नई दिल्ली: हरियाणा के चरखी दादरी जिले में पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर को गोमांस खाने के संदेह में कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डाला गया। हरियाणा पुलिस ने एक व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में एक गौरक्षक समूह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है और दो लड़कों को हिरासत में लिया है।
इस घटना ने सभी का ध्यान खींचा है। बीएसपी प्रमुख मायावती ने इस घटना पर नाराजगी जताई है और क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताई है। बीएसपी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि एक गरीब युवक की निर्मम हत्या एक शर्मनाक कृत्य है जो कानून के शासन की विफलता को उजागर करता है।
उन्होंने कहा, “मॉब लिंचिंग/भीड़ द्वारा हत्या की बीमारी खत्म नहीं हो रही है। ताजा घटना में हरियाणा के चरखी दादरी में गोमांस खाने के संदेह में एक गरीब युवक की नृशंस हत्या मानवता को शर्मसार करने वाली और कानून व्यवस्था की पोल खोलने वाली है। यह अत्यंत दुःखद एवं निन्दनीय है। सख्त कार्रवाई जरूरी है।”
भीड़ हत्या/माब लिंचिंग का रोग ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। ताजा घटना में हरियाणा के चरखी दादरी में गोमांस के एक बच्चे की पीट-पीट कर नृशंस हत्या के आरोपी को शर्मसार और कानून के राज की पोल खोलती है, यह अति-दुखद और निन्दनीय। सख्त कार्रवाई जरूरी।
— मायावती (@Mayawati) 1 सितंबर, 2024
मृतक की पहचान पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के 26 वर्षीय साबिर मलिक के रूप में हुई है। वह चरखी दादरी के हंसवास गांव में अपनी पत्नी और 2 साल की बेटी के साथ रहता था और कूड़ा बीनने का काम करता था।