होंने बीएचयू की छात्रा के साथ अभद्रता की सारी हदें पार कर दी थीं।”
ये हैं बीजेपी के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पथते और साईं बीजेपीइयों की वो नई फसल, ‘तथाकथित जीरो टॉलरेंस सरकार’ में ‘तथाकथित जीरो टोलरेंस सरकार’ में पुख्ता सबूत और जनता के बीच बढ़ती ताकतों के बीच बीजेपी सरकार को पुख्ता सबूत मिले गिरफ़्तार करना ही… pic.twitter.com/VgVJFZBPUO – अखिलेश यादव (@yadavkhilash) 31 दिसंबर, 2023
उन्होंने आगे कहा, ”देश भर की हर महिला देख रही है कि बीजेपी किस तरह महिलाओं की अस्मिता के साथ मनमाना खिलवाड़ कर रही है और अत्याचार, उत्पीड़न और बलात्कार के आरोपियों को बचा रही है. आने वाले चुनाव में महिलाएं बीजेपी को एक भी वोट नहीं देंगी.” बीजेपी की हार का कारण. बीजेपी की सच्चाई आज जनता के सामने है.’
इससे पहले आज वाराणसी पुलिस ने घटना के दो महीने बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. लंका थाने के प्रभारी शिवाकांत मिश्रा के मुताबिक आरोपियों की पहचान कुणाल पांडे, आनंद उर्फ अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल के रूप में हुई है.
बलात्कार की कथित घटना 1 नवंबर को हुई जब शिकायतकर्ता एक दोस्त के साथ अपने छात्रावास से बाहर गई थी, तभी मोटरसाइकिल पर तीन लोग उसे जबरन एक कोने में ले गए। शिकायतकर्ता ने कहा कि आरोपियों ने कथित तौर पर उसके कपड़े उतारे, वीडियो बनाया, तस्वीरें लीं और करीब 15 मिनट बाद उसे जाने दिया. मामले में पहले ही एफआईआर दर्ज हो चुकी है. (एजेंसी इनपुट के साथ)