झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के लंबे समय से नेता रहे झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन आधिकारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं। यह कदम विधायक और झारखंड राज्य सरकार में मंत्री के पद से उनके इस्तीफे के कुछ ही दिनों बाद उठाया गया है।
श्री सोरेन, अपने समर्थकों के एक बड़े समूह के साथ, रांची में भाजपा में शामिल हुए, जिनका बाबूलाल मरांडी, शिवराज सिंह चौहान और हिमंत बिस्वा सरमा सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने स्वागत किया।
झामुमो से इस्तीफा
भाजपा में शामिल होने से दो दिन पहले श्री सोरेन ने विधायक पद और झारखंड मंत्रिमंडल में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन को पत्र लिखकर झामुमो की मौजूदा दिशा और नीतियों से अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा, “भाजपा में शामिल होने का मेरा फैसला झारखंड के सर्वोत्तम हित में है।” उन्होंने पार्टी के अपने मूल सिद्धांतों से भटकने पर असंतोष व्यक्त किया।
एक दर्दनाक प्रस्थान
अपने त्यागपत्र में श्री सोरेन ने जेएमएम छोड़ने पर गहरा दुख व्यक्त किया, जिसे वे अपना परिवार मानते थे। उन्होंने लिखा, “मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं जेएमएम छोड़ दूंगा।” उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ महीनों की घटनाओं ने उनके पास यह कठिन निर्णय लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और हालिया घटनाक्रम
चंपई सोरेन ने कुछ समय के लिए झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया, 2 फरवरी को पदभार संभाला, लेकिन 3 जुलाई को पद से इस्तीफा दे दिया, जो कि जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने से एक दिन पहले था। हाल ही में, श्री सोरेन ने हेमंत सोरेन के जेल से लौटने के बाद उनके साथ किए गए व्यवहार पर निराशा व्यक्त की, जिससे जेएमएम छोड़ने का उनका निर्णय और भी मजबूत हो गया।